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वो चाहती थी मैं दरिया बन जाऊं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मजबूरन आँखें छिपा लेता हूं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वो कई बरस के बाद मिली थी मुझसे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वक्त भी कहीं थम सा गया है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मैं गर ठहर ही गया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
खुली क़िताब पढ़ने एक उम्र बिताना ज़रूरी है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
उदासियां बेवजह लिपटी रहती है मेरी तन्हाइयों से,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सजदा
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
फिर आसमां किसी ज़मीन पर ना होगी
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
शायद मेरी बातों पर तुझे इतनी यक़ीन ना होगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तेरी नज़र से बच के जाएं
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वो तारीख़ बता मुझे जो मुकर्रर हुई थी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
यूं सजदे में सर झुका गई तमन्नाएं उसकी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आँखों में नींदें थी, ज़हन में ख़्वाब था,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मुझ जैसे शख्स को दिल दे बैठी हो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
लड़ाई में भी परम शांति, निहित है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आँखें अश्क छिपाने की मुमकिन कोशिश करती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
इक उम्र चुरा लेते हैं हम ज़िंदगी जीते हुए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
🇮🇳 स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं 🇮🇳
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तमाम उम्र अंधेरों ने मुझे अपनी जद में रखा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वो अदब-ओ-आदाब भी ज़रूरी है ज़िंदगी के सफ़र में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मेरी कविता, मेरे गीत, मेरी गज़ल बन चले आना,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
क्या अपने और क्या पराए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
गर मुहब्बत करते हो तो बस इतना जान लेना,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कभी अपने ही सपने ख़रीद लेना सौदागर बनके,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
इश्क़ में तू चाल भी इस क़दर चलना,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मुझे पाने इश्क़ में कोई चाल तो चलो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
प्रेम एक ऐसा मार्मिक स्पर्श है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तुमने जाम अपनी आँखों से जो पिलाई है मुझे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बन के देखा है मैंने गुलाब का फूल,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बन के देखा है मैंने गुलाब का फूल,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
शुक्रिया-ए-ज़िंदगी तेरी चाहतों में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
चलो अब कुछ बेहतर ढूंढते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तुम्हारी चाहतों का दामन जो थामा है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
यकीनन तुम्हारे बिना जीना किसी दर्द से कम नहीं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
थोड़ी-थोड़ी बदमाशी करती रहनी चाहिए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
असफ़लता का दामन थाम रखा था ताउम्र मैंने,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मुलाकातें
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
गांवों के इन घरों को खोकर क्या पाया हमने,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
गीत गाता है बचपन,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कोई काम जब मैं ऐसा करता हूं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कोई तुम्हें टूट के चाहे तो क्या कीजिए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
किसी सिरहाने में सिमट जाएगी यादें तेरी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बस जला दिया जाता है मोहब्बत में दिल को भी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तन्हाई चुराने में पूरी ज़िंदगी निकाल दी गई,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कितनी गौर से देखा करती हैं ये आँखें तुम्हारी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तुम्हारा ज़वाब सुनने में कितना भी वक्त लगे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
खूबसूरत सा लगा है वो अंदाज़ तुम्हारा हमें,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
निंदिया रोज़ मुझसे मिलने आती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मेरे हिस्से का प्यार भी तुझे ही मिले,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"