के.आर.परमाल 'मयंक' 103 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 के.आर.परमाल 'मयंक' 26 Sep 2019 · 1 min read 'न काँटा-कील होती माँ' मेरे जीवन की धड़कन है, मेरी पलकों की फड़कन है। बरसते बादलों के बीच, बिजली सी कड़कन है। प्यारी माँ रूप सृष्टि का, दिया जीवन ये उपकारी कभी इन्दु सी... Hindi · कविता 1 474 Share के.आर.परमाल 'मयंक' 25 Sep 2019 · 1 min read 'मानवता की ललकार' तुम मरे तो भारतभूमि ने सहर्ष तुम्हें स्वीकार किया । इहलोक से परमलोक तक मानवता का नाम दिया। हमें जिन्दा रहकर भी न जीने का अधिकार दिया ! जिन्दा लाश... Hindi · कविता 3 515 Share के.आर.परमाल 'मयंक' 25 Sep 2019 · 1 min read *देश पर जान कुर्बान करूँ* देश पर जान कुर्बान करूँ मैं, जन्म मिले सौ बार अगर, सौ बार मरूँ मैं, पल-पल जीवन, कण-कण तन का, स्वदेश पर न्यौछावर करूँ मैं । पर्वत-सा दृढ़ कर, निश्चय... Hindi · कविता 3 196 Share Previous Page 3