umesh mehra 104 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 umesh mehra 10 Apr 2017 · 1 min read प्रेम रंग मैं प्रेम रंग में रंगी चुनरिया, दूजा रंग चढे अब कैसे । मैं तो हो गई अपने पिया की ,मन मैं और बसे अब कैसे।। सुन्दर चितवन मेरे सजन की ,चंदा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 821 Share umesh mehra 9 Apr 2017 · 1 min read मेरा हमसफ़र हमसफ़र तू हमनफस तू, दोस्त है तू जिंदगी का । हमराज तू हमराह तू, राग है तू साज का।। कोयल की कूक सा तू, बागों में है फूल सा। मैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 565 Share umesh mehra 8 Apr 2017 · 1 min read अधूरे ख्वाब कुछ आरज़ू अधूरी है कुछ ख्वाब अभी बाकी है । जिंदगी है थोड़ी और काम बहुत बाकी है ।। हसरतो के सिलसिले रूकते नहीं है उम्र भर । ढलकी है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 680 Share umesh mehra 8 Apr 2017 · 1 min read कलाम ए शूफियाना हर शै में मेरे पीर का नूर नज़र आता है। जर्रे जर्रे में बस मेरा हुजूर नज़र आता है।। मेरी आशिकी तुम्हीं से वंदगी भी तुम्हीं से । आँखो में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 469 Share Previous Page 3