Santosh Khanna (world record holder) 104 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next Santosh Khanna (world record holder) 1 Dec 2018 · 1 min read सूरज . सूरज सूरज, तू न होता . धरती पर जीवन न होता न होती नदियां और सागर न पानी के मीठे निर्झर नहीं होता खेतो में अन्न बोलो क्या फिर... Hindi · गीत 687 Share Santosh Khanna (world record holder) 1 Dec 2018 · 1 min read सूरज . सूरज सूरज, तू न होता . धरती पर जीवन न होता न होती नदियां और सागर न पानी के मीठे निर्झर नहीं होता खेतो में अन्न बोलो क्या फिर... Hindi · गीत 1 422 Share Santosh Khanna (world record holder) 10 Nov 2018 · 1 min read याद तेरी अमलतास याद तेरी अमलतास आज तुम नहीं हो मां याद कितना आती हो सूने पलों में मुझे बच्चों-सा रुलाती हो कभी कभी लगता गोद में लो गी उठा। वैसे ही जैसे... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 21 772 Share Santosh Khanna (world record holder) 25 Sep 2018 · 1 min read बाल कविता बाल कविता पंछियों को देख उड़ता मै भी अब उड़ना चाहूं पूछ रही हूं मैं मां से पंख मैं कैसे उगाऊं उड़ रही उड़न तश्तरी पर नहीं हैं पंख दिखते... Hindi · कविता · बाल कविता 499 Share Santosh Khanna (world record holder) 25 Sep 2018 · 1 min read प्रश्न प्रश्न चलता रहता है सतत वार्तालाप, कभी उलाहना देते हुए, कभी सजदा करते हुए, कभी आँसूओ का सैलाब कभी तुम्हारी पुलक का अहसास कभी मौन में व्यक्त करते आभार कभी... Hindi · कविता 431 Share Santosh Khanna (world record holder) 18 Sep 2018 · 1 min read नमस्कार बार बार प्रभु मूरत हर उगते सूर्य में हर फूल में हर किसलय में हरी घास पर ओसकणों में मेरे मन की हर धड़कन में भोले भाले हर बचपन में मेरे तेरे... Hindi · कविता 1 456 Share Santosh Khanna (world record holder) 18 Sep 2018 · 1 min read दोहे मां पर मां मन की ज़मीर है, देह की है काया काशी काबा है वहीं, जग की है माया । मां से ही हैं हम सब, मां बिना न कोई कृष्ण भये... Hindi · दोहा 437 Share Santosh Khanna (world record holder) 15 Sep 2018 · 1 min read हिंदी हिंदी की राह में कैसे बने गा कोई दीवार जब उसे मिल गया है मेरा, तुम्हारा हम सब का साथ। Hindi · मुक्तक 592 Share Santosh Khanna (world record holder) 14 Sep 2018 · 1 min read परिवर्तन परिवर्तन क्या खो दिया है हमने क्या पा लिया है हमने कितने कच्चे हैं हम अपने हिसाब के हीरों के बदले ठीकरों का व्यापार किया है हमने सुबह के उजाले... Hindi · कविता 665 Share Santosh Khanna (world record holder) 14 Sep 2018 · 1 min read भारत देश को मेरा नमन भारत देश को मेरा नमन सदा प्रेम का पाठ पढ़ाता युद्ध इसे कभी नहीं भाता संस्कृति विहग है यह अपना देश देश संस्कार जगाता जैसे जंगलों में हो चमन भारत... Hindi · गीत 674 Share Santosh Khanna (world record holder) 19 Jan 2018 · 2 min read क्या लिखू? मैं ने सोचा आज एक नायाब कविता लिखू सोचा तो किस पर लिखूं सोचा चांद पर लिखूं सदियों से जिसकी उपमा दी जाती है प्रिया के सुंदर चेहरे से जिसकी... Hindi · कविता 1 2 612 Share Santosh Khanna (world record holder) 12 Oct 2017 · 1 min read बाल कविता बाल कविता बच्चों को दिवाली उपहार देखो खेले मेरी मुनिया भांति भांति के सुंदर खेल। कभी उछाले गेंद हवा में कभी पलंग के नीचे डाले बोले मुझ से दादी जाओ... Hindi · गीत 910 Share Santosh Khanna (world record holder) 6 Oct 2017 · 1 min read पुकार पुकार मैंने तब पुकारा था तुम्हें कि कब आओ गे कृष्ण नहीं जानती थी तुम नहीं आ सकते थे क्योकि पुजारियों ने तुम्हे बन्द कर रखा है सुन्दर अलंकारो के... Hindi · कविता 395 Share Santosh Khanna (world record holder) 6 Oct 2017 · 1 min read पुकार पुकार मैंने तब पुकारा था तुम्हें कि कब आओ गे कृष्ण नहीं जानती थी तुम नहीं आ सकते थे क्योकि पुजारियों ने तुम्हे बन्द कर रखा है सुन्दर अलंकारो के... Hindi · कविता 367 Share Santosh Khanna (world record holder) 21 Sep 2017 · 1 min read नमन भारत देश को मेरा नमन सदा प्रेम का पाठ पढ़ाता युद्ध इसे कभी नहीं भाता संस्कृति विहग है यह अपना देश देश संस्कार जगाता जैसे जंगलों में हो चमन भारत... Hindi · गीत 714 Share Santosh Khanna (world record holder) 14 Sep 2017 · 1 min read हिंदी हिंदी हिंदी भारत माँ की बोली माँ के दूध -सी मिश्री घोली उसके सब हैं,वह है सबकी जैसे रिश्ता दामन-चोली हिंदी है हर मुख की शोभा ह्रदय से हृदय का... Hindi · कविता 788 Share Santosh Khanna (world record holder) 12 Sep 2017 · 1 min read यादों की छांव.में अरसा बीता चले गये तुम फिर भी दिल से याद न जाये जाते सावन की बदली ज्यों मुड़ मुड़ आकर मेंह बरसाए। कूक रही है कोयल तब से पपहिरी भी... Hindi · गीत 720 Share Santosh Khanna (world record holder) 8 Sep 2017 · 1 min read बाल कविता पढ़ना चाहें गे एक बाल कविता। थोड़े समय के लिए बन जाये बच्चे। पंछियों को देख उड़ता मै भी अब उड़ना चाहूं पूछ रही हूं मैं मां से पंख मैं... Hindi · कविता 672 Share Santosh Khanna (world record holder) 28 Aug 2017 · 1 min read अहसास अहसास कितने ही बीत गए वर्ष हर्ष में भी, विषाद में भी जिन्दा हूँ क्यों,में मर नहीं सकी अब तो हो गई है आदत सहज सहज जीने की फिर भी... Hindi · कविता 595 Share Santosh Khanna (world record holder) 2 Aug 2017 · 1 min read आज की स्त्री आज की स्त्री आंखों में विश्वास भावों में संवेदना विचारों में प्रकाश फैसलों का बोझ उठाती वह करती है सड़क पार कभी नहीं लगा उसे डगमगा जाये गे पांव चल... Hindi · कविता 1 604 Share Santosh Khanna (world record holder) 2 Aug 2017 · 1 min read युद्ध और शान्ति नहीं देखता भारत स्वपन कभी विश्व विजय के नहीं किये युद्ध किसी देश से उसे गुलाम बनाने के लिये या उस पर अधिकार जमाने के लिये या उसे मौत की... Hindi · कविता 568 Share Santosh Khanna (world record holder) 9 Jul 2017 · 1 min read पुकार पुकार मैंने तब पुकारा था तुम्हें कि कब आओ गे कृष्ण नहीं जानती थी तुम नहीं आ सकते थे क्योकि पुजारियों ने तुम्हे बन्द कर रखा है सुन्दर अलंकारो के... Hindi · कविता 420 Share Santosh Khanna (world record holder) 7 Jul 2017 · 1 min read सच सच यह सच है पत्थर की लकीर-सा जब मिलती हैं सहस्र भुजाएँ लहलहाने लगते हैं खेत भर जाते अन्न के भंडार नहीं रहता कोई भूखा पेट शौर्य के शिखर होते... Hindi · कविता 645 Share Santosh Khanna (world record holder) 28 May 2017 · 1 min read खुशी बहुत दिनों के बाद आज खालिस खुशी ने डाला फेरा जैसे उषा का आंचल हो गया सुनेहरा पर्वत से छलकती आती जैसे नदिया की धार तपते मौसम के बाद जैसे... Hindi · कविता 586 Share Santosh Khanna (world record holder) 25 May 2017 · 1 min read चाह चाह मेरे ह्रदय का हिमालय बार बार उठ खड़ा होता है वह फैल जाना चाहता है निरन्तर विस्तार पाते गगन की तरह वह मिलना चाहता है हर मन से,हर कण... Hindi · कविता 707 Share Santosh Khanna (world record holder) 25 May 2017 · 1 min read सभ्यता नहीं बनाई जा सकती कोई भी सभ्यता ईंट और गारे से लौहे और औजारोंं से बनती है सभ्यता जन जन के कर्म से साफ सोच और संवेदना के मर्म से... Hindi · कविता 405 Share Santosh Khanna (world record holder) 25 May 2017 · 1 min read सभ्यता नहीं बनाई जा सकती कोई भी सभ्यता ईंट और गारे से लौहे और औजारोंं से बनती है सभ्यता जन जन के कर्म से साफ सोच और संवेदना के मर्म से... Hindi · कविता 544 Share Santosh Khanna (world record holder) 12 May 2017 · 1 min read कहर बार बार रहा कांप धरा का धरातल मच रहा है तांडव तनाव व् विनाश का चाँद-सितारों पर विजय रथ दौड़ाने वाला जल-थल-हवा में विजय-दुदंभि बजाने वाला नहीं रोक पा रहा... Hindi · कविता 487 Share Santosh Khanna (world record holder) 10 May 2017 · 1 min read दामिनी जिंदा है अभी आज निर्भया यानी दामिनी या असली नाम ज्योति का जन्मदिन है। ज्योति की मां ने आज पत्रकार को उसका कमरा खोल कर दिखाया। निर्भया पर तब लिखी एक कविता यहां... Hindi · कविता 550 Share Santosh Khanna (world record holder) 23 Apr 2017 · 1 min read हिंदी सभी को हिंदी दिवस की शुभकामनाएं हिंदी हिंदी भारत माँ की बोली माँ के दूध -सी मिश्री घोली उसके सब हैं,वह है सबकी जैसे रिश्ता दामन-चोली हिंदी है हर मुख... Hindi · कविता 650 Share Previous Page 3 Next