हिमांशु Kulshrestha Tag: Quote Writer 149 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next हिमांशु Kulshrestha 15 Apr 2024 · 1 min read खैरात में मिली खैरात में मिली ख़ुशी हमें पसंद नहीं हम तो गम में भी नवाबों की तरहे जीते है!! हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 85 Share हिमांशु Kulshrestha 13 Apr 2024 · 1 min read सियासत सियासत अब झूठ, फ़रेब मक्कारी का पर्याय हो गई है भूखे पेट का ज़िक्र नहीं थाली और हाथ में क्या है ये चर्चा की बात हो रही है बात बेरोजगारी,... Quote Writer 65 Share हिमांशु Kulshrestha 12 Apr 2024 · 1 min read हम भी तो देखे हम भी तो देखे सरगोशिया इश्क़ की जुल्फों को अपनी मचलने दो पलकों को झुकाये बैठे हो क्यूँ मस्तियाँ.. अपनी आंखों की बिखरने दो गिरा के बिजलियाँ अपने हुस्न की... Quote Writer 1 1 64 Share हिमांशु Kulshrestha 10 Apr 2024 · 1 min read मैने वक्त को कहा मैने वक्त को कहा रुक जा उन लम्हों में जो कभी मेरे थे वापिस ले चल जहां फिर जीना चाहता हूं एक और जिंदगी... कुछ भूल सुधारनी है बिगड़ी बातें... Quote Writer 60 Share हिमांशु Kulshrestha 8 Apr 2024 · 1 min read उन से कहना था उन से कहना था तुम बहुत दूर हुए जाते हो, फिर ये सोचा... बहुत दूर हो ही गए तो, अब क्या कहना हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 78 Share हिमांशु Kulshrestha 7 Apr 2024 · 1 min read प्रेम..... प्रेम..... जिसे हुआ वो फ़िर वो न रहे वो जो हुआ करते थे वो, वो हो गए , जो सोचा भी न था राधा को हुआ प्रेम और प्रेम का... Quote Writer 78 Share हिमांशु Kulshrestha 6 Apr 2024 · 1 min read समझ आती नहीं है समझ आती नहीं है अब... इश्क और प्यार की बातें बेवजह होती हुई तकरार की बातें कुछ अनकही कुछ अनसुनी बातेँ किस क़दर करते रहें समझौता जिंदगी तुझ से कभी... Quote Writer 61 Share हिमांशु Kulshrestha 4 Apr 2024 · 1 min read ग़र हो इजाजत ग़र हो इजाजत छोटी सी एक गुस्ताखी कर लें जो आओ तुम ख्वाबों में मेरे हम तुम्हें अपनी बाहों में भर लें हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 88 Share हिमांशु Kulshrestha 3 Apr 2024 · 1 min read शायद ... शायद ... तुम्हें याद भी ना रहे कोई तुम्हे शिद्दत से चाहता था जीता था तुम्हारे लिए दिल ग़र धड़कता था तो तुम्हारे लिए धड़कता था ...!! होगा फ़िर कुछ... Quote Writer 60 Share हिमांशु Kulshrestha 1 Apr 2024 · 1 min read वो जहां वो जहां अख़िरी साँस रहा करती है, सीने में कहीँ !! वहीँ मैंने खमोशी से रख लिया है तुम्हें!!! हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 46 Share हिमांशु Kulshrestha 31 Mar 2024 · 1 min read गुलाबी शहतूत से होंठ गुलाबी शहतूत से होंठ जिनसे.. एक एक शब्द प्रेम से पगा ऐसे स्फुटित होता था सैकड़ों गुलमोहर जैसे एक साथ झर रहे हों वो शिद्दत से याद आ रही है... Quote Writer 73 Share हिमांशु Kulshrestha 29 Mar 2024 · 1 min read प्यार के प्यार के मायने बदल गए कुछ तुम बदले कुछ हम बदल गए कुछ इस तरह जैसे मौसम के फ़साने बदल गए हर पल.. आदत जब हो गयी गुफ्तुगू की तब... Quote Writer 87 Share हिमांशु Kulshrestha 28 Mar 2024 · 1 min read राहों में राहों में यूँ ही चलते चलते एक दिन तुम मिल गईं थीं मुझे मैं आज भी तुम्हारी तलाश में भटक रहा हूँ वहीं कहीँ सोचता हूँ कहीं वो मेरा ख़्वाब... Quote Writer 82 Share हिमांशु Kulshrestha 27 Mar 2024 · 1 min read मैं लिखूंगा तुम्हें मैं लिखूंगा तुम्हें और बेहिसाब लिखूंगा महज चंद अशआर नहीं पूरा एक दीवान लिखूंगा तुम जो ये सोचती हो कि भूल जाऊंगा मैं बस एक वहम है तुम्हारा बेहद चाहा... Quote Writer 1 74 Share हिमांशु Kulshrestha 26 Mar 2024 · 1 min read ख़ामोश सा शहर ख़ामोश सा शहर और गुफ़्तगू की आरज़ू, किससे करें बात, कोई बोलता ही नही… हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 44 Share हिमांशु Kulshrestha 25 Mar 2024 · 1 min read रंगीन हुए जा रहे हैं रंगीन हुए जा रहे हैं ख्यालात सारे महक उठी है हवाएँ तेरे रुखसार को रंगने की हसरतें मचलने लगी है फाल्गुन की दस्तक फ़िजा में घुल रही है शायद हिमांशु... Quote Writer 61 Share हिमांशु Kulshrestha 22 Mar 2024 · 1 min read उसका आना उसका आना और आ कर चले जाना मज़ाक सा लगता है तुम्हारा बेतकल्लुफ हो जाना बस, अब हादसा सा लगता है हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 48 Share हिमांशु Kulshrestha 22 Mar 2024 · 1 min read संन्यास के दो पक्ष हैं संन्यास के दो पक्ष हैं प्रेम और ध्यान... जहां संन्यास है, वहीं प्रेम है, वहीं ध्यान है ध्यान का अर्थ है अकेले में आनंदित होना एकांत में भी रसमग्न हो... Quote Writer 94 Share हिमांशु Kulshrestha 21 Mar 2024 · 1 min read तुम रूबरू भी तुम रूबरू भी न हो तो क्या तसव्वुर में बना लेता हूँ आँखे तुम्हारी और, नशा उनका ढाल कर लफ्जों में गज़ल बना लेता हूँ मैं हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 80 Share हिमांशु Kulshrestha 20 Mar 2024 · 1 min read तुम्हारे तुम्हारे जाने का कुछ ऐसा असर हुआ मुझ पर, ढूंढ़ते ढूंढ़ते तुम को ख़ुद को भी खो बैठे हम !!!! हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 76 Share हिमांशु Kulshrestha 19 Mar 2024 · 1 min read भेज भी दो भेज भी दो इश्क़ थोड़ा सा बिन तुम्हारे बेहद तन्हा हो गए हैं हम हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 64 Share हिमांशु Kulshrestha 18 Mar 2024 · 1 min read ज़ेहन से ज़ेहन से हटती कब है तस्वीर तुम्हारी... ख्वाब,ख्याल, तसव्वुर ख़ामोशी, तन्हाई या महफ़िल कुछ भी तो नहीं तुमसे खाली... हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 63 Share हिमांशु Kulshrestha 16 Mar 2024 · 1 min read इश्क़ में इश्क़ में वफादारी के ज़माने अब कहाँ अब वफ़ा महज़ किस्से, किताबों में मिलती है हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 61 Share हिमांशु Kulshrestha 15 Mar 2024 · 1 min read उसकी सुनाई हर कविता उसकी सुनाई हर कविता कानों में पिघलते शीशे सी महसूस हो रही है , हर लफ्ज़ बेमानी लग रहा है बड़े ईमान से सुनाया था उसने हर वो कसम ठगा... Quote Writer 70 Share हिमांशु Kulshrestha 14 Mar 2024 · 1 min read प्यार के प्यार के मायने बदल गयें हैं कुछ तुम बदले कुछ हम बदल गए कुछ इस तरह जैसे मौसम के फ़साने बदल गयें हैं हर पल.. आदत जब हो गयी गुफ्तुगू... Quote Writer 71 Share हिमांशु Kulshrestha 11 Mar 2024 · 1 min read स्याह एक रात स्याह एक रात धुंध तेरी यादों की आँखों में नींद और नींद में भीड़ तेरे ख्वाबों की हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 1 109 Share हिमांशु Kulshrestha 11 Mar 2024 · 1 min read तुम मेरी तुम मेरी गलतियों का इतनी शिद्दत से तबसरा क्यों करती हो बस मुझे इतना ही बता दो तुम कबूल क्या क्या करना है मुझे ... हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 1 152 Share हिमांशु Kulshrestha 9 Mar 2024 · 1 min read महफ़िल जो आए महफ़िल जो आए तो कुछ सुनाना पड़ता है; छुपाना होता है ग़म मुस्कुराना पड़ता है; बड़ा अजीब सा वक़्त है अब हम भी अज़ीज़ थे कभी उन्हें याद दिलाना पड़ता... Quote Writer 101 Share हिमांशु Kulshrestha 8 Mar 2024 · 1 min read कहते हैं लोग कहते हैं लोग मैं दर्द लिखता हूँ मिले हैं जो तजुर्बे ज़माने से उन्हें मैं बस अल्फाज़ देता हूँ हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 1 74 Share हिमांशु Kulshrestha 6 Mar 2024 · 1 min read कितनी मासूम कितनी मासूम सी ज़िद थी उनकी इश्क़ तो करो उनसे पर, उम्मीद ए वफ़ा नहीं हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 74 Share हिमांशु Kulshrestha 5 Mar 2024 · 1 min read रंगों में भी रंगों में भी वो रंग कहाँ जो रंग बदलने वालों के रंग में है हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 125 Share हिमांशु Kulshrestha 5 Mar 2024 · 1 min read प्रेम क्या है... प्रेम क्या है... एक विश्वास, एक निरंतर साधना ऐसी साधना जिसमें हो एकनिष्ठता की भावना ऐसी भावना जिसमें समर्पण की आकांक्षा हो ऐसी आकांक्षा जो निश्छल प्रेम का आधार हो.... Quote Writer 85 Share हिमांशु Kulshrestha 4 Mar 2024 · 1 min read एक लड़का, एक लड़का, उसे अच्छा लगता था इंतज़ार करना एक लड़की, जो कभी आई नहीं लड़का, इश्क़ में था लड़की, अपने गुरूर में. हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 1 147 Share हिमांशु Kulshrestha 3 Mar 2024 · 1 min read आ जाओ आ जाओ फिर से मेरे खयालो में ..... कुछ बातें करतें हैं...... कल जहाँ ख़तम हुई थी .... वहीं से शुरुआत करते हैं..... हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 91 Share हिमांशु Kulshrestha 2 Mar 2024 · 1 min read सुनो... सुनो... ज़ख्म तो हैं, भर भी जायेंगे हाँ, तन्हा भी हूँ, और है दर्द भी पर...... मैं ठीक हूॅं, तुम मेरी फ़िक्र.. मेरा ज़िक्र मत करना हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 114 Share हिमांशु Kulshrestha 1 Mar 2024 · 1 min read इश्क़ इश्क़ कमाल हैं ये ढाई अक्षर, किसी को है मयस्सर तो किसी के लिए बस ख्वाब हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 1 106 Share हिमांशु Kulshrestha 29 Feb 2024 · 1 min read किस क़दर गहरा रिश्ता रहा किस क़दर गहरा रिश्ता रहा तेरा मेरी तन्हाइयों से, जितने करीब रहे तुम मेरे उतना ही तन्हा मैं होता गया. हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 1 91 Share हिमांशु Kulshrestha 28 Feb 2024 · 1 min read एक ज़िद थी एक ज़िद थी जो टूट गई खुशनुमा हुआ करती थी शाम, जो खो गई एक साथ था मनभावन वो छूट गया एक राह चलना चाहते थे जो हम साथ साथ... Quote Writer 1 76 Share हिमांशु Kulshrestha 27 Feb 2024 · 1 min read एक समय के बाद एक समय के बाद इंसान सब कुछ छोड देता है किसी से रूठना, किसी को मनाना दिल इतना भावशून्य हो जाता है कोई बात करे तो ठीक और ना भी... Quote Writer 84 Share हिमांशु Kulshrestha 27 Feb 2024 · 1 min read यूँ ही नही लुभाता, यूँ ही नही लुभाता, कोई किसी को, कोई बात तो है तुझमे, जो मेरे दिल को भा गई है। हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 109 Share हिमांशु Kulshrestha 26 Feb 2024 · 1 min read आग से जल कर आग से जल कर फ़िर आग को छूने की कोशिश की है एक बार फिर जीने की कोशिश की है हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 102 Share हिमांशु Kulshrestha 25 Feb 2024 · 1 min read अजीब सी चुभन है दिल में अजीब सी चुभन है दिल में टुकड़े टुकड़े हो रहा हूँ मैं तुम्हें जो हमारी ज़रूरत नहीं हम ख़ुश है अपनी ख़ुदी में मेहरबानी की ज़रूरत नहीं तुम्हें क्यूँ लगता... Quote Writer 99 Share हिमांशु Kulshrestha 25 Feb 2024 · 1 min read चलिये उस जहाँ में चलते हैं चलिये उस जहाँ में चलते हैं जहाँ रिश्तों का नाम न हो न हो दिल के धड़कने पर बंदिश कोई न ख्वाब देखने से कोई इल्ज़ाम हो हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 97 Share हिमांशु Kulshrestha 24 Feb 2024 · 1 min read रात का रक्स जारी है रात का रक्स जारी है दिल को तुमसे मिलने की उम्मीद बाकी है, आसमाँ की आँखों में दिया बन कर सितारों का टिमटिमाना जारी है रक्स कर रही रोशनी चाँद... Quote Writer 1 102 Share हिमांशु Kulshrestha 24 Feb 2024 · 1 min read देख कर उनको देख कर उनको ख्वाबों में ही मुस्कराते है मरीज़ ए इश्क़ है, रोग दिल का बहुत पुराना है नज़र तो मिलाते हैं उन से डरते है डूब ना जाएं उनकी... Quote Writer 1 142 Share हिमांशु Kulshrestha 23 Feb 2024 · 1 min read ये जो मेरी आँखों में ये जो मेरी आँखों में अश्कों का समंदर है मिट्टी के पुतलों पे भरोसे की सज़ा है हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 1 139 Share हिमांशु Kulshrestha 23 Feb 2024 · 1 min read एक ही दिन में पढ़ लोगे एक ही दिन में पढ़ लोगे क्या मुझे, मैंने ख़ुद को लिखने में कई साल लगायें हैं. हिमांशु Kulshreshtha Quote Writer 156 Share हिमांशु Kulshrestha 20 Feb 2024 · 1 min read कोरे कागज़ पर कोरे कागज़ पर आओ दिल के जज़्बात लिखते हैं चलो एक और बार ख़त लिखते हैं भूल गए थे जिन राहों को बन कर हमसफर आओ उन पर इक बार... Quote Writer 97 Share हिमांशु Kulshrestha 19 Feb 2024 · 1 min read मेरी आँखों में देखो मेरी आँखों में देखो एक दर्द है, मुस्तकिल बस गया है इनमें चेहरे का क्या हर घड़ी मुस्कराता है ये हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 134 Share हिमांशु Kulshrestha 19 Feb 2024 · 1 min read तड़पता भी है दिल तड़पता भी है दिल तो कभी बहकता भी है दिल तुझ को क्यों खुदा समझता है ये दिल महक महक उठती हैं साँसे धड़क उठता है दिल समेटना चाहे तुझे... Quote Writer 89 Share Previous Page 2 Next