Shekhar Chandra Mitra Language: Hindi 3940 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 26 Next Shekhar Chandra Mitra 3 Aug 2022 · 1 min read जनता की हालत यहां कोई दल व्यक्ति-पूजा में लीन है! तो कोई दल मूर्ति-पूजा में तल्लीन है!! भले कोई आए चाहे जाए लेकिन! जनता की हालत ढाक के पात तीन है!! Shekhar Chandra... Hindi · कविता 129 Share Shekhar Chandra Mitra 3 Aug 2022 · 1 min read हाईजैक डेमोक्रेसी भारतीय लोकतंत्र का बधियाकरण हो चुका है! मीडिया से अदालत तक सबका हरण हो चुका है!! किसी से कोई उम्मीद रखनी ही बेमानी होगी! मानवीय मूल्यों का यहां इतना क्षरण... Hindi · कविता 85 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Aug 2022 · 1 min read संघर्ष के दिन एक मौक़ा चाहिए हमें भी अब अपने आपको साबित करने का इस दुनिया में अपने फ़न का रंग, नूर और ख़ुशबू भरने का... (१) यहां जितना कि कोई हो सकता... Hindi · गीत 199 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Aug 2022 · 1 min read क़ौमी शायर किसने कहा-क़ौमी शायर है! वह बुजदिल है-वह कायर है!! जुल्मतों के इस दौर में भी जो अब तक जेल से बाहर है!! #कवि #लेखक #पत्रकार #poet #rebel #विद्रोही #क्रांतिकारी #इंकलाबी... Hindi · कविता 173 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Aug 2022 · 1 min read है हिम्मत? हिम्मत है तो सच है! हिम्मत है तो इंसाफ़ है! हिम्मत है तो मानवधिकार है! हिम्मत है तो लोकतंत्र है! हिम्मत है तो पत्रकारिता है! हिम्मत है तो धर्मनिरपेक्षता है!... Hindi · कविता 1 2 206 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Aug 2022 · 1 min read खुला आसमान अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता आख़िर है कहां! अगर वह कहीं मिले तो मुझे बता देना!! मुझे उड़ने के लिए सारा आकाश चाहिए! काफ़ी नहीं मेरे लिए पिंजरे का तंग दायरा!! #अभिव्यक्ति_की_आजादी... Hindi · कविता 151 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Aug 2022 · 1 min read सियासी क़ैदी सत्ता पर प्रश्न उठाना सबसे बड़ी देशभक्ति है! व्यवस्था पर प्रश्न उठाना सबसे बड़ी देशभक्ति है!! मनुष्य- मनुष्य को जात-पात में बांटने वाली! प्रथा पर प्रश्न उठाना सबसे बड़ी देशभक्ति... Hindi · कविता 382 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Aug 2022 · 1 min read बुद्धिजीवियों पर हमले जी रहे हैं हम और आप जहालतों के दौर में! सियासी और मज़हबी मुगालतों के दौर में!! लेखक से पत्रकार तक कोई नहीं महफूज़ यहां! सड़कों पर चलती हुईं अदालतों... Hindi · कविता 194 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Aug 2022 · 1 min read विपक्ष की आत्महत्या सत्ता पक्ष के सामने विपक्ष की बेबसी पर एक मिनट का मौन! अहम सवालों के बाबत विपक्ष की ख़ामोशी पर एक मिनट की मौत!! अपने सेफ़्टी ज़ोन से बाहर निकल... Hindi · कविता 144 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Aug 2022 · 1 min read बहुजन की भारत माता मैं जब भी भारत माता के स्वरूप की कल्पना करता हूं तो घास काटती हुई, बर्तन मांजती हुई, झाड़ू लगाती हुई, ईंट ढोती हुई, बकरी चराती हुई, धान बोती हुई... Hindi · लेख 642 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Aug 2022 · 1 min read बदनसीबी की दवा जो दिल ने चाहा वह हुआ नहीं! बदनसीबी की कोई दवा नहीं!! मैं क्या करूं ख़ुदा के कानों तक शायद पहुंची ही मेरी दुआ नहीं!! Shekhar Chandra Mitra #कवि #गीतकार... Hindi · कविता 189 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Aug 2022 · 1 min read महंगाई की मार उम्मीद भी कोई क्या करे? इस लापरवाह सरकार से? राम जाने कैसे बचेगा देश इस महंगाई की मार से? सभी ज़रूरी चीज़ों के दाम अब छूने लगे हैं आसमान! मायूस... Hindi · कविता 147 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Aug 2022 · 1 min read मेरी कलम बेख़ौफ़ कलम, बेबाक कलम मेरी कलम आज़ाद कलम! अंधों की आंख कलम, गूंगों की आवाज़ कलम!! तुम जाकर कह दो अपने आकाओं से, तख्त और ताज के झूठे ख़ुदाओं से!... Hindi · कविता 233 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Aug 2022 · 1 min read मृगमरीचिका भारत बनेगा विश्वगुरु क्या घंटा हिलाकर! रख दिया उसने सबको बुरी तरह उलझाकर!! उस राम मंदिर का करें क्या हम आख़िर! उसे खाएं कि पहने कि रहें उसमें आकर!! Shekhar... Hindi · कविता 138 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Aug 2022 · 1 min read सरकार की लापरवाही क्या मंदिर में ख़ुदा नहीं या मस्जिद में राम नहीं! क्या हिन्दू और मुस्लिम एक जैसे इंसान नहीं!! बेइंतहा मुसीबतों से जुझते हुए इस देश में! क्या हमारी सरकार को... Hindi · कविता 177 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Aug 2022 · 1 min read औरतों को क्या चाहिए? न ख़ुदा, न जन्नत न क़ौम, न दीन! हिम्मत, रोज़गार और तालीम!! हिलाकर रख देंगी वे पूरा सिस्टम! औरतों को चाहिए चीज़ें सिर्फ़ तीन!! #FeministPoetry #शिक्षा #साहस #आत्मनिर्भर #स्त्री #मुक्ति... Hindi · कविता 164 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Aug 2022 · 1 min read कबीर कला मंच सिर उठाने वालों को झूठे मुकदमों में फंसाना! आंख मिलाने वालों को झूठे मुकदमों में फंसाना!! मज़हब और सियासत का खेल रहा है सदियों पुराना! हांक लगाने वालों को झूठे... Hindi · कविता 220 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Aug 2022 · 1 min read विद्रोही चेतना का कवि एक चारण कवि! एक भाट कवि!! मैं बन जाऊं क्या एक भक्त कवि!! पद या यश की लिप्सा में अब! दूसरों जैसा एक अशक्त कवि!! #RomanticRebel #विद्रोही #चेतना #FreedomOfSpeech #लोक_कवि Hindi · कविता 53 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Aug 2022 · 1 min read दु: स्वप्न जब कोई दु:स्वप्न अपने चरमोत्कर्ष पर पहुंचता है तो टूटना उसकी नियति बन जाती है! #दर्शन #आध्यात्म #धर्म #Philosophy #sprituality #OSHO #दुख #शांति Hindi · कोटेशन 200 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Aug 2022 · 1 min read बोलने की ज़रूरत सचमुच! हमें बोलने की कोई ज़रूरत ही नहीं थी- अगर आम जनता को उन साजिशों का पता होता- जो धर्मगुरु, राजनेता और पूंजिपति दिन-रात उसके ख़िलाफ़ किया करते हैं... #भंडाफोड़... Hindi · कोटेशन 146 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Aug 2022 · 1 min read हाय रे विडम्बना! जिस आदमी के पेट में रोटी, बदन पर कपड़ा और सिर पर छत ही नहीं है- उससे चाहे लाख "भारत माता की जय" और "जय श्रीराम" के नारे लगवाते रहो-... Hindi · कोटेशन 1 203 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Jul 2022 · 1 min read चुभती हुई नज़रें मुझे आज भी डर लगता है मां! आकर आंचल में छिपा लो ना!! चुभती हैं मेरे तन-मन में जो उन भूखी नज़रों से बचा लो ना!! #कवि #शायरी #tribal #आदिवासी... Hindi · गीत 225 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Jul 2022 · 1 min read अंधकार युग हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों का वनवास होगा वह! कोई धार्मिक शिलान्यास नहीं, सत्यानाश होगा वह!! जिसको समझते हैं अंधभक्त धर्मयुग का प्रारंभ! इस देश में अंधकार युग की शुरूआत होगा वह!!... Hindi · कविता 218 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Jul 2022 · 1 min read सआदत हसन मंटो क्या वाइज-क्या हुक़्मरान मुझसे सब के सब परेशान! मैं जितना ज़्यादा बदतमीज उतना ही ज़्यादा बदजुबान!! धरती और आकाश के बीच मेरा नहीं कोई अपना मुल्क! मुझे पाकिस्तानी कहता भारत... Hindi · ग़ज़ल 171 Share Shekhar Chandra Mitra 30 Jul 2022 · 1 min read एक दुआ मैं एक प्यासा मुसाफ़िर हूं दूं तो तुम्हें क्या दूं! अपनी आहों के शोले या आंसू का दरिया दूं!! तुम तो नहीं,लेकिन तुम्हारी- ख़ामोशी यह बोली- अगर देना ही है... Hindi · कविता 186 Share Shekhar Chandra Mitra 30 Jul 2022 · 1 min read सावधान तू धूर्त! तू कुटिल! तू पाखंडी! तू मक्कार! धिक्कार! धिक्कार! धिक्कार! धिक्कार! यह आत्म-मुग्धता! यह श्रेष्ठता-बोध! यह सवर्ण-ग्रंथि! यह जातीय अहंकार! शूद्रों और स्त्रियों पर जो करता आ रहा तू... Hindi · कविता 172 Share Shekhar Chandra Mitra 30 Jul 2022 · 1 min read जहालतों का दौर कोई रूहानियत नहीं इसमें, यह महज़ एक ज़हालत है! हमें तो मूर्दा बुतों से ज़्यादा ज़िंदा इंसानों से मुहब्बत है!! कई भयंकर महामारियों से जुझते हुए हमारे देश को! आज... Hindi · कविता 197 Share Shekhar Chandra Mitra 30 Jul 2022 · 1 min read सियासी नाटक उसकी लुटेरों से यारी तो कातिलों से मोहब्बत है! जो कुछ भी कर रहा वह महज़ एक सियासत है!! उस तानाशाह को जाकर समझाए भी तो कौन अब! हमें इबादतगाहों... Hindi · कविता 300 Share Shekhar Chandra Mitra 30 Jul 2022 · 1 min read लोकतंत्र का मज़ाक आख़िर यह क्या मज़ाक है! आख़िर यह क्या तमाशा है!! लोकतंत्र के कांधे पर ही आज देश का जनाजा है!! जुझ रही है सारी जनता रोज़ नई मुश्किलों से मगर!!... Hindi · कविता 153 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Jul 2022 · 1 min read इंसानियत के दुश्मन मज़हब ने लुटिया डुबोई! सियासत ने बेड़ा ग़र्क़ किया!! कुछ धूर्तों की साज़िश ने हमारी दुनिया को नर्क किया!! इंसानियत के सबसे बड़े दुश्मन थे वही लोग जिन्होंने! दो मासूम... Hindi · कविता 213 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Jul 2022 · 1 min read तख्त और ताज की साज़िश जिसने सवाल उठाए उसे सूली मिली उसे ज़हर मिला जिसने बहस किया! तख्त और ताज की साज़िश ने ही तो हमारी दुनिया को तहस-नहस किया!! रोता है मेरा दिल ख़ून... Hindi · कविता 78 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Jul 2022 · 1 min read वक़्त का तराना जिसमें दर्द-ए-जाना नहीं! जिसमें ग़म-ए-ज़माना नहीं!! और चाहे कुछ भी हो लेकिन वह वक़्त का तराना नहीं!! Shekhar Chandra Mitra #RomanticRebel #प्रेमी #विद्रोही Hindi · कविता 57 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Jul 2022 · 1 min read कबीर:एक बेरहम मसीहा उसमें कहीं सुई की चुभन है तो कहीं चोट हथौड़े की! कबीर की कविता तो है मार नंगी पीठ पर कोड़े की!! इससे पहले कि वह बनकर रह जाए एक... Hindi · कविता 69 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Jul 2022 · 1 min read बेवकूफ़ लोग आज भी इस दुनिया में ऐसे बेवकूफ़ लोगों की कोई कमी नहीं है जो किसी हिटलर या लादेन में अपना हीरो ढूंढ़ते हैं! #dictatorship #तानाशाह #Hitler #Laden #democracy #धर्मांधता Hindi · कोटेशन 139 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Jul 2022 · 1 min read हम लेकर रहेंगे आज़ादी कितनों को खिलाओगे गोली! कितनों को झूलाओगे फांसी!! हम लेकर रहेंगे आज़ादी कितनों को चढ़ाओगे सूली!! Shekhar Chandra Mitra #FreedomStruggle #FreedomOfSpeech Hindi · कविता 63 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Jul 2022 · 1 min read साफगोई तुम ऐसे काम करते ही क्यों हो जिनके लिए तुम्हें सबसे झूठ बोलना पड़ता है? तुम ऐसी चीजें रखते ही क्यों हो जिन्हें तुम्हें दुनिया से छुपाना पड़ता है? तुम... Hindi · कोटेशन 106 Share Shekhar Chandra Mitra 28 Jul 2022 · 1 min read भोजपुरी बचाओ हमने ही लिखा है गीत यह क्या कभी उन्हें बताते होंगे! अपने ही गाए हुए गीतों को वे घर पर नहीं बजाते होंगे!! भोजपुरी गीत के नाम पर कचरा परोसने... Hindi · कविता 1 148 Share Shekhar Chandra Mitra 28 Jul 2022 · 1 min read लोकतंत्र का भविष्य वो सारी संस्थाएं जो हमारे नागरिक अधिकारों की सुरक्षा के लिए बनायी गई थीं, एक-एक कर नख-दंतविहिन की जा रही हैं। अब देखा जाए कि इस देश में लोकतंत्र का... Hindi · कोटेशन 109 Share Shekhar Chandra Mitra 28 Jul 2022 · 1 min read बोलने की आज़ादी आपको जो कहना है, वह आप कहिए और हमें जो कहना है, वह हमें कहने दीजिए। जब हम आपको नहीं रोकते तो आप भी हमें मत रोकिए। हमें क्या बोलना... Hindi · कोटेशन 86 Share Shekhar Chandra Mitra 28 Jul 2022 · 1 min read सरफरोश उन गिने-चुने सिरफिरे लोगों का किसी न किसी तरह साथ देना चाहिए हमें जो क़त्ल किए जाने की आशंका के बावजूद एक बेहतर समाज का सपना देखना नहीं छोड़ते! Shekhar... Hindi · कोटेशन 69 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Jul 2022 · 1 min read विध्वंसक ब्लॉगर नहीं, ब्लास्टर हूं मैं! अपनी चेतना का मास्टर हूं मैं!! दुनिया में जो कुछ सड़ा-गला है! उसके लिए डिस्ट्रक्टर हूं मैं!! Shekhar Chandra Mitra #कवित्व #humanity #truth #genius #Osho... Hindi · कविता 1 163 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Jul 2022 · 1 min read ओशो दि ग्रेट न्यस्त स्वार्थों के खेमे में हड़कंप मच गया! ओशो अभी चला ही था कि भूकंप मच गया!! उस निहत्थे और शाकाहारी व्यक्ति के नाम का! पूरी दुनिया में किस तरह... Hindi · कविता 66 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Jul 2022 · 1 min read भविष्य का मसीहा मज़हब तो इंसानियत की छाती में ठोकी हुई एक कील है। भविष्य का मसीहा वही होगा जो इस कील को बाहर निकाल कर फेंक देगा! #JesusCrucifiedAgain #Osho #humanity #religion #प्रेम... Hindi · कविता 300 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Jul 2022 · 1 min read ईंट भट्ठी वे मुफ्लिस, महरूम और मजलूम इंसान! क्या नहीं थे आदम और हव्वा की संतान!! आसमान को चूमती इन इमारतों के नीचे दफ़न हो गए जिनके सारे नाज़ुक अरमान!! #Labour #मज़दूर... Hindi · कविता 122 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Jul 2022 · 1 min read जलियांवाला बाग़ नरसंहार जिसे देखकर हुआ भगतसिंह आज़ादी का मतवाला! याद भी है कि भूल गए तुम बाग वो जलियांवाला!! मासूम जनता का ख़ून बहाकर एक बेरहम हुक़्मरान ने! दुनिया भर में किया... Hindi · कविता 102 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Jul 2022 · 1 min read सेहत पर ध्यान नेताओं की बकवास छोड़िए! डॉक्टरों की मान लीजिए!! आपकी जिंदगी अनमोल है जरा सेहत पर ध्यान दीजिए!! Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 97 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Jul 2022 · 1 min read रोमांटिक रिबेल वैसे तो मैं बस प्रेम और सौंदर्य का कवि हूं लेकिन मुझसे अपने देश और समाज में होने वाले अनर्थ देखे नहीं जाते। इसलिए विवश होकर मुझे विद्रोह का मशाल... Hindi · कोटेशन 184 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Jul 2022 · 1 min read निंदा और प्रशंसा प्रशंसा की चाह या निंदा की चिंता किए बिना बिल्कुल सहजता से मैं अपने काम किए जाता हूं। सूरज इसलिए तो नहीं उगता न कि मूर्गे उसे देखकर बांग दें! Hindi · कोटेशन 73 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Jul 2022 · 1 min read आथेंटिक राइटर हर जेन्युइन राइटर को डिस्टर्बर होना चाहिए! पुराने सिस्टम के लिए डिस्ट्रक्टर होना चाहिए!! अपने रेडिकल और क्रिटिकल आर्टिकल्स के ज़रिए! लाइफ़ के हर फील्ड में कंट्रीब्यूटर होना चाहिए!! Shekhar... Hindi · कविता 55 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Jul 2022 · 1 min read एक भटकती हुई आत्मा लाख कोशिशों पर भी सुकून से भरी जो एक शाम तक कभी हमें दे न सकी! जिसके पूरे हकदार थे हम लेकिन जो एक नाम तक कभी हमें दे न... Hindi · कविता 129 Share Previous Page 26 Next