अरशद रसूल बदायूंनी 417 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next अरशद रसूल बदायूंनी 13 Apr 2022 · 1 min read दिये मुहब्बत के... क़दम प्यार का आओ आगे बढ़ा लें हमें तुम संभालो तुम्हें हम संभाले यहां नफ़रतें सर उठाए खड़ी हैं दिये हम मुहब्बत के मिलकर जला लें Hindi · मुक्तक 5 5 384 Share अरशद रसूल बदायूंनी 12 Apr 2022 · 1 min read कहानी को नया मोड़ फिर कहीं और मुझे जोड़ दिया है अब कहानी को नया मोड़ दिया है खुद मुझे छोड़ गया आज मिरा यार ठीकरा सर पे मिरे फोड़ दिया है Hindi · मुक्तक 2 428 Share अरशद रसूल बदायूंनी 10 Apr 2022 · 1 min read رہنما مل گیا اس زمانے کو اک رہنما مل گیا آپکے نام سے راستہ مل گیا سر کو سایا بھلا آپ کا مل گیا خلد کا در ہمیں پھر کھلا مل گیا راہ... Urdu · غزل 2 2 373 Share अरशद रसूल बदायूंनी 10 Apr 2022 · 1 min read तोड़कर मुझे न देख गीत आधारित मुक्तक ============= रस्मे दुनिया निभाने की कोशिश न करें प्यार झूटा दिखाने की कोशिश न कर जोड़ कर तोड़ कर यूं मुझे अब न देख तू मुझे आजमाने... Hindi · मुक्तक 4 3 513 Share अरशद रसूल बदायूंनी 7 Apr 2022 · 1 min read सहारा मिल गया होता आधार गीत मुक्तक ----------------------- मिरे हमराह चलने का इशारा मिल गया होता इन आँखों को कोई दिलकश नजारा मिल गया होता भले झूठा दिलासा दे के मुझको तू चला जाता... Hindi · मुक्तक 3 2 376 Share अरशद रसूल बदायूंनी 7 Apr 2022 · 1 min read रोटी जोड़ना सब्जी जुटाना याद है वो ग़रीबी का हमें अब तक जमाना याद है जोड़ना रोटी कभी सब्ज़ी जुटाना याद है रोज पर्दा डालते थे दर्द पर हम इस कदर एक चेहरे पर नया चेहरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 333 Share अरशद रसूल बदायूंनी 5 Apr 2022 · 1 min read लहू से दिए जलाते रहे हम लहू से दियों को जलाते रहे जान देकर नई रौशनी मिल गई Hindi · शेर 1 130 Share अरशद रसूल बदायूंनी 5 Apr 2022 · 1 min read मौत ने कुछ बिगाड़ा नहीं गीत आधारित मुक्तक ------------------------- प्यार की नज़्र लाए हुए हैं आपके दर पे आए हुए हैं मौत ने कुछ बिगाड़ा नहीं है जिंदगी के सताए हुए हैं Hindi · मुक्तक 2 291 Share अरशद रसूल बदायूंनी 2 Apr 2022 · 1 min read अपना मन या अपनापन सबको अपने मन की बात पसंद होती है। अगर हम अपनेपन की बात करना शुरू कर दें, तो ज़्यादातर समस्याएं आसानी से हल हो जाएंगी। Hindi · कोटेशन 1 199 Share अरशद रसूल बदायूंनी 1 Apr 2022 · 1 min read सहरा से नदी मिल गई आप क्या मिल गए जिंदगी मिल गई खुश्क सहरा को जैसे नदी मिल गई हुस्न के साथ गर सादगी मिल गई समझो दौलत बड़ी क़ीमती मिल गई अब हमें आरज़ू... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 704 Share अरशद रसूल बदायूंनी 31 Mar 2022 · 1 min read ऐसी बानी बोलिये ऐसी बानी बोलिये, उनके मन को भाय। ऐसा कभी न बोलना, देश द्रोह बन जाय।। Hindi · दोहा 3 2 544 Share अरशद रसूल बदायूंनी 31 Mar 2022 · 1 min read जल रहे हैं तेल शुरू हुआ है देश में, महंगाई का खेल। आग लगाते थे कभी, जल बैठे सब तेल।। Hindi · दोहा 1 209 Share अरशद रसूल बदायूंनी 31 Mar 2022 · 1 min read मुहब्बत के उसूल गणित के अनुसार दो में से एक निकालो तो एक बचता है, लेकिन मुहब्बत के उसूलों में ऐसा नहीं होता... यहां दो में से एक निकालो तो कुछ नहीं बचता... Hindi · कोटेशन 1 156 Share अरशद रसूल बदायूंनी 29 Mar 2022 · 1 min read दिल और दिमाग दिमाग अक्सर दिल का फायदा उठाता है। दिल के साथ-साथ अपने दिमाग को भी अच्छा रखना चाहिए, वरना अच्छे दिमाग़ वाले लोग आपका इस्तेमाल करने से नहीं चूकेंगे। Hindi · कोटेशन 1 2 209 Share अरशद रसूल बदायूंनी 24 Mar 2022 · 1 min read इंसान, धन-दौलत इंसान प्यार करने, अपनाने के लिए होते हैं और धन-दौलत इस्तेमाल के लिए। यह दुनिया ठीक इसका उल्टा कर रही है। इंसान को इस्तेमाल और दौलत से प्यार किया जा... Hindi · कोटेशन 1 177 Share अरशद रसूल बदायूंनी 24 Mar 2022 · 1 min read करके यही ख़ता बैठे इक हसीं ख्वाब हम सजा बैठे जिंदगी का सुकूं गंवा बैठे इश्क़ है इक ख़ता अगर 'अरशद' करके हम भी यही ख़ता बैठे Hindi · मुक्तक 1 2 187 Share अरशद रसूल बदायूंनी 22 Mar 2022 · 1 min read ऐसा इतवार तो आने से रहा रस्मे दुनिया तो निभाने से रहा वक़्त तुम पर मैं लुटाने से रहा एक मज़दूर को मिल जाए सुकून ऐसा इतवार तो आने से रहा Hindi · मुक्तक 1 158 Share अरशद रसूल बदायूंनी 15 Mar 2022 · 1 min read ख़ार की नोक से मरहम काश, तुमने भी हमें दिल में बसाया होता फिर समंदर न कभी आंख में आया होता कोई मयख्वार कहां होश में आया होता आपने जाम निगाहों से पिलाया होता जख्म... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 433 Share अरशद रसूल बदायूंनी 12 Mar 2022 · 1 min read कामयाबी का सफर कामयाब बनने के लिए दुनिया में अकेले ही सफर तय करना पड़ता है। काफिला, दोस्त, अपने-पराए अक्सर कामयाबी के बाद ही बनते हैं। Hindi · कोटेशन 2 357 Share अरशद रसूल बदायूंनी 11 Mar 2022 · 1 min read परेशानियां सिखाती हैं परेशानियां अच्छे दिनों की तरफ इशारा करती हैं। हर परेशानी के बाद अच्छे दिन जरूर आते हैं, ये हमें बहुत कुछ सिखाती हैं। मुश्किल वक़्त में टूटने के बजाय हिम्मत... Hindi · कोटेशन 2 2 202 Share अरशद रसूल बदायूंनी 11 Mar 2022 · 1 min read रब के लिए है हर कर्म अच्छाई, बुराई नेटवर्किंग सिस्टम की तरह हैं। कोई भी अच्छाई रब के लिए होती है। इसलिए जरूरी नहीं आपके कर्म का बदला सामने वाले से मिले। यह बदला रब अपने... Hindi · कोटेशन 1 185 Share अरशद रसूल बदायूंनी 11 Mar 2022 · 1 min read ज़िम्मेदारियाँ बड़ा बनाती हैं इंसान उम्र से बड़ा नहीं होता, सोच को बड़ा करना पड़ता है। सोच के दाम पर ही ज़िम्मेदारियाँ निभाना आती हैं, ज़िम्मेदारी उठाकर इंसान बड़ा बन जाता है। Hindi · कोटेशन 1 158 Share अरशद रसूल बदायूंनी 9 Mar 2022 · 1 min read सामाजिक संतुलन हर सामाजिक प्राणी सिर्फ़ अपने अधिकारों पर चिंतन-मनन करता नजर आता है। कर्तव्यों की तरफ शायद ही किसी का ध्यान जाता हो। हम अधिकारों के साथ कर्तव्यों का भी ध्यान... Hindi · कोटेशन 1 202 Share अरशद रसूल बदायूंनी 8 Mar 2022 · 1 min read आंख खुली रह गई ख्वाब देखा बिछड़ते हुए एक बार आंख फिर तो खुली की खुली रह गई Hindi · शेर 197 Share अरशद रसूल बदायूंनी 6 Mar 2022 · 1 min read गलतियां सिखाती है जिम्मेदार लोग काम के बोझ से दबे रहते हैं। नाकारा लोग काम नहीं करते इसलिए उनसे गलतियां नहीं होती, वह मौज उड़ाते हैं। जिम्मेदार लोग अपने काम के दम पर... Hindi · कोटेशन 1 428 Share अरशद रसूल बदायूंनी 6 Mar 2022 · 1 min read राज की नीति मौजूदा दौर में धर्म, संप्रदाय, जाति, वर्ग, क्षेत्रवाद का दूसरा नाम राजनीति है। अगर समाज से इन सबका सफाया हो जाए तो राज करने की नीति (राजनीति) खत्म हो जाएगी। Hindi · कोटेशन 1 174 Share अरशद रसूल बदायूंनी 5 Mar 2022 · 1 min read सपनों का सच सपने खुद देखना अच्छी बात है, लेकिन दूसरों के दिखाए हुए सपनों पर भरोसा नहीं करना चाहिए। अगर कोई आपको सपने दिखाए, उससे हमेशा होशियार रहें। Hindi · कोटेशन 1 199 Share अरशद रसूल बदायूंनी 5 Mar 2022 · 1 min read दौलत और सोच तारीफ यह नहीं कि आपके घर में ढेरों दौलत पड़ी है, सवाल तो यह है कि आपकी सोच कितनी बड़ी है ??? Hindi · कोटेशन 1 195 Share अरशद रसूल बदायूंनी 5 Mar 2022 · 1 min read विश्वास ही आशा है विश्वास बहुत बड़ी चीज है, इसको कभी छोटा मत आंको। विश्वास से ही निराशा में आशा और अंधेरे में रोशनी की किरन नजर आती है। Hindi · कोटेशन 1 205 Share अरशद रसूल बदायूंनी 4 Mar 2022 · 1 min read समय और घमंड इंसान नहीं, बल्कि समय बलवान कमज़ोर होता है। यही समय कल किसी का था, आज आपका है, कल फिर किसी और का होगा। इसलिए समय पर घमंड करना बेकार है। Hindi · कोटेशन 1 325 Share अरशद रसूल बदायूंनी 4 Mar 2022 · 1 min read घड़ी और समय प्राकृतिक धरोहर की कमी कोई पूरी नहीं कर सकता। एक ज़माने में घड़ी किसी-किसी के पास होती थी, लेकिन समय सबके पास होता था। अब घड़ी सबके पास है और... Hindi · कोटेशन 1 365 Share अरशद रसूल बदायूंनी 4 Mar 2022 · 1 min read जिंदगी का फलसफा बाल बराबर फ़र्क़ जिंदगी का मतलब ही बदल देता है। अगर आप बिस्तर पर है और फूल आपके नीचे हैं तो यह जिंदगी की बहुत खूबसूरत और यादगार रात है।... Hindi · कोटेशन 1 604 Share अरशद रसूल बदायूंनी 4 Mar 2022 · 1 min read अधिकार और कर्तव्य हम हमेशा अपने अधिकारों की बात करते हैं, सारा फोकस अपने अधिकारों पर ही होता है। ठीक ऐसे ही अधिकारों के साथ कर्तव्यों पर भी ध्यान दिया जाए तो जिंदगी... Hindi · कोटेशन 1 284 Share अरशद रसूल बदायूंनी 4 Mar 2022 · 1 min read अक़्लमंद-बेवक़ूफ अक़्लमंद और बेवक़ूफ इंसान में बहुत बड़ा बुनियादी फ़र्क़ यह भी है... अक़्लमंद खाता है जीने के लिए, बेवक़ूफ जीता है खाने के लिए। Hindi · कोटेशन 1 160 Share अरशद रसूल बदायूंनी 4 Mar 2022 · 1 min read मुहब्बत अपनापन और मुहब्बत को जताना या बताना जरूरी नहीं है। सामने वाला इसको खुद ही महसूस कर लेता है। वह चाहे अंधा, गूंगा, या बहरा ही क्यों ना हो। Hindi · कोटेशन 1 182 Share अरशद रसूल बदायूंनी 4 Mar 2022 · 1 min read सोचकर बोलना अक़्लमंद और बेवक़ूफ इंसान में बहुत बड़ा बुनियादी फ़र्क़ यह भी है... अक़्लमंद सोचकर बोलता है, जबकि बेवक़ूफ बोलकर सोचता है। Hindi · कोटेशन 1 174 Share अरशद रसूल बदायूंनी 3 Mar 2022 · 1 min read ईमानदारी ईमानदार वही है जो मौका मिलने के बावजूद कभी बेईमानी नहीं करता। वरना मौके के अभाव में ईमानदार लोगों की कमी नहीं है। Hindi · कोटेशन 1 180 Share अरशद रसूल बदायूंनी 3 Mar 2022 · 1 min read मतलब की बात मतलब की बात हर इंसान समझ लेता है। बात का मतलब बहुत कम लोग समझ पाते हैं। अगर लोग बात का मतलब यानी दूसरों की भावनाएं, अच्छाई, कुर्बानियों को समझने... Hindi · कोटेशन 1 210 Share अरशद रसूल बदायूंनी 3 Mar 2022 · 1 min read नसीहत और किरदार दूसरों को नसीहत करने से पहले जरूरी यह है कि उस किरदार में पहले खुद ढला जाए। अगर आपके किरदार और नसीहत का आपस में बेहतर तालमेल है, तभी आपकी... Hindi · कोटेशन 1 261 Share अरशद रसूल बदायूंनी 3 Mar 2022 · 1 min read देखने का हुनर सही वक्त पर ऊपर या नीचे देखने का हुनर हमें कामयाब बनाता है। यह हमें तय करना है कि कब ऊपर देखना है और कब नीचे। अच्छा व्यवहार, अच्छे संस्कार,... Hindi · कोटेशन 1 168 Share अरशद रसूल बदायूंनी 3 Mar 2022 · 1 min read समय का पहिया समय का पहिया अपनी रफ्तार से चलता रहता है। इसको न कोई रोक सकता है और न बदल सकता है। समय के अनुसार ढलना और खुद को बदलना ही कामयाबी... Hindi · कोटेशन 220 Share अरशद रसूल बदायूंनी 3 Mar 2022 · 1 min read रिश्ते रिश्ते जितने मजबूत होते हैं, उतने ही नाजुक भी। रिश्तो में बदले के बजाय कुर्बानी का जज़्बा होना चाहिए। रिश्तो में जब स्वार्थ और शब्दों पर ध्यान देना शुरू कर... Hindi · कोटेशन 173 Share अरशद रसूल बदायूंनी 3 Mar 2022 · 1 min read शरीर और आराम शरीर को ज़रूरत से ज़्यादा मिलने वाली खुराक नुकसान पहुंचा सकती है। शरीर को आराम भी ज़रूरत के अनुसार ही दीजिए। शरीर को जितना कष्ट देंगे यह उतना आराम देगा,... Hindi · कोटेशन 2 420 Share अरशद रसूल बदायूंनी 3 Mar 2022 · 1 min read सुविधाएं सुविधाओं का बहुत ज्यादा आदी होना भी ठीक नहीं है। एक समय ऐसा आता है जब हम साधनों का नहीं, बल्कि साधन हमारा प्रयोग करने लगते हैं। साधनों को सुविधा... Hindi · कोटेशन 1 289 Share अरशद रसूल बदायूंनी 28 Feb 2022 · 1 min read चरागों को लहू से जलाते हैं कभी नजरें झुकाते हैं कभी नजरें चुराते हैं जिन्हें सीधा समझते हैं वह अक्सर गुल खिलाते हैं फ़ज़ा फ़िरक़ापरस्ती की खड़ी है हाथ फैलाए चले आओ मुहब्बत के दिये मिलकर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 311 Share अरशद रसूल बदायूंनी 18 Dec 2021 · 1 min read चुल्लू भर ढूंढा पानी सागर से भी गहरा पानी आंख में क़तरा भर था पानी सर से ऊपर गुज़रा पानी तब आंखों से बरसा पानी गांव ने हमको रुखसत दे दी इतना ही था... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 300 Share अरशद रसूल बदायूंनी 28 Nov 2021 · 1 min read एक युवा की अभिलाषा एक युवा की अभिलाषा ---------------------------- चाह नहीं मैं बनूँ डॉक्टर मरीज़ों के हाथों पीटा जाऊं, चाह नहीं बन आई. ए. एस. स्कैमों में लपेटा जाऊं, चाह नहीं बन पति किसी... Hindi · कविता 1 4 558 Share अरशद रसूल बदायूंनी 3 Nov 2021 · 1 min read मुहब्बत के दिये मुहब्बत के दिये हम सब जलाएं इस दिवाली पर अंधेरे नफरतों के अब मिटाएं इस दिवाली पर नहीं हो बैर आपस में बनाए प्यार का भारत जमाने से बुराई सब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 243 Share अरशद रसूल बदायूंनी 1 Nov 2021 · 1 min read बदगुमानी दिल से निकालें हरिक बदगुमानी को दिल से निकालें, हमें तुम संभालो, तुम्हें हम संभालें। अभी से यह जीवन बिखरने लगा है, नज़र एक दूजे की जानिब घुमा लें। अगर ग़म को बदनाम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 522 Share अरशद रसूल बदायूंनी 30 Oct 2021 · 1 min read زخم اتنے مل چکے ہیں تتلیوں س زخم اتنے مل چکے ہیں تتلیوں سے ڑر نہیں لگتا ہمیں اب آندھیوں سے شکریہ جو آپنے چھینا سہارا بچ گئےہیں آج ہم بیساکھیوں سے ہم محبّت کی عبارت لکھ... Urdu · غزل 3 2 296 Share Previous Page 4 Next