तेजवीर सिंह "तेज" 106 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 तेजवीर सिंह "तेज" 2 Mar 2017 · 1 min read हक़ ?? हक़ ?? ?????????? हक़ मांगने गए तो बड़े शोर हो गए। इल्ज़ाम ये लगा कि मुंह जोर हो गए। क़ायम रहा ईमान उनका देश बेचकर। हम रोटियाँ चुरा के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 505 Share तेजवीर सिंह "तेज" 2 Mar 2017 · 1 min read हाइकू हुरियार हायकू.... ?????????? ब्रज की होरी बचै ना कोई कारी, ना कोई गोरी। नन्द कौ लाल भरि-भरि मारत, रंग-गुलाल। आज खेलत ब्रज में फाग हरी, सखी बच री। जमना तीर... Hindi · हाइकु 565 Share तेजवीर सिंह "तेज" 2 Feb 2017 · 1 min read दो मुक्तक जन्मों-जनम् का प्यासा मुझको भी प्यार देदे। हो जाऊँ तृप्त ऐसी शीतल फुहार देदे । मंडराते शोख़ भवरे कलियों से जो भी चाहें। मुझको भी आज रस वो जाने-बहार देदे।... Hindi · मुक्तक 308 Share तेजवीर सिंह "तेज" 31 Jan 2017 · 1 min read बांच लो पाती नयन की..... बिन तुम्हारे जो गुजारी, रैन 'बेचारी' विरहन की। शब्द वर्णन को नहीं हैं, बांच लो पाती नयन की।। स्वांस का आवागमन भी, जब दुरूह लगने लगे। रंग सब बेरंग-केवल, बोझ... Hindi · कविता 325 Share तेजवीर सिंह "तेज" 30 Jan 2017 · 1 min read मशविरा है मिरा..... ???? ग़ज़ल ???? बह्र - 212-212-212-212 (फायलुन फायलुन फायलुन फायलुन) मशविरा है मिरा आमजन के लिए। वक़्त पर वक़्त दो तुम वतन के लिए। रोजी-रोटी कमाना ज़रूरी मगर। एक पल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 274 Share तेजवीर सिंह "तेज" 30 Jan 2017 · 1 min read बेटियाँ बेटा यदि घर-बार है,तो संसार बेटियाँ। मानव जनम में ईश का अवतार बेटियाँ। माता-पिता के प्यार का है सार बेटियाँ। वसुधा पे सीधा मोक्ष का हैं द्वार बेटियाँ। बेटा 'शगुन'... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 355 Share Previous Page 3