Ranjeet Kumar Language: Hindi 66 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ranjeet Kumar 6 Nov 2022 · 1 min read मुक्तक कितना मासूम शक्स है, बदलाव चाहता है! किलकती जिंदगियाँ जलाने को, अलाव चाहता है! राणा Hindi · मुक्तक 265 Share Ranjeet Kumar 6 Nov 2022 · 1 min read मेरे हिस्से का आधा चाँद मेरे हिस्से का आधा चाँद तेरे पास, मेरे हिस्से की आधी ख़ुशबू तेरे पास, मेरी जीवन की पूरी मोहब्बत तुझे दे दी, फिर क्यू बुझी सी एक तुमसे मिलन की... Hindi · मुक्तक 329 Share Ranjeet Kumar 29 Oct 2022 · 3 min read यादों में छठ YouTube पर स्क्रोल करते करते अचानक से रवि को एक छठ का गीत मिला, अब छठ का गीत दिखे और एक बिहारी उसे सूने बिना निकल जाए ये कैसे हो... Hindi · कहानी 345 Share Ranjeet Kumar 25 Oct 2022 · 1 min read एक दीये की दीवाली एक दीया उम्मीद का, एक चिराग़ उड़ान की, एक रौशनी की किरण, एक नई विहान की, एक चंद्रमा की सफेदी, बुझे दिल के मुस्कान की, एक सूरज की तपती गर्मी,... Hindi · कविता 367 Share Ranjeet Kumar 17 Apr 2022 · 1 min read मुक्तक आज आसमान का रंग नीला क्यों है? तेरे हाथ का रूमाल गीला क्यों है? नभ तो ख़ुश है पूर्ण चंद्रमा के आने से मेरे चाँद का मिज़ाज आज हठीला क्यों... Hindi · मुक्तक 4 451 Share Ranjeet Kumar 21 Mar 2022 · 1 min read मुक्तक एक चाँद जो रूठा है मुग़ालता के बादल ओढ़ कर, संशय के पहाड़ों के पीछे जो डेरा बनाया है। संदेह हटाने को हर राज बताने को मिन्नतों से एक चाँद... Hindi · कविता 340 Share Ranjeet Kumar 5 Mar 2022 · 1 min read युद्ध के दौरान…… युद्ध के दौरान टकराती है दो अहंकार भरे दिमाग टकराती है दो सिरों की ताज फूटते हैं बम बारूद गोले बिखरते हैं सिर्फ़ अंगार शोले कौड़ियों के दाम लोगों की... Hindi · कविता 1 596 Share Ranjeet Kumar 5 Jan 2022 · 4 min read आपबीती भाग-१ आप बीती जानने से पहले ‘आप’ के बारे में जानना जरुरी है क्यूँकि बिना ‘आप’ को जाने उसकी आप बीती समझ ही नहीआएगी तो आप यानी मैं रणजीत कुमार हूँ... Hindi · कहानी 1k Share Ranjeet Kumar 1 Jan 2022 · 1 min read सुनाई देती है चाहे भीतर कितनी ही कौतूहल हो चाहे खड़े सवालों का मिले न कोई हल हो, नदी के तट पर जब पानी की कल-कल सुनता हूँ उस स्वच्छंद पानी में तेरी... Hindi · कविता 558 Share Ranjeet Kumar 25 Dec 2021 · 1 min read ये कहाँ आ गये हम कहते हैं आज़ादी के बीते पिछतर साल, २१वीं सदी में बैठ के भी करते हम कमाल, अंधेरी कोठरी बंद हैं गुदड़ी के लाल, क़त्लों के सरदार मंत्री बने मुरारी लाल,... Hindi · कविता 519 Share Ranjeet Kumar 21 Oct 2021 · 1 min read इश्क हर मोड़ पर हुआ इश्क हर मोड़ पर हर उम्र में हुआ, स्कुल के बेंच से लेकर, नदी के कोर पर हुआ। शांत परीक्षा हॉल से लेकर ट्रेन के शोर में भी हुआ, बासुरी... Hindi · कविता 399 Share Ranjeet Kumar 27 Aug 2021 · 2 min read आरक्षण:- भीख नही अधिकार ओ बाबू साहबों, कभी आओ हमारी गलियों में, देखो अव्यवस्था से ग्रसित हमारे कमरों को, जहाँ मच्छर से ज्यादा नेता खून चूसते हैं, लेकर हमारे वोट, हमीं को गाली की... Hindi · कविता 785 Share Ranjeet Kumar 27 Aug 2021 · 1 min read चाय सी मोहब्बत एक चाय की आदत और एक तुम्हारी, एक सुबह की जरुरत और एक दिल की, एक मिठास इश्क सी, और एक इश्क मिठास सी, कभी झांकिए हमारे अंतर्मन में, दिखेगी... Hindi · मुक्तक 581 Share Ranjeet Kumar 16 Aug 2021 · 1 min read स्वतंत्रता दिवस मनायी जाये जिस देश का राजा मस्त हो, अपने सत्ता के अभिमानी में, जहाँ लोग गटकते हो भूख से, पारले जी बिस्कुट पानी में, जहाँ रोज शहीदों के अरमान, सड़कों पर पानी-पानी... Hindi · कविता 403 Share Ranjeet Kumar 11 Aug 2021 · 1 min read मैं तेरा दिल चुरा लेता। अबके जो तू मिलता, तेरा काजल चुरा लेता। तू मेरा दिल चुरा लेती, मैं तेरा दिल चुरा लेता। तेरे आने के वादे अब तक सिरहाने सिसक रहे, चिट्ठियों में लिखे... Hindi · कविता 1 387 Share Ranjeet Kumar 11 Aug 2021 · 1 min read मुक्तक इश्क में गढ़ी दुनियां और हकीकत में बड़ा फर्क होता है, कभी दिल और पेट में समझौता नहीं होता।। ****** वो प्रेमी युगल जो कभी गिफ्ट , कार्ड्स और सरप्राइजेज... Hindi · मुक्तक 1 595 Share Ranjeet Kumar 8 Aug 2021 · 1 min read मुक्तक क्या कहा ?? तुम्हें इश्क में ताजमहल चाहिए, हम उस धरती के बीज हैं जहाँ इश्क में पहाड़ काटने का रिकार्ड है।।।। Hindi · मुक्तक 1 373 Share Ranjeet Kumar 4 Aug 2021 · 1 min read हमें बिहार कहते हैं। हमें गणतंत्र राज के जनक, और नालंदा के ज्ञान का विस्तार कहते हैं। हमें शून्य की खोज, सिख बौद्ध धर्म का सृजनहार कहते हैं। हाँ हमें बिहार कहते हैं। हम... Hindi · कविता 1 412 Share Ranjeet Kumar 4 Aug 2021 · 1 min read मुक्तक हमारी हिमाकत देखोगे तो दंग रह जाओगे जनाब, हमारा घर मिट्टी का है और हमने दोस्ती बारिश से की है...।। *** Hindi · मुक्तक 2 547 Share Ranjeet Kumar 3 Aug 2021 · 1 min read मुक्तक हमें करने दो हमारे हिस्से की गलतियां, मैं खुद से गिरना सम्भलना चाहता हूँ।। *** देखना... तेरे दोस्तों के काफिले में मतलबी कितने हैं, जरुरत पड़ने पर काफिले नजर नहीं... Hindi · मुक्तक 1 620 Share Ranjeet Kumar 2 Apr 2021 · 1 min read लोग लिखना तो चाहते हैं पर..... एक वेबसाइट से दूसरे वेबसाइट में घूमते हुए, सोशल मीडिया पर अपना अमूल्य समय बिताते हुए, मैं कुछ अजीब चीजे पाता हूँ, जो ठीक नहीं है या मुझे ठीक नहीं... Hindi · कविता 2 459 Share Ranjeet Kumar 20 Dec 2020 · 5 min read ओए पत्रकार..... चुप 9 बजने में 10 मिनट बाकि थे स्टूडियो में बड़ी गहमागहमी थी लोग आज बड़े खुश दिख रहे थे क्यों कि आज 9 बजे के प्राइम स्लॉट में चैनल के... Hindi · कहानी 1 2 517 Share Ranjeet Kumar 20 Dec 2020 · 1 min read एकांत... एकांत.... माँ-पापा के साथ बिताए समय के बाद मेरा सबसे प्यारा समय जो है वो यही एकांत है। मुझे हमेशा से एकांत में रहना पसंद है। ऐसा नहीं है कि... Hindi · लेख 1 620 Share Ranjeet Kumar 18 Dec 2020 · 1 min read भोजपुरी रैप..... ऐ साहेब... हमरो एक सवाल बा, तुहीं कहेल$ न$.. अन्न उगाई हाड़ तोड़ के, पेट सबकन के भरिले, रात दिन ना परवाह करिले, मेहनत मंजूरी करिले, ऐ साहेब.... सुन$तानी, ना... Hindi · गीत 1 2 730 Share Ranjeet Kumar 17 Dec 2020 · 1 min read बोला$ कौन है वो.... मिट्टी खोदे सोना उपजे, किसान भये सोनार, ओह सोना के लूट लूट के, चमका जेकर व्यापार... बोला$ कौन है वो। हमर पिया राशन ढोये, मिले ना पूरा पगार, ओह राशन... Hindi · कविता 2 6 794 Share Ranjeet Kumar 15 Dec 2020 · 1 min read जवाब कौन देगा?? तुम इश्क करो और छोड़ दो, पहले डोर बांधो और तोड़ दो, उस कटी पतंग का हिसाब कौन देगा? बोलो...जवाब कौन देगा?? तेरी आँखों की मासूमियत, तेरी शब्दों की वो... Hindi · कविता 2 396 Share Ranjeet Kumar 14 Dec 2020 · 1 min read मुक्तक तुम्हारे नदी होने से हमें कोई गुरेज नहीं जाना, पर हमें रेत मिट्टी की तरह बहा कर तो ले चलो। हमारे रास्ते हैं एक मंजिल भी एक जाना, फूलों की... Hindi · मुक्तक 1 5 404 Share Ranjeet Kumar 13 Dec 2020 · 1 min read हाय रे ये मजबूरियां...... खून जला के मांस गला के, जीवन भर महल बनाये हैं, फिर भी सावन के बारिश ने हमें आधी रात जगाए हैं, कोने में बैठे हाथ जोड़ के, मुनिया पूछे... Hindi · कविता 1 661 Share Ranjeet Kumar 10 Dec 2020 · 1 min read फिर भी बोल क्या होगा?? लिफाफे में लिपटी वो बातें पुरानी, वो बातें बता दूं फिर भी बोल क्या होगा? झिल्ली दुपट्टे में लिपटा चेहरा नूरानी, दुपट्टा हटा दूँ फिर भी बोल क्या होगा?? किताबों... Hindi · कविता 1 2 429 Share Ranjeet Kumar 14 Apr 2020 · 2 min read कोटा:-शिक्षा की नगरी कोटा एक सपनों को साकार बनाने वाला शहर,जहाँ से हर साल कई डॉक्टर्स और इंजीनियर्स निकलते हैं और हर साल लाखों बच्चे डॉक्टर्स और इंजीनियर्स बनने के सपने लेकर आते... Hindi · कहानी 595 Share Page 1 Next