मदन मोहन सक्सेना Tag: ग़ज़ल/गीतिका 105 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 मदन मोहन सक्सेना 29 Jun 2016 · 1 min read ग़ज़ल (इस शहर में ) ग़ज़ल (इस शहर में ) इन्सानियत दम तोड़ती है हर गली हर चौराहें पर ईट गारे के सिबा इस शहर में रक्खा क्या है इक नक़ली मुस्कान ही साबित है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 284 Share मदन मोहन सक्सेना 29 Jun 2016 · 1 min read ग़ज़ल(दिल की बातें) ग़ज़ल(दिल की बातें) जिनका प्यार पाने में हमको ज़माने लगे बो अब नजरें मिला के मुस्कराने लगे राज दिल का कभी जो छिपाते थे हमसे बातें दिल की हमें बो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 430 Share मदन मोहन सक्सेना 29 Jun 2016 · 1 min read गज़ल/गीतिका (समय ये आ गया कैसा) गज़ल/गीतिका (समय ये आ गया कैसा) दीवारें ही दीवारें , नहीं दीखते अब घर यारों बड़े शहरों के हालात कैसे आज बदले हैं उलझन आज दिल में है कैसी आज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 262 Share मदन मोहन सक्सेना 29 Jun 2016 · 1 min read ग़ज़ल (जिंदगी का ये सफ़र ) कल तलक लगता था हमको शहर ये जाना हुआ इक शक्श अब दीखता नहीं तो शहर ये बीरान है बीती उम्र कुछ इस तरह की खुद से हम न मिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 338 Share मदन मोहन सक्सेना 29 Jun 2016 · 1 min read ग़ज़ल ( दिल में दर्द जगाता क्यों हैं ) गर दबा नहीं है दर्द की तुझ पे दिल में दर्द जगाता क्यों हैं जो बीच सफर में साथ छोड़ दे उन अपनों से मिलबाता क्यों हैं क्यों भूखा नंगा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 238 Share Previous Page 3