Khajan Singh Nain 119 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Khajan Singh Nain 16 May 2023 · 1 min read संवेदना संवेदना इंसान संवेदना को ईश्वर प्रदत गुण के रूप में पाता है, पर कहते हैं पत्थर हो जाओ तो जीना आसान हो जाता है । पत्थर हुए तो जाना कि... Poetry Writing Challenge 296 Share Khajan Singh Nain 16 May 2023 · 1 min read हादसा हादसा दुनिया को उनके प्रति दिखाई गई संवेदना के बल पर परखते हैं, लोग देश के साथ हुए हादसों का भी हिसाब रखते हैं। हादसे तो जनता के साथ गुज़रे... Poetry Writing Challenge 179 Share Khajan Singh Nain 16 May 2023 · 1 min read आलोचना आलोचना" चर्चा और आलोचना का तो गहरा रिश्ता है, भिन्न मत होना तो लोकतंत्र की विशेषता है । लेकिन आज का दौर लोकतंत्र को शर्मिंदा करता है, आलोचना तो दूर... Poetry Writing Challenge 93 Share Khajan Singh Nain 16 May 2023 · 1 min read गुण-धर्म गुण-धर्म जलन इस कदर कि हर तरफ़ आग सुलगाने में लगे हैं, तभी तो सभी देश में एक दूसरे को जलाने में लगे हैं। दूसरों को लगाई आग में खुद... Poetry Writing Challenge 129 Share Khajan Singh Nain 16 May 2023 · 1 min read आज का मीडिया आज का मीडिया मीडिया जागरूक है और हर पल जगा है, अपने आकाओं की ख़िदमत में दिनरात लगा है। मीडिया बाख़बर है कंगना मुंबई पहुँची, पर बेख़बर है कि जीडीपी... Poetry Writing Challenge 211 Share Khajan Singh Nain 16 May 2023 · 1 min read मर्यादा ‘मर्यादा’ जब सत्ता का संबल ओछे के साथ हो जाए तो इंसानियत जार जार रो देती है, और भाषा अपनी मर्यादा खो देती है। जब सत्ता का संबल ओछे के... Poetry Writing Challenge 117 Share Khajan Singh Nain 16 May 2023 · 1 min read इंसान बनाम भगवान इंसान बनाम भगवान जब ‘ऊपरवाले’ ने एक समर्थ और सक्षम इंसान इस ग्रह पर दिया उतार, तो उस सक्षम इंसान ने अपनी सुविधानुसार कर लिए अनेकों ‘ऊपरवाले’ तैयार। उसने अपने... Poetry Writing Challenge 284 Share Khajan Singh Nain 16 May 2023 · 1 min read आवाहन आवाहन इससे पहले कि न्याय ईतिहास की चीज बन जाये, अनजाने गर्तों में दफ़न जाये. अन्याय इसकी जगह ले ले, शोषण और ज्यादती घर-घर खेले. थाम दो वक्त की धारा... Poetry Writing Challenge 178 Share Khajan Singh Nain 16 May 2023 · 1 min read नियोजित अभिवृद्धि नियोजित अभिवृद्धि मेरा किसी को टोक कर ये कहना, कि आबादी का इस तरह बढते रहना. सरासर हमारी अज्ञानता है, इसके क्या दुष्परिणाम हैं शायद तू नहीं जानता है ?... Poetry Writing Challenge 262 Share Khajan Singh Nain 15 May 2023 · 1 min read हम भारत के लोग We the people of India (हम भारत के लोग) जन-जन की सरकार है यह, राजशाही सरकार नहीं, जन भलाई के लिए चुने हो, करने को व्यापार नहीं। किसानों को जो... Poetry Writing Challenge 213 Share Khajan Singh Nain 15 May 2023 · 1 min read सवाल करना तो बनता है सवाल करना तो बनता है रिश्ते औपचारिक हो कर ऐसे ही धीरे-धीरे मरते हैं, अज हम संवेदनाएँ भी मैसेज से प्रकट करते हैं। सोशल मीडिया पर अजीब-अजीब चैलेंज आ रहे... Poetry Writing Challenge 345 Share Khajan Singh Nain 15 May 2023 · 1 min read अक्षम सक्षम अक्षम_सक्षम_कौन? कोरोना ने नए-नए सबक़ बहुत सिखाए हैं, लोगों को फ़ुरसत में समझ बखूबी आए हैं। वक्त के साथ मिले गहरे अनुभव हर रोज़ नए, कोरोना काल में सहज ही... Poetry Writing Challenge 240 Share Khajan Singh Nain 15 May 2023 · 1 min read वसीयत वसीयत जब कार्य और सोच में स्थिलता आने लगे, जोखिम उठाते कदम लड़खड़ाने लगे। जब बच्चे निर्णय लेने में समर्थ महसूस करें, अपने निर्णय को तुम्हारे से ऊपर धरें। जब... Poetry Writing Challenge 122 Share Khajan Singh Nain 15 May 2023 · 1 min read ठेका प्रथा ठेका प्रथा सरकारी काम में ठेका सफल प्रयोग है, सरकार की नज़रों में नया उद्योग़ है। ठेका प्रथा देश में व्यापक हो गई है, और तो और जानवरों में भी... Poetry Writing Challenge 150 Share Khajan Singh Nain 14 May 2023 · 1 min read सिर की सफेदी सिर की सफ़ेदी अपने सफ़ेद बालों को काला क्यों नहीं करते, शरीर के रख रखाव का ध्यान क्यों नहीं रखते। कहा मान कर देखो व्यक्तित्व निखर जाएगा, अपने आप में... Poetry Writing Challenge 401 Share Khajan Singh Nain 14 May 2023 · 1 min read एकलव्य एकलव्य एकलव्य की धनुर्विद्या देख गुरु द्रोण डर गए, और गुरु पद से नीचे उतर गए। अर्जुन को सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर स्थापित करने के लिए, मांग़ ली गुरुदक्षिणा बिना शिक्षा दिए।... Poetry Writing Challenge 267 Share Khajan Singh Nain 14 May 2023 · 1 min read नसीहत नसीहत एक बुजुर्ग कुत्ता अपने बच्चे को समझाता है, मौलिकता के साथ रहो जो कुत्ता भगवान से पाता है. आजकल झूठ है तुम्हारी बात बात में, हर वक्त रहते हो... Poetry Writing Challenge 147 Share Khajan Singh Nain 14 May 2023 · 1 min read नैन (कवायद अपने आप को ढूढने की) ‘नैन’ शृंगार रस बिना ‘नैनों’ के अधूरा है, ‘नैनों’ से ही सुंदरता का विवरण पूरा है। ‘नैन’ हैं तो प्यार से वास्ता है, ‘नैन’ ही दिलों में उतरने का रास्ता... Poetry Writing Challenge 139 Share Khajan Singh Nain 14 May 2023 · 1 min read चरित्र चरित्र क्या सफेदी अपने आप में दिखाई ना देने वाली चीज है ? या फिर लोग नहीं देखते इसकी मुझे खीझ है. या शायद मेरे ऐसा चिलाने में भी कोई... Poetry Writing Challenge 1 294 Share Previous Page 3