कवि दीपक बवेजा Language: Hindi 176 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 कवि दीपक बवेजा 8 Jun 2021 · 1 min read सच वह देखे तो पसीना आ जाए झूठ के पांव पर खड़े रहना ठीक लगे उसको सच मगर वह देखे , तो पसीना आ जाए । मेरे दाता हर किसी को ऐसी रोशनी बक्सों, कि, उसको मरने... Hindi · मुक्तक 1 363 Share कवि दीपक बवेजा 8 Jun 2021 · 1 min read कुछ तो ऐसा कर जाओ सर्व जगत की नजरें तुम पर, कुछ तो ऐसा कर जाओ! रणभूमि की शान बनो या , जीत का परचम लहराए!! परम पिता का हाथ है सर पर, तुम मत... Hindi · कविता 1 2 405 Share कवि दीपक बवेजा 27 May 2021 · 1 min read अपनी ताकत को कलम से नवाजा जाए अपनी ताकत को कलम से नवाजा जाए, हर बात मयस्सर होती कहां जमाने में । जरूरत आएगी तो हो जाएंगे रुखसत ; क्यों लगे हो इस दुनिया को आजमाने में... Hindi · कविता 1 740 Share कवि दीपक बवेजा 8 May 2021 · 1 min read कैसी अजब कहानी लिखूं कैसी अजब कहानी लिखूं किन आंखों का पानी लिखूं । यह वर्तमान के हालातों को सरकारों की जवानी लिखूं।। कानूनों का पालन लिखूं.. मजदूरों के आंसू लिखूं । राजनीति की... Hindi · कविता 1 598 Share कवि दीपक बवेजा 28 Apr 2021 · 1 min read अब अरमान दिल में है कुछ तो कर गुजरने का अब #अरमान दिल में है ! जमीन नहीं है मंजिल मेरी खुला #आसमान दिल में है!! #आसमानों की जद में रहना, फिर भी अपनी #हद... Hindi · कविता 1 493 Share कवि दीपक बवेजा 28 Apr 2021 · 1 min read दर्द ए हया को दर्द से संभाला जाएगा दर्द ए हया को दर्द से संभाला जाएगा , कांटा गया है कांटे से निकाला जाएगा ! वह शख्स जो सच के पायदान पर चलने लगा, लगता है राजनीति से... Hindi · मुक्तक 3 667 Share कवि दीपक बवेजा 27 Apr 2021 · 1 min read इससे बड़ा हादसा क्या वह शख्स घर से ही ना निकला हादसों के डर से! जिंदगी यू ही निकल रही इससे बड़ा हादसा क्या !! ✍कवि दीपक सरल Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 407 Share कवि दीपक बवेजा 27 Apr 2021 · 1 min read रोशन सारा शहर देखा रोशन सारा शहर देखा, पर दीए तले अंधेरा देखा ! पानी भरे समंदर देखे , फिर भी हमने प्यासा देखा!! भरे भरे धन कोष देखें, उनका छोटा मन देखा है... Hindi · कविता 6 458 Share कवि दीपक बवेजा 19 Apr 2021 · 1 min read भारत के वर्तमान हालात महाभारत युद्ध में अपने पिता द्रोणाचार्य के धोखे से मारे जाने पर अश्वत्थामा बहुत क्रोधित हो गये। उन्होंने पांडव सेना पर एक बहुत ही भयानक अस्त्र "नारायण अस्त्र" छोड़ दिया।... Hindi · कहानी 3 1 511 Share कवि दीपक बवेजा 13 Apr 2021 · 1 min read सपना देखा है तो स्वप्न जो देखा है तो स्वप्न को मुकम्मल करना मुफलिसी खुदा ने ना बख्शी किसी को मुकद्दर में।। Hindi · कविता 1 771 Share कवि दीपक बवेजा 13 Apr 2021 · 1 min read चांदनी चकोर सा रिश्ता तेरा मेरा चांदनी-चकोर सा रिश्ता तेरा मेरा, चांदनी चकोर सा रिश्ता तेरा मेरा, रिश्ते को खूबसूरती से निभाने लगा पहले से ज्यादा अब क्यों चाहने लगा !! दिल की गुफ्तगू को यूं... Hindi · कविता 1 664 Share कवि दीपक बवेजा 13 Apr 2021 · 1 min read तेरा आईना हो जाऊं कुछ बातों को राज ही रहने दे , कुछ बातें मैं छुपाऊं, मुझमें तू झांक ले सच्चाई मेरी, तेरा आईना हो जाऊं।।१ तू चांद- निशा बन जाए मेरा ,मैं चांदनी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 650 Share कवि दीपक बवेजा 13 Apr 2021 · 1 min read मिट्टी को छोड़कर जाने लगा है मिट्टी को छोड़कर जाने लगा है शहर में पैसा वो कमाने लगा है । थाम अंगुली जिसकी सीखा चलना मां-बाप को बूढ़ा वह बताने लगा है।। गांव की गलियों को... Hindi · कविता 2 586 Share कवि दीपक बवेजा 11 Apr 2021 · 1 min read हौसला जिद पर अड़ा है हौसला जिद पर अड़ा है लौटना तोहीन होगी नदियां निकल गई है समुंदर से बेवफाई क्यों ।।१ जिस गली जाना नहीं है वहां से रुक मोड़ लो छोड़ आए गलियां... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 700 Share कवि दीपक बवेजा 11 Apr 2021 · 2 min read इंतजार से बेहतर है कोशिश करना धीरूभाई अम्बानी किसी अर्जेंट मिटिगं करने जा रहे थे। राह में एक भयंकर तूफ़ान आया , ड्राइवर ने अम्बानी से पूछा -- अब हम क्या करें? अम्बानी ने जवाब दिया... Hindi · कहानी 907 Share कवि दीपक बवेजा 11 Apr 2021 · 1 min read अखबार में क्या आएगा क्या बना है खाने में क्या परोसा जाएगा ! वहां घटना क्या हुई थी अखबार में क्या आएगा !! क्या सुना है तुमने, दादा उसके नेता थे ! यह पुश्तैनी... Hindi · कविता 2 5 617 Share कवि दीपक बवेजा 11 Apr 2021 · 1 min read दिया जलता छोड़ दिया किसी की आवभगत में, दिल मचलता छोड़ दिया ! आंधियां चलती रही और दिया जलता छोड़ दिया !! ✍कवि दीपक सरल Hindi · मुक्तक 1 612 Share कवि दीपक बवेजा 11 Apr 2021 · 1 min read तू जाने लगा है तू जाने लगा है तो पलट कर मत देख , तुझसे इस तरह मैं मुखातिब यूं हो ना पाऊंगा ! तू भी अपना है तेरे सामने तुझसे गले लग कर... Hindi · मुक्तक 2 2 383 Share कवि दीपक बवेजा 5 Apr 2021 · 1 min read क्या ठहर जाना ठीक है खत्म हुआ यह ईंधन , अब क्या ठहर जाना ठीक है बढ़ रही है धुंध क्या अब लौट जाना ठीक है ।।१ तूफानों के बीच शहर में क्या घर बनाना... Hindi · कविता 1 434 Share कवि दीपक बवेजा 5 Apr 2021 · 1 min read जो इश्क मुकम्मल करते हैं जो इश्क मुकम्मल करते हैं वह एक तरफा भी करते हैं ! वह इश्क इश्क ही करते हैं नहीं सौदेबाजी करते हैं ।। अपने दिल के इन भावों को इस... Hindi · कविता 1 490 Share कवि दीपक बवेजा 5 Apr 2021 · 1 min read "अकेला काफी है तू" काफी अकेला हूं मैं काफी अकेला हूं मैं काफी अकेला हूं मैं कहता ही जा रहा था !! अकेला काफी है ,तू अकेला काफी है ,तू अकेला काफी है ,तू... Hindi · कविता 1 754 Share कवि दीपक बवेजा 4 Apr 2021 · 1 min read तुम भी बढ़ो हम भी बड़े तुम भी बढ़ो , हम भी बड़े , कुछ नया इतिहास गड़े।। तुम भी चलो , हम भी चले, यह बुझे दिये रोशन करें ।। सूर्य नहीं जुगनू ही सही... Hindi · कविता 3 2 689 Share कवि दीपक बवेजा 4 Apr 2021 · 1 min read खूबसूरत जिंदगी है रास्ता खूबसूरत मंजिल का पता नहीं, आदमी है व्यस्त मगर जिंदगी का पता नहीं । मंजिल है खूबसूरत तो रास्ते की परवाह न हो , इस तरह क्यों आदमी... Hindi · मुक्तक 2 317 Share कवि दीपक बवेजा 4 Apr 2021 · 1 min read हौसला अभी लहरें - समुद्री है उन्मादी, हर समय हौसला आजमाना नहीं !! अभी मौसम नहीं है उड़ानों का, बारिशों में पतंगें उड़ाना नहीं !! हर जुगनू में है छुपी चांदनी... Hindi · कविता 1 2 316 Share कवि दीपक बवेजा 4 Apr 2021 · 1 min read तिनका तिनका लाती चिड़िया तिनका तिनका लाती चिड़िया , ऐसे नीड बनाती चिड़िया !? चल रही आंधियां राहों में , पर उनसे ना घबराती चिड़िया !! बुलंद हौसला , कल कल करता नदियों सा... Hindi · कविता 2 767 Share कवि दीपक बवेजा 4 Apr 2021 · 1 min read म्हारो राजस्थान गौरव मय इतिहास जहां का जग में प्रचलित है रचनाएं । यहां अध्ययन करके पाओगे कई सूर्यवीर की गाथाएं!! कहीं कल-कल करती है नदियां मरुस्थल का है थार कहीं! यहां... Hindi · कविता 1 459 Share Previous Page 4