Umesh उमेश शुक्ल Shukla 225 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next Umesh उमेश शुक्ल Shukla 6 Mar 2023 · 1 min read रंगों की सुखद फुहार हे नारायण! कर जोड़ आप से विनती यही करता मैं बारंबार जहां जहां मेरे मित्र बसें, मिलें उनपे करो रंगों की सुखद फुहार रंगों संग सराबोर करे सबके मन मानस... Hindi 152 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 3 Apr 2022 · 1 min read बाग बाग में... बाग बाग में आम खोजते बच्चों की छोटी बड़ी टोली खाली हाथ रहे बच्चों से दूजों की हंसी ठिठोली इमली पाने की खातिर ऊंचे पेड़ पर चढ़ जाना मिले फलों... Hindi · कविता 128 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 27 Apr 2023 · 1 min read कोई नहीं देता... गर्मी आते ही घना हो जाता है पानी पानी का शोर चहुंओर मगर साल के 365 दिन कोई नहीं देता जल संरक्षण पर जोर ज्यादातर स्थानीय निकायों का बड़ा बजट... Hindi 199 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 18 May 2023 · 1 min read गिरोहबंदी ... गिरोहबंदी हर तरफ हाबी आत्मश्लाघा भी बेशुमार लोभ के पाश में जकड़ा हर एक नामवर किरदार दूजे की सराहना होती है बिरले लोगों को हजम ऐसे में बहुत कम में... Hindi 1 175 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 13 Apr 2022 · 1 min read मानवता सिसक रही... मानवता सिसक रही पर धूर्तों की महफिल जारी नैतिकता का गला घोंट दे रहे तंत्र के सब व्यभिचारी जनता फिर भी चहके इत उत. जैसे मति गई हो मारी मानवता... Hindi · कविता 117 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 29 May 2023 · 1 min read लाचार जन की हाय जहां मनुष्यता को बिसरा कर बस भवन निर्माण पर हो जोर उस राष्ट्र और समाज की दशा सदा सर्वदा रहती है कमजोर भवनों से यदि हो जाता मानव का चहुंमुखी... Hindi 484 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 29 Sep 2022 · 4 min read कहानी.... विनम्रता विद्या विनय यानी विनम्रता देती है। यह मनुष्य को पात्रता भी देती है। विद्या मनुष्य को जीवन की विविध समस्याओं का समाधान देती है। वह समस्याओं से उबरने का विकल्प... Hindi 164 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 10 Apr 2023 · 1 min read धन बल पर्याय निकाय चुनाव धन बल पर्याय निठल्लों की हो जाएगी विधि से ताजपोशी जनता रह जाएगी ठगी सी स्थानीय निकाय कैसे बनें कारगर मतदाता इन सवालों पर डालता नहीं नजर बस... Hindi 209 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 5 Jun 2023 · 1 min read जीवन का लक्ष्य महान डरावने जंगल नहीं होते डरावना लोगों का कृत्य जंगलों को काटने में जुटे रहते बहुत से लोग नित्य स्वार्थ वश वो कर रहे हैं प्रकृति का सर्वथा नाश जंगलों के... Hindi 441 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 4 Apr 2023 · 1 min read जागो तो पाओ ; उमेश शुक्ल के हाइकु हिसाब किताब में कच्चे हम जन्म से झेल रहे तमाम सियासी मनमानियांं संसद पे हाबी पूंजीपति, माफिया चुनाव की घड़ी में बेपरवाही धर्म,जाति,भाषा, क्षेत्र की देते दुहाई बोया बबूल कांटों... Hindi 136 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 16 Feb 2023 · 1 min read ईश्वर से यही अरज अपनों से नहीं कह सका कभी अपने मन की बात ऐसा करने से रोकते रहे सदा मेरे ही कहीं जज़्बात ना सुनने का माद्दा ईश्वर ने बख्शी हमें जरूरत से... Hindi 144 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 5 Feb 2023 · 1 min read निगल रही ग्राम्य जीवन को निगल रही है धूर्त बाजारुओं की चाल ढाल विडंबना यह कि लोग समझ ही नहीं रहे सिर पर मंडराते काल विकास की सभी गतिविधियां ही मिटा रहीं... Hindi 200 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 17 Apr 2022 · 1 min read सत्ता सत्ता और शक्ति की खातिर होते रहे हैं युग युग से संग्राम जो जीते वो कहलाए सिकंदर हारे के हिस्से में आया हरिनाम राजनीति युग धर्म पर सदा ही छोड़ा... Hindi · कविता 118 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 17 May 2023 · 1 min read धीरे धीरे बदल रहा धीरे धीरे बदल रहा अब देश का सियासी माहौल जनता भी समझने लगी नेताओं का असली रोल हर तरफ से उठने लगे रोजी औ रोटी के प्रश्न सरकार आयोजित करा... Hindi 209 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 7 May 2023 · 1 min read उठाना होगा यमुना के उद्धार का बीड़ा मानवीय व्यवहारों से जहरीला हो गया यमुना जी का पानी फिर भी वो अभी बख्श रही हैं करोड़ों लोगों को जिंदगानी राजधानी दिल्ली के निवासी खुद को मानते आधुनिक जरूर... Hindi 156 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 28 Jul 2023 · 1 min read सावन सूखा सावन सूखा ही जा रहा है मौसम का रुख भी अजीब धान रोपाई करने वालों के मन में उपज रही है खीझ गगन निहार निहार कर थके धरती पुत्रों के... Hindi 248 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 28 Apr 2023 · 1 min read क्यों न्यौतें दुख असीम सत्ता की मलाई को जीम मीडिया समूह बने भीम फिर सत्ता से टकराव ले वे क्यों न्यौतें दुख असीम एजेंडा सेटिंग से हो रहे हैं मालामाल साल दर साल फिर... Hindi 119 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 30 Jul 2023 · 1 min read स्वार्थ सिद्धि उन्मुक्त पिंजरे में बंद पक्षी की तरह व्याकुल लोकतंत्र विधानों का मखौल उड़ा रहे लोकतंत्र के ही स्तंभ जन हित के नाम पे बने हैं जितने भी नियम कानून वो अब... Hindi 279 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 28 Jan 2023 · 1 min read जान का नया बवाल श्रीराम और कृष्ण के देश में मोबाइल गेम की तीव्र चाल बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों सभी के जान का नया बवाल आभासी संसार कर रहा है सबके मानस को अति... Hindi 128 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 1 Apr 2023 · 1 min read पसोपेश,,,उमेश के हाइकु पसोपेश में नागराज की संतति भूमंडल पर नेताओं में पनपी अजब प्रवृत्ति निठल्लों को पुनर्नियुक्ति की संस्तुति पुस्तकालय की पुस्तकों में निराशा पान की दुकानों पर विद्यार्थियों का तमाशा अभिभावक... Hindi 169 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 25 Jul 2023 · 1 min read आप हरते हो संताप संकट सारे दूर करो हे पवनपुत्र बलवान जीवन पथ पर शूल फेंक रहे कई शैतान कालनेमियों को वक्त पर दे दो प्रभु सही दंड मेरे लिए सकल सृष्टि में प्रभु... Hindi 1 193 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 18 Apr 2022 · 1 min read सपनों का आवेग सपने हर इंसान को कर देते हैं गतिमान जो भी उन्हें साकार करे वो ही बने महान सपनों का आवेग देता बहुतों को ऊर्जा पुंज अधिकांश भटक जाते सपनों को... Hindi · कविता 91 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 15 Apr 2023 · 1 min read बड़े मिनरल वाटर पी निहाल : उमेश शुक्ल के हाइकु गर्मी तीखी जीव जंतु बेहाल बिजली, पानी संकट हर जी का जंजाल बड़े मिनरल वाटर पी निहाल अंधी कमाई को अनुचित चाल बस, रेलवे स्टेशन टोटियों से हुए कंगाल पानी... Hindi 171 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 24 Apr 2023 · 1 min read जागरूक हो हर इंसान पर्यटकों की मनमानी से त्रस्त हैं देशभर के समुद्र लगातार बढ़ते कूड़े कचरे से पारिस्थितिकी अशुद्ध तमाम चेतावनी संदेश भी आम पर्यटकों पर बेमानी आगे कई जीव जंतुओं के कुनबे... Hindi 117 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 1 Jun 2023 · 1 min read मंगल मय हो यह वसुंधरा मंगल मय हो यह वसुंधरा सकल भारत भूमि समेत सब एक दूजे के मान के प्रति भी सतत रहें सचेत ज्ञान और विवेक की दृष्टि से जन जन हो अति... Hindi 1 304 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 16 Jul 2023 · 1 min read सुबह का खास महत्व सुबह से हर व्यक्ति की दिनचर्या की शुरुआत नई ऊर्जा से भरे रहते हर आदमी के ख्यालात दैनिक क्रियाओं से निपट कर हर शख्स करता काम पर्याप्त रोटी जुटाने के... Hindi 172 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 23 Jul 2023 · 1 min read गलतियां ही सिखाती हैं इंसान के जीवन में होती है गलतियों की भरमार गलतियां सुधार लाता वो व्यक्तित्व में सही निखार हर गलती से मिलती है इंसान को अहम सीख इनकी कमियां समझकर चुने... Hindi 184 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 24 Sep 2022 · 1 min read नदी के द्वीप अपने पुरखों की परंपरा का हम करते क्यों नहीं निर्वाह परस्पर प्रेम, सहयोग भुला बैठे जिसमें शक्ति अथाह स्वार्थ सकेंद्रित हो गया है क्यों हम सबका व्यवहार नदी के द्वीप... Hindi 110 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 10 Aug 2023 · 1 min read इंद्रदेव की बेरुखी इंद्रदेव की बेरुखी से बहुत मायूस अधिसंख्य किसान कम वर्षा से चौपट होने की कगार पे खेतों में रोपा धान सूखे का ही संकेत दे रहे हैं मेघों के अधिपति... Hindi 279 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 29 May 2023 · 1 min read फेर रहे हैं आंख कभी वक्त के माथे पर जो खींच गए उपलब्धि की बड़ी सी लकीर अब राजनीतिक ही तय कर रहे हैं उन सब पहलवानों की तकदीर दिग्गज नेता कभी उनके सान्निध्य... Hindi 203 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 12 May 2023 · 1 min read कोई इतना नहीं बलवान धरती पर जब जब बढ़े अपराध और अनाचार तब तब मानवीय मूल्य हुए एकदम से तार तार पीड़ा हरण को अवतरित हुए खुद जगत के आधार नए विकल्प देकर उन्होंने... Hindi 150 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 2 Aug 2023 · 1 min read योग का एक विधान ध्यान से सधा करते जीवन के सब काम सहज रूप में ध्यान योग का एक विधान इसके बल पर मनुष्य प्राप्त कर लेता देवत्व ध्यान से योगी मुनियों को मिला... Hindi 184 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 14 Jul 2023 · 1 min read संतुलित रहें सदा जज्बात जीवन कथा में शुमार हैं यादों के पन्ने अनेक कुछ यादें सुखदायी तो कुछ मन मंद करें विशेष सुख और दुख दोनों से हर व्यक्ति होता दो चार पर सुख... Hindi 235 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 24 Jul 2023 · 1 min read संतुलित रखो जगदीश निराकार साकार सब रूपों में जग विख्यात मेरी भव बाधा दूर करो मां शैल सुता के नाथ कृपा आपकी पाकर तरे साधु संत महंत नित महिमा गाते रहते राम और... Hindi 164 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 30 Aug 2023 · 1 min read नैतिक मूल्यों को बचाए अब कौन वेब सीरीज अब बन गए खुराफातियों के हथियार पूंजीवादी ताकतें कर रही इनके जरिए बड़ा व्यापार सृजन के नाम पर ये कर रहे अश्लीलता का विस्तार हर निदेशक को बस... Hindi 1 171 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 12 Jul 2023 · 1 min read अंधे रेवड़ी बांटने में लगे अंधे रेवड़ी बांटने में लगे पहचान के सब कद्रदान हिंदुस्तान में चमका रहे वो शिक्षा की अजब दुकान समाचार के नाम पर परोस रहे सब मनमाने तथ्य कथ्य ऐसे में... Hindi 289 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 17 Jul 2023 · 1 min read मोहता है सबका मन पुष्पों का अधिपति माना जाता गुलाब रूप,गंध और स्वरूप में इसका नहीं जवाब बारहों मास खिलता मोहता है सबका मन पूजा,आराधन,स्वागत में उपयोग करें सब जन औषधीय गुणों से युक्त... Hindi 1 135 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 7 Aug 2023 · 1 min read प्रभु के प्रति रहें कृतज्ञ सपना सच हो जाए तो प्रभु के प्रति रहें कृतज्ञ क्या होगी भवतव्यता बस केवल वही सुविज्ञ ईश्वर की कृपा से पूर्ण होते जीव के हर स्वप्न सन्मति औ सद्मार्ग... Hindi 1 148 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 21 Jul 2022 · 1 min read अब नहीं दिखता है सावन का उल्लास गांवों में अब नहीं दिखता है लोगों में सावन का उल्लास आधुनिकता की होड़ में भूले युवा परस्पर हास परिहास मोबाइल ने बना दिए घर घर में अनगिनत परिक्षेत्र मोबाइल... Hindi 70 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 10 Aug 2022 · 1 min read महंगाई.... महंगाई पर जनता की चीख को वे ही बता रहे हैं व्यर्थ जनता ने मत देकर जिन्हें बनाया सत्ता के लिए समर्थ सत्ता शीर्ष पर बैठकर भूले वेे लोकतंत्र के... Hindi 1 1 133 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 18 Aug 2023 · 1 min read हर इंसान लगाता दांव हर शय को दौड़ाता रहता उसकी ख्वाहिशों का वेग जो ख्वाहिशों को काबू में रखे उसे सफलता विशेष तन, मन, धन और समय का हर इंसान लगाता दांव विवेक के... Hindi 159 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 28 Dec 2022 · 1 min read दोस्तों से... दोस्तों से होती है हर व्यक्ति की पहचान अच्छे, बुरे का आकलन भी कर लेता है जहान सही दोस्त बदल देते हैं जीवन का रंग और ढंग बदमिजाजों की संगति... Hindi 82 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 7 Jul 2023 · 1 min read पग पग पे देने पड़ते दुनिया में अकेला ही आया हर एक इंसान पग पग पे देने पड़ते उसे बहुत से इम्तिहान अपने पराए के फेर में वह उलझा रहे दिन रात तमाम मौकों पर... 118 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 17 Jul 2023 · 1 min read सियासत में सियासत में झूठ का होता है परचम बुलंद ऐसे में जन हित छोड़ नेता सब हुए स्वच्छंद जब तक जन जन में चेतना की रहेगी कमी तब तक भ्रष्टाचारियों की... Hindi 133 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 19 Aug 2023 · 1 min read धरातल की दशा से मुंह मोड़ पूंजीपतियों का काकश दिनोंदिन हो रहा मजबूत उनके नाते ही नष्ट हो रहा तमाम कानूनों का वजूद शोषणकारी ताकतें कस रही समाज पर शिकंजा उनको कम पैसे में श्रमिक चाहिए... Hindi 118 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 3 Aug 2023 · 1 min read बखान सका है कौन मैं तुम्हारा हूं कहना होता बड़ा आसान जिम्मेदारी निर्वाह में विचलित होते इंसान मनसा,वाचा,कर्मणा जो रहते सदा साथ कर्म और व्यवहार में दृष्टिगोचर हों जज्बात आत्मीय संबंधों को होती नहीं... Hindi 130 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 16 Oct 2023 · 1 min read खोजें समस्याओं का समाधान हर इंसान कर रहा है इत ऊत खुशियों की तलाश भौतिक संसाधनों में वो ढ़ूंढ़ रहा सुख का प्रकाश चंचल मन रखता हैं कहां चैन और आराम का भाव पूरे... Hindi 152 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 31 Jul 2023 · 1 min read भक्ति की राह भ्रम में जीने को विवश है जगत का हर जीव ईश्वर की माया से घिरा वह हर तरफ से अतीव सुख, दुख, हर्ष, विषाद का चक्र चलता लगातार ऊपर अनंत... Hindi 136 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 19 Oct 2023 · 1 min read अरबपतियों की सूची बेलगाम आज जल,जंगल और जमीन पर जमी पूंजीपतियों की दृष्टि इन पर कब्ज़ा जमाकर रचना चाह रहे वो अपने मन की सृष्टि आज के दौर में सब सरकारें भी बस धनिकों... Hindi 131 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 11 Aug 2023 · 1 min read काश जन चेतना भरे कुलांचें सत्ता की उत्कट चाहत तेजाबी जन जन कुछ कहें चाहें वो कामयाबी विपक्षियों के जड़ोच्छेद की बेताबी राजनीति में झूठ का उत्कर्ष गुम हो गया जन वेदनाओं का विमर्श फरेबी... Hindi 104 Share Previous Page 3 Next