राजेश 'ललित' 158 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next राजेश 'ललित' 17 Aug 2021 · 1 min read --------स्वास्तिक------- --------स्वास्तिक------- अर्थ::महत्व::व्याख्या -------------------------------- स्वास्तिक हिंदु धर्म का सनातन एवं शुभता का प्रतीक माना गया है ।हर शुभ कार्य करने से पहले इसका चिन्ह बनाया जाता है। ईश्वर दसों दिशाओं के... Hindi · लेख 9 2 665 Share राजेश 'ललित' 14 Aug 2021 · 1 min read ------ नास्तिक ------ ------ नास्तिक ------ _नास्तिक का अर्थ है,न अस्ति अर्थात जो विद्यमान नहीं है।जिसका कोई अस्तित्व ही नहीं है।जो न तो साकार रूप में न ही निराकार सर्वशक्तिमान की सत्ता को... Hindi · लेख 8 2 996 Share राजेश 'ललित' 12 Aug 2021 · 1 min read आस्तिक-अर्थ एवं विवेचना आस्तिक-अर्थ एवं विवेचना ---------------------------- आस्तिक:--ईश्वर के अस्तित्व में विश्वास रखने वाला व्यक्ति आस्तिक कहलाता है।यह संस्कृत का शब्द है जिसका अर्थ है विद्यमान होना;उपस्थित होना।साकार रूप से जो हर स्थान... Hindi · लेख 9 1k Share राजेश 'ललित' 4 Aug 2021 · 1 min read क्षणिकायें क्षणिकायें ------------------------------ हम पढ़ नहीं पाये उसके चेहरे पर लिखी थी कोई संवेदना वक़्त की स्याही थी उम्र के थे पन्ने न जाने किसने लिख डाली चेहरे पर रेखाओं की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 12 3 519 Share राजेश 'ललित' 30 Jul 2021 · 1 min read मेरे मोहल्ले की कहानी मेरे मोहल्ले की कहानी ——————— मेरा मोहल्ला कभी रुका कभी चला शास्त्री जी नहीं रहे अब बिक गया धर्म निवास नहीं पता!कौन रहता पास, बहुत दिन हुये पांच नं का... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 14 12 888 Share राजेश 'ललित' 27 Jul 2021 · 2 min read चातुर्मास::महत्व अर्थ और उद्देश्य चातुर्मास:: महत्व,अर्थ और उद्देश्य --------------------------- आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवशयनी एकादशी कहते हैं।लगभग प्रत्येक एकादशी को कोई न कोई नाम दे दिया गया है हमारे पूर्वजों... Hindi · लेख 11 9 740 Share राजेश 'ललित' 13 Jul 2021 · 4 min read 'किशोर का बस्ता' किशोर का बस्ता ------------------------- किशोर की आयु लगभग दस वर्ष की रही होगी,जब कोरोना का प्रकोप हुआ।वह सरकारी स्कूल में पांचवी कक्षा का विद्यार्थी था।उसके पिता बनवारी लाल वर्मा किसी... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 14 13 1k Share राजेश 'ललित' 3 Jul 2021 · 2 min read 'उसने क्या कहा था?' लघुकथा ---------- उसने क्या कहा था? ------------------------- मनसुख राय अपनी आयु के बहत्तरवें वर्ष में प्रवेश कर चुके थे।पिछले वर्ष तक वे महिलाओं के कपड़े सिलते थे।बड़े प्रसिद्ध टेलर थे।दूर... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 11 12 994 Share राजेश 'ललित' 2 Jul 2021 · 4 min read 'निकम्मा' निकम्मा -------------------------- राधेश्याम सरकारी नौकरी से रिटायर हो कर तकिये पर सिर रख कर छत को निहारते हुये सोच रहा था कि चलो सारी ज़िम्मेदारियों से मुक्त होकर अब कुछ... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 13 14 1k Share राजेश 'ललित' 6 May 2021 · 1 min read मुंह ढकिये कोरोना ने सब के मुँह ढक दिये। जैसे किसी को मुँह दिखाने लायक़ ही नहीं रहे। हमें हर काम अपने मुंह ढक कर करने हैं। इसपर एक नये क्लेवर की... Hindi · कविता 10 1 495 Share राजेश 'ललित' 12 Mar 2021 · 1 min read शेर -------------- नींद आती किसे है, यारब। तुम्हारी याद है न: पलकों में किरच सी; चुभे जा रही है:: -------------- राजेश'ललित Hindi · शेर 8 2 436 Share राजेश 'ललित' 24 Feb 2021 · 1 min read ऋग्वेद-एक संत बहुधा कल्पयंति। एकं सन्तं बहुधा कल्पयंति। --------ऋग्वेद हम एक ही सन्त(परमपिता प्रमात्मा) के बारे में सबसे अधिक कल्पना करते हैं;अर्थात कई नामों से पुकारते है,परंतु वह एक ही है।आप उसे ब्रह्मा विष्णु,महेश,... Hindi · लेख 8 3 511 Share राजेश 'ललित' 20 Feb 2021 · 1 min read भवानी प्रसाद मिश्र-जनमानस के कवि पं भवानी प्रसाद मिश्र-- जनमानस के कवि ---------------------- आज पं भवानी प्रसाद मिश्र जी का जन्मदिन है।उन्हें सुनने के लिये कई बार मुझे गुरुग्राम से विशेष रूप से दिल्ली आना... Hindi · लेख 8 3 737 Share राजेश 'ललित' 14 Feb 2021 · 1 min read प्रेम प्रेम ----------- नफ़रतों के जंगल में प्रेम अग्न हुआ मन हुलसा तन झुलसा राख में से निकलेगा वो प्रेम का नवांकुर कभी तो देखना तुम ----------- राजेश'ललित' Hindi · कविता 10 10 433 Share राजेश 'ललित' 27 Jan 2021 · 1 min read क्षणिकायें क्षणिकायें ---------------------- मैने जब सुनी दिल की आवाज सुनी; दुनिया की सुनता, तो दीवाना होता::राजेश'ललित' ------ मुझसे मेरा हाल न पूछो, मुझसे मेरी ख़ता न पूछो: वजूद मेरा चुरा लिया... Hindi · कविता 7 2 550 Share राजेश 'ललित' 27 Jan 2021 · 1 min read भूख का गणित भूख का गणित ---------- पेट पर हाथ रख कर वह भूख पालता रहा जहां तक संभव था भूख को टालता रहा गाड़ी आई वह जा चढ़ा जब तक भूख थी... Hindi · कविता 7 442 Share राजेश 'ललित' 27 Jan 2021 · 1 min read भूख का गणित भूख का गणित ---------- पेट पर हाथ रख कर वह भूख पालता रहा जहां तक संभव था भूख को टालता रहा गाड़ी आई वह जा चढ़ा जब तक भूख थी... Hindi · कविता 7 1 408 Share राजेश 'ललित' 26 Jan 2021 · 1 min read क्षणिकायें सर्दी की धूप ------------- मेरा आँगन और मै , दोनों ही परेशान हैं! धूप के न आने से!! मैने कंबल ओढ़ा, आँगन ने कोहरा, रात सिकुड़ती रही, ठिठुरती रही, कभी... Hindi · कविता 8 2 527 Share राजेश 'ललित' 26 Sep 2020 · 1 min read किस्से किस्से ————— सारे शहर में घूम घूम कर! झूठे क़िस्से :सच्चे क़िस्से! दीवारों के कान खड़े है? मन में कहे ही सुन लेते हैं! ऐसे क़िस्से:वैसे किस्से! हवा ज़हरीली बह... Hindi · कविता 11 2 626 Share राजेश 'ललित' 7 Sep 2020 · 1 min read काठ की हांडी आज की कविता ‘काठ की हांडी’में काठ की हांडी आम आदमी का प्रतीक है जिसको बार बार प्रयोग करके फेंक दिया जाता है।वैसे ‘काठ की हांडी चढै न बारंबार’एक लोकोक्ति... Hindi · कविता 6 2k Share राजेश 'ललित' 22 Aug 2020 · 1 min read आषाढ के दिन आषाढ के दिन ——————- मन की उमस बहुत हुआ ताप बस अब तो बरस खुले बहाव के दिन कटोरा भर अभाव के दिन आषाढ़ के दिन छत से उड़ी तिरपाल... Hindi · कविता 9 10 781 Share राजेश 'ललित' 21 Aug 2020 · 1 min read दोस्त दोस्त ——— दोस्त हो तो कहो दिल में पड़ी परतें खोलो कुछ कही कुछ मनकही कुछ अनकही दोस्त हो तो फूँको एक सिगरेट छल्लों के झरोखों से देखो मीठी यादों... Hindi · कविता 9 7 833 Share राजेश 'ललित' 5 Sep 2019 · 1 min read खोदा पहाड़ यह कविता कुछ गाँव के लोगों के सामूहिक प्रयास से पहाड़ों को खोद कर एक रास्ता बनाने को लेकर लिखी है।जब आप सरकार और उसकी संस्थाओं से गुहार लगा थक... Hindi · कविता 4 576 Share राजेश 'ललित' 10 Jul 2019 · 1 min read महफ़िल महफ़िल ----------———- ये वक़्त की महफ़िल है जनाब सब आयेंगे मिलने वाले तुम भी आना घर पर ही रख आना अपना अभिमान अपना ग़रूर अगली बार मिलो थोड़ी गर्माहट अपने... Hindi · कविता 4 428 Share राजेश 'ललित' 1 Jul 2019 · 1 min read आज के शेर आज के शेर —————————- ख़ूब मलिये, ज़ख़्मों पे नमक, दर्द की इन्तहा क्या है!! हम जानते हैं। ———————- अपना पता बदलिये ,जनाब!! आजकल इस पते पर डाक नहीं आती है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 2 459 Share राजेश 'ललित' 20 Apr 2019 · 1 min read तलाश अभी जारी है सोलहवीं लोकसभा के चुनाव आ गये। नेता अपने घर से निकल कर मंचो पर सजने लगे हैं।उनकी इन बातों से उपजी यह कविता:- ---------------------------------------- तलाश जारी है -------------------------------------------- पाँच बरस... Hindi · कविता 5 1 670 Share राजेश 'ललित' 10 Apr 2019 · 1 min read आ गये राजे महाराजे चुनावी सरगर्मी मे अपनी राह बनाती कविता -------------------------------------------------------------- आज के राजे-महाराजे ----------------------- आ गये आज के राजे-महाराजे ढोल बजाते सजा कर अपने अपने खोमचे ढेर सारे लेकर वादे खटी मीठी... Hindi · कविता 6 1 485 Share राजेश 'ललित' 3 Apr 2019 · 1 min read शब्द ' ----------------------------- शब्दों मत रुको कुछ कहो निरर्थक सा मत पड़े रहो शिला सी अल्हड़ नदी सा बहो वक्त के अनुसार बदलो अंदाजे बयां कुछ नया हो हाँ, तेवर रखो... Hindi · कविता 6 1 692 Share राजेश 'ललित' 2 Apr 2019 · 1 min read गजल "ग ज़ ल" ————————- घाव पर चोट बनाये रखिये; बेअसर न हो,दर्द बनाये रखिये। दुश्मन हो,दोस्ती,बनाये रखिये; कम हैं अभी नश्तर चुभाये रखिये। धूप है ग़र,साया बनाये रखिये; अंधेरे में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 2 362 Share राजेश 'ललित' 12 Jan 2019 · 2 min read नवागंतुक एवं परंपराऐ लेख:- ----------------------------------------- "नवागंतुक एवं परंपरायें" --------------------------- कुछ बातें जीवन में तब समझ में आती हैं जब वे स्वयं आप अनुभव करते हैं।परिवार की मान्यतायें,परंपरायें,जिनके सहारे हम लोग पले बड़े होते... Hindi · लेख 5 1 381 Share Previous Page 3 Next