सुखविंद्र सिंह मनसीरत Language: Hindi 2395 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 26 Next सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Mar 2021 · 1 min read अल्फ़ाज़ बिखर गए ********* अल्फ़ाज़ बिखर गए ********* ********************************** तुझे देखते ही जुबान से अल्फाज़ बिखर गए, ईरादे जो किये थे जज्बात मुकर गए। सोचा था जब मिलोगे प्रेम इज़हार करेंगे, वक्त पास... Hindi · कविता 1 1 507 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Mar 2021 · 1 min read बिखरे अल्फ़ाज़ ***** बिखरे अल्फाज़**** ********************** बिखरे जिंदगी के अल्फ़ाज़, सु लय बिना न बजते साज। नील गगन में उड़ते हैं विहग, नज़र कहीं आते नहीं बाज। नजदीकियाँ हो गई गुमशुदा, देख... Hindi · कविता 1 218 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Mar 2021 · 1 min read इंतकाम ************ इंतकाम ********* **************************** सही वक्त पर ही तुम इंतकाम लेना, पर ये जरूरी है अक्ल से काम लेना। बिगड़े जो माहौल , कोई न संभाले, खामोश रह के ही... Hindi · कविता 413 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Mar 2021 · 1 min read खिलौना *************** खिलौना ************* ***** ****************************** आजकल की जिन्दगी बन गई है एक खिलौना, आदमी धरती पर हो गया दो दिन का बिछौना। रिश्तों की कीमतें हर रोज घटती ही जा... Hindi · कविता 257 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Mar 2021 · 1 min read कुर्सी की लड़ाई ****** कुर्सी की लड़ाई ****** ************************* जब शुरू होती कुर्सी पर लड़ाई, शत्रु बन जाते भाई भरजाई। जिस लाठी उसकी होती है भैंस, बात सच कहता है कालू नाई। बोली... Hindi · कविता 1 827 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Mar 2021 · 1 min read दफन हो गए अरमान *** दफन हो गए अरमान *** *********************** दफन हो गए सारे अरमान, जब पहुंचे श्रीमान कब्रिस्तान। छूमंतर हो गई मस्त जवानी, आ गया बुढ़ापे का फरमान। फंस गया दुनिया बीच... Hindi · कविता 2 207 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Mar 2021 · 1 min read फीका लगता है महताब ****फीका लगता है महताब*** ************************* नशा शराब का नहीं है खराब, दिल की नीयत है बहुत खराब। दिखाई न दे ये सारा जहान, छा गया हो तन मन नशा शवाब।... Hindi · कविता 2 1 243 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Mar 2021 · 1 min read बैठ जाओ पास ******बैठ जाओ पास****** ************************ दो घड़ियाँ बैठ तो जाओ पास, करनी है तुम से दिल की बात। पूछना है, क्या हुई खता बता, क्यों नही करते हो दो पल बात।... Hindi · कविता 1 660 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Mar 2021 · 1 min read पहली मुलाकात **** पहली मुलाकात**** ********************* आधी अधूरी व्याकुल भरी, प्रेम की पहली मुलाकात। उलझी हुई काली जुल्फें, रिमझिम बरसी थी बरसात। बहकी हुई सी साँसें थी, प्यार की स्वर्णिम सौगात। रजत... Hindi · कविता 2 628 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Mar 2021 · 1 min read हकीकत ए दास्तान **** हकीकत ए दास्तान ***** ************************* हकीकत ए दास्तान बहुरंगी है, जिंदगी पग पग पर सदैव ठगी है। किस पर दोष मंढे तारीकियों का, आग पड़ोस की मंडेर पर लगी... Hindi · कविता 236 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Mar 2021 · 1 min read हकीकत की दास्तान ***** हकीकत की दास्तान ****** **************************** क्या सुनाऊँ मैं हकीकत की दास्तान, अनूठी,अनोखी है दर्द भरी दास्तान। अपनों ने छोड़ दिया था मेरा साथ, गैरों ने आ कर पूर्ण की... Hindi · कविता 442 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Mar 2021 · 1 min read तुम्हारे नाम से शिनाख्त है ** तुम्हारे नाम से मेरी शिनाख्त है ** ***************************** तुम जो मिले हो, खुदा की इनायत है, जिन्दगी भर की तुम,मेरी इबादत है। तुम्हारे वास्ते आँहें भरते आए, तुम्हें भूल... Hindi · कविता 1 416 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Mar 2021 · 1 min read लाल लहू का रंग है भाई *लाल लहू का रंग है भाई* ********************* हिन्दू,मुस्लिम, सिख,ईसाई, लाल लहू का रंग है भाई। धर्म नाम पर कट मर जाते, इंसानियत है गिरती आई। मजहबी दंगे है हानिकारक, बंधुत्व... Hindi · कविता 220 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Mar 2021 · 1 min read रौद्र रूप विनाशक भोलेनाथ तू *रौद्र रूप विनाशक भोलेनाथ तू* ************************** सृष्टि का है चालक भोलेनाथ तू, रौद्र रूप विनाशक भोलेनाथ तू। विषैले नीले कंठ में सर्प लपेटा है, कैलाश निवासी शिव भोलेनाथ तू। सारे... Hindi · कविता 239 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Mar 2021 · 1 min read नशा इश्क ए जुनून का ********* नशा इश्क ए जुनून का ********* ************************************* आँखों में है छा गया ,नशा इश्क ए जुनून का, तन मन मे लगाए आग,नशा इश्क ए जुनून का। दिन में न... Hindi · कविता 745 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Mar 2021 · 1 min read जुनून इश्क का *** जुनून इश्क का **** ******************** आदमियत पर है भारी, छा गया जुनून इश्क का। छिपाए नहीं छुप सकता, कभी भी आना मुश्क का। घर सील हो जाते अक्सर, असर... Hindi · कविता 1 1 330 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Mar 2021 · 1 min read महिलाएँ ******** महिलाएँ ******* *********************** जब यदि सीखना हो सत्कार, याद आती हैं महिलाएँ। शिक्षित करना हो गर समाज, शिक्षित करनी होगी महिलाएँ। कैसे सीखोगे भला शिष्टाचार, अनुकरणीय होती हैं महिलाएँ।... Hindi · कविता 523 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Mar 2021 · 1 min read नारी तुम नारायणी हो *नारी तुम नारायणी हो* ****************** नारी से ही जीवन है, नारी से जन जीवन है। प्रसव पीड़ा सहकर वो, शिशु को दे नवजीवन है जग में मिलती पहचान, दे सभी... Hindi · कविता 1 1 729 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Mar 2021 · 1 min read मैं कैसे उसे भुलाऊँ *** मैं कैसे उसे भुलाऊँ *** ********************** भला मैं कैसे उसे भुलाऊँ, बात दिल की किसे बताऊँ। कोने कोने में प्यार समाया, किस कोने में उन्हें बिठाऊँ। हर पन्ना मोहब्बत... Hindi · कविता 280 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Mar 2021 · 1 min read बेवफा किसको कहूँ बेवफा किसको कहूँ ******************* किसको मैं बेवफा कहूँ, मुस्कराते हुए चाँद को कहूँ, जिसने मुझे हसीन स्वप्न दिखाए, सितारों भरी काली रात को कहूँ, जिन्होंने था चमकना सिखाया, नीले आसमान... Hindi · कविता 1 515 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Mar 2021 · 1 min read तुम हमारे हुए ****** तुम हमारे हुए ****** ************************ आँखों ही आँखों में इशारे हुए, तुम हमारे हुए, हम तुम्हारे हुए। जो राहों में मिले,वो किनारे हुए, तुम हमें मिल गए तो सहारे... Hindi · कविता 281 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Mar 2021 · 1 min read बेरी के खट्टे मीठे बेर **** बेर के खट्टे मीठे बेर *** *********************** दे कर बेरी , खट्टे मीठे बेर, खाती रहती पत्थर,शाम सवेर। काँटो तले सदा खिलतें हैं फूल, युद्ध में सदैव लड़ते हैं... Hindi · कविता 2 551 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Mar 2021 · 1 min read कैसा वक्त जग में आया *कैसा वक्त जग में आया* ********************* कैसा वक्त जग में आया, दुश्मन बना अपना साया। रिस्तों में आ गई दरार, रहा न चाचा न ही ताया। किस्ती फंस गई मंझदार,... Hindi · कविता 251 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Mar 2021 · 1 min read मुसाफिर हूँ यारों ******** मुसाफिर हूँ यारों ******* ***************************** मुसाफिर हूँ मैं यारों, चलता जा रहा हूँ, मुसीबतों से हर रोज लड़ता जा रहा हूँ। पल पल जिन्दगी से खफ़ा हो के देखा,... Hindi · कविता 1 200 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Mar 2021 · 1 min read छोड़ जाए जब कोई साथ आज हमउम्र मौसेरा भाई दुर्घटना का शिकार हो कर सदा के लिए छोड़ गया साथ****नम आँखों से विदाई *********************************************** छोड़ जाए जब कोई साथ ********************* सीने में होता है दर्द,... Hindi · कविता 1 371 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Feb 2021 · 1 min read ज़िल्लत में रहना सीख लिया जिल्लत में रहना सीख लिया *********************** रोते -रोते हँसना सीख लिया, गम में मुस्कराना सीख लिया। हम मालिक अपनी मर्जी के, तेरी रजा में रहना सीख लिया। नभ में घुमंतू... Hindi · कविता 336 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Feb 2021 · 1 min read शिरोमणि संत रविदास **** शिरोमणि संत रविदास*** ************************* रामानंद का परम शिष्य रविदास, रैदास के नाम से मशहूर रविदास। माघ मास पूर्णिमा विक्रम सावंत, रविवार को जन्मे थे प्रिय रविदास। जाति,वर्णो में विभक्त... Hindi · कविता 451 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Feb 2021 · 1 min read पुराने दिन सुहाने ***पुराने दिन सुहाने*** ******************* कहाँ गए वो दिन पुराने, याद आते हैं पल सुहाने। एक कोठरी थी टूटी फूटी, संग सोते थे पैंद सराहने। दादी की मिले गोदी लोरी, माँ... Hindi · कविता 1 297 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Feb 2021 · 1 min read कसम ******* कसम ******* ******************** कसम की खाते हैं कसम, निभाएंगे हम हर कसम। वचन दे दिया है तब से, जब से मिले हो तुम सनम। हो जाएगी दुनियाँ हसीं, प्रेम... Hindi · कविता 223 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Feb 2021 · 1 min read महफिल में उदासी छाई है महफिल में उदासी छाई है ******************** महफिल में उदासी छाई है, जुदाई की घड़ियाँ आईं हैं। भीगी भीगी आँखों में नमी, यार की आँखें भर आई है। चेहरे सभी के... Hindi · कविता 2 1 341 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Feb 2021 · 1 min read बेवफा हुजूर हो चाहे बेवफा हुजूर हो ***************** मेरी आँखों का नूर हो, बेशक नजरों से दूर हो। दीवाना तेरी सूरत का, दीवानगी का फितूर हो। राहें कठिन हैं प्यार की, लक्ष्य जैसे... Hindi · कविता 271 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Feb 2021 · 1 min read आँखों में छाई हो हवस ** आँखों में छाई हो हवस ** *********************** जब आँखों में छाई हो हवस, दरिंदे नहीं करते तनिक तरस। नोच डालते हैं कंचन सा बदन, लूटते अस्मत कर तहस नहस।... Hindi · कविता 1 1 261 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Feb 2021 · 1 min read ईश्क की शाम सुहानी ਇਸ਼ਕ ਦੀ ਸ਼ਾਮ ਸੁਹਾਣੀ ईश्क दी शाम सुहानी ***************** **************** ਗੱਲ ਸੁਣ ਜਾ ਵੇ ਹਾਣੀ, गल जा वे हाणी, ਤੂੰ ਮਨ ਦੀ ਨਹੀਂ ਜਾਣੀ। तूं मन दी नहीं जानी। ਜਿੰਦ... Hindi · कविता 457 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Feb 2021 · 1 min read मिलने का करार *******मिलने का करार कर****** ***************************** हूँ याद में रहा रोता ऐतबार कर, दिल से कभी हमें थोड़ा प्यार कर। नजरें मिली,हसीं दिल ये धड़कने लगा, दीवानगी भरे लम्हों का इंतजार... Hindi · कविता 343 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Feb 2021 · 1 min read कुछ ख़त मोहब्बत के0 ***कुछ ख़त मोहब्बत के** ********************** दिल के बहुत होते हैं पास, कुछ कहते ख़त मोहब्बत के। भावों का गहरा है दरिया, हँसाते रुलाते मोहब्बत के। फूलों से होते सदाबहार, महकते... Hindi · कविता 2 3 252 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Feb 2021 · 1 min read यह कैसे रिश्ते यह कैसे रिश्ते नाते **************** यह कैसे हैं रिस्ते नाते, प्रेम गीत नहीं है गाते। नीचा दिखाते हैं रहते, तनिक नहीं हैशर्माते। घर में बुला अपने, पथ बाहरी दिखाते। बेईज्ज़ती... Hindi · कविता 2 1 204 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Feb 2021 · 1 min read अपमान ******अपमान******* ******************* अपमान की लगती आग, मुँह से निकलती है झाग। बेईज्ज़ती की हद पार, लगती तन मन में आग। मन में उठती है तब टीस, जैसे डसता है काला... Hindi · कविता 1 2 389 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Feb 2021 · 1 min read अधूरा ख्वाब ********अधूरा ख्वाब************ ****************************** मैं अभागा तुम्हें चाह कर भी पा न सका , दिल में तुम्हारे कभी घर बना न सका। महकते फूलों पर भंवरा मंडराता ही रहा, प्रेम रस... Hindi · कविता 2 2 247 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Feb 2021 · 1 min read ननिहाल *********ननिहाल********* ************************* ननिहाल नाना नानी के साथ है, मामा मामी के संग तो अनाथ हैं। नानी की याद आती हैं लोरियाँ, नाने की गोदी में होती प्रभात हैं। अलग से... Hindi · कविता 1 287 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Feb 2021 · 1 min read दूर संस्कार हुए ****दूर संस्कार हुए**** ******************** जब से एकल परिवार हुए, दूर सारे ही संस्कार हुए। दादा - दादी,नाना - नानी, रिस्ते - नाते व्यापार हुए। भाई की रही बहन नहीं, राखी... Hindi · कविता 3 2 262 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Feb 2021 · 1 min read श्रेष्ठ कलाकार ***** श्रेष्ठ कलाकार***** ********************** जो बदल देता है तस्वीर, श्रेष्ठ कलाकार कहलाए। जो बदल देता है तकदीर, भगवान का दर्जा है पाए। जो सांसों को देता समीर, जीवन रक्षक है... Hindi · कविता 3 4 265 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Feb 2021 · 1 min read शान्त प्रशान्त कलाकार **शांत प्रशांत कलाकार** ********************* सांवले रंग का नौजवान, मिसरी सी मीठी है जुबान। मुख से मुखरित कम बोल, करके दिखाए नहीं दे ज्ञान। हुनर से लामबंद हुनरमंद, जबरदस्त होनहार इंसान।... Hindi · कविता 1 225 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Feb 2021 · 1 min read टूटे जूते सी जिन्दगी **टूटे जूते सी जिन्दगी**** ********************* टूटे जूते सी जिन्दगी, बन कर मजबूर फिजूल, गलियों की धूल, चाटती जा रही है। गाँव से शहर और शहर से गाँव, बिना किसी मकसद... Hindi · कविता 2 4 323 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Feb 2021 · 1 min read कतरा कतरा लहू का कहता प्रिय कतरा कतरा लहू का कहता प्रिय ************************** कतरा कतरा लहू का कहता प्रिय, तेरे बिना रहना न गवारा प्रिय। रग रग में समाए हो तुम इस कदर, खुश्बू समाई हो,... Hindi · कविता 2 1 293 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Feb 2021 · 1 min read दोहावली ************ दोहावली ************** ********************************** सुमन खिले हैं प्यार के, चेहरों पर बहार। पुलकित है मन बांवरा,आया बहुत निखार।। राम नाम के जाप से, निष्क्रिय हो प्रहार। प्रभु कृपा विचार से,निलय... Hindi · दोहा 1 2 482 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Feb 2021 · 1 min read ख्यालों में बसते थे पहले ख्यालों में बसते थे पहले ******************** लोग सामने आने लगे, छिप कर रहते थे पहले। करने लगे बातें सरेआम, पीठ पीछे बोलते थे पहले। बहकने लगे कदम उनके, संभल कर... Hindi · कविता 1 1 181 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Feb 2021 · 1 min read चाँद की चाँदनी हो तुम ******* चाँद की चाँदनी हो तुम ******* ******************************** जीवन में चमकते चाँद की चाँदनी हो तुम, नभ में बादलों में गर्जती दामिनी हो तुम। फूलों सी खुशबू आती है मखमली... Hindi · कविता 1 1 289 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Feb 2021 · 1 min read गुल गुलाब हो तुम ***गुल गुलाब हो तुम** ******************* खिला गुल गुलाब हो तुम, हुस्न आफ़ताब हो तुम। हो जाए बेकाबू मन, सुलगता सैलाब हो तुम। पल में बहक सा जाए, मौसम खराब हो... Hindi · कविता 1 1 251 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Jan 2021 · 1 min read फूल (दोहावली) *********** दोहावली (फूल) ********* ********************************** फूल शूल बिन ना खिले,कुदरत का है खेल। भले बुरे जग में भरे,मिले राज या जेल।। उपवन सा जग मिला,भांति भांति के फूल। चमन खिलता... Hindi · कविता 1 285 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Jan 2021 · 1 min read दिल ने मुझसे कहा *****दिल ने मुझ से कहा***** ************************* दिल ने मुझ से ये कुछ कहा है, अब तक तेरे लिए सब सहा है। तूफानों से टकरा कर रहा मौन, आँधियों को सीने... Hindi · कविता 1 1 344 Share Previous Page 26 Next