Akib Javed 196 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Akib Javed 5 Dec 2017 · 1 min read होना चाहिये!! इंसान का हमेशा दिल साफ़ होना चाहिये लोगों को माफ़ करने का हुनर होना चाहिये ************************** लोग लगाते हैं तोहमत सदा एक दूसरे पर आपस में लोगो के अख़लाक़ होना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 214 Share Akib Javed 3 Dec 2017 · 1 min read किस्मत का खेल देख तमाशा किस्मत का कैसा कैसा खेल दिखाये कुछ को देखो सब दे जाये कुछ के कुछ हाथ ना आये खेलने कूदने की उम्र में वो देखो पैसे कमाने जाये... Hindi · कविता 472 Share Akib Javed 2 Dec 2017 · 1 min read जुबां पर ताले पड़ गए जुबा पर ताले पड़ गए अब सबके जुबां पर ताले पड़ गए तेजतर्रार भी ढीले ढाले पड़ गए चढ़ गया हैं कुछ यूँ सत्ता का नशा पैसेवाले भी उनकी नजर... Hindi · मुक्तक 230 Share Akib Javed 2 Dec 2017 · 1 min read अपना सौदा करते सनम देखते हैं चुराकर दिल मेरा वो ऐसे देखते हैं हुए दिल पे सारे सितम देखते हैं। अधूरी मुहब्बत का ऐसा फसाना वो शुर्ख गुलाबों में हम देखते हैं। धड़कन में बस कर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 574 Share Akib Javed 1 Dec 2017 · 1 min read फ़िक्रों अदा ले आये हैं ग़ालिब के घराने से छूट गया हाथ उसका एक उसके जाने से, टूट गयी उम्मीद सारी, उम्र के सिरहाने से। महबूब ने जो बुने हैं चाँद तारे मेरे दामन में अब सँवर के दिखेगा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 231 Share Akib Javed 30 Nov 2017 · 1 min read ख्वाबो में उनसे मुलाकात करते रहे हम उनसे दिल की बात करते रहे ख्वाबो में उनसे मुलाकात करते रहे देख कर वो नज़रअंदाज करते रहे बेवजह हम खून परवाज करते रहे उनकी यादो में हम अब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 299 Share Akib Javed 29 Nov 2017 · 1 min read मंज़िल ये जीवन हैं जीवन में सब होना हैं कुछ पाना हैं तो कुछ खोना हैं थोड़ा उम्मीद हैं तो ना उम्मीदी भी संघर्ष के पथ पर ऐसे बढ़ते जाना हैं... Hindi · कविता 237 Share Akib Javed 27 Nov 2017 · 1 min read वक़्त ? "वक़्त" ? वक़्त ... वक़्त वक़्त की बात हैं कौन किसे,कौन वक़्त याद करता हैं वक़्त ... सतत, व्यापक अनिश्चित ऎसे ही समयारूप चलता रहता हैं वक़्त ... दीर्धकाल... Hindi · कविता 589 Share Akib Javed 27 Nov 2017 · 1 min read मधुशाला होश ना रहा कुछ हमे,ग़मो को अपने दबाये हँसता,मुस्कुराता,लड़खड़ाता खुद को डुबाये तमाम मुश्किलों को अपने नज़रो में समाये नही मिल रहा हमे अब कोई कुछ भी उपाय मस्जिद गया,गिरजाघर... Hindi · कविता 230 Share Akib Javed 27 Nov 2017 · 1 min read रूह उस सितमगर की यादे बेसबब सबा में बह रही मेरे साँसों में उतर कर रूह में यूँ अब समा रही दिल तड़प गया, जाँ मचल रहा अपनी तलाश में ही... Hindi · कविता 225 Share Akib Javed 26 Nov 2017 · 1 min read शायरी आशिकी छुपी हैं,तिश्नगी दिखी हैं बेखुदी जली हैं, शायरी लिखी हैं आदमी कही हैं, सादगी नही हैं रौशनी बुझी हैं,जिंदगी ढही हैं बेखुदी वही हैं, बेरुखी दिखी हैं डायरी वही... Hindi · शेर 512 Share Akib Javed 26 Nov 2017 · 1 min read सुनने वालो के लिये बस शायरी हैं तिश्नगी को यूं अपने दिल में समाये छिपी रोशनी में तेरी बेरुखी दिखी हैं दिल्लगी को अपने दिल में बसाये सुनने वालो के लिये सब शायरी हैं बेकसी सी हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 233 Share Akib Javed 24 Nov 2017 · 1 min read बंद मुट्ठी में हासिल फ़क्त इंतज़ार के कुछ नही! इस कदर चाहूँ तुझे अब मेरा दम निकल जाये देखूँ,सोचूँ,तुझे पाऊँ अब ये अरमान निकल जाये वो तुझे देखा जब नायाब संगमरमर सा तराशा हुआ मुमताज़ को सोच कर शाहजहाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 530 Share Akib Javed 23 Nov 2017 · 1 min read आशिक दिल में चाहत छुपाये मिलने को तुझसे चाहे बावला सा हैं कँहा कुछ जानता हैं ये गगन,अम्बर छूने को चाहे नदियाँ, पर्वत, चाँद,तारे लाने को माने आशिक मिज़ाज हैं मेरी... Hindi · कविता 595 Share Akib Javed 22 Nov 2017 · 1 min read मोबाइल विषय: मोबाइल जीवन कितना बढ़िया था, गाँव घर घर लगतीं चौपाले थी बच्चो की खिलती किलकारी थी आपस में खूब हंसती नारी थी लेकिन जबसे, मोबाइल हाथ में आ गया... Hindi · कविता 205 Share Akib Javed 21 Nov 2017 · 1 min read आवाज दिल से इश्क की सुनी इश्क की आग को हम दिल में जलाये जाते हैं ख़ामोश लफ़्ज़ों को चुप चाप सुनाये जाते हैं तेरी याद थी दिल में मेरे बिन कुछ कहे मनाये जाते हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 235 Share Akib Javed 21 Nov 2017 · 1 min read तस्वीर नज़रो के ही सामने पाऊँ एक पल सोचूँ,तुझे पाऊँ जिंदगी से अब ना घबराऊँ तू ही कर्ता, तू विघ्नहर्ता तस्वीर नज़रो के ही सामने पाऊँ मुश्किल बड़ी हैं, कठिन घड़ी हैं इस हलात में कैसे... Hindi · कविता 446 Share Akib Javed 20 Nov 2017 · 1 min read राधा श्याम नाम तेरा मेरा क्यू लेते साथ प्रेम से इतराती,रिझाती राधा श्याम से बोली कितना #प्रेम करते मुझसे मुझको जरा बताओ तो नही बोले फिर कुछ श्याम राधा भी थी कँहा... Hindi · कविता 625 Share Akib Javed 20 Nov 2017 · 1 min read आसान नही यँहा! आसान नही यँहा किसी से दिल का लगाना खंजर छुपाये बैठा हैं ना जाने कोई परवाना आसान नही यँहा तेरी यादो को मिटाना कुर्बान ना हो जाये अब यँहा कोई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 264 Share Akib Javed 20 Nov 2017 · 1 min read दिलदार दिल में अब ज़ोर कुछ ना था ये जो घर किसी और का था हमने तो अब सिर्फ चाहा उसे ये जो हमसफ़र किसी और का था मुकद्दर में ना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 562 Share Akib Javed 19 Nov 2017 · 1 min read पंख पसार उड़ नील गगन छूने को अपने पंख पसार चल आसमान में उड़ने को अपने पंख पसार उड़ कुंचित मानसिकताओं से खुद को अब निकाल चल तरक्की की अब दौड़ में पुरुष... Hindi · कविता 488 Share Akib Javed 19 Nov 2017 · 1 min read नारी मत मुझे जान तू कि मैं अबला हूँ ना ही मुझे अकिंचन समझ लेना तू ना ही किसी के सहारे हूँ ना किसी से भयभीत हूँ मैं ना मुझे बेसहारा... Hindi · कविता 573 Share Akib Javed 19 Nov 2017 · 1 min read वीरानी लक्ष्मीबाई चमक उठी तलवार हाथो में मुख में आभा सा दमक उठी जब दुश्मन पर नज़र पड़ी ह्रदय में एक ज्वाला जाग उठी देखो दुश्मन थर्र थर्र काँप उठा मर्दो की... Hindi · कविता 400 Share Akib Javed 18 Nov 2017 · 3 min read किरन सुनो! क्या कर रही हो? इधर आओ खाना देने पिता जी को जाना हैं।अंदर से चीरती हुई आवाज आ रही थी । माँ आ रही हू! बाहर खेलते हुए किरन... Hindi · कहानी 483 Share Akib Javed 18 Nov 2017 · 1 min read आहिस्ता आहिस्ता! वो कड़कती धूप, वो घना कोहरा, वो घनघोर बारिश, और आयी बसंत बहार जिंदगी के सारे ऋतू तेरे अहसासात को समेटे तुझे पहलुओं में लपेटे चाँद को लिहाफ में समेटे... Hindi · कविता 751 Share Akib Javed 18 Nov 2017 · 1 min read क्यू नही! रो कर मुश्कुराते क्यू नही रूठ कर मनाते क्यू नही अपनों को रिझाते क्यू नही प्यार से सँवरते क्यू नही देख कर शर्माते क्यू नही अहम से निकलते क्यू नही... Hindi · कविता 366 Share Akib Javed 18 Nov 2017 · 1 min read आस! चाँद को चांदनी की आस धरा को नभ की आस दिन को रात की आस अंधेरे को उजाले की आस पंछी को चलने की आस इंसा को उड़ने की आस... Hindi · कविता 589 Share Akib Javed 15 Nov 2017 · 1 min read मयखाना अपने मय में खोया हुआ चला जा रहा वो मयखाना मयखाना में मय ना मिला मदिरा पिया हुई बड़ी शाना लेकिन जब मय ने देखा महबूब के प्यार का पैमाना... Hindi · कविता 686 Share Akib Javed 14 Nov 2017 · 1 min read रफ्ता रफ्ता गुजर रही जिंदगी रफ्ता रफ्ता गुज़र रही जिंदगी ये जिंदगी हैं,गुज़रती ही नही हैं! ख्वाइशें हैं थोड़ा उम्मीद भी लेकिन हासिल कुछ भी नही हैं! बहुत कुछ छुपाए,कुछ ना कहा बाते तुम्हारी,बातो में... Hindi · कविता 317 Share Akib Javed 14 Nov 2017 · 1 min read नियति का खेल नदी की बहती धारा नही उसका किनारा।1। चाँद से रोशन चाँदनी पूनम रात का सहारा।2। फूल में बैठे हुए भँवरे रस ले फूल का सारा।3। गर करुणामयी हो जीवन ना... Hindi · कविता 948 Share Akib Javed 14 Nov 2017 · 1 min read बचपन मासूम सा चाँद था,तप गया वो समय से पहले परेशानियों ने बचपन छीन लिया समय से पहले देख कर दुनिया वालो को घबरा गया वो बचपन ही अब ठीक हैं... Hindi · कविता 484 Share Akib Javed 13 Nov 2017 · 1 min read जीवन हैं कुछ इस तरह जीवन नही कोई ख़ुशी ना कोई गम एक सफर हैं एक रास्ता गिरते है संभलते हैं फिर भी निराश नही हैं हम हँसते हैं रोते है... Hindi · कविता 218 Share Akib Javed 13 Nov 2017 · 1 min read हमारे मात पिता ईश्वर का अवतार हैं जो वही हमारे मात पिता हमको जिसने जन्म दिया वही हमारे मात पिता हमको जिसने पाला पोसा वही हमारे मात पिता अच्छे बुरे का ज्ञान कराया... Hindi · कविता 457 Share Akib Javed 13 Nov 2017 · 1 min read हम तो नादान ही सही कुछ कमी तो नही बातो में फिर कंयू याद नही करते हो, रह गयी है क्या कुछ कमी जो बात नही करते हो, हम तो नादान ही सही तुम तो... Hindi · कविता 391 Share Akib Javed 12 Nov 2017 · 1 min read शायरी नमाज़े इश्क की सदा क़ज़ा करते रहे हम ख्वाबो में ख़ुदाए इश्क को मांगते रहे हम है दफ़न मुझमे मेरी कितनी रौनके मत पूछ, उजड़ उजड़ कर जो बसता रहा... Hindi · शेर 396 Share Akib Javed 12 Nov 2017 · 1 min read बर्फ बर्फ! फ्रिज में रहे तो कड़क, बाहर रख दो सिर्फ पानी, हाँ बर्फ! नही उसका कोई आकार, नही रखे कभी कोई प्रकार, जैसा चाहो ढल जायेगा, वैसा ही बन जायेगा,हां... Hindi · कविता 842 Share Akib Javed 12 Nov 2017 · 1 min read रख हौसले फौलाद तुम गर किस्मत बदलना चाहते हो.. तो हाथ में सदा "कलम" रखना संसार जीतना चाहते हो तो हाथ में अपने 'किताब' रखना रख हौसलो को साथ तुम रख इरादे फौलाद तुम... Hindi · शेर 266 Share Akib Javed 12 Nov 2017 · 1 min read पढ़ने की ललक हम भी लियें हुये! राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पर एक कविता बाल मन को प्रदर्शित करती हुई। मन भोला भाला लिये हाथ में झोला लिये हुये मुट्ठी में अपने जँहा लिये आँखों में सपने सजाये हुये ख्वाबो को सच करने की चाहत में पढ़ाई में दिन-रात एक... Hindi · कविता 719 Share Akib Javed 10 Nov 2017 · 1 min read ईमारत है ये...सदियों से ऐसी ही रहे!! जूठ,फरेब,मक्कारी से दूर स्वार्थ,अज्ञानता,तिरस्कार को भूल सबकी सुने,किसी से कुछ ना कहे ईमारत हैं ये, सदियों से ऐसी ही रहे! कई राज़ों को खुद में समेटे पीढ़ियों को सामने से... Hindi · कविता 613 Share Akib Javed 10 Nov 2017 · 1 min read वो गरीब थे! वो रात भर ठण्ड से ठिठुरते रहे छोटे बच्चे थे गरीब थे नही थे पैसे कुछ गर्म कपड़े ले ले किसी ने उनकी सुध ना ली नही किसी का उनके... Hindi · कविता 301 Share Akib Javed 10 Nov 2017 · 1 min read जलवायु परिवर्तन में कविता : अंदाज़े बंया क्या हैं! ये धुँआ धुँआ सा अब क्या हैं देखो जँहा को क्या हो गया हैं! नही किसी को फ़िक्र कल की ये जीने का अन्दाज़े बंया क्या हैं! होते थे जो... Hindi · कविता 1k Share Akib Javed 9 Nov 2017 · 1 min read इश्क #इश्क दिल के बेनाम रिश्ते कभी किसी नाम की चाहत नही रखते... उन्वाने जँहा में कुछ और नही जो सोचो वो कभी मिला नही दिल की नादानियों को भुला नही... Hindi · शेर 250 Share Akib Javed 9 Nov 2017 · 1 min read कोई मरता हो मरे अब यँहा सोचता कौन हैं अपने अपने किरदारों को ढूंढता कौन हैं कोई मरता हो मरे अब यँहा सोचता कौन हैं हमे क्या मतलब किसी को क्या होगी परेशानी कोर्ट के आदेशों को कोई अब... Hindi · कविता 519 Share Akib Javed 9 Nov 2017 · 1 min read सुई हूँ! सुई! संयमित,समर्पित,लगनशील अपनी ही धुन में पक्की ना फ़िक्र किसी की,ना ही परवाह आड़ी,तिरछी,मिर्छी, सब तरह से कैसे भी हो वस्त्र सभी मैं सिलू सुई हूँ! कभी शिकायत ना की... Hindi · कविता 292 Share Akib Javed 9 Nov 2017 · 1 min read अक्सर दर्द देती हैं जुदाई प्यार होने के बाद जिंदगी में बस वक्त दो ही गुज़रे हैं कठिन एक तेरे आने से पहले,एक तेरे जाने के बाद ख्वाइश नही थी कुछ भी खो जाने के बाद क्यू फिर लौट... Hindi · कविता 404 Share Akib Javed 9 Nov 2017 · 1 min read वो बाते,वो इरादे,वो तन्हाई मेरी वो जर्रा जर्रा नफ़्स पे हैं वजूद तेरा तू दिखे हैं मुझे अब तो हर जगह वो बाते,वो इरादे,वो तन्हाई मेरी(2) तुझे सोचूँ, तुझे पाऊँ, तेरे ख्याल ही आये हर... Hindi · गीत 259 Share Previous Page 4