जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 168 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read दूहौ वाणीं सूं नर औळखै, बोलों बैण विचार। वीणौ घड़यौ काठ रौ, राग निकाळै तार।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया...✍️ Rajasthani · नीति के दोहे 31 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read बिरखा बिरखा बरसत दैख नै ,हिवड़ै जागी प्रीत। मुरधर नाचै मोरिया , कोकिल गावै गीत।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया... Rajasthani · मेह रा दोहा 78 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read मरूधरां मुरधरा मुळकण लागी, बरसै बरखा आज। हळ हालड़ी साज लिया, करसौ लागौ काज।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया...✍️ Rajasthani · मेह रा दोहा 47 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read मुरधर मुरधर मत कर औरतौ , हीरा हंदी खांण। महिमां गावै मांनवी, सुर मुनि करै बखांण।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया...✍️ Rajasthani · मरूधर रा दोहा 36 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read दूहौ रामा ! थांरै देस में , डाकी दंभ भरेह। सठ चाल करै सैण में, हीण कारज करेह।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया....✍️ Rajasthani · दोहा 40 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read अब तुझे जागना होगा। कान्हा बन के क्यू बैठा अर्जुन तुझे बनना होगा। महासमर हैं भारत का एकता का अलख जगाना होगा।। मौन रहा तो मिट जाएगा बेधड़क तुझे बोलना होगा। बहुत सो लिया... Hindi · कविता 27 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read दूहौ असमांण इंदर गाज्यौ, झरमर वूठां मेह। ओढी धरणी औढणी, हरियळ कीधौ वेह।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया ..✍️ Rajasthani · मेह रा दोहा 30 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read दूहौ कंचण वरणों तनङौ, मिळै'ज अेकण वार। गुमान में नर गवां दै, जीवण में नह सार।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया...✍️ Rajasthani · चेतावणी रा दोहा 33 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read दूहौ मुरधर मांय रैहवणौ, पग पग दै पारीख। धोरां कंचण नीपजै, कण कण दैवै सीख।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया...✍️ Rajasthani · मरूधर रा दोहा 33 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read दूहौ दिवलौ कुळ रौ दीकरौ, दीकरीय कुळ आंण। बहुवां लिछमी आंगणै, भलां घरां पहचांण।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया...✍️ Rajasthani · दोहा 43 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read बाबोसा आंख खुलै जद आसरौ, जा'जा री पतवार। बाबोसा री गोद में, सकल बसै संसार।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया...✍️ Rajasthani 31 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read दूहौ मघवांण मेह मोकळौ, मेटों मुरधर तास। जिनांवर तरसै जळ नै, बैगी पूरौ आस।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया...✍️ Rajasthani · मेह रा दोहा 44 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read दूहौ इंदर थांनै ओळभौ, सुणकर करौ सहाय। मुरधर तरसै मेह नै , बैगां बरसौ आय।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया...✍️ Rajasthani · मेह रा दोहा 40 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read दूहौ नींवत बिना नेह नहीं, बादळ बिनाह मेह। माइत बिना गेह नहीं, आतम बिनाह देह।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया...✍️ Rajasthani · दोहा 30 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read खेजड़ी कूड़ौ तोत विगास रौ, काटया कळप रूंख। सूता नर अब चेत जा, पछै पावैला दुख्ख।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया..✍️ Rajasthani · दोहा 41 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read याद सताय सायब ऊभी अेकली , हियौ हिलोरा खाय। ओळूं आवै आपरी, पल-पल याद सताय।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया...✍️ Rajasthani · विरह के दोहे 34 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read दोहा भळंहळ भांण उगीयौ, अणहद करै उजास। प्रभातां परकत हरखी, मेटी रत्त री तास ।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया....✍️ Rajasthani · दोहा 74 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read वीरमदे कनकांचळ रै भाखरै, जबरौ गढ जालोर। वीरमदे वट राखियों , चावौ है चहु ओर।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया....✍️ Rajasthani · वीरमदे के दोहे 48 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read माया मूरख माया उळझ नै, गरब कियौ मन मांय। अंत आवतां देखनै, पल-पल अब पछताय।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया...✍️ Rajasthani · चेतावणी रा दोहा 81 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read पिवजी पिव परदेसा चालिया, हिवडौ़ हुयौ अधीर। विरह सतावै सायबा , कियां बताऊं पीर।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया....✍️ Rajasthani · विरह के दोहे 53 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read मत कर गीरबो गैला मत कर गीरबो , माटी बणयौ म्हैल। आयो ज्यूं ही जावसी, चार दिनां रो खेल।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया...✍️ Rajasthani · चेतावणी रा दोहा 37 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read मेह काळी कांठळ दैखनै , आस जगी मन मांय। तपतौ मुरधर ठारसी , मेवड़लौ बरसाय।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया...✍️ Rajasthani · मेह रा दोहा 60 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read प्रीत पुराणी आंथुणी रीत उळझया , अपणी भूल्या जाय। बौली चाली बदळ नै, प्रीत पुराणी खाय।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया....✍️ Rajasthani 26 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read दोहा सुरग सरीखौ सोवणौं , म्हारौ मुरधर देस। आभा जिणरी ऊजळी, रंग बिरंगा वेस।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया...✍️ Rajasthani · मरूधर रा दोहा 46 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read दोहा जग में थोड़ौ जीवणौ, राखो हिरदै राम। मीठा बोलो मांणसा , आसी थारै काम।। जितेन्द्र गहलोत 'धुम्बड़िया' .....✍️ Rajasthani · नीति के दोहे 45 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read मरूधरां मुरधर म्हारो मोवणो , व्हालौ लगै विसेस। मीठा बोले मांनवी , राखै हेत हमेस ।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया..✍️ Rajasthani · मरूधर रा दोहा 28 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read जोधाणौ ऊंचा गिरि गढ़ माळियां, वीरता रा प्रमांण। धोरां आळा देस मै , जग चावौ जोधांण।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया....✍️ Rajasthani · जोधाणौ 45 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read दोहा तपै अणहुतो तावड़ो , सूरज बरसे आग। मरुधर रो मिनख खरो,खावै सांगरी साग।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया..✍️ Rajasthani · मरूधर रा दोहा 36 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read मेरा नाम ही जीत हैं।😎 मानता हूं कि कुछ ठोकरे खानी पडती है । रस्म हैं दुनिया की कभी हार कभी जीत होती है ।। सफर ही कुछ ऐसा चुना है मेने । कुछ खोने... Hindi · कविता 24 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read जिंदगी! क्या कहूँ तुझे जिंदगी! क्या कहूँ तुझे बस मुसाफिर सा बना दिया है अनदेखी राहों का मंजिल की तलाश में भटकता अनगिनत सपनें लिये खोज रहा हूँ अपना आशियाना जिसका कोई ठिकाना नही... Hindi · कविता 65 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read ज़िन्दगी! कांई कैवूं ज़िन्दगी! कांई कैवूं तन्ने बस मुसाफिर सो बणा दियौ हैं अणदैख्यां मारगां रौ मजल री तलास में भटकतौ अणगिणत सुपणां लियोड़ा सोधै रयौ हूं आपणौ ठिकाणौ जिणरौ कोई अतौ-पतौ नी... Rajasthani · कविता 56 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read मां तौ मां हैं 💓 जदै देखूं मां रै सांम्है अर होचूं तौ मन मै लागै की मां बोत कुछ पावण री हकदार हैं पण म्है कीं नी कर सक्यौ मां रै वास्तै सगळां परिवार... Rajasthani · मां ❤️ 69 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read मां मतळब रा सब मानवी, दोखी घण दुनियांण। रछिया मायड़ राखजौ, सब सूं म्हूं अणजांण।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया..✍️ Rajasthani · बाण माताजी के दोहे 83 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read मां पल पल पारख लेय, किण गुनाह रे कारणै। अभैदांन थ्हूं देय, मांगू इतरौ मावड़ी।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया..✍️ Rajasthani · बाण मां के सोरठै 54 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read मां दर पर आयो डोकरी, खरौ राख विस्वास। भटकण मत दे भूल सूं, पूरण करजै आस।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया..✍️ Rajasthani · बाण माताजी के दोहे 63 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read एक ही आसरौ मां एक ही थ्हारौ आसरै, सगौ न कोई सैंण। मतळब रा सब मानवी, बोलें मीठा बैंण।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया..✍️ Rajasthani · बाण माताजी के दोहे 56 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read मां🙇🥺❤️ मांगू इतरौ मावड़ी, चरण कमल में ठौर। दया दीठ मं राखजै, आस न दूजी ओर।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया...✍️ Rajasthani · बाण माताजी के दोहे 62 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read जै मातादी दाळद मेटै डोकरी, सुख संपत सरसाय। मोटी बायण मावड़ी, चितौड़ गढ़ री राय।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया..✍️ Rajasthani · बाण माताजी के दोहे 1 80 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 9 Aug 2024 · 1 min read बाण माताजी चरणां दहिजै चाकरी, अरज करूं कर जोर। पार करौ परमेश्वरी, थ्हारै हाथां डोर।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया..✍️ Rajasthani · बाण माताजी के दोहे 61 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 8 Aug 2024 · 1 min read मां! बस थ्हारौ आसरौ हैं मां! बस अब थ्हारौ ही आसरौ दिखे है मन्ने किण माथै भरोसौ करूं थ्हारे सिवा म्हारौ कोई नी इण दुनिया रै मांयने अपणापण रो चोळौ ओढ्यौड़ां मिनखं आपणी गरज काढ़यां... Rajasthani · कविता 1 3 92 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 8 Aug 2024 · 1 min read नारी री पीड़ परथमी रे इण सेवाड़ां सूं लेय'र उण सेवाड़ां सूधी मुट्ठकी भर सुआल लियोडां म्है छोड़ती-दौड़ती-पड़ती हांफती सोधै रयी हूं जुगौ-जुगौ सूं अपणी जमीं, अपणौ ठायौ, अपणौ घर, अपणै होवण अरथ... Rajasthani · कविता 103 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 8 Aug 2024 · 1 min read आजादी का शुभ दिन आजादी का ये शुभ दिन याद दिलाने आया है इस आजादी को पाने में कितनो ने शीश कटाया है। मोहब्बत इतनी ज्यादा थी माटी के मतवालों को शून्य से शिखर... Hindi · कविता 1 69 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 8 Aug 2024 · 1 min read आजादी का शुभ दिन आज आया हैं आजादी का शुभ दिन आज आया है दिल मे नया जोश ओर उमंग जगाया है। जिस दिन खुशी से झूमी ये माटी वो कहानी सबको सुनाने आया है।। आजादी का... Hindi · कविता 42 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 8 Aug 2024 · 1 min read मुरधर वाळा देस मे जबरौ अेक गांव धुम्बड़ियौ। 💓 मुरधर वाळा देस मे जबरौ अेक गांव धुम्बड़ियौ। जाळौरी धरती वसियौ प्यारौ जिणरौ नांव धुम्बड़ियौ।। भाईचारा री भींतड़ी हेत प्रीत अणमाव धुम्बड़ियौ। चतुर सुजांण अर हेताळु मिनखां रौ जमाव धुम्बड़ियौ।।... Rajasthani · कविता 29 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 8 Aug 2024 · 1 min read रूड़ौ म्हारो गांव धुम्बड़ियौ🌹 🌹सबसूं प्यारौ सबसूं न्यांरों, रूड़ौ म्हारो गांव धुम्बड़ियौ🌹 मरुधरा मन मोवणीं, रंगीले रजथांन में अंजस म्हाने है अणुंतौ, इण धरा संतान म्है। जालोरी री जबरी धर पर, वसियौ हैं आ... Rajasthani · गीत 33 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 8 Aug 2024 · 1 min read आपणौ धुम्बड़िया❤️ धुम्बड़ियौ ओ फकत अेक गांव ही कोनी ओ म्हारौ अेक संसार है क्योंकि दुनिया देखवां सूं पेला इण गांव म्हाने आपणी दुनिया देखाई बाळपणां री हर अेक नैनी मोटी याद... Rajasthani · कविता 39 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 7 Aug 2024 · 1 min read म्हारौ गांव धुम्बड़िया❤️ म्हारौ गांव धुम्बड़ियौ ओ म्हारे लिए एक अणमोल धरोहर हैं इणरी यादां हरमेस म्हारे काळजै रे मांय ऊंडी बस्योड़ी है। इणरी हर अेक गळी दुकान मारग रो चितरांम म्हारे हिवड़ै... Rajasthani · कविता 54 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 7 Aug 2024 · 1 min read मरूधर रा बाशिंदा हा म्है मरुधर रा बाशिंदा हा भाई चाहें परिस्थितियां कैडी भी होवै। पण म्हारे चेहरे री मुलकांण कदै ओछी नी होवै। अर म्हारी हो मुलकांण दिखावटी नी हैं बस म्हे हर... Rajasthani · कविता 54 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 7 Aug 2024 · 1 min read हारे मत ना हौसलों, हारे मत ना हौसलों, अथक थूं प्रयास करें। कोई काम मुश्किल कोनी, डर को थूं नास करे।। मारग भटकावणियां मिळसी घणा थनै इण जगत में। पण छोड़े मत डगर आपणी,... Rajasthani · मुक्तक 33 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 7 Aug 2024 · 1 min read बापूजी कि थ्हां में म्हांरा प्राण बसै, थ्है बरगद छांव बापू जी। सगळां तीरथ थ्हांरै चरणै, चूमू थ्हांरा पाव बापू जी।। थ्है ही म्हांरा सूरज चांद, थ्है ही जीवण प्रकाश बापू... Rajasthani · मुक्तक 57 Share Previous Page 2 Next