Mahender Singh Language: Hindi 831 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next Mahender Singh 18 Oct 2023 · 1 min read शासक की कमजोरियों का आकलन शासन-प्रणाली से तो अधिकतर पाठक वाकिफ होंगे, मगर भारत में प्रचलित बहुदलीय संवैधानिक लोकतांत्रिक व्यवस्था । दुनिया की श्रेष्ठतम व्यवस्था का उदाहरण है । .. भारत में शिक्षा का अभाव... Hindi 1 662 Share Mahender Singh 14 Oct 2023 · 2 min read धर्म और विडम्बना कुछ लोग इकट्ठा बस, रेल, कार में नित्य सफर करते हैं, विभिन्न जातियों से संबद्ध रखने वाले व्यक्तित्व, होते है, मगर कोई जाति विशेष के लिए नहीं, धर्मांधता जरूर झलक... Hindi 1 653 Share Mahender Singh 13 Oct 2023 · 1 min read आधे अधूरा प्रेम तुम्हारी संरचना बहुमुखी प्रतिभा बहुआयामी व्यक्तित्व वाली है, कहाँ ठहर जाते, सबका अपना कब्जा (अधिकार) संवाद से तू बचते रहा, अपवाद से दो चार, करते रहा, वंचित रहा, लाचार बेबस... Hindi 479 Share Mahender Singh 12 Oct 2023 · 1 min read ब्रह्मांड अस्तित्व अस्तित्व रखने वाले सूक्ष्म, अतिसूक्ष्म जीव, जड़ और चेतन के मध्य खड़े हुए वायरस,, बड़े से बड़े और नजदीक तारा, सूरज गति दूरी और समय के हिसाब से स्थिर पिंड... Hindi 1 635 Share Mahender Singh 9 Oct 2023 · 1 min read अंधविश्वास का पोषण संचय और संग्रह कर करके. तथाकथित ईश्वर भगवान को थोपा गया, तुलसीदास की रामायण और वेदव्यास के महाभारत, महाकाव्य, वैदिक काल ने इसे संजोए रखा । नाम पड़ा सनातन शाश्वत... Hindi 555 Share Mahender Singh 6 Oct 2023 · 1 min read संदेश बिन विधा तुम कहते रहे,विरोध की कोई वजह न थी, तुमने जो छुपा कर जो हकीकत पेश की. वो पटरी रेल के डिब्बे, मेरे अपने देश के थे, हैं. अब न संसाधन... Hindi 1 1 411 Share Mahender Singh 1 Oct 2023 · 2 min read खोखला वर्तमान भारतीय परिवेश की सभ्यता और संस्कृति, के साथ साथ, विभिन्न आयामों में बहुआयामी चहुंमुखी विकास उन्नत क्यों नहीं हो पाया, क्या देश ने अपनी गुलामी के कारणों का अध्ययन नहीं... Hindi 746 Share Mahender Singh 28 Sep 2023 · 1 min read मुक्तक मत फेर मेरे अरमानों पर पानी हो चुकी हर घर की ये कहानी है तेरी बातें मनमोहक सुहानी लोगों की भी सुन उनके जुबानी. Mahender Singh Hans ✌️ Hindi 296 Share Mahender Singh 26 Sep 2023 · 1 min read प्रयास जारी रखें यह कैसा दौर है, बाहर देखो बहुत शोर है, इस चकाचौंध में खोये कितने अपने ओर हैं, . पल्लू में कुछ है नहीं, दहाड़ मारते जैसे युवा शेर, समय समय... Hindi 611 Share Mahender Singh 14 Sep 2023 · 1 min read हिन्दी दिवस मेरी पसंद तेरी पसंद हम सबकी पसंद कुण्डलिया छंद खाकर मूल कंद खिल उठे मकरंद महसूस हमेशा आनंद जठराग्नि होगी मंद गर खाया शकरकंद आलू भी वही कंद शूगर वाले... Hindi 2 1 754 Share Mahender Singh 13 Sep 2023 · 1 min read श्याम हारे, गोरे हारे, पाये नहीं जीत श्याम हारे, गोरे हारे, बच सका न कोइ मीत, जान सके तो जान लें , किससे हो भयभीत, . भेष बदल कर चढ़ गये, चुन चुन रंगमंच, अभिनय किये सफल,... Hindi · Quote Writer 389 Share Mahender Singh 12 Sep 2023 · 1 min read सहज सरल प्रयास कर गये उल्लेख, चढ़ा कर चश्मा, बन गये फुटवियर,हटा कर तसमा(१ हटा कर तसमा,बैठ गये लघु उद्योग, बिकते महंगे चश्मा, अंधे हुए लोग(२ विज्ञापन पर जोर, धरातल पे कर्कट, जीवन... Hindi 179 Share Mahender Singh 23 Jun 2023 · 1 min read जंगल है तो मंगल है जंगल किसी भी भूभाग की निहित संपदा, प्रकृति का निवास स्थल, पशु पक्षी जीव-जन्तुओं का आश्रय सथल, आदिवासी इनके संरक्षक,, धरती पर भले ही भूभाग के लगभग सत्तर प्रतिशत पानी... Hindi 306 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read हलके किरदार किरदार ही हल्के थे हलुआ सुस्वादिष्ठ मगर एक चुटकी रेत मिट्टी किरकिरा भरे हुआ,शर्त बस एक थी, वहीं के वहीं पारखी पस्त थे, लोक लुभावने वायदे, कसीदे पढ़ते नारद, छुपा... Poetry Writing Challenge 369 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read चित्त में जो शेर है टहलते बादलों का सौंदर्य टकराव से उत्पन्न गर्जना बादलों की गड़गड़ाहट तीव्र गर्जना के साथ अर्चना छुपी है इसमें भी संरचना मन विक्षुब्ध लुप्त तृष्णा छोड़ ना दे कहीं हृदय... Poetry Writing Challenge 389 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read झूठ परोसा गया तुम्हारे *फ़साने *तराने बन गये, झूठ परोसा *जो सब *सद् गये, *भूखे रुखे *सूखे खाके सो गये, बेचैन *धर्म के नाम पे *जो उठे, *गुनगुना रहे थे, वे जो *फ़साने,... Poetry Writing Challenge 363 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read व्यंग्य धार्मिक शैली पर आदमी खाना छोड़ देते हैं नाम व्रत उपवास लेते है, कोई हठ करके छोड़ देता है, कौन परवाह करें, आशा करता है, कोई आगे आये, एक गिलास नारियल पानी, उसके... Poetry Writing Challenge 262 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read अतीत के झरोखे अतीत के झरोखे हैं, कुछ है, कुछ मिटा दिये गये कुछ सहायक, राह में रोड़े अधिक, फैला दिये गये मील के पत्थर, सहायक, मार्ग सही है, आगे बढें , हर... Poetry Writing Challenge 1 369 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read दो छोर प्रेम और प्रेम संवाद रुकना नहीं चाहिए, संविदा इसकी नींव, बहस सदन की संकल्पना, सुख पावे है जीव. . कला कला से धराकला काहे की मरोड़. मत देखो सिर्फ़ राम कला, टूट जायेंगे... Poetry Writing Challenge 436 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read प्रकृति है बेटी बेटी बचाओ बेटी पढाओ फूल पड़े हो, गर, थरा पर, कोई हाथ नहीं लगाता, बेटी को भी ऐसा ही,समझ लिया, फूल है बेटी, पर धरा पर, पड़ा हुआ, फूल नहीं,... Poetry Writing Challenge 301 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read संवाद आत्म-अवलोकन पूछे अपने अपने मन से, क्या है प्रकृति, क्या है प्रवृति, उलझन देता है, सुलह भी, फिर कहाँ है विकृति, कोई इंद्र जीता नहीं, ये मन में भ्रम रहता है,... Poetry Writing Challenge 322 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read भौतिकता ये कैसी विडंबना इस भौतिक युग की देन हुई भला, सब साधन मौजूद, . बढ़ने चाहिए सुख शांति अमन चैन भला सब उलट-पुलट हो चला, कलियुग का दोष दशो जरा,... Poetry Writing Challenge 427 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read प्ररेक दृष्टिकोण आओ मिलकर करें, जरा विचार, मिलजुलकर बदल दें, भारत वा दुनिया में,सपनों का संसार. धर्म धरातल हमें बाँट सके ना, शिक्षित होकर,स्वावलंबन का धरे आधार, बन जायें आत्मनिर्भर,स्वच्छंदता का हो... Poetry Writing Challenge 365 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read रास्ते पर घर घर हो जिनका, सड़क रास्ते पर, हो जाती है चांदी, कोई पड़ोसी नहीं सामने उनके, छोड़ सकेंगे, पानी सड़क पर, खड़ी होगी, मोटर कार, रेहडी सजेगी, साथ में, क्योंकि प्रशासन... Poetry Writing Challenge 266 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read सफलता का श्रेय सफलता का श्रेय किसी एक *खुश *नसीब को मिलता है, असफलता में हर बदनसीब जिम्मेदार. सफलता में कौन आधार, कूटनीति मसालेदार, वरन् लोकतंत्र की हार, संविधान में हर जन-मानुष की... Poetry Writing Challenge 350 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read हास्य व्यंग्य एक रात रास्ते से गुजरते हुए मुश्किल में जान पड़ गई, मुहल्ले वालो के लिए मैं भी अनजान था, गुजरते तो सभी हैं, पर मेरा, पैर फिसल गया, स्लोप से... Poetry Writing Challenge 352 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read पाखंड को विराम पाखंड को विराम, निसर्ग को सलाम, त्यागी अब्दुल कलाम, लगे पाखंड को विराम, शरीर को मिले विश्राम, बातें भगवत दर्शन की, विज्ञापन कामुक होते है, भोजन शुद्ध शाकाहारी, भेंट चढ़े... Poetry Writing Challenge 299 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read मैं कह न सका मैं कह न सका झिझक मेरे मन में थी, वह कह न सकी, लोक लाज के डर से, डरपोक कह आगे बढी, मन उसको भी था, शर्म सोलह श्रृंगार का... Poetry Writing Challenge 357 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read महाझूठ के आधार वाला सच एक ऐसा सच, जिसका आधार ही महाझूठ, कब हुआ फैसला,,दो लड़ने वालों में, बदल बदल कर जीत जाते है, बोल कर एकदम सफेद झूठ, कुचले गये, निर्दोष बेचारे, हर कोई,,अशोक... Poetry Writing Challenge 259 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read संवाद असत्य का सत्य पर, हार का जीत पर, बुराई के अच्छाई पर, सबल का निर्बल पर, धनी का निर्धन पर, हमेशा से , यही संवाद है तुम कुछ नहीं,,हम ही... Poetry Writing Challenge 217 Share Previous Page 4 Next