डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Language: Hindi 105 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 5 May 2024 · 1 min read धीरे-धीरे सब ठीक नहीं सब ख़त्म हो जाएगा धीरे-धीरे सब ठीक नहीं सब ख़त्म हो जाएगा, जीवन जहां पर रुका, वहीं से शुरू हो जाएगा!! ना तुमको हमराह ज़रूरत होगी हमसफ़र की, ना हमको कोई तलब होगी किसी... Hindi · कविता · ग़ज़ल 142 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 5 May 2024 · 1 min read "वाणी की भाषा": कविता वाणी ही परिचय है हमारा और पहचान बताती है, वाणी ही दर्पण है हमारा और सम्मान दिलाती है!! वाणी मे शीतलता हो तो नम्र बनाती है, वाणी से ही सब... Hindi · कविता 76 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 5 May 2024 · 1 min read अब मुझे यूं ही चलते जाना है: गज़ल पागलों सी इस दुनिया में, बस पागल बन जाना है!! अब मुझे यूं ही चलते जाना है, बस मंज़िल तक पहुंच जाना है!! दुनियां खूब जानती है हमें, बस नूर... Hindi · ग़ज़ल 31 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 5 May 2024 · 1 min read मिला एक दिन उनसे राह-ए-बाजार में: गज़ल मिला एक दिन उनसे राह-ए-बाजार में, सारी उम्र यूं गुज़र गई उनके इंतज़ार में!! फिर मिली न वो न मिला उनका कोई पता, कहीं पागल न हो जाऊं बस उनके... Hindi · ग़ज़ल 33 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 4 May 2024 · 2 min read "मन की संवेदनाएं: जीवन यात्रा का परिदृश्य" "मन की संवेदनाएं: जीवन यात्रा का परिदृश्य" हाथ में लिए हुए, कलम की बातें थी, मन यूं बेचैन था, शब्दों की रातें थी!! संवेदनाएं उभरी कविता में साज बनके, प्रेम,... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 335 Share Previous Page 3