Neha 153 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Neha 23 Nov 2018 · 1 min read चंचल मन चंचल मन उड़ता पुरजोर पवन में अरमानो के पंख लिए नील गगन में कभी विश्वासों की डोर बाँध जाता आशाओं की डगर को जाता व्याकुल मन दर्पण बन जाता दुविधा... Hindi · कविता 4 2 2k Share Neha 23 Nov 2018 · 1 min read कृष्ण भक्ति अलौकिक अविरल भक्ति रस धारा प्राणप्रिय मनमोहनीय रुप तुम्हारा अदभुत आत्मीय छवि तिहारी पीताम्बर पट मोर मुकुट धारी तुम पर हम जाए बलिहारी अनगिनत नाम तिहारे कोई कहे गोपाला कोई... Hindi · कविता 4 504 Share Neha 17 Nov 2018 · 1 min read माँ माँ से अस्तित्व हमारा ,माँ से ही जग में उजियारा जीवन बगिया को संवारा ,अपना सबकुछ हम पे वारा कोख से लेकर नन्हे कदमों तक सम्भाला माँ तुम सा ना... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 15 44 1k Share Previous Page 4