ललकार भारद्वाज 171 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 ललकार भारद्वाज 27 May 2023 · 1 min read प्रचंड वेग हो तेरा प्रचंड वेग हो तेरा रुके ना तेज वो तेरा। तू शांति के मार्ग पे धर्म को ना त्यागना।। तू बन अशोक ठीक है अखंड भारत ठीक है। तू एक शोक... Poetry Writing Challenge · कविता 1 83 Share ललकार भारद्वाज 27 May 2023 · 1 min read लिए फिरते हो दिल अपना लिए फिरते हो दिल अपना, मुझे क्यो दे नहीं सकते। रखूँगा दिल में दिल को मैं, मुझे क्या दे नहीं सकते।। तड़फता मैं फिरू जग में, मुझे क्यो दे नहीं... Poetry Writing Challenge · गीत 2 122 Share ललकार भारद्वाज 26 May 2023 · 1 min read तुम भी ना तुम भी ना दर्दो में रहती हो, कुछ भी ना कहती हो मुझको बताती हो, मुझसे छुपाती हो अपना समझके, मुझमे समाती हो तुम भी ना चाहती हो सब कुछ,... Poetry Writing Challenge · कविता 2 2 212 Share ललकार भारद्वाज 26 May 2023 · 1 min read लव जिहाद और शिकार सिलसिला ना रुक रहा है, लव जिहाद शिकार का। आज फिर से कत्ल हुआ है, एक और परिवार का।। जाने क्यों ना खुल रही है, बंद आँखें आज भी। जाने... Poetry Writing Challenge · कविता 1 88 Share ललकार भारद्वाज 25 May 2023 · 1 min read शब्द की महिमा शब्द बड़े और शब्द लड़े हैं, शब्द लड़ाई के आधार। शब्द प्यार और शब्द वार हैं, शब्द संस्कारों का मूलाधार।। शब्द ज्ञान है शब्द चेतना, शब्द विकास का पहरेदार। शब्द... Poetry Writing Challenge · कविता 3 304 Share ललकार भारद्वाज 25 May 2023 · 1 min read मैं ना रहनी चाहिए जन्नत मिले या जहन्नुम, पर करार होना चाहिए। बेकरारी मे भी तो बस, प्यार होना चाहिए।। प्यार हो या नफरते, बेहिसाब होनी चाहिए। हिसाब कैसा भी रहे, बेदाग होना चाहिए।।... Poetry Writing Challenge 2 216 Share ललकार भारद्वाज 25 May 2023 · 2 min read कृपा सिन्धु कर जोड़ खड़ा मैं द्वार तेरे, तुम थोड़ी दया बरसाओ ना। मैं दीन दुखी कमजोर बहुत, तुम शक्ति रूप दिखलाओ ना।। मैं दया की तेरे भूखे हैं, तुम दया निधेय... Poetry Writing Challenge 1 163 Share ललकार भारद्वाज 25 May 2023 · 1 min read विधि का विधान मैं हतोत्साहित मैं परेशान, मैं विचलित मैं हैरान। मैं पागल मैं अनजान, मैं खोजता हूं बस ज्ञान।। मैं यहां भी मैं वहां भी, मैं धूप भी मैं छांव भी। मैं... Poetry Writing Challenge 303 Share ललकार भारद्वाज 23 May 2023 · 1 min read मर्यादित जीवन मर्यादाए बहुत जरूरी है, हम सबके ही जीवन में। मर्यादाओं की रेखा लाघी तो, लंकेश हरण तब कर पाया।। मर्यादाए निभाती पांचाली तो, अपमान कभी ना सहपाती। मर्यादित ना हो... Poetry Writing Challenge 103 Share ललकार भारद्वाज 23 May 2023 · 1 min read नारी की वेदना या संवेदना आज है करवाचौथ सुनो जी, मेरे दिन और रात सुनो जी। मेरे प्राणो के आधार सुनो जी, मेरे हृदय पुकार सुनो जी।। ना मांगू मैं सोना चांदी और ना मांगू... Poetry Writing Challenge 114 Share ललकार भारद्वाज 22 May 2023 · 1 min read मैं और मेरे प्रभु मैं मीरा तुम घनश्याम प्रभु मैं कलयुग तुम खाटू वाले श्याम प्रभु मैं हीरा तुम हीरो की हो खान प्रभु मैं दीपक तुम सूर्यो का हो भान प्रभु मैं द्वापर... Poetry Writing Challenge 1 249 Share ललकार भारद्वाज 22 May 2023 · 1 min read हिन्दी हर क्षेत्र यहा व्यवहारिक है, बस कुछ सख्तायी रखनी है। हिन्दी जन-जन की भाषा है, बस इच्छा शक्ति रखनी है।। बोल चाल मे सबसे पहले, अब हिन्दी को ही रखना... Poetry Writing Challenge 78 Share ललकार भारद्वाज 22 May 2023 · 2 min read मेरा अब्दुल लव जिहाद में फंसी बच्चीया, यही सोचती हर पल है। मेरा अब्दुल अच्छा है, और मेरा अब्दुल लिबरल है।। लव जिहाद में फसने पर, फिर घरवालों से लड़ने पर। अब्दुल... Poetry Writing Challenge 1 81 Share ललकार भारद्वाज 21 May 2023 · 2 min read निद्रा का त्याग सुबह सवेरे त्याग नींद को, निकलो घर से बाहर तुम... प्रकृति की छटा निराली, घर से निकलो बाहर तुम। शांत चित्त हो देखो पहले, घर से निकलो बाहर तुम।। चिड़ियों... Poetry Writing Challenge 1 214 Share ललकार भारद्वाज 20 May 2023 · 1 min read साइबर अपराध साइबर अपराध है बढ़ रहे, बचना कैसे पता नहीं। जागरूकता है एक उपाय, लुटे कैसे पता नहीं।। अपराधी का चेहरा कैसा, यह भी हमको पता नहीं। पढ़ा लिखा और सभ्य... Poetry Writing Challenge 164 Share ललकार भारद्वाज 20 May 2023 · 1 min read माँ कहती है माँ कहती है तू लाल मेरा ललकार मेरा, तू बनी हुई पहचान मेरा। तू मेरी आँखों का है तारा, तू मुझको सबसे है प्यारा।। तू जिगर का मेरे टुकड़ा है,... Poetry Writing Challenge 1 94 Share ललकार भारद्वाज 20 May 2023 · 2 min read लव जिहाद पर वार प्रेम मोहब्बत या फिर धोखा, कत्ल करे बस काम यही। भोली भाली लड़की देखी, फिर जाल बिछाना काम यही।। तीस हजार केरल की लड़की, शिकार हुई फिर पता नही। दिल्ली... Poetry Writing Challenge 254 Share ललकार भारद्वाज 20 May 2023 · 2 min read पुकारती माँ भारती शेष से विशेष तक, रक्त के अवशेष तक। पुकारती मां भारती, देश से विदेश तक।। स्नेह से आवेश तक, द्वंद से क्लेश तक। शब्द से परिवेश तक, मूल से अभिषेक... Poetry Writing Challenge 1 178 Share ललकार भारद्वाज 19 May 2023 · 1 min read वृद्धावस्था या अभिशाप हम वृद्ध हो चुके जीवन मे और तन्हा हमको फिर छोड दिया। हम जिन बच्चो के मात पिता, उन बच्चो ने मुहँ को मोड लिया।। जो कहते थे पहले हमसे,... Poetry Writing Challenge 2 2 116 Share ललकार भारद्वाज 18 May 2023 · 1 min read प्रकृति की गोद : मसूरी बर्फ से लदे खड़े, पहाड ये तने खड़े। प्रकृति की गोद मे, वृक्ष है घने खड़े।। गर्व है ये देश का, सम्मान से बने खड़े। संस्कृति सम्भाल के, आन से... Poetry Writing Challenge 355 Share ललकार भारद्वाज 17 May 2023 · 1 min read पति की व्यथा कुछ ज्ञान चाहिए था मुझको, और मान चाहिए था मुझको। स्वाभिमान तो मुझमे काफी है, सम्मान चाहिए था मुझको।। कुछ बातें तुमसे करनी थी, और मुलाकातें तुमसे करनी थी। बेमतलब... Poetry Writing Challenge 1 387 Share Previous Page 4