Shekhar Chandra Mitra Language: Hindi 3940 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 29 Next Shekhar Chandra Mitra 7 Jul 2022 · 1 min read मनु महाराज वह था सवर्ण पुरूषों के लिए बिल्कुल धर्मराज! लेकिन दलित स्त्रियों के लिए साक्षात् यमराज!! इस देश की बर्बादी में जिसका सबसे बड़ा हाथ है! सदियों पहले भारत में हुआ... Hindi · कविता 104 Share Shekhar Chandra Mitra 7 Jul 2022 · 1 min read पाकिस्तान के नफ़रत शेर और सुख़न की दुनिया से आख़िर हम हिजरत कैसे करें! इल्म़ और फ़न की चाहत को दिल से हम रूखसत कैसे करें!! जिन्होंने हमेशा प्यार के लिए जीना और... Hindi · कविता 2 1 321 Share Shekhar Chandra Mitra 7 Jul 2022 · 1 min read ज़ेहन की लूट जात-पात सब झूठ नहीं क्या! हमारी आपसी फूट नहीं क्या!! बच्चों को ऐसे नफ़रत सिखाना उनके ज़ेहन की लूट नहीं क्या!! #जाति_प्रथा #सांप्रदायिकता #राजनीति #कविता #शायरी #सियासत #बगावत Hindi · कविता 99 Share Shekhar Chandra Mitra 7 Jul 2022 · 1 min read देश पीछे जा रहा है पहले एक कदम आगे बढ़ा रहा है! फिर दस कदम पीछे हटा रहा है!! कोई बताए कि वह इस देश को! आगे ले जा रहा कि पीछे ले जा रहा... Hindi · कविता 231 Share Shekhar Chandra Mitra 7 Jul 2022 · 1 min read हवाओं में ज़हर भगतसिंह की कुर्बानी पर देखना गफलत की धूल न जाए! किस तरह मिली यह आजादी आने वाली पीढ़ी भूल न जाए!! कुदरत की खुली फ़जाओं में इन मदमस्त हवाओं में!... Hindi · कविता 79 Share Shekhar Chandra Mitra 7 Jul 2022 · 1 min read प्रमाणिक बनो मुझे अच्छा कहे कोई या बुरा मैं जो हूं सो हूं! मुझे सच्चा कहे कोई या झूठा मैं जो हूं सो हूं!! किसी के विरोध या समर्थन से क्या हो... Hindi · कविता 112 Share Shekhar Chandra Mitra 6 Jul 2022 · 1 min read चंदा की डोली जब तक उसके लिए कुछ फूल चुनता मैं, किसी और ने उसे माला पहना दी! कब तक मेरी राह आख़िर देखती वह मैंने ही लौटने में बहुत देर लगा दी!!... Hindi · कविता 304 Share Shekhar Chandra Mitra 6 Jul 2022 · 1 min read एक फाइटर मुझे राइटर नहीं, एक लाइटर कहा जाए! जुल्मतों के ख़िलाफ़ एक फाइटर कहा जाए!! #हक़ #writer #शायर #लेखक #कवि #विद्रोही #क्रांतिकारी #कार्यकर्ता #सच Hindi · शेर 108 Share Shekhar Chandra Mitra 6 Jul 2022 · 1 min read मनुस्मृति आदमियत के ख़ून से! लिखे गए मज़मून ये!! औरत ज़ात के ख़िलाफ़ क़बीलाई क़ानून ये!! जिसने पूरी बेरहमी से शिकार बनाया शूद्रों को! उसी वहशी दरिंदे के दांत और नाख़ून... Hindi · कविता 120 Share Shekhar Chandra Mitra 6 Jul 2022 · 1 min read ख़ून से लिखी हुई तहरीरें तू कर वो सारी तदवीरें! जिनसे बदलतीं तकदीरें!! लोग जिन्हें ज़ेवर समझते तू तोड़ दे ऐसी ज़ंजीरें!! दुनिया भर में आए रोज़ छपा करतीं कई किताबें! लिखी गई हों ख़ून... Hindi · कविता 101 Share Shekhar Chandra Mitra 6 Jul 2022 · 1 min read जुल्मतों के दौर में इंसाफ़ के क़त्ल पर एक मिनट का मौन! सच्चाई के क़त्ल पर एक मिनट का मौन!! हमारे अभागे देश में सरकार की देखरेख में! आज़ादी के क़त्ल पर एक मिनट... Hindi · कविता 77 Share Shekhar Chandra Mitra 5 Jul 2022 · 1 min read वतन पर मरने वाले आगाज़े-जंग पर बोला मुहब्बत करने वालों ने! हमारे नाम भी लिख लो वतन पर मरने वालों में!! चाहे मिले हमें फांसी या सज़ा उम्रकैद की! बख़ूबी जान लें ज़ालिम नहीं... Hindi · कविता 140 Share Shekhar Chandra Mitra 5 Jul 2022 · 1 min read नफ़रत के लिए वक़्त कहां? चलो, हम सबसे माफ़ी मांग लें! आओ, हम सबको माफ़ कर दें!! ज़िंदगी तो प्यार के लिए ही छोटी पड़ जाती है! ऐसे में नफ़रत के लिए हम वक़्त कहां... Hindi · कविता 82 Share Shekhar Chandra Mitra 5 Jul 2022 · 1 min read लोकतंत्र के पहरेदार सोते रहो तुम सोते रहो गफलत की नींद में सोते रहो! रोते रहो तुम रोते रहो अपनी क़िस्मत पर रोते रहो!! बने हुए हैं जो कुछ लोग आज पहरेदार लोकतंत्र... Hindi · ग़ज़ल 127 Share Shekhar Chandra Mitra 4 Jul 2022 · 1 min read तुम्हारे बिना तुमने उस वक़्त मेरा साथ छोड़ा जब मुझे तुम्हारी सख़्त ज़रूरत थी हालांकि ऐसा करना बहुत तकलीफदेह था फिर भी मैंने तुम्हारे बिना जीना सीख लिया माफ़ करना, मुझे अब... Hindi · संस्मरण 295 Share Shekhar Chandra Mitra 4 Jul 2022 · 1 min read हुआ क्या मुझे? ऐ सबा, है पता क्या तुझे! आख़िर यह हुआ क्या मुझे!! किसका पैग़ाम लेकर आई कह रही वो घटा क्या मुझे!! Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 83 Share Shekhar Chandra Mitra 4 Jul 2022 · 1 min read दर्द के मोती सचमुच तू तो पागल है जो करता एक ऐसी ज़िद्द! जिसके पूरा होने की यहां नहीं कोई उम्मीद!! तेरे दर्द के मोती तो चुनेगा कोई हंस ही इस मरघट में... Hindi · कविता 256 Share Shekhar Chandra Mitra 4 Jul 2022 · 1 min read मेरी कलम मेरी ताक़त मेरी क़लम है! मेरी हिम्मत मेरी क़लम है! मेरी दौलत मेरी क़लम है! मेरी इज्ज़त मेरी क़लम है! मेरी शोहरत मेरी क़लम है! मेरी हैसियत मेरी क़लम है!... Hindi · कविता 164 Share Shekhar Chandra Mitra 3 Jul 2022 · 1 min read दुनिया की दीवारें मस्जिद का अज़ान मंदिर में भी पहुंचता है! और मंदिर का शंख मस्ज़िद में भी गूंजता है!! लोग कब समझेंगे कि दिल की पुकार को! दुनिया की दीवारों में क़ैद... Hindi · कविता 109 Share Shekhar Chandra Mitra 3 Jul 2022 · 1 min read विद्रोह की आग जाति और धर्म के ठेकेदारों ने जिन्हें कभी मौक़ा ही नहीं दिया अपनी प्रतिभा का चमत्कार दिखाने का! आज मैं लेता हूं दृढ़ संकल्प इस मनुवादी व्यवस्था के विरुद्ध उनमें... Hindi 1 82 Share Shekhar Chandra Mitra 3 Jul 2022 · 1 min read मायूस नौजवान से चल उठ बदल दे दुनिया को तू बैठे-बैठे सोचता क्या है? सुकरात की तरह लड़ ज़ुल्मत से मजनूं की तरह रोता क्या है? बहादुरी से कर सच का सामना मुश्किलों... Hindi 2 1 172 Share Shekhar Chandra Mitra 3 Jul 2022 · 1 min read पतन के दौर में सबकुछ ठीक नहीं, मेरे दोस्त! कहीं कुछ तो गड़बड़ है! पुलिस में, सरकार में, अदालत में, अख़बार में मुझे मालूम नहीं कि कहां लेकिन कहीं कुछ तो गड़बड़ है!! #मीडिया... Hindi · कविता 1 103 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Jul 2022 · 1 min read कैसे चुप रहें हम? दौर-ए-जुल्मत ज़ारी है, आख़िर कैसे चुप रहें हम? मुल्क पर वहशत तारी है, आख़िर कैसे चुप रहें हम? सच के लिए सुकरात ने हंसते हुए पीया था ज़हर! अब आई... Hindi · कविता 96 Share Shekhar Chandra Mitra 30 Jun 2022 · 1 min read एक उदास शाम को ये मत पूछो किसने मेरा प्यार भरा दिल तोड़ दिया! वह क़िस्मत थी या दुनिया जिसने मेरा रूख़ मोड़ दिया!! एक भेड़ों का चरवाहा बांसुरी बजाना भूल गया! जब से... Hindi · कविता 102 Share Shekhar Chandra Mitra 30 Jun 2022 · 1 min read ग़रीबी एक अभिशाप गरीब लोगों की- कोई गैरत नहीं होती, कोई ज़मीर नहीं होता! उन्हें आसानी से खरीदा जा सकता है, डराया जा सकता है। उनसे कभी भी क़त्ल कराया जा सकता है,... Hindi · कविता 142 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Jun 2022 · 1 min read तैरो मत, बहो तुम ऐसे रहो कि यहां हो ही नहीं! ग़लत या सही कुछ कहो ही नहीं!! खुद को छोड़ दो एक लाश की तरह धारा के विरूद्ध तैरो ही नहीं!! Shekhar... Hindi · कविता 84 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Jun 2022 · 1 min read मुहब्बत के लिए कोई जीता है इज्ज़त के लिए! कोई जीता है दौलत के लिए!! कोई जीता है ताक़त के लिए! कोई जीता है शोहरत के लिए!! लेकिन मैं तो जीता हूं, ऐ... Hindi · कविता 77 Share Shekhar Chandra Mitra 28 Jun 2022 · 1 min read कुछ तो कर यार, कुछ तो कर! यूं ही मत मर!! #हक़ #इंकलाब #हल्ला_बोल #बुद्धिजीवी #कविता #इंसाफ़ #शायरी #प्रतिरोध #बगावत Hindi · हाइकु 144 Share Shekhar Chandra Mitra 28 Jun 2022 · 1 min read जान्हवी ना देवी! ना दानवी!! मैं हूं बस एक मानवी!! पूरी तरह स्वयं निर्मित! मेरा नाम है जान्हवी!! Shekhar Chandra Mitra #Feminist #Poetry #इंकलाब #कविता #इंसाफ़ #youth #औरत #feminism Hindi · कविता 147 Share Shekhar Chandra Mitra 28 Jun 2022 · 1 min read क्रांति की ओर Evolution की राह में रूकावटें खड़ी करने वाले लोग ही समाज को अंजाने में Revolution की ओर ढकेलते हैं! #क्रांति #इंकलाब #कविता #शायरी #हक़ #सच #हल्ला_बोल #सरकार #धर्म #राजनीति Hindi · कोटेशन 221 Share Shekhar Chandra Mitra 28 Jun 2022 · 1 min read औरतों पर ज़ुल्म हमारे राजनेता औरतों के ख़िलाफ़ होने वाले अपराधों को रोकने के लिए कोई सख़्त क़ानून क्यों नहीं बनाते? क्योंकि इनमें सबसे ज़्यादा वे और उनके लोग ही शामिल होते हैं!... Hindi · कविता 87 Share Shekhar Chandra Mitra 28 Jun 2022 · 1 min read उन्हें रोबोट चाहिए ज़ालिम तानाशाहों को सोचने-विचारने वाले इंसान नहीं, उनके रिमोट कंट्रोलर से चलने वाले रोबोट चाहिए जिन्हें वे जब चाहें अपने विरोधियों के ख़िलाफ़ ह्युमन बमों में तब्दील कर सकें! Shekhar... Hindi · कविता 101 Share Shekhar Chandra Mitra 28 Jun 2022 · 1 min read खुशकिस्मत लोग वे कौन लोग होते हैं जिन्हें प्यार करता है कोई जिनके लिए अपनी रूह को बेकरार करता है कोई... (१) अपने दिल के ख़ून से चिट्ठियां लिखकर रोज़ाना अपने जज़्बात... Hindi · गीत 120 Share Shekhar Chandra Mitra 28 Jun 2022 · 1 min read फ़ौजियन के इंसाफ़ कसम बा तहके ओही राम के! सत्ता में अइलअ जेके नाम पे!! देश के बदनाम मत करअ! सरहद नीलाम मत करअ!! कुर्सी बचावे के चक्कर में फ़ौज के कुर्बान मत... Hindi · कविता 96 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Jun 2022 · 1 min read बगावत करो बगावत कितनी सहोगे ज़िल्लत, बगावत करो बगावत! लगे न इश्क़ पे तोहमत बगावत करो बगावत!! हुस्न की देवी यहां ख़ुद चलकर आने से रही! कुछ तो उठाओ ज़हमत बगावत करो बगावत!!... Hindi · कविता 96 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Jun 2022 · 1 min read नवजागरण के लिए आप लिखते हैं मनोरंजन के लिए! हम लिखते हैं नव जागरण के लिए!! भाषण देने में क्या लगता है, श्रीमान? कलेजा चाहिए यहां आचरण के लिए!! #बुद्धिजीवी #कविता #शायरी #नेता... Hindi · कविता 103 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Jun 2022 · 1 min read अदम गोंडवी सत्ता की नींव हिलाने वाला कवि! विपक्ष की नींद उड़ाने वाला कवि!! तुझे पता भी है कि अदम कौन है? जनता की बात उठाने वाला कवि!! Shekhar Chandra Mitra #हक़... Hindi · कविता 91 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Jun 2022 · 1 min read विपक्ष की नालायकी सत्ता के सामने नतमस्तक हूं! सटीक प्रत्युत्तर देने में असमर्थ हूं!! आज पूरी तरह नख-दंत-विहिन! हाय, मैं तो भारत का विपक्ष हूं!! #हक़ #इंकलाब #हल्ला_बोल #अदालत #न्याय #कविता #इंसाफ़ #Opposition Hindi · कविता 142 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Jun 2022 · 1 min read जनता से सवाल देश मरता है तो मरे, आख़िर वह क्या करे! समाज सड़ता है तो सड़े, आख़िर वह क्या करे!! आख़िर क्या सोचकर उसे चुना था तुम लोगों ने? सिस्टम ढहता है... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 200 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Jun 2022 · 1 min read भारत की दुर्दशा देश की हालत बहुत बुरी है! आपकी सोच से अधिक बुरी है!! कोई नहीं हमें सुनने वाला उफ्फ कैसी हमारी मज़बूरी है!! #सुप्रीम_कोर्ट #चुनाव_आयोग #विपक्ष #मीडिया #बुद्धिजीवी #लेखक #कवि #ReleaseAllPoliticalPrisoners Hindi · कविता 263 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Jun 2022 · 1 min read हुक़्मरानों की टोपियां नफ़रत की आग में मतलब की रोटियां! सेंकती रहेंगी जब तक सियासी पार्टियां!! तब तक बनी रहेगी इंकलाब की ज़रूरत उछालने के लिए हुक़्मरानों की टोपियां!! Shekhar Chandra Mitra #हल्ला_बोल... Hindi · कविता 84 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Jun 2022 · 1 min read मूर्दों का देश नफ़रत से भरा माहौल बदल क्यों नहीं जाता? आदमी अपनी क़ब्र से निकल क्यों नहीं जाता?? बर्दाश्त नहीं कर सकता अगर जिंदा इंसानों को! तो मूर्दों का यह देश जल... Hindi · कविता 266 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Jun 2022 · 1 min read खुदी की तलाश लोग जो कहते कहने दो! ख़ुदी को रौ में बहने दो!! यही अंदाज़ यही तेवर! अपने आपमें रहने दो!! #BeRebel #हल्ला_बोल #हक़ #सच #FreedomOfSpeech #इंकलाब #बगावत Hindi · कविता 173 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Jun 2022 · 1 min read पैदा होंगे सरफरोश यह जाकर कोई कह दे तानाशाही सरकार से! कब रूकता है इंकलाब बंदूक और तलवार से!! वह कटवाए हमारे सिर लेकिन सदा ख़्याल रहे! जनमते रहेंगे सरफरोश हमारे लहू की... Hindi · कविता 82 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Jun 2022 · 1 min read इंकलाब की आहट तुम अपने दौर का सच लिखो! सभी मजलूमों का हक़ लिखो!! हुक़्मरानों को जिसमें सुनाई दे इंकलाब की एक आहट लिखो!! #ReleaseAllPoliticalPrisoners #हल्ला_बोल #FreedomOfSpeech #Rebel Hindi · कविता 233 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Jun 2022 · 1 min read हम सूली से जब पुकारेंगे न तो हारे हैं न ही हारेंगे! वे कितने लोगों को मारेंगे!! जाग उठेगी सोई हुई क़ौम हम सूली से जब पुकारेंगे!! इंकलाब! ज़िंदाबाद!! #ReleaseAllPoliticalPrisoners #अभिव्यक्तिकीआजादी #हल्ला_बोल #शायरी Hindi · कविता 166 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Jun 2022 · 1 min read अंत की शुरुआत तो समझिए अंत की! शुरूआत हो चुकी!! जब हद से बढ़ने लगे ज़ुल्म और ज्यादती!! #ReleaseAllPoliticalPrisoners #आज़ादी #हल्लाबोल #विपक्ष #सच #हक़ #सियासत Hindi · कविता 163 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Jun 2022 · 1 min read क़ैद में है ज़िंदगी लोग ज़िल्ल-ए-इलाही को झूठमुठ में नाराज़ करते हैं! यह मुल्क बदनाम होता है जब वो फ़रियाद करते हैं!! सिर को क़लम करते हुए हमसे जल्लाद यह बोला- "अगर एक क़ैद... Hindi · कविता 80 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Jun 2022 · 1 min read एक जलता हुआ सवाल आज-कल क्या हो रहा देश में तुम्हें कुछ फ़र्क पड़ता है कि नहीं? कौन खुश-कौन रो रहा देश में तुम्हें कुछ फ़र्क पड़ता है कि नहीं? जिससे तुम उम्मीद रखे... Hindi · कविता 87 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Jun 2022 · 1 min read छत पर खड़ी हुई लड़की शाम की तनहाई में घर की छत पर खड़ी हुई लड़की अपने आप में एक पूरी कविता है! Hindi · कविता 1 122 Share Previous Page 29 Next