Dr Archana Gupta Language: Hindi 1407 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 22 Next Dr Archana Gupta 10 Feb 2018 · 1 min read राम और घनश्याम लेकर हाथों में खड़े, धनुष बाण श्री राम इधर काठ की बाँसुरी,अधर लिए घनश्याम अधर लिए घनश्याम,ज्ञान गीता का देते पुरुषोत्तम हैं राम, नाँव जीवन की खेते पढ़ो धार्मिक ग्रन्थ,वक़्त... Hindi · कुण्डलिया 424 Share Dr Archana Gupta 10 Feb 2018 · 1 min read हो गई हूँ साँवरी तेरे लिए श्याम के रँग में रँगी तेरे लिए हो गई हूँ साँवरी तेरे लिए रात रूठी, चाँद खोया, अब बता कैसे लाऊँ चाँदनी तेरे लिए रोशनी तुझको मिली चाहे नहीं मैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 297 Share Dr Archana Gupta 9 Feb 2018 · 1 min read होली का त्यौहार आया है सद्भाव का, होली का त्यौहार इसके रंगों में छिपा, खुशियों का संसार खुशियों का संसार, गले भी दुश्मन मिलते उड़े अबीर गुलाल , रंग से चेहरे खिलते गज़ब... Hindi · कुण्डलिया 282 Share Dr Archana Gupta 8 Feb 2018 · 1 min read जरा सा ही कद क्या बड़ा हो गया जरा सा ही कद क्या बड़ा हो गया वो सब की नज़र में भला हो गया अमीरी ने रिश्ते बनाये बहुत दिलों में मगर फासला हो गया यही ज़िन्दगी ने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 290 Share Dr Archana Gupta 8 Feb 2018 · 1 min read थाम प्रीत की डोर मन की उड़ी पतंग भी , थाम प्रीत की डोर ऊँची देख उड़ान को, नाचा मन का मोर नाचा मन का मोर, सुनाई देती छम छम हवा करे मदहोश, बसंती... Hindi · कुण्डलिया 301 Share Dr Archana Gupta 7 Feb 2018 · 1 min read हमने ही अब गम गिनाना कम किया है हमने ही अब गम गिनाना कम किया है ज़िन्दगी ने कब सताना कम किया है रोज सपने टूटते रहते हमारे पर नहीं उनको सजाना कम किया है अब नहीं हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 628 Share Dr Archana Gupta 7 Feb 2018 · 1 min read दूर से यूँ तो नज़र अपनी सी आई दुनिया दूर से यूँ तो नज़र अपनी सी आई दुनिया पर कभी हमको ही अपना नहीं पाई दुनिया मुफलिसी ने गले क्या हमको लगाया देखो हो गई अपनी से फ़ौरन ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 291 Share Dr Archana Gupta 3 Feb 2018 · 1 min read रोटी (ग़ज़ल) सबको ही कब मुहाल है रोटी ख्वाब सा भी खयाल है रोटी उँगलियों पर नचाती है सबको लगती भी कोतवाल है रोटी चाँद तारे भी दिन में दिख जाते चलती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 350 Share Dr Archana Gupta 1 Feb 2018 · 1 min read दिल से गुरुओं का यहां कितना भी सम्मान करो दिल से गुरुओं का यहां कितना भी सम्मान करो उनको इंसान ही रहने दो न भगवान करो हम जगह अपनी बना लेंगे वहाँ पर खुद ही तुम जरा देर को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 298 Share Dr Archana Gupta 27 Jan 2018 · 1 min read जो नसीब रूठा हुआ लगे जो नसीब रूठा हुआ लगे हमें ज़िन्दगी ही सज़ा लगे हमें साथ उनका भला लगे ये जमाने को क्यों बुरा लगे तेरा प्यार ही मेरे दर्द की वो दवा लगे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 521 Share Dr Archana Gupta 27 Jan 2018 · 1 min read वक़्त है राजा चली उसकी सदा सरकार है वक़्त है राजा सदा उसकी चली सरकार है टूट जाता आदमी जब इसकी पड़ती मार है दर्प यूँ किस बात पर करता यहाँ इंसान तू वक़्त से ही जीत है... Hindi · मुक्तक 1 530 Share Dr Archana Gupta 27 Jan 2018 · 1 min read नज़र किसी ने गुलों पर खराब डाली है नज़र किसी ने गुलों पर खराब डाली है ये सोच सोच के कितना उदास माली है झुके न खुद ,न किसी को झुकाया है हमने बजाई हाथ से दोनों हमेशा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 449 Share Dr Archana Gupta 27 Jan 2018 · 1 min read गणतंत्र दिवस अपने भारत वर्ष का, आया वो त्योहार जब पहना था देश ने, आज़ादी का हार आज़ादी का हार, तिरंगा भी फहराया अपना ही सँविधान, आज लागू करवाया किये अर्चना पूर्ण,... Hindi · कुण्डलिया 476 Share Dr Archana Gupta 25 Jan 2018 · 1 min read ये हैं दिल के दिल से रिश्ते यहां जीत हार मत कर ये कभी न भर सकेंगी दिलों में दरार मत कर ये हैं दिल के दिल से रिश्ते यहां जीत हार मत कर मैं कभी भी ज़िन्दगी में तुझे ये न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 503 Share Dr Archana Gupta 24 Jan 2018 · 1 min read जरा सा दिल को करार दे दो जरा सा दिल को करार दे दो जुड़े जो दिल से वो तार दे दो न चाहिए तुमसे कोई दौलत हमें हमारा ही प्यार दे दो जिये मरेंगे भी साथ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 528 Share Dr Archana Gupta 23 Jan 2018 · 2 min read -दबंगई - कविता ...बाहर आओ ...देखो आज तेरे राजू ने मेरे बेटे को बहुत मारा है। आवारा बना दिया है उसे तुमने । दिन भर गुंडागर्दी करते हुए घूमता है । बड़बड़ाती... Hindi · लघु कथा 565 Share Dr Archana Gupta 20 Jan 2018 · 1 min read हम भी गम सहते कहाँ तक आ गये हम भी गम सहते कहाँ तक आ गये दर्द खतरे के निशाँ तक आ गये राज दिल के छिप न पाये दिल में ही लफ्ज़ बनकर वो जुबाँ तक आ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 476 Share Dr Archana Gupta 17 Jan 2018 · 1 min read फरेब माँ तू अब बूढ़ी हो गई है ..तुझे यहाँ अकेले नहीं छोड़ सकता । तू ये मकान बेच और मेरे साथ चल । पिता की मृत्यु पर अमेरिका से आया... Hindi · लघु कथा 1 1 757 Share Dr Archana Gupta 16 Jan 2018 · 1 min read सुमन प्यार के लगे रुख हवाओं ने बदला हुआ है फ़िज़ाओं में रँग कुछ बिखेरा हुआ है सुमन प्यार के यूँ खिले दिल के अन्दर कि दिल का चमन आज महका हुआ है... Hindi · मुक्तक 454 Share Dr Archana Gupta 15 Jan 2018 · 2 min read बेटी पर गीत (कोख में मारना मत कभी बेटियाँ) कोख में मारना मत कभी बेटियाँ, प्यार की हैं हमारे ये परछाइयाँ। बेटियाँ भोर की सी सुनहरी किरन, खुशबुओं से इन्हीं की महकता चमन। जन्म लेती यहाँ बेटों की ही... Hindi · गीत 1 785 Share Dr Archana Gupta 14 Jan 2018 · 1 min read मकर संक्रांति खिचड़ी तिल का कर रहे, आज सभी जन दान कमा रहे हैं पुण्य भी, कर गंगा स्नान और पतंगों से किया , नभ का भी श्रृंगार मना रहे संक्रांति का,सब... Hindi · मुक्तक 688 Share Dr Archana Gupta 13 Jan 2018 · 1 min read प्यार की फिर अधूरी कहानी हुई प्यार की फिर अधूरी कहानी हुई तू न राजा हुआ मैं न रानी हुई प्यार ने भर दिये इंद्रधनुषी से रँग मन की चुनरी मेरी आसमानी हुई आज हैवानियत इतनी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 917 Share Dr Archana Gupta 13 Jan 2018 · 1 min read कान हमने देखे तो नहीं, दीवारों के कान लेकिन सुनते आ रहे ,इनके अदभुत गान इनके अदभुत गान, सावधानी ये रखनी सोच समझ कर बात, कहीं पर भी है कहनी रहो... Hindi · कुण्डलिया 689 Share Dr Archana Gupta 13 Jan 2018 · 1 min read सोच वैसे ही इंसान हम, जैसी अपनी सोच और वही होते सफल, जिनमें होती लोच जिनमें होती लोच, वक़्त होता है जैसा जैसे हो हालात, सोच लेते वो वैसा रहें 'अर्चना'... Hindi · कुण्डलिया 743 Share Dr Archana Gupta 12 Jan 2018 · 1 min read भोर कितना सुंदर जग लगे, जब होती है भोर मंद मंद चलती पवन, चिड़ियां करती शोर चिड़ियां करती शोर,गीत भी कोयल गाती सुबह सुबह की सैर,मुदित तन मन कर जाती तभी... Hindi · कुण्डलिया 1 1 852 Share Dr Archana Gupta 12 Jan 2018 · 1 min read वक़्त और सपने चलता रहता वक़्त ये, रुके न इसकी चाल जितने पूरे कर सके , सपने उतने पाल सपने उतने पाल, आँक तू अपनी ताकत करने इनको पूर्ण, लगे साँसों की लागत... Hindi · कुण्डलिया 1 581 Share Dr Archana Gupta 9 Jan 2018 · 1 min read कोहरा पारा गिरता जा रहा, हुए सभी बेहाल बिछा हुआ जो हर तरफ, कोहरे का ही जाल कोहरे का ही जाल, छुपा भी सूरज ऐसे यहां गुनगुनी धूप, बिछाये अब वो... Hindi · कुण्डलिया 375 Share Dr Archana Gupta 9 Jan 2018 · 1 min read भारत महान है सर पे हिमालय ताज,करता दिलों पे राज, अपना कृषि प्रधान, भारत महान है लहराता ये तिरंगा, पावनी हमारी गंगा, भाल पे हिंदी की बिंदी, भारती की शान है संस्कारों के... Hindi · घनाक्षरी · देशभक्ति 1 1 503 Share Dr Archana Gupta 8 Jan 2018 · 1 min read सर्दी कोहरा खेले आजकल, चोर सिपाही खेल सूरज को खुद में छिपा,धूप भेज दी जेल बर्फीली चलती हवा, चला रही है तीर पहने मफलर कोट पर, बदन रही है चीर सर्दी... Hindi · दोहा 607 Share Dr Archana Gupta 8 Jan 2018 · 1 min read पचपन को कर पार नहीं घबराना तुम पचपन को कर पार नहीं घबराना तुम नया दौर ये हँसते हुये बिताना तुम माथे पर छाई हों लटें रुपहली सी चमक दिखे आँखों की नहीं सुनहली सी दिखने लगें... Hindi · गीत 5 5 1k Share Dr Archana Gupta 7 Jan 2018 · 1 min read सर्दी घर के अंदर बन्द सब , खा सर्दी की मार नहीं गूंजती पार्क में, बच्चो की किलकार बच्चों की किलकार, गूंजती है अब घर में बन्द हुए स्कूल, दर्द मम्मी... Hindi · कुण्डलिया 538 Share Dr Archana Gupta 6 Jan 2018 · 1 min read बेटा बेटी दोनों ही अब जग में एक समान हो गये बेटी के हक में भी जारी अब सारे फरमान हो गये बेटा बेटी दोनों ही अब जग में एक समान हो गये आज नहीं मजबूर खड़ी है ये खुदअपने ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 518 Share Dr Archana Gupta 5 Jan 2018 · 1 min read जब कोहरे को चीर कर , जरा निकलती धूप जब कोहरे को चीर कर , जरा निकलती धूप दिख जाता है भोर का,निखरा निखरा रूप निखरा निखरा रूप, सुहाना मन को लगता सर्दी का आनन्द,पहाड़ों जैसा मिलता हो जाती... Hindi · कुण्डलिया 1 344 Share Dr Archana Gupta 4 Jan 2018 · 1 min read तेरा ही ज़िन्दगी मैंं नित नया चेहरा बनाती हूँ तेरा ही ज़िन्दगी मैंं नित नया चेहरा बनाती हूँ कभी हँसता बनाती हूँ कभी रोता बनाती हूँ गलत हर काम से नफरत,मुझे विश्वास मेहनत पर मैं अपने हाथों से मिट्टी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 330 Share Dr Archana Gupta 4 Jan 2018 · 1 min read सपनों में रोज रोज आते हो सपनों में रोज रोज आते हो खुद से ऐसे मुझे मिलाते हो अपनी यादों के फूलों से ही तुम मेरी तनहाइयाँ सजाते हो जानते जब हो प्यास को मेरी गम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 406 Share Dr Archana Gupta 3 Jan 2018 · 1 min read बेटी देवी का समझ रूप, पूजते बेटी अगर, कोख में कोई भी बेटी, मरनी न चाहिए बेटी को देना है मान, और रखना है ध्यान,पढ़ने से ये वंचित ,रहनी न चाहिए... Hindi · मुक्तक 650 Share Dr Archana Gupta 2 Jan 2018 · 1 min read हम हैं अकेले जग में , कोई नहीं हमारा हम हैं अकेले जग में , कोई नहीं हमारा बस नाम का तुम्हारे , भगवान है सहारा जो छोड़ते न हिम्मत, वो डूबते नहीं हैं विश्वास जिनका' खुद पर, मिलता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 239 Share Dr Archana Gupta 2 Jan 2018 · 1 min read वक़्त था खुद को आजमाने का वक़्त था खुद को आजमाने का वादा करना था भूल जाने का हम ये समझे उन्हें मुहब्बत है उनका था शौक गुनगुनाने का मानते जब हमें हो तुम अपना फिर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 662 Share Dr Archana Gupta 1 Jan 2018 · 1 min read बढ़ती अपनी उम्र भी , जैसे बदलें साल बढ़ती अपनी उम्र भी , जैसे बदलें साल और मनाते हम खुशी, कैसा माया जाल कैसा माया जाल,बिछा रहता आंखों पर रहता पहरा सख्त, हमारी ही साँसों पर रोज सुनहरी... Hindi · कुण्डलिया 1k Share Dr Archana Gupta 30 Dec 2017 · 1 min read नया साल। साँस आखिरी भर रहा, जाने वाला साल जो आया वो जाएगा, यही काल की चाल पहला दिन है साल का, भीगी भीगी भोर फिर सपनों के गाँव मे, नाचा मन... Hindi · दोहा 703 Share Dr Archana Gupta 30 Dec 2017 · 1 min read माँ खड़ी हूँ मैं बुलन्दी पर मगर आधार तुम हो माँ मेरी पूरी कहानी का प्रमुख किरदार तुम हो माँ हूँ तुमसे दूर कितनी भी दुआ बन साथ रहती तुम जो... Hindi · मुक्तक 579 Share Dr Archana Gupta 27 Dec 2017 · 1 min read धीरे धीरे ज़िन्दगी, रही देखिये बीत धीरे धीरे ज़िन्दगी, रही देखिये बीत नये पुराने साल की, चली आ रही रीत चली आ रही रीत , समय की बहती धारा इसका थामे हाथ ,गुजरता जीवन सारा होते... Hindi · कुण्डलिया 1 298 Share Dr Archana Gupta 21 Dec 2017 · 1 min read बेटे मेहमान हो गये, बेटे मेहमान हो गये, यूँ कन्यादान हो गये जिनके पास न थी बेटी वो घर वीरान हो गये बेटी समझदार कितनी बेटे नादान हो गये रीत पुरानी यूँ बदलीं दोहरे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 634 Share Dr Archana Gupta 20 Dec 2017 · 1 min read नाटकों में राजा रानी हो गये नाटकों में राजा रानी हो गये वो समझते खानदानी हो गये जी न पाते हम तुम्हारे बिन यहां खत पुराने ज़िंदगानी हो गये बेवफ़ाई ने दिये थे जख्म जो वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 312 Share Dr Archana Gupta 20 Dec 2017 · 1 min read ये प्यार का खुमार है ये प्यार का खुमार है जो दिल ये बेकरार है नई दिशा नई डगर सफर ये यादगार है अधूरी है ये ज़िन्दगी मिला अगर न प्यार है ये भेदभाव की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 473 Share Dr Archana Gupta 19 Dec 2017 · 1 min read जब मुहब्बत आपकी जब मुहब्बत आपकी दिल रियासत आपकी देखती दर्पण हूँ मैं दिखती सूरत आपकी है जियादा फूलों से ये नज़ाकत आपकी प्रेम का कैसा असर बदली रंगत आपकी हो खुशी या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 749 Share Dr Archana Gupta 18 Dec 2017 · 1 min read कैसे खड़े हों जब मिला आधार भी नहीं कैसे खड़े हों जब मिला आधार भी नहीं कोई सहारा देने को तैयार भी नहीं कोई नचा सके हमे कठपुतली की तरह इतने हुए हैं हम अभी लाचार भी नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 561 Share Dr Archana Gupta 16 Dec 2017 · 1 min read गरीब और मौसम सर पर जिनके छत नहीं, फूटे हुऐ नसीब ऐसे ही मिल जाएंगे, कितने यहां गरीब कितने यहां गरीब, फ़टे हैं तन के कपड़े और मारकर भूख ,पड़े रहते हैं अकड़े... Hindi · कुण्डलिया 328 Share Dr Archana Gupta 16 Dec 2017 · 1 min read ठंड का आतंक मैदानों में ले रहे, पर्वत का आनन्द शीत लहर में दाँत भी, सुना रहे हैं छंद सुना रहे हैं छंद, हवा कितनी बर्फीली श्वेत ओढ़नी ओढ़,भोर लगती शर्मीली साँझ सुबह... Hindi · कुण्डलिया 701 Share Dr Archana Gupta 16 Dec 2017 · 1 min read नया साल कहकर हमको अलविदा , जायेगा ये साल और नया फिर आएगा यही काल की चाल यही काल की चाल, नहीं आता ये वापस पीछे अपने याद , छोड़ कर जाता... Hindi · कुण्डलिया 1 491 Share Previous Page 22 Next