Akib Javed Language: Hindi 166 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Akib Javed 14 Dec 2019 · 1 min read दो उंगलियाँ कैद है नफ़्स के दरमियाँ उसकी दो उंगलियाँ जो कभी मचली थी दिल पे और धड़क उठा था दिल उसका और वो ही थी जो जेहन में बे इख़्तियारी रखे... Hindi · कविता 1 414 Share Akib Javed 6 Dec 2019 · 1 min read ढूँढते ढूँढ़ते यूँ ख़ुदा मिल गया जो कभी था मेरा वो बिका मिल गया ज़िंदगी का अज़ब ये सिला मिल गया थे कभी लब पे चर्चे हमारे मगर आज चर्चा ही लब पे ज़ुदा मिल गया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 225 Share Akib Javed 22 Nov 2019 · 1 min read उनके बगैर ज़िन्दगी भी बेमानी लगे मुझे ज़िन्दा मेरे वजूद की कहानी लगे मुझे उनके बगैर जिंदगी भी बेमानी लगे मुझे। उनकी मोहबतो के ही दम जीये मगर, गम दीदा ख्वाइशों की जुबानी लगे मुझे । दिलकी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 431 Share Akib Javed 15 Nov 2019 · 1 min read यादों की बारात तेरी मेरी बात होगी यादों की बारात होगी झूमें गाएं साथ सबके अब नबी की नात होगी यूँ महक उठेगा तन मन जब मिलन की बात होगी मौज़ में है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 475 Share Akib Javed 3 Nov 2019 · 1 min read जहरीली हवा धीमी- धीमी हवा जहरीली हुई जा रही है। ज़िन्दगी नरक सबकी क्यों हुई जा रही है।। वक़्त रहते तू नादाँ कभी भी सुधरा नही। तेरी गलती की सजा हमें मिली... Hindi · कविता 2 2 593 Share Akib Javed 1 Nov 2019 · 1 min read नज़्म - इश्क की राह अपनी गलती को ढकने की कोशिश की नज़रो से सब की छिपने की कोशिश की।। चाँद भी जब यूँ चाँदनी में खो गया मैंने तब तारे गिनने की कोशिश की।।... Hindi · कविता 2 252 Share Akib Javed 25 Oct 2019 · 1 min read दीपावली - वो उम्मीद सजा कर बैठ गयी कच्चे दिए बना कर बैठ गई वो उम्मीद सज़ा कर बैठ गई! मेरी दिवाली भी रोशन होगी वो भी आस लगाकर बैठ गई! कोई न आया दिये लेने पास वो... Hindi · कविता 2 2 205 Share Akib Javed 25 Oct 2019 · 1 min read दिल पे तुम मेरे रहते 2122 2122 212 दिल पे तुम अब मेरे रहते क्या हुआ दिल ये कहता क्या ये करते क्या हुआ तुम अना अपनी कभी समझे नही और खुद तुम ही कहते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 244 Share Akib Javed 11 Oct 2019 · 1 min read ग़ज़ल 122 122 122 122 फ़लक से पुकारे ये हमको नज़ारे वो नज़रो से करते है हमको इशारे उठा आज सीने में तूफाँ हमारे निग़ाहों से कोई नज़र तो उतारे ख़ता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 216 Share Akib Javed 29 Sep 2019 · 1 min read नदी/जीवन ??? ?नदी? उतरी पर्वत के पीड़ा से अंतर्मन में करती ध्वनि पहुँची जाके मेरे मन में मन में मेरे बह रही नदी ?जीवन? सुख!दुःख के डोर को जीवन से बाँध... Hindi · मुक्तक 3 377 Share Akib Javed 7 Sep 2019 · 1 min read तेरे ख़ामोश होठों पर तेरे ख़ामोश होठों पर मेरा ही नाम होता था ये तब की बात है जबकि कोई तुझको सताता था। बहुत परवाह करते थे हम इक़ दूजै की पर लेकिन मुसीबत... Hindi · कविता 2 2 221 Share Akib Javed 30 Aug 2019 · 1 min read कविता - दुपहरी आँगन में आ गई दुपहरी हवा हो गई सुर्ख़ सुई सी पेड़ के पत्ते भी सूख रहे चकमक चकमक धूप रूई सी अलसाये पत्ते डोल रहे भेद मौसम का खोल... Hindi · कविता 2 2 439 Share Akib Javed 14 Aug 2019 · 1 min read ग़ज़ल- देश का नाम हमको करना है 2122 1212 22 देश का नाम हमको करना है साथ मिल जुलके यार रहना है। है मुहब्बत हमें वतन से अगर सब रहे मिलके ये ही सपना है। राहबर देश... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 364 Share Akib Javed 9 Aug 2019 · 1 min read दोहा-कृषक कृषक यही सोचे खड़ा, कितना था मशगूल। फसलें बोकर अब लगे, कर बैठा वो भूल।। सूरज के इस ताप को, मौसम देता मात। आई है ठंडक लिए, प्यारी सी बरसात।।... Hindi · दोहा 3 441 Share Akib Javed 4 Aug 2019 · 1 min read नज़्म - दोस्ती *नज़्म* मेरे ख़ामोश लबो को पहचान जाता हैं।। हर सच्चा दोस्त दोस्ती में याद आता हैं।। खूब परवाह एक दूसरे की करते सभी हैं।। मुसीबत में सिर्फ दोस्त ही नज़र... Hindi · कविता 2 2 656 Share Akib Javed 26 Jul 2019 · 1 min read कविता बहुत उलझन में हूँ! रस्ते भटक रहे है अब! कंकड़ियां सवाल कर रही मुझसे जवाब किसी गुफ़ा में चले गए है नदी में समुद्र कूद रहा है मौन सा पौधे... Hindi · कविता 2 667 Share Akib Javed 13 Jun 2019 · 1 min read ग़मो का मौसम आना जाना है उनकी याद दिलो से मिटाना है ग़मो का मौसम आना जाना है।। बोझ मन में फिरते लिए क्यू यूँ क्या मन को ऐसे जलाना है।। ख्वाब में खूब दिल को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 265 Share Akib Javed 26 Apr 2019 · 1 min read तुम मिले हो ख़ुदा ख़ुदा कर के हम मिले दर्द को छिपा कर के क्या मिला उनसे यूँ वफ़ा करके याद करते है वो भुला कर के फिर बुलाते है वो दुआ कर के पल दो पल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 499 Share Akib Javed 12 Apr 2019 · 1 min read पता है मुझे अनसुलझा हुआ सा हूँ थोड़ा सुलझा दो मुझे भी कंही खोया हुआ सा हूँ खुद से मिला दो मुझे भी .. नही मिला पाओगे मुझे मुझमे ही डूब जाओगे हां... Hindi · कविता 2 291 Share Akib Javed 22 Mar 2019 · 1 min read देख के देखती सी रहती है ज़िन्दगी क्यों बुझी सी रहती है आँख में कुछ नमी सी रहती है ख़्यालों के आँगन में कहीं गुम सी ज़िन्दगी अजनबी सी रहती है बेवफ़ा ज़िन्दगी में होके भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 325 Share Akib Javed 15 Mar 2019 · 1 min read सच हो सब इस समय अख़बार जरूरी तो नही 2122-1122-1122-22(112) सारे नेता ही हो मक्कार जरूरी तो नही सच हो सब इस समय अख़बार जरूरी तो नही बिक गया झूठ सरे-राह यूँ बाजार में अब सच का भी कोई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 242 Share Akib Javed 1 Mar 2019 · 1 min read तुम लफ़्ज़ों से बेगाने रहे तुम लफ़्ज़ों से बेगाने रहे हम धड़कन से बेगाने रहे ग़र कभी हमें होश न रहा अपने भी हमसे बेगाने रहे ज़िंदगी की डोर को बांधे ज़िंदगी से हम बेगाने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 226 Share Akib Javed 15 Feb 2019 · 1 min read दर्द में आदत है मुस्कुराने की वो भी करने लगे ज़िद जाने की हमको आदत नही मनाने की हाल बेहाल ज़िंदगी भी थी उसने कोशिश की आज़माने की जख़्म गहरे बहुत थे ज़माने के साज़िश पूरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 217 Share Akib Javed 2 Feb 2019 · 1 min read बाल कविता : बधाई बस्ते में है कलम और कम्पास मन में खूब उमंग और विश्वास परीक्षा का भी नही है उसे भय सुमन चली पड़ी अपने स्कूल । पढ़ने में उसे है खूब... Hindi · कविता · बाल कविता 2 479 Share Akib Javed 25 Jan 2019 · 1 min read सूरज छीन लो गम के बादल रूह में कायम गर्मी थका हारा है सूरज मयस्सर नही है सुकूँ जज्बात उसके गुम है चक्कर लगाते है दर्द परेशान है धड़कन खोने को... Hindi · कविता 2 244 Share Akib Javed 18 Jan 2019 · 1 min read शिल्पकार वा पत्थर मा देई चलाये चाहे वहिमा जो हुई जाये नव नव रूपन मा गढ़ देई मन चाहे वा रूप बनाये वाहे शिल्पकार कहाये वहिके हाथें मा इतने शक्ति बहुते... Hindi · कविता 2 396 Share Akib Javed 31 Dec 2018 · 1 min read आपने तो साल बदलते देखें है आपने तो साल बदलते देखें है हमने तो यार बदलते देखें है देखा है दिल पे कुछ लब पे कुछ पल पल किरदार बदलते देखें है नफ़रत देखा,देखा हमने यों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 223 Share Akib Javed 7 Dec 2018 · 1 min read हवा सोच रही दवा को हवा सोच रही दवा को देख रही नज़ारे धरा में ज़हरीली हो गई है हवा लेना होगा सबको दवा ग़र न चेते समय से हम नज़र न आयेगी ये धरा... Hindi · कविता 2 391 Share Akib Javed 6 Nov 2018 · 1 min read दर्द सब लेती हैं माँ की कोई पैमाई नहीं! इस जहाँ में मेरी माई जेसी माई नहीं माई जैसी किसी ने भी नेमत पाई नहीं माँ के पैरों में ही बीते मेरा भी ये जीवन सादा जीवन है मेरा... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 31 676 Share Akib Javed 6 Nov 2018 · 1 min read दीपावली विशेष कविता : वो उम्मीद सजा कर बैठ गई कच्चे दिए बना कर बैठ गई वो उम्मीद सज़ा कर बैठ गई! मेरी दिवाली भी रोशन होगी वो भी आस लगाकर बैठ गई! कोई न आया दिये लेने पास वो... Hindi · कविता 6 266 Share Akib Javed 2 Jun 2018 · 1 min read आसान नही किसी से दिल का लगाना आसान नही किसी से दिल का लगाना खंजर छुपाये बैठा हो अब कोई दीवाना आसान नही अपने दिल के हाल बताना धोखा दे जाते हैं लोग निभा के दोस्ताना आसान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 381 Share Akib Javed 28 Apr 2018 · 1 min read ज़िन्दगी में चलती है यूं आंधियां कभी कभी ज़िन्दगी में चलती है यूं आंधियां कभी कभी उड़ा के ले जाती है ऐसे मर्ज़ियाँ कभी कभी।। सफ़र दर सफ़र गुज़रता जा रहा ये कारवाँ तुम बसा लो मुहब्बत का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 195 Share Akib Javed 26 Mar 2018 · 1 min read इंसा भी बदलता है वक्त निकल जाने के बाद हुई घनघोर बारिश तूफाँ गुज़र जाने के बाद ज़िन्दगी में कोई आये तुम्हारे जाने के बाद बाद मौत नही निभाता रिश्ता किसी से कोई सब भूल जाते है समय गुज़र... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 506 Share Akib Javed 20 Mar 2018 · 1 min read मैं अनमोल हूँ अपनी कीमत से ज़ियादा ये शुहरत इज़्ज़त कुछ नही क़िस्मत से ज़ियादा दरख्वास्त तुम्हारी है ज़रूरत से ज़ियादा मै बिक जाऊ ऐसे ये मुझे मंज़ूर नही मै अनमोल हूँ अपनी क़ीमत से ज़ियादा तवज़्ज़ो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 281 Share Akib Javed 2 Mar 2018 · 1 min read होली मुक़द्दर से मिलता है दर आपका रंग में रंग हो और साथ आपका मनाऊ होली अपने पीर के संग मेरे मौला रंग दे दर हो आपका ।आकिब जावेद। Hindi · मुक्तक 2 236 Share Akib Javed 28 Feb 2018 · 1 min read मोरे पिया तू मुझको अब रंग डाल।।होली विशेष।। उड़ते रंग उड़ती है इश्क की गुलाल इस फ़िज़ा को भी करती हरी लाल इक रंग उड़ पहुंचा यूँ पिया के द्वार मन भावन मोरे पिया हुए निहाल इश्क की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 439 Share Akib Javed 26 Feb 2018 · 1 min read खुदा से हमारे सम्भलने की दुआ माँगो थोड़ा सा दिल के संभलने की दुआ माँगो महबूबा के हाथों में अब सजी हिना माँगो मुक़द्दर से मिला है ,वो उनका हाथो में हाथ ख़ुदा से मिलने का जन्मो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 216 Share Akib Javed 20 Feb 2018 · 1 min read इंसानियत प्यार का पैगाम है मुह में राम,नाम बदनाम है वो ही अल्लाह और राम है बेच कर ईमान लड़ते हो बताओ क्या अब अंजाम है धरती एक,एक ही अम्बर इंसानियत क्यू यूँ बदनाम है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 244 Share Akib Javed 19 Feb 2018 · 1 min read ग़ज़ल 221 2122 221 2122 देख अब दिल मेरा कितना लाचार हो गया है बिन तेरे अब ज़िन्दगी जीना दुश्वार हो गया है बना बावरा फिरता मन यूँ अब गली गली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 257 Share Akib Javed 27 Jan 2018 · 1 min read ये जो दिल मिले है, कुछ तो राब्ते है!!ग़ज़ल ये जो दिल मिले हैं, कुछ तो राब्ते हैं ज़िन्दगी का सफर,रास्ते मय-क़दे हैं।। खैर माँगी जो तुमसे,कुछ तो सोचा था यूँ दिल जलाने के अब यही मरहले हैं क़लबो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 252 Share Akib Javed 3 Jan 2018 · 1 min read सूरज निकल रहा था कि नींद आ गई मुझे!!ग़ज़ल प्रेम का धागा बाँधा आपने,उनकी याद तड़पा गयी मुझे बरसो बाद देखा हमने,यूँ ही आँखे छलका गयी मुझे सहमे सहमे से रहते थे वो,ख्वाबो में मुझे सोचकर हकीकत में दीदार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 296 Share Akib Javed 31 Dec 2017 · 1 min read हिन्द के निवासी हैं, फख्र करेंगे हिन्द के निवासी हैं,फख्र करेंगे देश के लिए जियेंगे,मर मिटेंगे ये दौलत,जवानी कुर्बान करेंगे देश के लिए हम नग़मे लिखेंगे तिरंगे को शान से,हाथो में थामेंगे सारे जहाँ से अच्छा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 407 Share Akib Javed 26 Dec 2017 · 1 min read माँ!! ज़िन्दगी में जिसके माँ नही होती है उनसे पूछो माँ की कमी क्या होती है।। जब आफ़त मेरे सर पे आन पड़ती है सिखाई माँ की सीख याद पड़ती है।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 403 Share Akib Javed 25 Dec 2017 · 1 min read सजदों में लज़्ज़त ना थी...मेरी दोस्ती से पहले तुझे कोई जानता ना था...मेरी दोस्ती से पहले तेरी जिंदगी रोशन कहाँ थी...मेरी बंदगी से पहले तेरी सादगी कहाँ थी..मेरी हाज़री से पहले तू खुदा कहाँ था ऐसा...मेरी बंदगी से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 397 Share Akib Javed 23 Dec 2017 · 1 min read अकेला हर राह,हर गली, हर मोड़,हर सड़क हर चाह,कोई हमसफर मत भूल तू पथिक निडर चलता जायेगा तू हरदम यूँ ऐसे अकेला ही चल जिंदगी के इस पथ पर तू अब... Hindi · कविता 1 223 Share Akib Javed 21 Dec 2017 · 1 min read हाइकु!!डोली नाज़ों से पली बाबुल के आंगन वो दौड़ी खेली डाँट भी सही माँ की लोरी भी सूनी पायी प्यार भी भाई से लड़ी बहन को सताई खूब हँसाती समय बीता... Hindi · हाइकु 3 292 Share Akib Javed 20 Dec 2017 · 1 min read कुछ बिखरे किस्से याद आ गए!! नींद के आगोश में जो हम आ गए कुछ बिखरे हुए किस्से याद आ गए राजदां थे वो,जो कल तक जिस हवेली में जर्जर हवेली देख,पुराने किस्से याद आ गए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 234 Share Akib Javed 20 Dec 2017 · 1 min read मुहब्बत के फ़लसफ़ा में ये कहानी होनी चाहिये!! सोच में तुमको ही सोचूँ,सोच ये होनी चाहिये मुहब्बत के फ़लसफा में ये कहानी होनी चाहिये तेरे मेरे इश्क की,कोई पुरानी निशानी चाहिये चाँद तारो के जैसे,कोई गवाही होनी चाहिये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 458 Share Akib Javed 19 Dec 2017 · 1 min read ग़ज़ल!!अश्क़ का वो कतरा अब कहाँ मेरे हासिल में हैं!! रंजो गम की दुनिया में वो मेरे महफ़िल में हैं लाख छुपाये प्यार मुझसे वो अब मेरे दिल में हैं।। लाख हालात मेरे मुश्किल सही राब्ता तो हैं हाथो में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 384 Share Akib Javed 16 Dec 2017 · 1 min read हाइकुः सुबह..प्राताः..भोर ********************* हुआ सवेरा जब आँखे खुलती हो दिन प्यारा चिड़िया कूकी वो सूरज भी आया सर के पास बिखरी लाली हैं फैला उजियारा अब जग में भास्कर देखो बोले जग में... Hindi · हाइकु 2 2 221 Share Previous Page 2 Next