seema sharma 150 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 seema sharma 29 Sep 2024 · 1 min read दोहे सृजन शब्द-मतदान लोक तंत्र त्यौहार है, करना है मतदान। जाति धर्म आधार नहिँ, मानवता पहचान।। सोच समझ उपयोग कर, अपना ये अधिकार। लोक तंत्र मजबूत हो, हमारा ये हथियार।। पढा... 20 Share seema sharma 29 Sep 2024 · 1 min read दोहे *सृजन शब्द: ममता* माँ की ममता में रखो,आदर गहरा आप। पूजा चरणों की करो,सारे कटते पाप।। माँ तो झरना प्रेम का, कर लो ममता पान। आगे उसके रब झुके, ऐसी... 33 Share seema sharma 29 Sep 2024 · 1 min read दोहे *सृजन शब्द:राधिका* रूप मोहनी राधिका, ह्रदय मोहना वास । मधुर बाँसुरी बाजती, करें गोपियाँ रास।। हुई राधिका बावरी, सुने बाँसुरी गीत । कृष्ण साँवरा खोजती, नैन ढूंढते प्रीत ।। श्याम... 30 Share seema sharma 29 Sep 2024 · 1 min read तुम बनते चालाक क्यों,धोखा है संसार । तुम बनते चालाक क्यों,धोखा है संसार । सदा ईश आभार कर, हो भक्ति संचार ।। Quote Writer 50 Share seema sharma 29 Sep 2024 · 1 min read जन्म दिया माँबाप ने, है उनका आभार। जन्म दिया माँबाप ने, है उनका आभार। जीवन के आधार वो, अच्छा कर आचार ।। Quote Writer 52 Share seema sharma 29 Sep 2024 · 1 min read दोहे *सृजन शब्द:संसार* सरल ह्रदय इंसान जो, नेकी हो संस्कार । पीर देख पाषाण हो, जीवन हैं बेकार ।। गात बना पाषाण सा, सहते दुख तूफान । ह्रदय निरा संताप है,... 30 Share seema sharma 28 Sep 2024 · 1 min read दोहे *सृजन शब्द:बाँसुरी* मधुर बाँसुरी बाजती, करे राधिका रास । बजे रागिनी मोहनी, बनी गोपियाँ दास ।। अधर बाँसुरी साजती, ह्रदय मोहती तान । राग माधुरी गूँजती , बजे रेशमी गान... 31 Share seema sharma 28 Sep 2024 · 1 min read दोहे सृजन शब्द -खजाना आप किनारा कर लिया, मात छुड़ाया हाथ ।। बनो सहारा माँ सदा, रहो हमारे साथ । ह्रदय बसेरा माँ करो, आज पखारें पाँव । आप मिटाना दुख... 23 Share seema sharma 28 Sep 2024 · 1 min read ये बेचैनी ये बेबसी जीने ये बेचैनी ये बेबसी जीने नहीं देती, ओर ख्वाहिश जीने की मरने नहीं देती। S S Quote Writer 43 Share seema sharma 28 Sep 2024 · 1 min read दोहे *सृजन शब्द-पधारो* मात पधारो भवन में, आन विराजो धाम । विनय हमारी आप से, सकल सँवारो काम ।। मात पधारो ह्रदय में,सकल बुराई त्याग । तुम्हीं सहारा बन रहो, सदा... 28 Share seema sharma 28 Sep 2024 · 1 min read दोहे शांत चित्त रखो शांत चित तुम सदा,रहो आसरे राम । क्रोध त्यागना है भला, कहे साँवरे शाम ।। मंथन मानस तुम करो, जीवन पावन गीत । अंतस धारण शांत चित,आंचल... 22 Share seema sharma 28 Sep 2024 · 1 min read दोहे दोहे बने शिकारी भटकते, मोह बिछाए जाल । लगन कमाने की लगी, बोझ चढ़ाए भाल ।। राम हमारे वन चले, भाग लिखाये रंज । भोग विधाता खुद रहे, नियति दिखाए... 26 Share seema sharma 28 Sep 2024 · 1 min read विधाता दोहे सृजन शब्द-विधाता विधाता डरो विधाता से सदा,रखो बुराई त्याग । ईश कहानी को लिखें, वही चलाते भाग ।। लेख विधाता ने लिखे, उसे मिटाये कौन । वही बनाएं काज... 31 Share seema sharma 21 Aug 2024 · 1 min read करार जाने कैसे करार ये दुनियां पा जाती है, कहीं लुटती है बिलकिस तो अंकिता मर जाती है, समझे कौन की तबाह ज़िंदगी हो जाती है, अय्याशों पर नकेल ना कसी... 22 Share seema sharma 18 Aug 2024 · 1 min read चोपाई छंद गीत चोपाई छंद गीत क्या नारी का हाल बनाया। बोलो कैसा युग है आया।। कैसे पढ़ाये लिखाये इनको। लाड़ो से है पाला जिनको।। डर का रहता इन पर साया। बोलो कैसा... 22 Share seema sharma 3 Jun 2024 · 1 min read किसी भी रिश्ते में प्रेम और सम्मान है तो लड़ाई हो के भी वो .... किसी भी रिश्ते में प्रेम और सम्मान है तो लड़ाई हो के भी वो पहले जैसा हो जाएगा अगर रिश्ते में नफरत है तो कितनी भी कोशिश कर लो प्रेम... Quote Writer 1 77 Share seema sharma 28 May 2024 · 1 min read रोला *रोला * सृजन शब्द-पतवार शबरी रटती राम, आँख से आँसू बहते । थामो अब पतवार, आप को तारक कहते।। पगली कहते लोग, बेर वो मीठे चखती। आओ अब भगवान, दिनों... 59 Share seema sharma 28 May 2024 · 1 min read रोला रोला सृजन शब्द- मोक्ष पाना हो जो मोक्ष, करो तुम पावन पूजा । भक्ति मार्ग है जान,ठौर न कोई दूजा ।। रखो नियत को साफ, भला ही सोचो जग का।... 58 Share seema sharma 28 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल रदीफ़-न करो काफिया-आ 2122 1212 22 /112 नाम मेरा कभी लिया न करो, याद बातें सभी किया न करो। साथ दोगे कहां तलक मेरा, कोई वादा मुझे दिया न करो।... 81 Share seema sharma 28 May 2024 · 1 min read रोला *रोला* सृजन शब्द- विरोध गलत सही को देख, समझ तुम निर्णय करना । डट कर करो विरोध, नेक ही इच्छा रखना ।। देना सच का साथ, काम तो मुश्किल होता... 89 Share seema sharma 28 May 2024 · 1 min read रोला छंद *रोला* देखा रूप विराट , कृष्ण का अर्जुन बोले। देना प्रभु तुम साथ, हृदय पट तुमने खोले।। देकर ज्ञान अगाध, सुगम की राहें मेरी। भीषण रण में नाथ, धर्म की... 53 Share seema sharma 28 May 2024 · 1 min read रोला छंद * सृजन शब्द- संशय संशय हुए सब दूर, जगत को जबसे जाना। स्वार्थ का है प्रेम,झूठ का ताना बाना ।। नफरत का है रोग, दिलों के नाते तोड़े। पैसा कारण... 51 Share seema sharma 28 May 2024 · 1 min read कुंडलिया कुंडलियां अर्चन पूजन कर रहे,शंकर साधक राम। अवरज लक्ष्मण साथ है, मंगल कारज धाम।। मंगल कारज धाम, खुशी का कारण बनते। कर भव सागर पार, नाम की माला जपते।। 'सीमा'... 57 Share seema sharma 25 May 2024 · 1 min read रोला *रोला* देखा रूप विराट , कृष्ण का अर्जुन बोले। देना प्रभु तुम साथ, हृदय पट तुमने खोले।। देकर ज्ञान अगाध, सुगम की राहें मेरी। भीषण रण में नाथ, धर्म की... 64 Share seema sharma 1 May 2024 · 1 min read सड़क कितनी ही आत्माएं सोई हैं शांत अनजानी सी सड़कों पर, गुजरते हैं रोज कई हादसे ऐसी अनजानी सी सड़कों पर। भूलते नहीं वो रास्ते किसी अपने के छुटे हो प्राण... Poetry Writing Challenge-3 2 51 Share seema sharma 1 May 2024 · 1 min read तेरा नाम *आती जाती लहरों पर मैंने तेरा* *नाम लिखा* वक़्त की आती जाती लहरों पर मैंने तेरा नाम लिखा, सजदा किया तुझे रब की जगह मैंने तेरा नाम लिखा। इश्क़ की... Poetry Writing Challenge-3 2 44 Share seema sharma 1 May 2024 · 1 min read तस्वीर तस्वीर मेरी दीवार पर लगी मुझे निहार रही, लग जा गले मेरे बड़ी शिद्दत से मुझे पुकार रही। पूछती है मुझ से कहां गया वो अल्हड़पन तेरा, पहली सी नहीं... Poetry Writing Challenge-3 1 42 Share seema sharma 1 May 2024 · 1 min read इश्क़ की भूल इश्क़ की भूल में ख़ाक में खुद को मिला बैठा, नश्तर लाखो जैसे दिल पर अपने चला बैठा। काश के समझी होती तूने भी मोहब्बत मेरी, खातिर तेरे मैं खुद... Poetry Writing Challenge-3 2 68 Share seema sharma 1 May 2024 · 1 min read चाँद कहा करता है मुझसे चांद कहा करता अक्सर मेरे कमरे के झरोखे से, चमकते वही है दुनियां में काम करें जो अनोखे से। मैं घटता हूं फिर बढ़ता हूं ऐसे ही रोज चमकता... Poetry Writing Challenge-3 1 42 Share seema sharma 1 May 2024 · 1 min read चाँद की मोहब्बत मुझ से चाँद कहा करता है जमी का तुम चांद हो, अच्छा लगता है मुझे तुम्हारी खिड़की से झांकना, कोई पुरानी मोहब्बत सी लगती हो रोज निहारा करता हूँ मैं,... Poetry Writing Challenge-3 1 39 Share seema sharma 1 May 2024 · 1 min read तेरा राम मैं अंदर हूँ तेरे देख मुझे मैं हूँ तेरा राम, सच्चे दिल से जान मुझे मैं हूँ तेरा राम। छल कपट को त्याग कर तू निर्मलता पा जाए, एक आवाज... Poetry Writing Challenge-3 1 58 Share seema sharma 1 May 2024 · 1 min read तेरे संग *तेरे संग* तेरे संग हो के लग रहा जैसे तू कहीं नहीं, कहती हैं तेरी आंखे मोहब्बत तुझ में कहीं नहीं। तुझे मतलब है सिर्फ अपने ही मन के सूकून... Poetry Writing Challenge-3 1 35 Share seema sharma 1 May 2024 · 1 min read बेखबर तुम्हें अहसास नहीं मेरे होने का कोई मलाल नहीं मुझे खोने का जब भी सोचा मैंने अब बदल गया है तू, एक नया बहाना दिया तूने मुझे रोने का। इश्क़... Poetry Writing Challenge-3 1 40 Share seema sharma 1 May 2024 · 1 min read मन की पीड़ा *मन की पीड़ा* मन की पीड़ा को समझ ले वो नहीं मिलता इंसान, पत्थरों में रब मिल जाये इंसानों में नहीं मिलता इंसान। कितना दर्द देता है ये जमाना शरीफों... Poetry Writing Challenge-3 1 72 Share seema sharma 1 May 2024 · 1 min read तेरा प्यार चाहिए माँ मुझको तेरा प्यार चाहिए, तेरी गोद का दुलार चाहिए। मेरी आँखें तकती हैं राह तेरी, खत्म मुझे ये इंतजार चाहिए। तेरी कमाई तो मैं ही हूँ ना माँ, फिर... Poetry Writing Challenge-3 1 37 Share seema sharma 1 May 2024 · 1 min read हस्ती क्यों मन धबराता है...... गलतियों पर अपनी क्यों नहीं.... पछताता है ...... सौंप दे खुद को........उसको तू एक बालक की तरह......देख..... जरा..... परमात्मा खुद बाहें फैलाता हैं...... मुश्किलें आसान होंगी.....मत... Poetry Writing Challenge-3 1 53 Share seema sharma 1 May 2024 · 1 min read हाल उसने फिर मेरा हाल पूछा, यू ही आते जाते, कैसे हो जी अब आप कम नज़र हो आते। मुस्कुरा है बोला हमने जी बहुत अच्छे हैं हम, वक़्त बीत रहा... Poetry Writing Challenge-3 1 35 Share seema sharma 1 May 2024 · 1 min read दर्द दर्द दर्द को पीते रहोगे तो दर्द तुम्हें पी जाएगा, छोड़ कर जाने वाला भी न जी पायेगा। जख्म कोई खुला अगर छूट जाएगा, देखना हर शख्स आकर कह के... Poetry Writing Challenge-3 1 69 Share seema sharma 1 May 2024 · 1 min read मिट्टी में लाल धरती को बना के बिछोना सोया है, किसी माँ का लाल सलोना सोया है। माँ करती होगी काम कहीं पेट के वास्ते, क्या जाने वो सोने से पहले ये कितना... Poetry Writing Challenge-3 1 68 Share seema sharma 1 May 2024 · 1 min read संदेश एक संदेश आया है एक संदेश आया है मेरे बाबुल का मेरे नाम, अपनी खुशियों को कर दिया जिसने मेरे नाम। आना बिटिया तुझ बिन घर की दहलीज सूनी है,... Poetry Writing Challenge-3 1 34 Share seema sharma 1 May 2024 · 1 min read मुस्कान *ये जो होंठो पर है मुस्कान* हर इंसान फोटो में झूठा मुस्कुरा रहा आजकल, ये जो होंठों पर है मुस्कान काश के सच हो जाये। इंस्टा, फेसबुक, व्हाट्सएप पे हंसते... Poetry Writing Challenge-3 1 47 Share seema sharma 1 May 2024 · 1 min read अंगूठी तूने अंगूठी क्या पहनाई है तेरे प्यार की, उम्रकैद की सज़ा बिताई है तेरे प्यार की। चाहा जैसे तुमने वैसे ढलती गयी हूँ मैं, मैंने रब जैसी मूरत बनाई है... Poetry Writing Challenge-3 2 61 Share seema sharma 1 May 2024 · 1 min read उम्र कट जाएगी ये उम्र अगर काट रहे हैं रोते हुए, सफल हो जाये ज़िंदगी जियो अगर हँसते हँसाते हुए। चलो माना दुख थोड़े ज्यादा हैं ओर सुख कम, बिता न... Poetry Writing Challenge-3 1 47 Share seema sharma 1 May 2024 · 1 min read एहसास चेहरे पर हँसी थी आंखों में नमी है, सब कुछ है बस प्यार की कमी है। बहुत मुस्कुराए हैं अश्क़ आंखों में लेकर, तुझे पाने की चाह कितनी लाचार सी... Poetry Writing Challenge-3 1 52 Share seema sharma 1 May 2024 · 1 min read मुखौटा हम जीते हैं जीवन भर.....एक मुस्कुराहट ओढ़ कर..... जैसे किसी ने जबरदस्ती.... चिपका दी......हमारे चेहरे पर.....फिर हटाने का मन करे....तो भी नहीं हटा सकते....दिख जाएगी असलियत हमारे चेहरे की ...ओर... Poetry Writing Challenge-3 1 61 Share seema sharma 1 May 2024 · 1 min read मुस्कान कभी ऐसा हो मन चाहा ना हो जो होगा अच्छा होगा ये सोच कर चेहरे पर मुस्कान जरूरी है। कभी ऐसा हो कुछ रिश्ते छूट जाएं कभी अपनों में अपनत्व... Poetry Writing Challenge-3 1 40 Share seema sharma 1 May 2024 · 1 min read अपमान चुप हैं सब स्त्रियां एक स्त्री के अपमान पर, खुद के साथ बीती होती तभी बोलतीं अपने मान पर। कलम लिखती है नारी की दर्द नारी के, जुबां साथ देती... Poetry Writing Challenge-3 1 41 Share seema sharma 1 May 2024 · 2 min read माँ देख रही अपना अप्रसांगिक होना माँ, हां वो देखती है अपना अलग थलग पड़ना, उठती है उंगली उसके ज्ञान पर भी होता है एहसास उसे अपने कमतर होने का ओर... Poetry Writing Challenge-3 1 47 Share seema sharma 1 May 2024 · 2 min read चार लोग मत भाग तू जमाने से ये चार लोग बोलते हैं, न जवाब दे बोलने दे गर चार लोग बोलते हैं। करोगे अच्छा भी तो सहन न होगा इनको, खुद खबर... Poetry Writing Challenge-3 1 44 Share seema sharma 30 Apr 2024 · 1 min read ग़ज़ल दाग अपना बशर छिपाता है, दूसरों को गलत बताता है । चल रहा चाल वो छिपा कर के, ख़ौफ़ रब का कभी न खाता है। कौन सुनता शरीफ की दास्ता,... 44 Share Previous Page 3