नेताम आर सी 127 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid नेताम आर सी 11 Nov 2024 · 1 min read अंधेरे से लड़ो मत, अंधेरे से लड़ो मत, थक जाओगे। ज्ञान का दिया जला दो, अंधेरा छंट जायेगा।। *जोहार* Quote Writer 23 Share नेताम आर सी 10 Nov 2024 · 1 min read *जीवन में, *जीवन में* "विचार" और "व्यवहार" दोनों ही बहुत महत्वपूर्ण है।* *कभी कभी* "विचार", से "व्यवहार" बदल जाता है..!! *तो कभी कभी* "व्यवहार", से "विचार" ही बदल जाता है...!! *Johar* Quote Writer 1 25 Share नेताम आर सी 11 Sep 2024 · 1 min read *झूठा ही सही...* *झूठा ही सही...* *मुस्कुराते रहना चाहिए ,* *उदास देखकर अपने क्या..??* *गैर भी मजे लेते हैं ..* जोहार Quote Writer 77 Share नेताम आर सी 8 Sep 2024 · 1 min read देश चलता नहीं, देश चलता नहीं, मचलता है, मुद्दा हल नहीं होता सिर्फ उछलता है, जंग मैदान पर नहीं, मीडिया पर जारी है आज तेरी तो कल मेरी बारी है जोहार Quote Writer 77 Share नेताम आर सी 31 Aug 2024 · 1 min read जब आवश्यकता होती है, जब आवश्यकता होती है, तो जुबान, सबकी मीठी हो जाती है !! जोहार Quote Writer 45 Share नेताम आर सी 30 Aug 2024 · 1 min read एक तरफ मां के नाम पर, एक तरफ मां के नाम पर, पेड़ लगाया जाता है। और उसे काटने के लिए, पूरा प्रशासन लगाया जाता है।। कैसे जंगल बचाएं ? Quote Writer 54 Share नेताम आर सी 2 Aug 2024 · 1 min read जब कोई, जब कोई, आपकी कीमत न समझे, तो उदास मत होना... बस ये जान लेना, कि कबाड़ी को कभी, हीरे की परख नहीं होती ! जोहार साथियों Quote Writer 58 Share नेताम आर सी 1 Jul 2024 · 1 min read सब्र या धैर्य, सब्र या धैर्य, एक ऐसी सवारी है। जो अपने सवार को, कभी गिरने नहीं देती। न तो किसी के कदमों में, और न ही किसी की नजरों में। !जोहार साथियों! Quote Writer 150 Share नेताम आर सी 27 Jun 2024 · 1 min read लोगों के दिलों में, लोगों के दिलों में, हमारा जो स्थान है। वही असली धन है, जिससे हम धनवान हैं।। जोहार जोहार Quote Writer 82 Share नेताम आर सी 22 Jun 2024 · 1 min read * लक्ष्य सही होना चाहिए।* * लक्ष्य सही होना चाहिए।* * काम तो दीमक भी,* * दिन-रात करती है।* * पर वो निर्माण नही,* * विनाश करती है...!* * जोहार* Quote Writer 86 Share नेताम आर सी 20 Jun 2024 · 1 min read *जिंदगी* *जिंदगी* *एक किताब है,* *जिसे लोग पढ़ते हैं।* *पर कुछ लोग तो सिर्फ,* *जिंदगी के पन्ने उलटते हैं।* *जोहार* Quote Writer 88 Share नेताम आर सी 17 Jun 2024 · 1 min read जैसे हम, जैसे हम, आंखों के इतने करीब से, किताबें पढ़ नहीं पाते। वैसे ही हम, अपनों के इतने करीब से, भावनाओं को समझ नहीं पाते..... !!जोहार!! Quote Writer 93 Share नेताम आर सी 12 Jun 2024 · 1 min read अक्षर ज्ञानी ही, कट्टर बनता है। अक्षर ज्ञानी ही, कट्टर बनता है। अनपढ़ तो धार्मिक किताबें, पढ़ ही नहीं सकता। पढ़े लिखे की कंडीशनिंग, इस तरह की हों जाती है। के वो किताबो में लिखी हर... Quote Writer 91 Share नेताम आर सी 27 May 2024 · 1 min read हारता वो है हारता वो है, जो शिकायत बार बार करता है। और जीतता वो है, जो कोशिश हर बार करता है। हारता वो है . . . . . . फैसला तुमको... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 125 Share नेताम आर सी 25 May 2024 · 1 min read कली से खिल कर जब गुलाब हुआ कली से खिलकर जब गुलाब हुआ, नाचीज से बढ़ कर जब नायाब हुआ। जुगनू सा, जलता बुझता था आसमान में, तेरी रहमत हो गई ऐ मेरे कुदरत, मैं तो जुगनू... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 98 Share नेताम आर सी 24 May 2024 · 1 min read मजदूरों के मसीहा मजदूरों के मसीहा मसीहा मसीहा, मन मंदिर में बसइया बसइया बसइया। तोला लाल सलाम नियोगी जी। तोला लाल सलाम हे। मजदूरों के मसीहा . . . . . . हक... Poetry Writing Challenge-3 1 115 Share नेताम आर सी 23 May 2024 · 1 min read राजनीतिक फायदे के लिए, तुम मुकदर्शक हो गये तो अनर्थ हो जाएगा राजनीतिक फायदे के लिए, तुम मुकदर्शक, हो गये तो अनर्थ हो जाएगा। हम अपने सुरक्षा के लिए, कहीं हथियार, रख लिये तो अनर्थ हो जाएगा। राजनैतिक फायदे के लिए .... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 91 Share नेताम आर सी 22 May 2024 · 1 min read तुम इतने आजाद हो गये हो तुम इतने आजाद हो गये हो, कि दूसरों को गुलाम समझ लेते हो। इंसानियत को मारकर , पार्श्विक की महफिल सजा लेते हो। तुम इतने आजाद . . . .... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 77 Share नेताम आर सी 21 May 2024 · 1 min read ये दुनिया बाजार है ये दुनिया बाजार है, यहां सब बिकता है। अंदर झांक कर तो देखो, पारखी नजरों से, यहां सब दिखता है। ये दुनिया बाजार है . . . . . .... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 84 Share नेताम आर सी 21 May 2024 · 2 min read आंदोलन की जरूरत क्यों है जब सरकार, अच्छे दिन का सपना दिखा रही है। तो फिर आंदोलन की जरूरत क्यों है? आंदोलन की जरूरत इसलिए है, क्योंकि सरकार जनता की आड़ में, पूंजीपतियों की अच्छे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 78 Share नेताम आर सी 20 May 2024 · 1 min read मुझे तो मेरी फितरत पे नाज है मुझे तो, मेरी फितरत पे नाज है, कि दुश्मन भी मुझे दुआ दे देते हैं। मैं तो किस्मत पे भी भरोसा नहीं करता, क्योंकि दोस्त भी मुझे दगा दे देते... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 76 Share नेताम आर सी 19 May 2024 · 1 min read अंजानी सी गलियां अंजानी सी गलियां मुझे, न जाने क्यों, जानी पहचानी सी लगने लगी है। एक साया परियों के जैसी, आंखों में मेरे, झिलमिलाने लगी है। क्या इसी को मुहब्बत कहते हैं?... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 117 Share नेताम आर सी 18 May 2024 · 1 min read ऐ .. ऐ .. ऐ कविता ऐ .. ऐ .. ऐ कविता, मुझे कवि बना के ही छोड़ोगी। वीर हास्य व्यंग श्रृंगार, करूणा के दिशा में ही मोड़ोगी। ऐ .. ऐ .. ऐ कविता . .... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 106 Share नेताम आर सी 17 May 2024 · 1 min read मेरे फितरत में ही नहीं है मेरे फितरत में ही नहीं है, मैं किसी का भी इस्तेमाल करूं। बचा लुंगा मैं उसे, चाहे क्यूं न मैं मरूं। मेरे फितरत में ही नहीं है . . .... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 97 Share नेताम आर सी 17 May 2024 · 1 min read संघर्ष और निर्माण जो कभी संघर्ष से परिचित नहीं होता.. इतिहास गवाह है। वह कभी चर्चित ही नहीं होता। जो कभी संघर्ष से परिचित . . . . . . कौन जानेगा तुम्हें... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 84 Share नेताम आर सी 16 May 2024 · 1 min read ऐसा एक भारत बनाएं आओ ऐसा एक भारत बनाएं, हम मजदूर क्रांति की मशाल जलाएं। आओ ऐसा एक . . . . . . शोषण अत्याचार का, न नामो निशां होगा। मजदूर किसानों का... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 99 Share नेताम आर सी 16 May 2024 · 1 min read श्रद्धांजलि हिमालय सा, ऊंचा था उसका हौसला। चुटकियों में कर लेता था, जटिल से जटिल, समस्याओं का फैसला। समुद्र की, लहरों से भी, वो तेज था। चट्टानों की भांति, अडिग और... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 68 Share नेताम आर सी 15 May 2024 · 1 min read तेरे मेरे बीच में, तेरे, मेरे बीच में, ये दूरियां तेरी आंखों ने बढ़ा दिया है। ये फासले कम भी हो सकते थे, लेकिन तेरी बेरुखी बातों ने, दिलों के फासले और बढ़ा दिया... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 110 Share नेताम आर सी 15 May 2024 · 1 min read बोलो राम राम बोलो राम राम सिया राम, लखन जी, राम राम सिया राम। राम कहेंगे सिया राम कहेंगे, भजेगें सुबहो शाम। बोलो राम राम सिया . . . . . . हाथ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 86 Share नेताम आर सी 14 May 2024 · 1 min read हम तुम्हारे हुए हम तुम्हारे हुए, तुम हमारे हुए। हम तुम्हारे तुम्हारे तुम्हारे हो गये, तुम हमारे हमारे हमारे हो गये। हम तुम्हारे हुए . . . . . . बीच दरिया में... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 61 Share नेताम आर सी 14 May 2024 · 1 min read मैंने एक चांद को देखा मैने एक चांद को देखा, जो अंधेरा ही अंधेरा था। जिसकी न सुबह होती थी, बस अंधेरा ही अंधेरा था मैंने एक चांद . . . . . . आंख... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 94 Share नेताम आर सी 13 May 2024 · 1 min read जनता का पैसा खा रहा मंहगाई जनता का पैसा खा रहा महंगाई, जागो रे बहना जागो रे भाई । मजदूर किसान जागो रे, युवा नौजवान जागो रे। देश के गद्दार बन रहें हैं कसाई जनता का... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 94 Share नेताम आर सी 13 May 2024 · 1 min read संवेदनाएं जिंदा रखो इसीलिए तो कहता हूं, संवेदनाएं जिंदा रखो। संवेदनाएं . . . . . . किसी की दुःख, किसी की तकलीफ का, तुम्हें एहसास नहीं होता, तो, तुम जिंदा लाश हो।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 84 Share नेताम आर सी 12 May 2024 · 1 min read आहवान चलो रे साथी, धरके लाठी चलेंगे सीना तान के। न्याय और अधिकार के लिए लड़ेंगे, दुश्मन को पहचान के। चलो रे साथी . . . . . . न कोई... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 77 Share नेताम आर सी 12 May 2024 · 1 min read सेवा जोहार सेवा जोहार *प्रकृति का दर्शन और मित्रों का मार्गदर्शन...* *दोनों ही जीवन को प्रकाशित कर देते हैं...* *खूबसूरती तो हमेशा दिल और व्यवहार में होती है...* *लोग बेवजह उसे शक्ल... Quote Writer 134 Share नेताम आर सी 12 May 2024 · 1 min read संवेदना “संवेदना” ******** मैं सोच में हूं, क्या संवेदना बचीं है। हमें अपने से ज्यादा, गैरों के सम्मान की फिक्र होती थी। आज दूर्भावना इतनी है, कि मैं सोच में हूं,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 91 Share नेताम आर सी 11 May 2024 · 1 min read होली आने वाली है होली आने वाली है, चलो इस बार, हर दिलों से, अमानवीय भेदभाव को ही जला दें। नफरत की दीवार, जो खड़ी की जा रही है, चलो इस बार, हम सब... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 87 Share नेताम आर सी 11 May 2024 · 1 min read पुलिस की चाल ऐसा तो है चाल पुलिस का, ऐसा तो है चाल। ऐसा तो है. . . . . . चोर को कहते हैं चोरी करो, और लोगों को कहते हैं जागते... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 131 Share नेताम आर सी 11 May 2024 · 1 min read एक मशाल तो जलाओ यारों एक मशाल तो जलाओ यारों, सदियों से यहां अंधेरा है। अंधविश्वासों के मकड़जाल ने, पूरे समाज को ही घेरा है। एक मशाल तो . . . . . . मनगढ़ंत... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 99 Share नेताम आर सी 5 May 2024 · 1 min read इसीलिए तो कहता हूं, संवेदनाएं जिंदा रखो। किसी की दुःख, किसी की तकलीफ का, तुम्हें एहसास नहीं होता, तो, तुम जिंदा लाश हो। संवेदना जब मर जाती है, तो असंवेदनशील हो जाती है। इसीलिए तो कहता हूं,... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 92 Share नेताम आर सी 3 May 2024 · 1 min read संवेदना "संवेदना" ******** मैं सोच में हूं, क्या संवेदना बचीं है। हमें अपने से ज्यादा, गैरों के सम्मान की फिक्र होती थी। आज दूर्भावना इतनी है, कि मैं सोच में हूं,... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 94 Share नेताम आर सी 3 May 2024 · 1 min read जीवन में, जीवन में, लक्ष्य को पाने के लिए, बहुत कुछ करना पड़ता है। कभी ऑंधी तूफानों का सामना, तो कभी, हालातों से लड़ना पडता हैं!* Quote Writer 91 Share नेताम आर सी 28 Apr 2024 · 1 min read "वक्त"के भी अजीब किस्से हैं "वक्त"के भी अजीब किस्से हैं किसी का कटता नहीं और किसी के पास होता नहीं। वक्त दिखाई नहीं देता है पर बहुत कुछ दिखा देता है। अपना पन तो हर... Quote Writer 177 Share नेताम आर सी 27 Apr 2024 · 1 min read ज़िंदगी में अपना पराया ज़िंदगी में अपना पराया कोई नहीँ होता, सिर्फ मन की स्थिति है....! भरोसा है, तो पराया अपना है, यदि भरोसा नहीं तो अपने भी पराये हो जाते हैं...!! !जोहार! Quote Writer 138 Share नेताम आर सी 27 Apr 2024 · 1 min read ज़िंदगी में अपना पराया ज़िंदगी में अपना पराया कोई नहीँ होता, सिर्फ मन की स्थिति है....! भरोसा है, तो पराया अपना है, यदि भरोसा नहीं तो अपने भी पराये हो जाते हैं...!! !जोहार! Quote Writer 49 Share नेताम आर सी 26 Feb 2024 · 1 min read मशाल एक मशाल तो जलाओ यारों, सदियों से यहां अंधेरा है। ऐसा लगता है जैसे अमावस्या की, काली रात का ही डेरा है। एक मशाल तो जलाओ . . . .... Hindi · कविता 213 Share नेताम आर सी 8 Feb 2024 · 1 min read *सच्चे गोंड और शुभचिंतक लोग...* *सच्चे गोंड और शुभचिंतक लोग...* *हमारे जीवन में...* *सितारों की तरह होते है...!!* *वो चमकते तो सदैव ही रहते है,* *परंतु...दिखायी तभी देते है,* *जब अंधकार छा जाता है *... Quote Writer 140 Share नेताम आर सी 20 Jan 2024 · 1 min read *अनमोल वचन* कौवा, कोयल की आवाज को दबा सकता है..... मगर खुद की आवाज मधुर नहीं बना सकता, ठीक उसी तरह निंदा करने वाला व्यक्ति सज्जन को बदनाम कर सकता है..... लेकिन... Hindi · कोटेशन 110 Share नेताम आर सी 17 Jan 2024 · 1 min read "वक्त" भी बड़े ही कमाल "वक्त" भी बड़े ही कमाल का होता है, सबसे इंतजार करवाता है, लेकिन स्वयं कभी किसी का भी, इंतजार कभी भी नहीं करता है!! !!जोहार!! Quote Writer 137 Share नेताम आर सी 17 Jan 2024 · 1 min read "वक्त" भी बड़े ही कमाल "वक्त" भी बड़े ही कमाल का होता है, सबसे इंतजार करवाता है, लेकिन स्वयं कभी किसी का भी, इंतजार कभी भी नहीं करता है!! !! जोहार !! Quote Writer 239 Share Page 1 Next