Dr. Pratibha Mahi 108 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Dr. Pratibha Mahi 27 Feb 2019 · 1 min read गद्दारों की बात न कर......! गीत ***** गद्दारों की बात न कर वो तो हर घर में रहते हैं बिन पेंदी के हैं वो लोटे सदा लुढ़कते रहते हैं आस्तीन का साँप बने हैं ,... Hindi · गीत 4 1 344 Share Dr. Pratibha Mahi 25 Feb 2019 · 1 min read दिल से निकली अनौखी सदा देखिये... ('इश्क़-ए-माही' पुस्तक ग़ज़ल संग्रह से) ग़ज़ल -- 01 ********** दिल से निकली अनौखी सदा देखिये कैसी अदभुत है उसकी कला देखिये वक्त का हर ये लम्हां पुकारे उसे करती फ़रियाद हर इक दुआ देखिये चाँदनी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 349 Share Dr. Pratibha Mahi 25 Feb 2019 · 1 min read मिटाकर नफ़रतें मन से..... ('इश्क़-ए-माही' पुस्तक ग़ज़ल संग्रह से) मिटाकर नफ़रतें मन से अज़ब इक बीज बोया है जिसे कहते हो तुम उल्फ़त उसे दिल में संजोया है वही हमको लगे प्यारी उसी के तो हैं हम शागिर्द उसी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 319 Share Dr. Pratibha Mahi 25 Feb 2019 · 1 min read जब से ख़ुदको पढ़ना सीखा ('इश्क़-ए-माही' पुस्तक ग़ज़ल संग्रह से ) ग़ज़ल-- 54 जब से ख़ुदको पढ़ना सीखा बस तुझ ही में ढलना सीखा रुह से रुह का कैसा पर्दा रुह ने रुह में बसना सीखा क्या ख़ुशियाँ क्या ग़म का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 285 Share Dr. Pratibha Mahi 9 Feb 2019 · 1 min read नन्हा बालक सोच रहा है बैठा बैठा क्या क्या सपने गढ़ता है। बगिया में इक नन्हा बालक खुद से बातें करता है। उड़ता जाऊँ नील गगन में सुंदर से पर पाऊँ मैं।... Hindi · कविता · बाल कविता 3 770 Share Dr. Pratibha Mahi 9 Feb 2019 · 2 min read आज़ादी आज़ादी हम ले आये हैं आज़ादी का मान करो। भारत माता का प्यारो अब तुम सब मिलकर ध्यान धरो। आज़ादी की ख़ातिर हमने क्या क्या पापड़ बेले हैं। बेड़ी माँ... Hindi · कविता 3 337 Share Dr. Pratibha Mahi 9 Feb 2019 · 2 min read इश्क़ में क्या रक्खा है...? इश्क़ क्या है...? ************ ये न पूँछो कि ... इश्क़ क्या है...? और... इश्क़ में क्या रक्खा है...? 1)- बेवज़ह लोग डरते हैं... इश्क़ से यारो... इश्क़ मूरत है ख़ुदा... Hindi · कविता 4 327 Share Dr. Pratibha Mahi 9 Feb 2019 · 1 min read निगाहें निगाहें बोलतीं यारो दिलों को जोड़तीं यारो हुआ है जो भी जीवन में छुपाया जो भी है मन में खुलासा हो ही जाता है नज़र सब साफ आता है ख़ुशी... Hindi · कविता 3 330 Share Previous Page 3