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गलत बात को सहना भी गलत बात होती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मैं कल के विषय में नहीं सोचता हूं, जो
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कल गोदी में खेलती थी
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
इश्क़ में वक्त को बुरा कह देना बिल्कुल ठीक नहीं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
चांदनी भी बहुत इतराती है
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
उनसे मुहब्बत करने से पहले ये देखना ज़रूर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
किसी भी बहाने से उसे बुलाया जाए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मुहब्बत में शायरी का होना तो लाज़मी है जनाब,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
क़िरदार अपनी आंखों में झलक उठता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तुझे बंदिशों में भी अपना राहगुज़र मान लिया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हमें मजबूर किया गया 'अहद-ए-वफ़ा निभाने के लिए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मुहब्बत का इज़हार मांगती ज़िंदगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कोई तो है जो मुझे झरोखे से झांकता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कैद है तिरी सूरत आँखों की सियाह-पुतली में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जुगनूओं से कह दो, रात बड़ी बामशक्कत गुजरेगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
उसके पास से उठकर किसी कोने में जा बैठा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ज़िम्मेदार ठहराया गया है मुझको,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
उम्र जो काट रहे हैं तेरी यादों के सहारे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मुझे पहचानते हो, नया ज़माना हूं मैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कभी आंखों में ख़्वाब तो कभी सैलाब रखते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ख़ुद हार कर भी जीत जाते हैं मुहब्बत में लोग,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मोहब्बत में कौन अपना होगा और कौन पराया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कई रंग दिखाती है ज़िंदगी हमें,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कभी आंखों में ख़्वाब तो कभी सैलाब रखते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ये दिल तेरी चाहतों से भर गया है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कैसे कहें के तुझसे प्यार ही प्यार है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ज़िंदगी हर पल गुज़र रही है
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मेरी सुखनफहमी का तमाशा न बना ऐ ज़िंदगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आँखों से आँखें मिलाने को वो तैयार रहती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आँखों में ज़िंदगी है ज़िंदगी एक ख़्वाब है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
फिर मुलाकात करेंगे ज़िंदगी से,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वो चाहती थी मैं दरिया बन जाऊं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मजबूरन आँखें छिपा लेता हूं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वो कई बरस के बाद मिली थी मुझसे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वक्त भी कहीं थम सा गया है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मैं गर ठहर ही गया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
खुली क़िताब पढ़ने एक उम्र बिताना ज़रूरी है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
उदासियां बेवजह लिपटी रहती है मेरी तन्हाइयों से,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सजदा
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
फिर आसमां किसी ज़मीन पर ना होगी
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
शायद मेरी बातों पर तुझे इतनी यक़ीन ना होगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तेरी नज़र से बच के जाएं
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वो तारीख़ बता मुझे जो मुकर्रर हुई थी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
यूं सजदे में सर झुका गई तमन्नाएं उसकी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आँखों में नींदें थी, ज़हन में ख़्वाब था,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मुझ जैसे शख्स को दिल दे बैठी हो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
लड़ाई में भी परम शांति, निहित है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आँखें अश्क छिपाने की मुमकिन कोशिश करती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
इक उम्र चुरा लेते हैं हम ज़िंदगी जीते हुए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
🇮🇳 स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं 🇮🇳
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"