आर.एस. 'प्रीतम' Language: Hindi 1077 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next आर.एस. 'प्रीतम' 30 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल मेरे लिए तो कुछ भी हो मुश्क़िल नहीं हुआ हँसके किया है काम मैं बातिल नहीं हुआ /1 कैसे कहूँ हुज़ूर मैं उनसे मिला नहीं मँझधार में शुमार हो साहिल... Poetry Writing Challenge-2 1 74 Share आर.एस. 'प्रीतम' 27 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल मिलेंगे रब उन्हें जिनकी दुवा दिल को छुआ करती दुवा इंसानियत ख़ातिर हमेशा ही दुवा करती/1 जलाओ दीप घंटा भी बजाओ याद पर रखना बिना भगवान गुन अपना नहीं पूजा... Poetry Writing Challenge-2 1 58 Share आर.एस. 'प्रीतम' 27 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल मेरा ये रब्त है पगले कि फ़ितरत जान लेता हूँ हरादूँ हार को हँसकर अगर मैं ठान लेता हूँ/1 कोई सूरत नहीं ऐसी मुझे छल से हरा दे जो सुनो... Poetry Writing Challenge-2 1 65 Share आर.एस. 'प्रीतम' 27 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल इरादा हो अगर पक्का सितारे तोड़ लाएँ हम लड़ें ज़ज़्बा लिए दरिया अदब से मोड़ लाएँ हम/1 नहीं मुश्क़िल जहां में कुछ अगर हम ठान लेते हैं बनें पत्थर अगर... Poetry Writing Challenge-2 1 57 Share आर.एस. 'प्रीतम' 27 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल सलामी दें तिरंगे को हमें ये जान से प्यारा ज़मीं इसकी गगन इसका सभी आँखों का ये तारा/1 नहीं हिम्मत किसी की है उठाकर आँख जो देखे चटा दें धूल... Poetry Writing Challenge-2 2 153 Share आर.एस. 'प्रीतम' 26 Jan 2024 · 1 min read सलामी दें तिरंगे को सलामी दें तिरंगे को हमें ये जान से प्यारा जमीं इसकी गगन इसका वतन आँखों का ये तारा/1 नहीं हिम्मत किसी की है उठाकर आँख जो देखे चटा दें धूल... Hindi · Quote Writer 1 116 Share आर.एस. 'प्रीतम' 23 Jan 2024 · 1 min read मुक़म्मल तो नहीं कोई बड़ा नादान समझे जो मुक़म्मल तो नहीं कोई बड़ा नादान समझे जो सिखाता वक़्त हरपल है करे वो मान समझे जो आर. एस. 'प्रीतम' शब्दार्थ- मुक़म्मल- संपूर्ण, मान- इज़्ज़त Hindi · Quote Writer 1 371 Share आर.एस. 'प्रीतम' 23 Jan 2024 · 1 min read ये विद्यालय हमारा है ये विद्यालय हमारा है हमें प्राणों से प्यारा है। रखें सुंदर करें पूजा यही मंदिर हमारा है।। पढ़ेंगे आज सँवरे कल सिखाते हैं हमें गुरुजन। समझ जाओ समय रहते बताते... Hindi 1 65 Share आर.एस. 'प्रीतम' 22 Jan 2024 · 1 min read राम भजन बिछा पलकें नदी सरयू निहारे राम आएँगे। बनी दुल्हन अवध नगरी पुकारे राम आएँगे।। सियापति राम मर्यादा सिखाते हैं ज़माने को। निभा रिश्ते गले हँसकर लगाते हैं ज़माने को। सभी... Hindi 1 200 Share आर.एस. 'प्रीतम' 19 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल सुनाओ प्यार की सरग़म हमें भी चैन आ जाए खिला ग़ुल चूमकर जैसे हवाओ में नशा छाए/1 हवाएँ ज़ुल्फ़ सहलाकर जगाती नींद से जैसे तुम्हारा दिल मिरे दिल को कभी... Hindi 1 155 Share आर.एस. 'प्रीतम' 10 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल तुम्हें राहें मुहब्बत की अदाओं से लुभाती हैं जिसे जितनी समझ उतना गले हँसकर लगाती हैं/1 सताती दूरियाँ बिलकुल नहीं उल्फ़त हृदय से हो कभी मिलती नहीं आँखें मगर चाहत... Hindi 1 107 Share आर.एस. 'प्रीतम' 8 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल मुहब्बत ने मुहब्बत से नफ़ासत सीख ली प्रीतम रहा बाकी नहीं कुछ अब वक़ालत सीख ली प्रीतम/1 हुए भावुक किसी का दर्द देखा जो हिफाज़त में क़सम से आपने सच... Hindi 70 Share आर.एस. 'प्रीतम' 8 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल कभी मज़बूरियों से हार दिल कमज़ोर मत करना सफ़र काँटों भरा हो पर ग़ुलों को याद कर चलना/1 बड़ी हो सोच मानव की हिला कोई नहीं सकता जहाँ बरगद वहाँ... Hindi 1 113 Share आर.एस. 'प्रीतम' 6 Jan 2024 · 1 min read ख़ुशियाँ हो जीवन में, गुलाब होने का हर्ष रहे ख़ुशियाँ हो जीवन में, गुलाब होने का हर्ष रहे। मुख पर मुस्क़ान बसे, आँखों में मंज़िल स्पर्श रहे।। आर. एस. 'प्रीतम' Hindi · Quote Writer 1 466 Share आर.एस. 'प्रीतम' 2 Jan 2024 · 1 min read भुलाना ग़लतियाँ सबकी सबक पर याद रख लेना भुलाना ग़लतियाँ सबकी सबक पर याद रख लेना तेरी ही जीत होगी दिल हमेशा शाद रख लेना/1 सफ़र करना अकेले तय यही हो ज़िंदगी उल्फ़त बुराई सौ करें अपने लबों... Hindi 1 154 Share आर.एस. 'प्रीतम' 2 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल यहाँ सब काम हो जाते सही तदबीर जानो तो उजाले हों चिराग़ों की अगर तक़दीर जानो तो/1 दुवाएँ भी दवाओं का सुनो तुम काम करती हैं असर होता तभी है... Hindi 1 139 Share आर.एस. 'प्रीतम' 31 Dec 2023 · 1 min read ग़ज़ल भुलाना ग़लतियाँ सबकी सबक पर याद रख लेना तेरी ही जीत होगी दिल हमेशा शाद रख लेना/1 सफ़र करना अकेले तय यही हो ज़िंदगी उल्फ़त बुराई सौ करें अपने लबों... Hindi 103 Share आर.एस. 'प्रीतम' 30 Dec 2023 · 1 min read ग़ज़ल भुलाना ग़लतियाँ सबकी सबक पर याद रख लेना तेरी ही जीत होगी दिल हमेशा शाद रख लेना/1 सफ़र करना अकेले तय यही हो ज़िंदगी उल्फ़त बुराई सौ करें अपने लबों... Hindi 122 Share आर.एस. 'प्रीतम' 28 Dec 2023 · 1 min read ग़ज़ल जो दिखता है नहीं सच वो हटा परदा ज़रा देखो दिखे हालात से खाली वही मानव भरा देखो/1 बघारे शेखियाँ आगे सभी के जो तना घूमे समय आने पे उसको... Hindi 127 Share आर.एस. 'प्रीतम' 26 Dec 2023 · 1 min read ग़ज़ल इरादा हो अगर पक्का सितारे तोड़ लाएँ हम लड़ें ज़ज़्बा लिए दरिया अदब से मोड़ लाएँ हम/1 नहीं मुश्क़िल जहां में कुछ अगर हम ठान लेते हैं बनें पत्थर अगर... Hindi 2 139 Share आर.एस. 'प्रीतम' 24 Dec 2023 · 1 min read *ग़ज़ल* मेरा ये रब्त है पगले कि फ़ितरत जान लेता हूँ हरादूँ हार को हँसकर अगर मैं ठान लेता हूँ/1 कोई सूरत नहीं ऐसी मुझे छल से हरा दे जो सुनो... Hindi 1 245 Share आर.एस. 'प्रीतम' 20 Dec 2023 · 1 min read ग़ज़ल *ग़ज़ल* निग़ाहों से निग़ाहें मिल रुहानी काम करती हैं असर दिल का किसी दिल के हवाले आम करती हैं/1 किसी मुस्क़ान की ख़ातिर ज़माना भूल जाते हैं सुहानी चाहतें ऐसा... Hindi 102 Share आर.एस. 'प्रीतम' 18 Dec 2023 · 1 min read ग़ज़ल क़िताबों से मुहब्बत कर तुझे ज़न्नत दिखा देंगी ज़मीं से ये उठा तुझको फ़लक छत पर बिठा देंगी/1 जहां झूठा मगर है ज्ञान तो सच्चा इसे समझो किताबों के दिलों... Hindi 1 52 Share आर.एस. 'प्रीतम' 16 Dec 2023 · 1 min read ग़़ज़ल *ग़ज़ल* मुझे तेरी तुझे मेरी अगर दूरी सताती है मुहब्बत है तन्हाई में बहुत जब याद आती है/1 दिलों का मेल अपना जो रुहानी हो गया जानां तुझे मेरी मुझे... Hindi 1 173 Share आर.एस. 'प्रीतम' 13 Dec 2023 · 1 min read #ग़ज़ल #ग़ज़ल नज़ाकत को शराफ़त से हरा दो तो तुम्हें जानें जम़ीं बंजर में गुल कोई खिला दो तो तुम्हें जानें/1 सुनो बातें बनाने से उजाला हो नहीं सकता अँधेरे में... Hindi 1 180 Share आर.एस. 'प्रीतम' 12 Dec 2023 · 1 min read नज़ाकत को शराफ़त से हरा दो तो तुम्हें जानें नज़ाकत को शराफ़त से हरा दो तो तुम्हें जानें जम़ीं बंजर में गुल कोई खिला दो तो तुम्हें जानें/1 यहाँ बातें बनाने से उजाला हो नहीं सकता अँधेरे में मशालें... Hindi · Quote Writer 2 621 Share आर.एस. 'प्रीतम' 9 Dec 2023 · 1 min read ग़ज़ल लुटा दूँ प्यार का सावन अगर तुम साथ हो मेरे बना दूँ दिन सभी पावन अगर तुम साथ हो मेरे/1 मुहब्बत की पनाहों में निग़ाहें पाक रखता हूँ बहारें दूँ... Hindi 1 594 Share आर.एस. 'प्रीतम' 2 Dec 2023 · 1 min read *ग़ज़ल* *ग़ज़ल* कभी कोई निराशा आ सताए तो करें हम क्या करेगा रब नहीं वश में हमारे जो करें हम क्या/१ करें हम कोशिशें हरपल हमारे हाथ में जो हैं जिन्हें... Hindi · Quote Writer 1 703 Share आर.एस. 'प्रीतम' 29 Nov 2023 · 1 min read *ग़ज़ल* *ग़ज़ल* मुहब्बत है मगर उसको बता सकता नहीं हूँ मै बनी तस्वीर दिल में है दिखा सकता नहीं हूँ मैं/1 लिखी नफ़रत मिरे हिस्से किसे उल्फ़त दिखाऊँ मैं बसाना चाहता... Hindi · Quote Writer 1 233 Share आर.एस. 'प्रीतम' 26 Nov 2023 · 1 min read ग़ज़ल *ग़ज़ल* चलो हर हाल में प्यारे फ़साना छोड़ दो अब तो करो तुम ज़िंदगी में कुछ बहाना छोड़ दो अब तो/1 जिसे सुनके सभी झूमें लबों से गुनगुनाएँ भी लबालब... Hindi 1 145 Share आर.एस. 'प्रीतम' 21 Nov 2023 · 1 min read ग़ज़ल किसी ख़ातून का मुझको अभी पैग़ाम आया है मुहब्बत हो गई उनको मेरा ही नाम आया है/1 शरीफ़ों में रहा हूँ मैं शराफ़त शौक़ है मेरा लगाए दिल उसी के... Hindi 2 572 Share आर.एस. 'प्रीतम' 14 Nov 2023 · 1 min read ग़ज़ल हज़ारों चाहने वाले निभाए एक मिल जाए लगा सीने से ख़ुशबू गुल ज़माने हेतु खिल जाए/1 किसी की हसरतें समझे ख़ुदा का नेक बंदा वो करूँ तारीफ़ उसकी मैं ज़ुबाँ... Hindi 1 144 Share आर.एस. 'प्रीतम' 26 Oct 2023 · 1 min read ग़ज़ल कभी हक से हमें अपना कहो फिर प्यार देखो तुम अँधेरे को उजाले में बदल दें यार देखो तुम/1 नहीं शेखी बघारेंगे करेंगे कह दिया जो भी खिला गुलशन लिए... Hindi 2 1 149 Share आर.एस. 'प्रीतम' 25 Oct 2023 · 1 min read ग़ज़ल बुराई भूल जाओ तो मनाया दशहरा मानो कोई रोता हुआ तुमने हँसाया दशहरा मानो/1 पिता-माता तुम्हें प्यारे वचन उनके निभाते हो यही निश्चय अगर दिल से निभाया दशहरा मानो/2 नहीं... Hindi 172 Share आर.एस. 'प्रीतम' 13 Oct 2023 · 1 min read ग़ज़ल बड़े अच्छे बड़े प्यारे तुम्हारे काम देखे हैं सुने चर्चे छपे पर्चे तुम्हारे आम देखे हैं/1 सभी का साथ देते हो दिखाते पर नहीं देखा मसीहा हो क़सम से तुम... Hindi · Quote Writer 1 2 193 Share आर.एस. 'प्रीतम' 9 Oct 2023 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल सिखाया ज़िंदगी ने ज़ख्म क्यों भरते उभरते हैं किसी तालीम की ख़ातिर मुहब्बत ये भी करते हैं/1 मिले जो भी नज़ारा सुन उसे दिल में बसा लेना कभी टूटे... Hindi 1 108 Share आर.एस. 'प्रीतम' 7 Oct 2023 · 1 min read #ग़ज़ल #ग़ज़ल लगाया दिल तुझी से है मिली नज़रें हज़ारों से किसी को चाँद मिल जाए तो हसरत क्या सितारों से/1 मिरी बातें तुझे अच्छी लगे हैं आजकल सारी हँसी तेरी... Hindi · Quote Writer 1 180 Share आर.एस. 'प्रीतम' 2 Oct 2023 · 1 min read *ग़ज़ल* सुनाओ दर्द अपना तुम निकलकर हल भी आएगा अँधेरा आज है तो क्या उजाला कल भी आएगा/1 छिपाए राज बीमारी लगा देंगे छिपाओ मत लगा है नल अगर प्यारे कभी... Hindi 71 Share आर.एस. 'प्रीतम' 30 Sep 2023 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल पता पल का नहीं है पर अलार्म भर के सोते हैं भुला इंसान को पूजा बुतों की कर के सोते हैं/1 जिन्हें ख़ुद से मुहब्बत है दिलों से प्यार... Hindi 1 94 Share आर.एस. 'प्रीतम' 25 Sep 2023 · 1 min read ग़ज़ल #ग़ज़ल करे चुगली उजाड़े घर उसे इंसान मत कहना लिए दलदल गुनाहों का उसे मैदान मत कहना/1 बुराई कर किसी की हम अगर औक़ात भूले जो जलालत है हमारी ये... Hindi 2 135 Share आर.एस. 'प्रीतम' 9 Sep 2023 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल लगे हिंदी हमें प्यारी यही गौरव हमारा है बड़ी पावन मधुर इतनी कि ज्यों गंगा की धारा है/1 लिए शब्दों में गरिमा है लिए संस्कार किस्सों में दिखाए रोशनी... Hindi 3 102 Share आर.एस. 'प्रीतम' 9 Sep 2023 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल किये वादे निभाए जो उसे इंसान कहता हूँ भुला दे वक़्त बदले जब उसे शैतान कहता हूँ//1 ज़रा-सी धूप ही तो बर्फ़ को पिंघला यहाँ देती करे जो दंभ... Hindi 2 100 Share आर.एस. 'प्रीतम' 30 Aug 2023 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल मुहूर्तों की ज़रूरत ही नहीं है दिल जहाँ मिलते मुहब्बत हो ज़मीं बंज़र में भी हैं गुल यहाँ खिलते/1 हँसो दिल से मनाओ पर्व पर तुम वक़्त मत देखो... Hindi 1 98 Share आर.एस. 'प्रीतम' 30 Aug 2023 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल मुहब्बत की लबों पर रब सदा मुस्क़ान लिख देना जिऊँ मैं देश की खातिर यही अरमान लिख देना/1 क़दम पीछे हटाना ख़ून में शामिल नहीं मेरे ज़रूरत हो वतन... Hindi 1 178 Share आर.एस. 'प्रीतम' 23 Aug 2023 · 1 min read ग़ज़ल पुराने घर में यादों के फसाने पढ़ रहा हूँ मैं मुहब्बत के हिफाज़त के तराने पढ़ रहा हूँ मैं/1 खिलौने टूट कर भी आज बचपन को दिखाते हैं जिन्हें छूकर... Hindi 1 117 Share आर.एस. 'प्रीतम' 16 Aug 2023 · 1 min read #ग़ज़ल #ग़ज़ल करो पहचान ख़ुद की तुम सजाओ बाद में सपने नहीं पूरे कभी होते किसी की दाद में सपने/1 तरीक़ा जोश होना होश देता कामयाबी है मिले शोहरत सुनो यारों... Hindi 109 Share आर.एस. 'प्रीतम' 16 Aug 2023 · 1 min read ग़ज़ल #ग़ज़ल सलामी दें तिरंगे को हमें ये जान से प्यारा। जमीं इसकी गगन इसका सभी आँखों का है तारा।। नहीं हिम्मत किसी की है उठाकर आँख जो देखे। चटा दें... Hindi 1 214 Share आर.एस. 'प्रीतम' 8 Aug 2023 · 1 min read कविता : छलक न जाए गगरी विषय : छलक न जाए गगरी छलक न जाए गगरी ग़म की। आज परीक्षा मेरे दम की।। दर्द बताकर सबको अपना। तोड़ूँ कैसे उनका सपना।। अग्नि हृदय की छिपा जलूँगा।... Hindi 2 98 Share आर.एस. 'प्रीतम' 8 Aug 2023 · 1 min read कविता : संगति और जोश कविता : संगति और जोश संगति असर करे इतना, बदल ज़िंदगी जाती है। विजय पराजय की डोर यही, देती और छुड़ाती है।। भूल बुराई गले लगाना, आफ़त ही बन जाता... Hindi 2 114 Share आर.एस. 'प्रीतम' 7 Aug 2023 · 1 min read _कविता : कौन साँस सुख की भरता?_ कविता : कौन साँस सुख की भरता? क्षांत बनो घीया हृदय नहीं, निशि-वासर काँत करोगे। तिल्लाना छेड़ो प्रेमभरा, घुप-संकट शांत करोगे।। नाकुल सीधा सत्य दिखाए, बुद्धि संकरा हरता है। घृणा... Hindi 315 Share Previous Page 4 Next