Sonam Puneet Dubey 135 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Sonam Puneet Dubey 4 Jun 2024 · 1 min read शीर्षक – मन मस्तिष्क का द्वंद शीर्षक – मन मस्तिष्क का द्वंद कुछ लिखने को मेरा जी तो कर रहा है लेकिन दिल मेरा कुछ और चाह रहा है मन मस्तिष्क के द्वंद में उलझा मेरा... Hindi · कविता · कोटेशन · द्वंद 2 27 Share Sonam Puneet Dubey 3 Jun 2024 · 1 min read सुना है जो बादल गरजते हैं वो बरसते नहीं सुना है जो बादल गरजते हैं वो बरसते नहीं जो बरसते हैं वो गरजते नहीं यह बात बादलों पर लागू होती है इंसानों पर नहीं गुणी व्यक्तियों का मौन महाभारत... Quote Writer 2 29 Share Sonam Puneet Dubey 3 Jun 2024 · 1 min read नहीं देखी सूरज की गर्मी नहीं देखी सूरज की गर्मी नहीं देखी चांद की शीतलता महसूस दोनों के गुणों को किया नहीं और कह दिया चांद जलता है _ सोनम पुनीत दुबे Quote Writer 3 32 Share Sonam Puneet Dubey 2 Jun 2024 · 1 min read हम करना कुछ चाहते हैं हम करना कुछ चाहते हैं लेकिन होता कुछ और है जो सोचते हैं वो कार्य नहीं करते हैं जो कार्य करते हैं वह सोचते नहीं है हम जो चाहते हैं... Quote Writer 1 45 Share Sonam Puneet Dubey 27 May 2024 · 1 min read ज़िंदगी हमें हर पल सबक नए सिखाती है ज़िंदगी हमें हर पल सबक नए सिखाती है बची हुई मासूमियत भी लेकर चली जाती है _ सोनम पुनीत दुबे Quote Writer 1 30 Share Sonam Puneet Dubey 26 May 2024 · 1 min read जीवन में आगे बढ़ जाओ जीवन में आगे बढ़ जाओ कौन क्या बोल रहा है भूल जाओ अपने मन को शांत रखो यह बात हमेशा याद रखो 😊 _ सोनम पुनीत दुबे Quote Writer 1 58 Share Sonam Puneet Dubey 13 May 2024 · 1 min read इस आकाश में अनगिनत तारे हैं इस आकाश में अनगिनत तारे हैं सब अपनी जगह पर चमकते हैं कोई भेदभाव नहीं कोई स्पर्धा नहीं क्योंकि सभी अपना महत्व समझते हैं _ सोनम पुनीत दुबे Quote Writer 1 51 Share Sonam Puneet Dubey 12 May 2024 · 1 min read शीर्षक – मां शीर्षक – मां मां कहां गई है तू मां क्यों खो गई है तू मुझसे मिलने कब आएगी मां मां क्या मुझे भी अपने साथ ले जाएगी जिस दुनियां में... Hindi · Maa · कविता · कोटेशन · मां 2 37 Share Sonam Puneet Dubey 11 May 2024 · 1 min read मां मां कहां गई है तू मां क्यों खो गई है तू मुझसे मिलने कब आएगी मां मां क्या मुझे भी अपने साथ ले जाएगी जिस दुनियां में रहती है तू... Hindi · कविता · मां 2 2 40 Share Sonam Puneet Dubey 10 May 2024 · 1 min read डर जब तक हम जीवित रहते हैं तो हम सबसे डरते हैं और हमारे मरने के बाद वही लोग हमसे डरते हैं 😀 _ सोनम पुनीत दुबे Hindi · हास्य 1 45 Share Sonam Puneet Dubey 7 May 2024 · 2 min read मेरे हमसफ़र मेरे हमसफ़र आख़िरी सफ़र तक साथ साथ चलना, साथ ही मेरे रहना प्यार और विश्वास की डोर को मजबूती और विश्वास से थामें रखना भूल हो जाए तुमसे या मुझसे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मेरे हमसफ़र 3 67 Share Sonam Puneet Dubey 7 May 2024 · 2 min read प्रकृति से हमें जो भी मिला है हमनें पूजा है प्रकृति से हमें जो भी मिला है हमने उसकी पूजा की है कण कण में भगवान को ढूंढा है हर कण को हमने पूजा है तिनके तिनके पत्तों से लेकर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · प्रकृति से हमें जो भी मिला है 3 43 Share Sonam Puneet Dubey 7 May 2024 · 1 min read कलियुग की सीता कलियुग में सीता बनोगी, रावण उठा ले जायेगा दुर्गा बनो तुम कलियुग में, महिषासुर भी भय खायेगा सीता बनो अपने राम के लिए, कालिका बनो समाज के लिए रावण निकट... Poetry Writing Challenge-3 · कलियुग की सीता · कविता 1 46 Share Sonam Puneet Dubey 7 May 2024 · 1 min read कौशल्या नंदन अवध पुरी में जन्मे हो कौशल्या के नंदन हो दशरथ के तुम प्राण दुलारे जन जन की हो आंख के तारे श्यामल कोमल सुंदर सुंदर अति मनमोहक अति हो सुन्दर... Poetry Writing Challenge-3 · कौशल्या नंदन · गीत 2 48 Share Sonam Puneet Dubey 7 May 2024 · 1 min read उसे आज़ का अर्जुन होना चाहिए उसे आज़ का अर्जुन होना चाहिए जीवन में एक दोस्त होना चाहिए लड़का हो या लड़की, हर सुख दुःख में साथ होना चाहिए अपनें दूर खड़े हों, मुश्किलों से मुश्किलों... Poetry Writing Challenge-3 · उसे आज़ का अर्जुन होना चाहिए · कविता 2 1 43 Share Sonam Puneet Dubey 7 May 2024 · 2 min read शीर्षक – रेल्वे फाटक ज़िंदगी भर रोज़ की तरह आज़ की सुबह सुबह वो सब भी निकल पड़े हर सुबह शाम की तरह कुछ अलग नहीं था आज़ हर सुबह की तरह किसी को... Poetry Writing Challenge-3 · रेल्वे फाटक · संस्मरण 1 41 Share Sonam Puneet Dubey 7 May 2024 · 1 min read शीर्षक – निर्णय भीड़ में खड़े होकर देखना कभी ख़ुद को आईना देखने की ज़रूरत फिर नहीं होगी तुम अकेले में कोई भी हों राजा या रंक हों गरीब या अमीर हों छोटे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · निर्णय 1 64 Share Sonam Puneet Dubey 7 May 2024 · 1 min read चलो हम सब मतदान करें चलो हम सब मतदान करें अपनी सरकार चुनें देश का मान बढ़ाएं अपनी शान बढ़ाएं चलो निकलो घर से हो कोई भी जाति या धरम से मिलकर एक पंक्ति में... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · चलो हम सब मतदान करें · मतदान महादान · वोट करो 1 36 Share Sonam Puneet Dubey 7 May 2024 · 2 min read हां मैंने ख़ुद से दोस्ती की है हां मैंने जाना है ख़ुद को ख़ुद से बेहतर जब भी आंसुओं ने मेरे चेहरे पर निशान किए हैं तब मैंने अपनें हाथों उन निशानों को प्रेम से मिटाया है... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · दोस्ती ख़ुद से · हां मैंने ख़ुद से दोस्ती की है 2 40 Share Sonam Puneet Dubey 7 May 2024 · 1 min read शीर्षक – फूलों सा महकना फूलों सा महकना, सूरज जैसा जलना तारे बन आकाश में, टिमटिमाते रहना चंद्रमा बन, चांदनी बिखेरते रहना पक्षी बन गगन छूना, छू लेना आसमान मौन होकर ऋषियों जैसा समझ लेना... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · फूलों सा महकना 1 65 Share Sonam Puneet Dubey 7 May 2024 · 1 min read शीर्षक – ऐ बहती हवाएं ऐ बहती हवाएं ज़रा मंजिल का पता देती जाएं यूं कठोर होकर बहने वाली हवाएं जरा उसके चेहरे पर गौर तो करतीं काश! तुम्हें मालूम होता, दर्द उसके चेहरे से... Poetry Writing Challenge-3 · ए बहती हवाएं · कविता 1 32 Share Sonam Puneet Dubey 7 May 2024 · 1 min read शीर्षक – फूलों के सतरंगी आंचल तले, इन फूलों के मलमल आंचल से लिपट जाऊं मैं..... इन फूलों की खुशबू में बिखर जाऊं मैं.... इन फूलों की सुंदरता में कहीं खो जाऊं मैं... इन फूलों की ,सतरंगी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · फूलों के सतरंगी आंचल तले 1 36 Share Sonam Puneet Dubey 6 May 2024 · 1 min read कर लो कर्म अभी हमारा कार्य है कर्म करना कर्म वही जो आत्मा को तृप्त करे कर्म ही सबसे बड़ा धर्म है धर्म ही कर्म को सही मार्गदर्शित करेगा हम अपना कर्म करेंगे धर्म... Poetry Writing Challenge-3 1 43 Share Sonam Puneet Dubey 6 May 2024 · 1 min read बुरा नहीं देखेंगे बुरा नहीं देखेंगे बुरा नहीं बोलेंगे बुरा नहीं सुनेंगे बुरा नहीं सहेंगे बुरा नहीं करेंगे बुरा करने देंगे नहीं आवाज़ बुलंद करेंगे गलत को गलत कहेंगे सही को सही कहेंगे... Poetry Writing Challenge-3 · बुरा नहीं देखेंगे 2 51 Share Sonam Puneet Dubey 6 May 2024 · 1 min read नेह ( प्रेम, प्रीति, ). कैसा तेरा नेह प्रिय रुलाए तू आंसू हम ही पोंछे प्रिय कैसा तेरा नेह प्रिय, ज़ख्म दे तू मरहम हम ही लगातें बैठे प्रिय कैसा तेरा नेह प्रिय, मैं रूठ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · नेह अर्थात् प्रेम 2 45 Share Sonam Puneet Dubey 6 May 2024 · 2 min read गुहार शीर्षक – "गुहार" (गुहार एक हर प्रताड़ित नारी की कहानी है। जो कभी घर में कभी घर से बाहर प्रताड़ित होती हैं। और चाहकर भी अपने लिए कदम नहीं उठा... Poetry Writing Challenge-3 · गुहार 2 44 Share Sonam Puneet Dubey 6 May 2024 · 2 min read नारी हो कमज़ोर नहीं माताओं और बहनों को साथ आना चाहिए नारी हो नारी के प्रति सम्मान होना चाहिए अश्लीलता का सरेआम बहिस्कार करना चाहिए अब उन्हें ये तय करना होगा कि उन्हें जीवन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · नारी हो कमज़ोर नहीं 1 44 Share Sonam Puneet Dubey 6 May 2024 · 2 min read इंसानियत अभी जिंदा है अगर आप ज़िंदा हो तो इंसानियत आपमें ज़िंदा है अगर आपको किसी के रोने में रोना आए तो इंसानियत आपमें ज़िंदा है अगर आप किसी की खुशी में खुश हो... Poetry Writing Challenge-3 · इंसानियत अभी जिंदा है · ग़ज़ल 3 53 Share Sonam Puneet Dubey 6 May 2024 · 2 min read मज़दूर दिवस विशेष शमशान के पीछे की भूमि सूनी पड़ी थी लेकिन अब वहां चहल पहल हो रही थी शायद एक नया निर्माण होनें को था इसीलिए मजदूरों की झोपड़ियां किनारे पर बनने... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मज़दूर दिवस विशेष 1 36 Share Sonam Puneet Dubey 6 May 2024 · 1 min read ज़िम्मेदार कौन है?? कभी जान थी इनमें भी थीं मनमोहक सुंदर सी छवि इन फूलों पत्तों में बसती थी जान कभी आज मुरझाईं है कलियां इनकी कल तक थीं जो खिली खिली कल... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ज़िम्मेदार कौन है 1 56 Share Sonam Puneet Dubey 6 May 2024 · 1 min read ख़ुद के प्रति कुछ कर्तव्य होने चाहिए मान सम्मान खुद के प्रति प्रबल मजबूत होना चाहिए अभिमान नहीं खुद पर लेकिन स्वाभिमान होना चाहिए अपमान किसी का करना नहीं चाहिए और अपमान सहना भी नहीं चाहिए ज़िंदगी... Poetry Writing Challenge-3 · कर्तव्य · कर्तव्य होने चाहिए · कविता · खुद के प्रति कर्तव्य 45 Share Sonam Puneet Dubey 6 May 2024 · 1 min read मुश्किलें जीवन में चाहें कितनी भी मुश्किलें आएं कठिन से कठिन मुश्किलें ही क्यों न आएं हर मुश्किल को सरलता से पार लगाना है, मुश्किलों से न डरना है न घबराना... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मुश्किलें 1 45 Share Sonam Puneet Dubey 6 May 2024 · 1 min read बेजुबानों से प्रेम बेजुबानों से प्रेम करने के लिए उन्हें बंधक न बनाएं आज़ादी के अलावा उनके पास कुछ नहीं होता है चूहे, कुत्ता ,बिल्ली, तोते पाल कर प्रेम प्रकट नहीं होता है... Poetry Writing Challenge-3 · प्रेम बेजुबानों से · बेजुबानों से प्रेम 1 46 Share Sonam Puneet Dubey 6 May 2024 · 2 min read रिश्ते बचाएं पति पत्नी के पावन रिश्तों को समझें रिश्ता जुड़ गया है तो इस बात को समझें रिश्ते मन वचन और कर्म से निभाएं अन्यथा रिश्ते न बनाएं रिश्ता होने से... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · रिश्ते बचाएं 1 47 Share Sonam Puneet Dubey 4 May 2024 · 2 min read शीर्षक – वेदना फूलों की खूबसूरत फूलों के बाग में एक दिन एक माली आया रोज़ की तरह आया इस बार उसने एक नन्हें फूल को तोड़ना चाहा नन्हें फूल ने कहा रुको...... अभी मुझे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · फूल · फूलों की वेदना · वेदना 2 190 Share Previous Page 3