इंजी. संजय श्रीवास्तव 249 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next इंजी. संजय श्रीवास्तव 25 Apr 2024 · 2 min read मुझसे मेरी पहचान न छीनों... मुझसे मेरी पहचान ना छीनों... मेरा भी अस्तित्व है अपना मुझसे मेरी जान ना छीनो, किसने दिया अधिकार ये तुमको मुझसे मेरी पहचान ना छीनों जिस घर में मैंने जनम... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 93 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 23 Apr 2024 · 1 min read कितना और बदलूं खुद को कितना और बदलूं खुद को जीने के लिए ए जिंदगी मुझमें थोड़ा सा मुझको भी बाकी तो रहने दे संजय श्रीवास्तव बालाघाट मध्यप्रदेश Quote Writer 172 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 19 Apr 2024 · 2 min read लोकतंत्र का महापर्व लोकतंत्र का महापर्व है आओ चलकर मतदान करें रामू काका श्यामा ताई आओ चलकर मतदान करें मतदान करें भाई मतदान करें आओ चलकर मतदान करें देश की अखंडता की खातिर... 170 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 19 Apr 2024 · 1 min read मतदान करो मतदान करो मतदान करो मतदान करो लोकतंत्र का महापर्व है मतदान करो प्रजातंत्र का मूल मंत्र है मतदान करो मतदान करो मतदान करो देश को अखंड बनाने को एक सूत्र में बांधने... 176 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 18 Apr 2024 · 1 min read चाहता हूं मोहब्बत की राहें कठिन ही सही उम्र भर साथ तेरे चलना चाहता हूं बचपन की यादें भले विस्मृत ही सही उन्हीं यादों के सहारे जीना चाहता हूं बिताए साथ तेरे... Hindi 85 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 13 Apr 2024 · 1 min read हृदय के राम दिखावा राम-नाम का करके दिन रात नहीं अघाये हो राम क्या है? राम कौन है? क्या कभी जान भी पाए हो? मेरे राम को समझ पाना कोई हंसी खेल की... 93 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 13 Apr 2024 · 1 min read प्यार करता हूं और निभाना चाहता हूं प्यार करता हूं और निभाना चाहता हूं इश्क के दरिया से गुजरना चाहता हूं गर साथ तेरा उम्र भर मिल जाए तो इबारत प्रेम की नई लिखना चाहता हूं संजय... Quote Writer 178 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 12 Apr 2024 · 1 min read सच के साथ ही जीना सीखा सच के साथ ही मरना सच के साथ ही जीना सीखा सच के साथ ही मरना इस दुनिया में हमने यारों सीखा तो बस इतना ही सीखा हर इंसान पर मुखौटा झूठ का हर घर... Quote Writer 163 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 6 Apr 2024 · 1 min read उत्थान राष्ट्र का दासता में रहने से नहीं उद्धार होता है मन गुलाम हो तो नहीं विकास होता है मिटा दो जड़ से दासता के प्रतीक चिन्हों को इनसे नहीं कभी राष्ट्र का... Quote Writer 165 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 4 Apr 2024 · 1 min read दिल दिल अक्सर मेरी रातों की नींदें चुरा लिए जाता है कोई गुलशन से जैसे बहारों को चुरा लिए जाता है कोई बड़ा सम्हाल के रखा था दिल मैने अपना लेकिन... Hindi 99 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 3 Apr 2024 · 1 min read बसंती बहार बसंती बहार मेरी जिंदगी मेरा करार हो तुम जिसे टूट कर चाहा वो प्यार हो तुम बेनूर थी जिंदगी तेरे आने के पहले मेरे जीवन की बसंती बहार हो तुम... 105 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 2 Apr 2024 · 1 min read झूठ के सागर में डूबते आज के हर इंसान को देखा झूठ के सागर में डूबते आज के हर इंसान को देखा झूठ ओढ़ते और बिछाते आज के हर इंसान को देखा दूर दूर तक जहां तलक भी मेरी आज नजर... Quote Writer 1 163 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 2 Apr 2024 · 1 min read सत्य की खोज सत्य की खोज जन्म से लेकर मरण तलक फैला असत्य का राज सत्य की बातें सब करते हैं अमल करे ना आज खोज सत्य की करने घर से, निकले राजा... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 3 2 85 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 26 Mar 2024 · 1 min read पुष्प प्रकृति की अनुपम रचना है पुष्प जीवन में खुशियों की सुगंध है पुष्प फिर चाहे फूल गुलाब हो या टेसू का होली के रंगों सी विविधता है पुष्प होली की... Quote Writer 1 1 136 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 24 Mar 2024 · 3 min read रंगों का महापर्व होली रंगों का महापर्व होली **************** विश्व में संभवतः भारत ही एकमात्र ऐसा देश है जहां पर प्रकृति में होने वाले प्रत्येक प्रकार के सकारात्मक बदलाव को एक उत्सव अथवा एक... Hindi 1k Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 21 Mar 2024 · 1 min read सुकून गुलों की महक भी एक पैगाम दे जाती है बिछड़े हुए प्रीतम की याद दिला जाती है यह बसंत भी राह तकते बीत रहा है मेरा किताब में दबी निशानी... Quote Writer 1 150 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 10 Mar 2024 · 1 min read अधूरी रह जाती दस्तान ए इश्क मेरी अधूरी रह जाती दस्तान ए इश्क मेरी गर तेरा दीदार ना हुआ होता सुनाता किसे जाकर मैं हाल ए दिल अपना गर तुझसे प्यार ना हुआ होता इश्क में तेरे... Quote Writer 1 204 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 10 Mar 2024 · 1 min read "खाली हाथ" ये दौलत ये शोहरत ये तख्त ओ ताज चला गया जब हुआ रुखसत जहां से तो कफन चला गया किस बात का गुमान है अहंकार किस बात का खाली हाथ... Hindi · Quote Writer 1 118 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 8 Mar 2024 · 1 min read प्यार की दास्तान अपने गीतों में मुझको बसा ले सनम प्यार की दास्तान नयी लिखते हैं हम अपने गीतों में मुझको बसा ले सनम मिलना हम दोनों का तय था सनम राह बाधाओं... Hindi 135 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 23 Feb 2024 · 1 min read गीत मेरे जब ख्वाबों में गीत मेरे जब ख्वाबों में गीत मेरे जब ख्वाबों में आएंगे प्यार जताने को आकर के मेरे ख्वाबों में तुम सुर गीतों को दे जाना गीत मेरे जब ख्वाबों में... 2 83 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 21 Feb 2024 · 1 min read तेरी शरण में आया हूं हे राम मेरे हे राम मेरे अब तेरी शरण में आया हूं बर्बाद किया जीवन अपना आशीष तेरा अब पाया हूं हे राम मेरे हे राम मेरे अब तेरी शरण... Poetry Writing Challenge-2 58 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 21 Feb 2024 · 1 min read प्यार भरी शहनाईयां प्यार भरी शहनाईयां बजी हृदय में प्यार भरी शहनाईयां बजी हृदय में प्यार भरी शहनाईयां आए राम हुईं दूर सभी परेशानियां बजी हृदय में प्यार भरी शहनाईयां सदियों का इंतजार... Poetry Writing Challenge-2 51 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 20 Feb 2024 · 1 min read डोर आस्था की डोर आस्था की आज हृदय के तार बजे हैं गुणगान तेरा ही करता हूं मन वीणा के सुर आज सजे हैं गीत तेरे ही गाता हूं हे पुरुषोत्तम हे रघुवर... Poetry Writing Challenge-2 128 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 20 Feb 2024 · 1 min read द्वार मैं तेरे आऊं द्वार मैं तेरे आऊं हृदय मलिन ले तन ले उज्जवल द्वार मैं कैसे आऊं सब द्वारों पर फल कर्मों के कैसे भीतर जाऊं हृदय मलिन ले तन ले उज्जवल द्वार... Poetry Writing Challenge-2 1 62 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 19 Feb 2024 · 2 min read पत्रिका प्रभु श्री राम की पत्रिका प्रभु श्री राम की मास चैत्र तिथि थी नवमी था पुनर्वसु नक्षत्र कर्क लग्न में पांच ग्रह थे उच्च स्थान पदस्थ उच्च स्थान पदस्थ चंद्र लग्न में स्वराशि था... Poetry Writing Challenge-2 2 71 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 19 Feb 2024 · 1 min read आस्था राम पर आस्था राम पर ये सनातन सत्य है इसे आज तक ना कोई भेद पाया जो भी डूबा इसमें उसने ही इसके भेद को पाया तुम हमारी आस्था पर चोट क्यों... Poetry Writing Challenge-2 73 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 19 Feb 2024 · 1 min read पधारे राम अयोध्या में पधारे राम अयोध्या में पधारे राम अयोध्या में खुशी बिखरी है चारों ओर पधारे राम अयोध्या में खुशी बिखरी है चारों ओर सिया भी साथ अयोध्या में खुशी बिखरी है... Poetry Writing Challenge-2 71 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 18 Feb 2024 · 1 min read सबको राम राम राम # सबको राम राम राम # प्रभु पधारे अपने धाम सबको राम राम राम तुम भी आओ अयोध्या धाम सबको राम राम राम प्रभु पधारे अपने धाम सबको राम राम... Poetry Writing Challenge-2 70 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 18 Feb 2024 · 1 min read कण कण में राम # कण कण में राम # राम आदि हैं राम अनंत हैं राम सत्य हैं राम शाश्वत हैं भारत के हर घर में राम है भारत के हर जन में... Poetry Writing Challenge-2 67 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 18 Feb 2024 · 1 min read आओ आओ सखी आओ आओ सखी घर आंगन सजाओ सखी राम लला आज विराजे हैं आओ आओ सखी धूप दीप जलाओ सखी राम लला आज विराजे हैं आओ आओ सखी घर आंगन सजाओ... Poetry Writing Challenge-2 61 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 17 Feb 2024 · 1 min read सीता स्वयंवर # सीता स्वयंवर # विवाह योग्य हुई सीता राजा जनक को चिंता सताई थी सुयोग्य वर चुनने को मुनादी स्वयंवर की कराई थी दूर दूर से राजे, महाराजे, वीर और... Poetry Writing Challenge-2 71 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 17 Feb 2024 · 1 min read देने वाले प्रभु श्री राम देने वाले इस दुनिया में एक अपने प्रभु श्री राम हैं हम तुम क्या हैं इस दुनिया में उनकी ही संतानें हैं देने वाले इस दुनिया में एक अपने प्रभु... Poetry Writing Challenge-2 74 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 17 Feb 2024 · 1 min read मर्यादा पुरषोत्तम "मर्यादा पुरषोत्तम" पधारे राम धरती पर अवतार विष्णु का लेकर मर्यादित कर्म से अपने किया प्रहार दुष्टों पर निभाकर वचन पिता का बढ़ाया मान रघुकुल का निभाई रीत रघुकुल की... Poetry Writing Challenge-2 81 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 17 Feb 2024 · 1 min read रामलला फिर आएंगे # रामलला फिर आएंगे # बहुत समय से आस लगी थी रामलला कब आएंगे फिर विराजेंगे धाम में अपने फिर विराजेंगे धाम में अपने हम सब का मान बढ़ाएंगे रामलाल... Poetry Writing Challenge-2 50 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 16 Feb 2024 · 1 min read घर घर दीवाली घर घर दीवाली जन्मे जिस जगह प्रभु वही हो गई पराई थी अपनों के हाथों ही उन्होंने सही दु:खद जुदाई थी दु:ख के बादल छंट गए सारे भोर सुहानी आई... Poetry Writing Challenge-2 56 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 16 Feb 2024 · 1 min read कैसे धाम अयोध्या आऊं # कैसे धाम अयोध्या जाऊं # राग द्वेष लिए हृदय में,कैसे धाम अयोध्या आऊं हे महाप्रभु श्री राम मेरे मन ही मन सकुचाऊं राग द्वेष लिए हृदय में,कैसे धाम अयोध्या... Poetry Writing Challenge-2 152 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 15 Feb 2024 · 1 min read प्रेम प्रभु का प्रेम में अपने भिगो ले मुझको कभी अलग नही हो पाऊं मैं मैं तेरे बिन ओ मेरे मालिक हाड़ मांस का पुतला हूं ना कुछ आए ना कुछ सीखा कठपुतली... Poetry Writing Challenge-2 71 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 14 Feb 2024 · 1 min read जीवन की पूर्णता जीवन की पूर्णता मेरी आस्था तुम हो मेरा विश्वास तुम्हीं हो हृदय में जो धड़कती वे धड़कनें तुम्हीं हो जो तुम नही तो जीवन मेरा अधूरा सा है जीवन की... Poetry Writing Challenge-2 1 77 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 14 Feb 2024 · 2 min read जन्म प्रभु श्री राम का इक्ष्वाकु कुल में महान प्रतापी राजा एक महात्मा दशरथ हुए, संतान न होने की कमी से लंबे समय तक अभिशप्त हुए। चिंतन मनन करते-करते खयाल उन्हें अश्वमेध यज्ञ का आया,... Poetry Writing Challenge-2 123 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 10 Feb 2024 · 1 min read बांध प्रीत की डोर... बांध प्रीत की डोर... बांध प्रीत की डोर राम संग जीवन मुझको जीना है अब मेरे भगवन मुझको बस तुझमें ही तो रमना है छल कपट और राग द्वेष से... Poetry Writing Challenge-2 1 155 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 10 Feb 2024 · 1 min read प्रश्नचिन्ह... राम तेरे भी हैं राम मेरे भी हैं राम तो इस देव भूमि के जन जन में हैं क्यूं लगाते हो प्रश्नचिन्ह अस्तित्व पर इनके राम तो इस जगत के... Poetry Writing Challenge-2 1 74 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 7 Feb 2024 · 1 min read प्रभु श्री राम आए हैं... उठाओ थाल पूजन के मेरे भगवान आए हैं चढ़ाओ पुष्प और चंदन चारों धाम आए हैं रहे जो दूर बरसो तक अपनों से भला कैसे चलकर आज साक्षात प्रभु श्री... Poetry Writing Challenge-2 63 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 7 Feb 2024 · 1 min read आशीष राम का... राम है नाम सादगी का जीवन में सादगी देना राम है नाम सहिष्णुता का हमें विनम्र बनाए रखना रहे चरित्र सदा निर्मल और नम्र हो वाणी भी हमें जीवन में... Poetry Writing Challenge-2 69 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 7 Feb 2024 · 1 min read बांध डोर रघुराई के संग कभी हंसना कभी रोना कभी रूठना और मनाना है जिंदगी है गीत प्यार का हम सभी को गुनगुनाना है आगमन है श्री राम का अलौकिक क्षण है जीवन का बांध... Poetry Writing Challenge-2 55 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 7 Feb 2024 · 1 min read मेरी जीवन धारा मुझमें भी राम है तुझमें भी राम हैं चराचर जगत के कण कण में राम हैं जिस हृदय में झांकता हूं मैं उस हृदय में बस राम ही राम हैं... Poetry Writing Challenge-2 88 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 15 Jan 2024 · 1 min read मकर संक्रांति कहीं हैं धूम लोहड़ी की कहीं बिहू की रौनकें हैं कहीं कहते इसे खिचड़ी कहीं घुघुतिया कहते हैं करता है प्रवेश जब मकर राशि में दिनकर तब कहीं पोंगल इसे... Quote Writer 162 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 16 Dec 2023 · 1 min read ताश के महल अब हम बनाते नहीं ताश के महल अब हम बनाते नहीं नाव कागज की बारिश में चलाते नहीं बड़े हो गए हैं हम क्या करें मेरे हुजूर रिश्ते पहले जैसे अब हम निभाते नहीं... Quote Writer 300 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 16 Dec 2023 · 1 min read प्रेम की तलाश में सिला नही मिला प्रेम की तलाश में सिला नही मिला जो भी मिला बस खुदगर्ज ही मिला तुम क्या आईं जिंदगी में मेरे प्रिए लगता है जैसे जहां मुकम्मल मिला इंजी. संजय श्रीवास्तव... Quote Writer 271 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 16 Dec 2023 · 1 min read दिन सुहाने थे बचपन के पीछे छोड़ आए दिन सुहाने थे बचपन के पीछे छोड़ आए जो खजाने थे सारे वो पीछे छोड़ आए अब तो कागज की नाव कहीं दिखती नहीं वो बारिश में भीगना भी पीछे... Quote Writer 278 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 16 Dec 2023 · 1 min read जिंदगी में रंजो गम बेशुमार है जिंदगी में रंजो गम बेशुमार है जिसे देखो वही गमों से बेजार है खुशकिस्मत है वह नसीब में जिसके अपने महबूब का प्यार है संजय श्रीवास्तव 16.12.2023 Quote Writer 268 Share Previous Page 2 Next