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*** सिमटती जिंदगी और बिखरता पल...! ***
VEDANTA PATEL
*** आकांक्षा : एक पल्लवित मन...! ***
VEDANTA PATEL
*** तस्वीर....! ***
VEDANTA PATEL
*** रेत समंदर के....!!! ***
VEDANTA PATEL
* रेत समंदर के...! *
VEDANTA PATEL
" ये धरती है अपनी...
VEDANTA PATEL
*** मेरे सायकल की सवार....! ***
VEDANTA PATEL
*** " ये दरारों पर मेरी नाव.....! " ***
VEDANTA PATEL
*** " कभी-कभी...! " ***
VEDANTA PATEL
*** " मन बावरा है...!!! " ***
VEDANTA PATEL
*** " मनोवृत्ति...!!! ***
VEDANTA PATEL
*** सागर की लहरें........!!! ***
VEDANTA PATEL
*** चल अकेला.......!!! ***
VEDANTA PATEL
*** " वक़्त : ठहर जरा.. साथ चलते हैं....! " ***
VEDANTA PATEL
*** पेड़ : अब किसे लिखूँ अपनी अरज....!! ***
VEDANTA PATEL
*** " बरसात के मौसम में........!!! " ***
VEDANTA PATEL
*** " एक और ख़त के इंतजार में........!!! " ***
VEDANTA PATEL
*** " कोरोना : तू है कौन.......? " ***
VEDANTA PATEL
*** " अभिनंदन : - नव वर्ष........!!! " ***
VEDANTA PATEL
*** " लेकिन...! सिर्फ मेरी कविता हो तुम " ***
VEDANTA PATEL
*** " तितली : प्रकृति की अनुपम उपहार...!!! " ***
VEDANTA PATEL
*** " पत्नी : अमर आत्मा की अनुबंध ...! " ***
VEDANTA PATEL
*** " महात्मा गांधी : आज की पुकार.......!!! " ***??????
VEDANTA PATEL
*** " चिड़िया : घोंसला अब बनाऊँ कहाँ....??? " ***
VEDANTA PATEL
*** " हिंदी और हिंदी दिवस.........!!! " ***
VEDANTA PATEL
*** " गुरु...! गूगल दोनों खड़े काके लागूं पांय् .....? " ***
VEDANTA PATEL
*** " तिरंगा प्यारा.......!!! " ***
VEDANTA PATEL
*** "आज नदी क्यों इतना उदास है .......? " ***
VEDANTA PATEL
*** " माँ........तूझे मैं क्या लिखूँ.........!!! " ***
VEDANTA PATEL
*** " अलविदा कह गया कोई........!!! " ***
VEDANTA PATEL
*** " बूढ़ी माँ की ओ बातें......!!! " ***
VEDANTA PATEL
*** " विवशता की दहलीज पर , कुसुम कुमारी....!!! " ***
VEDANTA PATEL
*** " एक अनुप्रयोग......!!! " ***
VEDANTA PATEL
*** " तेरे साये में गुजरती जिंदगी......! " ***
VEDANTA PATEL
*** " नाविक ले पतवार....! " ***
VEDANTA PATEL
*** " नदी तट पर मैं आवारा..!!! " ***
VEDANTA PATEL
*** " होली के रंग में......! " ***
VEDANTA PATEL
*** " मन चला क्यों...? मधुशाला की ओर....! " ***
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*** "" बारिश की बूंदें , प्रकृति और मैं.....! "" ***
VEDANTA PATEL
*** " हमारी इसरो शक्ति...! " ***
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*** " बसंती-क़हर और मेरे सांवरे सजन......! " ***
VEDANTA PATEL
*** " मनचला राही...और ओ...! " ***
VEDANTA PATEL
*** " पुकार मेरे मन की....... एक औरत " ***
VEDANTA PATEL
*** " कच्चे मकान ......! " ***
VEDANTA PATEL
*** " निर्झर........!!! " ***
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*** " पागल पथिक...........!!! " ***
VEDANTA PATEL
*** " आओ सोंच के देखें जरा........! " ***
VEDANTA PATEL
*** " हम तीन मित्र .........! " ***
VEDANTA PATEL
*** " नसीहत - ऐ - पाक.......! " ***
VEDANTA PATEL
*** " हौंसले तुम्हारे और मेरे प्रयास.......! : ISRO " ***
VEDANTA PATEL