Kanchan Alok Malu 109 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Kanchan Alok Malu 13 Oct 2020 · 1 min read तेरे बिन मै अधुरी रेह जाती हूं। तेरे बिन मै अधुरी रेह जाती हूं। जब तुझसे कुछ पल दूर चली जाती हूं। हर पल हर वक्त बस तूझे याद करती हूं, तू सामने ना होकर भी तूझे... Hindi · कविता 6 5 480 Share Kanchan Alok Malu 3 Sep 2020 · 1 min read रिश्ता तो हमारा है ना। गलती आपकी हो या मेरी पर रिश्ता तो हमारा है ना। कभी शिकायत है तो कभी चेहरे पर हंसी, मनाने के लिए खुद भी मुस्कुराओगे ना? क्योंकि गलती आपकी हो... Hindi · कविता 7 5 1k Share Kanchan Alok Malu 25 Aug 2020 · 1 min read सावन सावन की हरियालीमे है, एक नई उमंग। मै तो झूला झूल रही, मन में है एक नई तरंग।। बारिश की यह बुंदो सेे, मै होरही हूं मलंग। नई खुशीयों का... Hindi · कविता 6 3 758 Share Kanchan Alok Malu 20 Jun 2020 · 1 min read जिंदगी थोड़ासा रुक जा। क्यों बदल रही है जिंदगी, जरा सा रुक जा। नहीं संभाल पा रही मैं खुद को, थोड़ा सा थम जा। बहुत रास्ते चले हैं बस, इसलिए थोड़ा सहम जा। कल... Hindi · कविता 8 3 539 Share Kanchan Alok Malu 5 Jun 2020 · 4 min read परिवार के स्तंभ। प्रत्येक पुरुष के सफलता के पीछे नारी का हाथ होता है,और यह मानना भी उचित है कि हर नारी के सफलता के पीछे पुरुष का हाथ होता है। इसमें कोई... Hindi · लेख 4 5 1k Share Kanchan Alok Malu 22 May 2020 · 1 min read महिला सुरक्षा ,समाज सुरक्षा। महिला सुरक्षा ,समाज सुरक्षा। घर घर में लक्ष्मी बस्ती है, जब हर नारी घर की सुरक्षित होती है। जो रसोई में अन्नपूर्णा होती है, जिसकी आंखों में ममता होती है।... Hindi · कविता 7 5 864 Share Kanchan Alok Malu 11 May 2020 · 1 min read कोरोना कविता *कोरोना महामारी के वजह से,* *बंद है आज जगत सारा।* *मैंने तो इन दिनों में जान लिया,* *मेरा परिवार है सबसे प्यारा।* *साथ में योगा प्राणायाम करते,* *शुरू करते हम... Hindi · कविता 12 15 573 Share Kanchan Alok Malu 28 Apr 2020 · 2 min read घर की अर्थव्यस्थता को मजबूत करने मे हमारी सहभागीता। *"नारी, तू इस दुनिया में* *नया सवेरा लाएगी।* *जब आर्थिक संकटों में भी तू* *दुर्गा बनकर जीत जाएगी।"* किसी भी समय और किसी भी परिस्थिति में परिवार, समाज एवं देश... Hindi · लेख 10 9 347 Share Kanchan Alok Malu 27 Apr 2020 · 4 min read नैसर्गिक आपत्ती और हम नैसर्गिक आपदाएं वास्तव में हमारे नियंत्रण में नहीं है।लेकिन अगर हम अपने कार्यों को अनुशासित करते हैं और इस बात पर अधिक ध्यान देते हैं की वह हमारे पर्यावरण को... Hindi · लेख 10 9 2k Share Previous Page 3