डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD Language: Hindi 316 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 6 Oct 2024 · 1 min read गजल अगर लहजा तेरा,दो पल को मीठा हो गया होता। दिलों में जो कदूरत है, मदावा हो गया होता। ❤️ जवाबन उसके लहजे में ज़ुबां हम खोल सकते थे। हमे भी... Hindi 1 33 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 15 Sep 2024 · 1 min read हिंदी दिवस पर ग़ज़ल हिंदी दिवस पर ग़ज़ल 1222 1222 1222 1222 मेरा अभिमान है हिंदी हमारी शान है हिंदी। हमें भाषा सभी प्यारी, हमारी जान है हिंदी। ❤️ संस्कृत है इसकी जननी बहन... Hindi · कविता 96 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Aug 2024 · 1 min read रक्षा बंधन आता जब सावन का अंतिम सोमवार है। भाई और बहन का यह राखी त्योहार है। रक्षा का देता जब भाई वचन है, धागा नहीं है यह, भाई का प्यार है।... Hindi 90 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 18 Aug 2024 · 1 min read बेटी बात हंसकर कभी गैरत की ना टालो बेटी। अब दरिंदो के लिए खुद को संभालो बेटी। ❤️ पाक दामन को बचाने के लिए खुद ही उठो। फब्तियों वाली ज़ुबां काट... Hindi 91 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 18 Aug 2024 · 1 min read आज का इंसान इंसान आजकल तो शैतान हो गया है। कैसे हवस का अंधा, हैवान हो गया है। कोई बहन और बेटी अब तो नहीं सुरक्षित। अब जानवर से बदतर इंसान हो गया।... Hindi 62 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 10 Aug 2024 · 1 min read हुस्न है नूर तेरा चश्म ए सहर लगता है। साफ शफ्फाफ बदन छूने से भी डर लगता है। हुस्न है नूर तेरा चश्म ए सहर लगता है। साफ शफ्फाफ बदन छूने से भी डर लगता है। ❤️ रात को नींद नहीं ले आती न सुकूं दिन को। मेरे... Hindi 73 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 29 Jun 2024 · 1 min read मतलबी लोग मतलबी दुनिया। तुझसे उम्मीद इतनी थी दुनिया। पास ज़र हो तो सारे अपने हैं। वरना लगती है अजनबी दुनिया। सबके रंजो आलम की बाइस है। किसको देती है यह खुशी दुनिया मतलबी लोग मतलबी दुनिया। तुझसे उम्मीद इतनी थी दुनिया। पास ज़र हो तो सारे अपने हैं। वरना लगती है अजनबी दुनिया। सबके रंजो आलम की बाइस है। किसको देती है... Hindi 75 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 28 Jun 2024 · 1 min read सोना और चांदी हैं, कलंदर,तेरी आंखें। मशरूब की मस्ती हैं,समंदर तेरी आंखें। सोना और चांदी हैं, कलंदर,तेरी आंखें। मशरूब की मस्ती हैं,समंदर तेरी आंखें। यूं तो हैं ज़माने में हसीं और भी मंज़र। है नक्स जहनों दिल में पर दिलबर तेरी आंखें।... Hindi · ग़ज़ल 72 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 22 Jun 2024 · 1 min read ग़ज़ल जिसके पीछे भाग रहे हो यह दुनिया की माया है. दुनिया से सबको जाना होगा जो दुनिया में आया है। अपना अपना कहते हो,लेकिन दो गज कब्र मिलेगी। माल ओ... Hindi 75 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 16 Jun 2024 · 1 min read जाने कब पहुंचे तरक्की अब हमारे गांव में जाने कब पहुंचे तरक्की अब हमारे गांव में। रास्ता लंबा बहुत है और छाले पांव में। कागजों पर बह रही है नहर और नदियां यहां। खेत में सूखी हैं फसलें... Hindi 88 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 3 Jun 2024 · 1 min read गजल बहुत रंगीन दुनिया है,बहुत रंगीं नजा़रे हैं। मगर बुझने न पाएगी दिलों में जो शरारे हैं। तमन्ना है मेरे दिल में उसे हम कह ना पाएंगे। समझना तुम अगर चाहो... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 139 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 3 Jun 2024 · 1 min read सगीर की ग़ज़ल तेरी फुरक़त में शब गुजारी गई। दिल की फिर भी ना बेक़रारी गई। तेरा कुछ भी नही गया जा़लिम। प्यार में नींद तो हमारी गई। फेर लेते हैं वो नज़र... Hindi 1 131 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 3 Jun 2024 · 1 min read गजल सगीर किसी भी शख्स का जब भी भरोसा टूट जाता है। फकत दिल ही नहीं, उसका जहां भी टूट जाता है। कोई रिश्ता किसी भी मंजिले मकसूद से पहले। चुकाता हूं... Hindi 1 95 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 3 Jun 2024 · 1 min read महफिले लूट गया शोर शराबे के बगैर। कर गया सबको ही माइल वह तमाशे के बगैर। ❤️ महफिले लूट गया शोर शराबे के बगैर। कर गया सबको ही माइल वह तमाशे के बगैर। ❤️ गैरत मंदी में बहुत लोग नही कहते हैं। ज़रुरत मंदों को नही मिलता... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 110 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 3 Jun 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर मुझको छोड़कर जाने वाले,साथ अगर हो जाएगा। कच्चा पक्का ईंट इ़मारत फिर ये घर हो जाएगा। मेहनत मज़दूरी करके पाल रहा हूं बच्चों को। आज अभी है नन्हा पौधा कल... Hindi · कविता · ग़ज़ल · मुक्तक 2 103 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 30 May 2024 · 1 min read नौतपा गर्मी फैले चहूं ओर। सूरज बदले आपन ठौर। नौतपा 9 दिन पकड़े जोर। त्राहि त्राहि चारों ओर। प्रातः 10 से 3 घर में रहे। अल्फाहार करें, खूब जल पिएं। छत... Hindi 64 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 9 May 2024 · 1 min read खयालों ख्वाब पर कब्जा मुझे अच्छा नहीं लगता ख़यालो ख्वाब पर कब्ज़ा मुझे अच्छा नहीं लगता। मुखौटे में छुपा चेहरा मुझे अच्छा नहीं लगता। ❣️ मुहब्बत में कनीज़¹ और बादशाहत का दिली रिश्ता। कभी भी इश्क़ में शजरा²... Hindi · ग़ज़ल 120 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Apr 2024 · 1 min read गजल हम नहीं तो हमसे बेहतर कौन है? मुझसे बढ़कर तेरा दिलबर कौन है? किस लिए मायूस हो गमगीन हो, मुज़्तरिब हो,दिल का मुज़्तर कौन है? पूछते हो हाल, मुझ से... Hindi 1 103 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 17 Apr 2024 · 1 min read ग़ज़ल हम नहीं तो हमसे बेहतर कौन है? मुझसे बढ़कर तेरा दिलबर कौन है? किस लिए मायूस हो गमगीन हो, मुज्तरिब हो दिल का मुज़्तर कौन है? पूछते हो हाल, मुझ... Hindi 49 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 16 Apr 2024 · 1 min read गजल आंसू है,गम है,यास दिले दर्द मंद है। जो कह न सके लफ्ज़,लिफाफे में बंद है। ❤️ रखते नही हैं ख्वाहिशें गिलमानो हूर की। मैं उसको हूं पसंद वो मुझको पसंद... Hindi 114 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 4 Apr 2024 · 1 min read होली मुबारक बरस रहा है जो रंगों का प्यार होली में। उमड़ रहा है प्यार बे शुमार होली में। 🌹 तेरे दीदार की ख्वाहिश में दिल हमारा है। इसीलिए तो है दिल... Hindi 92 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 13 Mar 2024 · 1 min read उदास देख कर मुझको उदास रहने लगे। उदास देखकर मुझको उदास रहने लगे। जो दूर रहते थे हमसे वह पास रहने लगे। 🌹 मेरे ख़यालों में रहती है मेरी होशरूबा। उसे जब सोच लिया बद हवास रहने... Hindi 174 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 4 Mar 2024 · 1 min read एक तरफ तेरी रौनक एक तरफ है सारा गुलशन एक तरफ। सारे मंजर एक तरफ है तेरा यौवन एक तरफ। ❤️ चारों तरफ से घेर लिया है अब तो जि़म्मेदारी ने। सारा... Hindi 1 133 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 29 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल दिल के हालात किसी से कभी कहता भी नहीं। सबसे अच्छा जिसे समझा है,वह अच्छा भी नहीं। ❤️ मशवरा सब ने दिया उससे दूर जाने का। ज़िंदगी में मेरे,कुछ उसके... Hindi 2 282 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 22 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल मुहब्बत हक से करना प्यार में फरियाद मत करना। मुहब्बत में किसी भी शख्स को बर्बाद मत करना। ❤️ मोहब्बत के लिए इक फलसफा है याद रखना तुम। जिसे दिल... Hindi 2 157 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read गजल सगीर रिश्तों में मुहब्बत के तिजारत नही करते। हम सिर्फ दिखावे की मुहब्बत नही करते। तू मांग मेरे हाथ को मां बाप से मिलकर। हम इश्क में अपनों से बगावत नही... Poetry Writing Challenge-2 100 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर तड़प दिल में,ज़ुबां पे तिश्नगी¹,आंखो में पानी है। बहुत मासूम सा है इश्क़, ये पागल जवानी है। बहुत मुश्किल है इज़हारे मुहब्बत²,जां फिशानी³ है। तजस्सुस⁴ उसकी है,और बात भी मुझको... Poetry Writing Challenge-2 109 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर बे वजह बे सवाल रहता हूं। सोच कर बे खयाल रहता हूं। अपनी शर्तों पर जी रहा हूं मैं। इसलिए बेमिसाल रहता हूं। मैं मोहब्बत का एक परिंदा हूं। इश्क... Poetry Writing Challenge-2 105 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read गजल सगीर कभी सपना कभी शीशा कभी दिल टूट जाता है। उसे जितना मनाता हूं वह उतना रूठ जाता है। ❤️ यहां जम्हूरियत के नाम पर हर बार चुनते हैं। मगर जो... Poetry Writing Challenge-2 98 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर तुम्हारे बिन किसी से राज साझा हो नही सकता। ज़माना सारा मिल जाए,पर तुमसा हो नहीं सकता। ❤️ किसी भी बे वफा से कोई रिश्ता मत निभाना तुम। जो तेरा... Poetry Writing Challenge-2 109 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर आपकी चाहत, मोहब्बत,उंसियत का है असर। आपने हमको दिया उस अहमियत का है असर। ❤️ जल उठी शमआ मोहब्बत की तो दिल रोशन हुआ। तब्दीलियां मुझ में, तेरी ही शख्सियत... Poetry Writing Challenge-2 2 160 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर वह एक शख्स जो देकर गया गुलाब मुझे। उसी का प्यार मयस्सर है बे हिसाब मुझे। ❤️ जो डूबा रहता है मस्ती में हर घड़ी हर पल। पिला दे साकी... Poetry Writing Challenge-2 1 107 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर वह एक शक्स जो देकर गया गुलाब मुझे। उसी का प्यार मयस्सर है बे हिसाब मुझे। ❤️ जो डूबा रहता है मस्ती में हर घड़ी हर पल। पिला दे साकी... Poetry Writing Challenge-2 1 207 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर उम्र के मोड़ पे इस पीर का रोना आया। अब बुढ़ापे में इस तकदीर पे रोना आया। ❤️ काम था जिसको मिला मुल्क की हिफाज़त का। उसकी टूटी हुई शमशीर... Poetry Writing Challenge-2 138 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read गजल सगीर करते हैं शबो रोज तमाशा मेरे आगे। चलता नही है ज़ोर किसी का मेरे आगे। ❤️ हिर्स ओ हवस का नही कायल है मेरा दिल। चलता नही किसी का भी... Poetry Writing Challenge-2 1 148 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर ख़्वाब भी ऊंचे रहें, मंज़िल की तैयारी रहे। कामयाबी के लिए कोशिश बहुत सारी रहे। ❤️ इक न इक दिन दूर हो जायेगी सारी मुश्किलें। शर्त ये है बिन रुके... Poetry Writing Challenge-2 115 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read गजल सगीर खुशी में भी हम अपने आंसुओं के साथ रहते हैं। मुकम्मल हम नही हैं खा़मियों के साथ रहते है। लगाकर आग बस्ती में, दिलासा बाद में देना। यह किस्से क्यों... Poetry Writing Challenge-2 119 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read सगीर गजल रात भर तुम को जगाने का सबब है कोई। दिल मेरा कहता है आंखों में तलब है कोई। 💖 आंच आती है तेरे हु़स्न की बेताबी से। ऐसा लगता है... Poetry Writing Challenge-2 154 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर गरीबों की शिकायत लाजमी है। अभी भी दूर उनसे रोशनी है। ❤️ अपना अपना सिर्फ करना। बताओ यह भी कोई जिंदगी है। ❤️ फरिश्ते सब लिख रहे है। सभी के... Poetry Writing Challenge-2 115 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर हम हिंदी भाषी बने आओ ले संकल्प। हिंदी के समतुल्य में, नही कोई विकल्प । ❤️ अन्य सभी भाषा पढ़ें और बने विद्वान। हिंदी यदि आती नहीं, तो समझो है... Poetry Writing Challenge-2 1 121 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read गजल सगीर सत्य अहिंसा योग का हम सभी संज्ञान लें। और विवेकानंद के आदर्श को पहचान लें। ❤️ यह धरा पुलकित हुई अवतरण उन का हुआ। योग के इस संत का मर्म... Poetry Writing Challenge-2 108 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर नफरतों से अब रिफाक़त पे असर पड़ता है। दिल में शक हो तो मुहब्बत में असर पड़ता है। ❤️ खुशु खुज़ू से अमल कोई भी करो साहिब। नेकियों से तो... Poetry Writing Challenge-2 177 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर आज सारे हिसाब कर दूंगा। तुझको मैं लाजवाब कर दूंगा। 🌹 दूध का दूध पानी का पानी। झूठ सब बेनकाब कर दूंगा। 🌷 जो भी रखते हैं नफरतें उनको। पेश... Poetry Writing Challenge-2 110 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर मेरा जीवन,मेरी सांसे सारा तोहफा तेरे नाम। मौसम की रंगीन मिज़ाजी,पछुवा पुरवा तेरे नाम। ❤️ सुर्ख गुलाबों का गुलदस्ता आ जा तुझको पेश करूं। सारी बगिया सारा बगीचा सारा दरीचा... Poetry Writing Challenge-2 1 144 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर अपनी काविश से जो मंजिल को पाने लगते हैं। वो खारज़ार ही गुलशन बनाने लगते हैं। ❤️ जिन्हे भी फिक्र नहीं है अवामी मसले की। शोर संसद में वही तो... Poetry Writing Challenge-2 99 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read गजल सगीर 2122 1122 1122 22/112 बिना काविश तो कोई भी खुशी आने से रही। ख्वाहिश ए नफ़्स कभी आगे बढ़ाने से रही। ❤️ ख्वाहिशें लज्ज़त ए दीदार जवां है अब तक।... Poetry Writing Challenge-2 2 169 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read गजल सगीर महफिले लूट गया शोर शराबे के बगैर। कर गया सबको ही माइल वह तमाशे के बगैर। ❤️ गैरत मंदी में बहुत लोग नही कहते हैं। ज़रुरत मंदों को नही मिलता... Poetry Writing Challenge-2 2 201 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर दुश्मन से भी यारी रख। मन में बातें प्यारी रख। दुख न पहुंचे लहजे से। इतनी जिम्मेदारी रख। मैं तुझको हासिल कर लूंगा। तू भी इसकी तैयारी रख। जो तेरा... Poetry Writing Challenge-2 1 178 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर आप मुरझाए हैं, क्यों सूखे गुलाबों की तरह। किस लिए गुस्सा उतर आया अजाबों की तरह। 🌹 पाए तकमील नहीं पहुंचा मुहब्बत क्योंकर। इसलिए मैं हूं अधूरा मेरे ख्वाबों की... Poetry Writing Challenge-2 115 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 14 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल आप मुरझाए हैं, क्यों सूखे गुलाबों की तरह। किस लिए गुस्सा उतर आया अजाबों की तरह। 🌹 पाए तकमील नहीं पहुंचा मुहब्बत मेरा। इसलिए मैं हूं अधूरा मेरे ख्वाबों की... Hindi 1 142 Share Page 1 Next