कवि दीपक बवेजा Tag: Quote Writer 237 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next कवि दीपक बवेजा 12 Apr 2023 · 1 min read दूध बन जाता है पानी दूध बन जाता है पानी दूध में मिल जाने पर । मोल बढ़ता उसका मित्रता ये निभाने पर। नाम पाता है दूध का खुद को मिटाने पर खुद उड़ जाता... Quote Writer 1 416 Share कवि दीपक बवेजा 11 Apr 2023 · 1 min read ये जो समुद्र है कि बड़े अकड़ में रहता है ये जो समुद्र है कि बड़े अकड़ में रहता है एक दिन उसके गुरुर को मैं चीर जाऊंगा कई हारों का सामना किया जीत के लिए अब तो सबब जीतकर... Quote Writer 1 408 Share कवि दीपक बवेजा 11 Apr 2023 · 1 min read किसी को इतना मत करीब आने दो किसी को इतना मत करीब आने दो भंवरे को तुम अकेला ही गुनगुनाने दो मरहम नहीं मिलते बाजारों में सरल खुदी को ही अपना मरहम लगाने दो ✍️कवि दीपक सरल Quote Writer 1 347 Share कवि दीपक बवेजा 11 Apr 2023 · 1 min read लोग आते हैं दिल के अंदर मसीहा बनकर लोग आते हैं दिल के अंदर मसीहा बनकर कुछ दिन बाद दिल से निकल क्यों जाते हैं एक शाख पर पक्षी का दिल क्यों नहीं लगता दिन बदलते ही घौंसले... Hindi · Quote Writer 1 382 Share कवि दीपक बवेजा 11 Apr 2023 · 1 min read शाखों के रूप सा हम बिखर जाएंगे शाखों के रूप सा हम बिखर जाएंगे ना दबाओ हमको हम निखर जाएंगे जीत हौसलों पर तय होती है सरल , क्या फर्क पड़ता है कि किधर जाएंगे ✍️कवि दीपक... Quote Writer 1 488 Share कवि दीपक बवेजा 11 Apr 2023 · 1 min read अगर जाना था उसको अगर जाना था उसको पास मेरे आया क्यों था कुछ दिन के लिए उसने अपना बनाया क्यों था ✍️कवि दीपक सरल Quote Writer 2 307 Share कवि दीपक बवेजा 11 Apr 2023 · 1 min read कौन जिम्मेदार इन दीवार के दरारों का, कौन जिम्मेदार इन दीवार के दरारों का, नहीं लगता अंदाजा गैरों के इशारों का । किसी हवा के झोंकों से बैर मत लेना.., रुख मोड़ देती है कश्ती के किनारों... Quote Writer 2 443 Share कवि दीपक बवेजा 11 Apr 2023 · 1 min read कस्ती धीरे-धीरे चल रही है कस्ती धीरे-धीरे चल रही है अंदर ख्वाहिशें मचल रही है बादल भी बरस रहे हैं यहां और धूप भी निकल रही है ✍️कवि दीपक सरल Quote Writer 2 299 Share कवि दीपक बवेजा 7 Apr 2023 · 1 min read कौन है जो तुम्हारी किस्मत में लिखी हुई है कौन है जो तुम्हारी किस्मत में लिखी हुई है किसके भरोसे जिंदगी दांव पर रखी हुई है एक तो कमरा खुला है उसका और ऊपर से कमरे में उसने एक... Quote Writer 1 462 Share कवि दीपक बवेजा 7 Apr 2023 · 1 min read किसी की गलती देखकर तुम शोर ना करो किसी की गलती देखकर तुम शोर ना करो चोर की चोरी को देखकर चोर-चोर ना करो। कुछ रिश्ते टूटने की जिद पर है अगर तोड़ दो किसी से रिश्ते निभाने... Quote Writer 1 629 Share कवि दीपक बवेजा 7 Apr 2023 · 1 min read मुझे बदनाम करने की कोशिश में लगा है........., मुझे बदनाम करने की कोशिश में लगा है........., जमाना मुझे कंगाल करने की कोशिश में लगा है। मेरी कोशिश है कि नौका को पार लगाया जाए., जमाना है कि नौका... Quote Writer 1 542 Share कवि दीपक बवेजा 7 Apr 2023 · 1 min read जब तक जरूरत अधूरी रहती है...., जब तक जरूरत अधूरी रहती है...., तब तक ही चलने का मन रहता है । अलग चाल में आ जाता है आदमी.. जब जेब में आदमी के धन रहता है।।... Quote Writer 2 404 Share कवि दीपक बवेजा 7 Apr 2023 · 1 min read जिन पांवों में जन्नत थी उन पांवों को भूल गए सीमा पर जाकर हम हत्यारों को भी भूल गए बढ़ती उम्र के साथ हम यारों को भी भूल गए शहरों में जाकर अब हम गांवों को भी भूल गए जिन... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 1 478 Share कवि दीपक बवेजा 7 Apr 2023 · 1 min read सीमा पर जाकर हम हत्यारों को भी भूल गए सीमा पर जाकर हम हत्यारों को भी भूल गए बढ़ती उम्र के साथ हम यारों को भी भूल गए शहरों में आकर के अब हम इतने मगरूर हुए जिन पांवों... Quote Writer 1 422 Share कवि दीपक बवेजा 7 Apr 2023 · 1 min read जो गुरूर में है उसको गुरुर में ही रहने दो जो गुरूर में है उसको गुरुर में ही रहने दो कुछ पल खिलेंगे खिलकर मुरझा जाएंगे दोस्ती करो तो उनसे ही करना सरल जो हर मौसम में तुम्हारे काम आएंगे।... Quote Writer 1 295 Share कवि दीपक बवेजा 7 Apr 2023 · 1 min read मां के हाथ में थामी है अपने जिंदगी की कलम मैंने मां के हाथ में थामी है अपने जिंदगी की कलम मैंने जब से खुद को पूरे शहर का शहजादा समझता हूं। मां को मैं समझता हूं अपने हक का वकील... Quote Writer 1 531 Share कवि दीपक बवेजा 7 Apr 2023 · 1 min read मंजर जो भी देखा था कभी सपनों में हमने मंजर जो भी देखा था कभी सपनों में हमने उन सपनों को हकीकत से रूबरू कराएंगे । एक बार कश्ती को तुम पानी में उतरने तो दो सागर का गुरूर... Quote Writer 1 461 Share कवि दीपक बवेजा 7 Apr 2023 · 1 min read रास्ते जिंदगी के हंसते हंसते कट जाएंगे रास्ते जिंदगी के हंसते हंसते कट जाएंगे अवरोध जो भी आएंगे वह निपट जाएंगे जब आएंगी हवाएं मेरे सुरूर की सरल गरीबी के इल्जाम भी सर से हट जाएंगे ✍️कवि... Quote Writer 2 476 Share कवि दीपक बवेजा 7 Apr 2023 · 1 min read रूह को खुशबुओं सा महकाने वाले रूह को खुशबुओं सा महकाने वाले क्यों चले जाते हैं दिल में आने वाले मजबूरी की कोई कीमत नहीं सरल बेघर हो जाते हैं यहां घर बनाने वाले ✍️कवि दीपक... Quote Writer 1 268 Share कवि दीपक बवेजा 7 Apr 2023 · 1 min read हर शाखा से फूल तोड़ना ठीक नहीं है हर शाखा से फूल तोड़ना ठीक नहीं है बात बात पर झूठ बोलना ठीक नहीं है हर दरिया अपनी गहराई लिए फिरता है बिना जाने ही गोता लगाना ठीक नहीं... Quote Writer 1 471 Share कवि दीपक बवेजा 7 Apr 2023 · 1 min read मेरे दिल में मोहब्बत आज भी है मेरे दिल में मोहब्बत आज भी है इसीलिए ही मैं उदास रहता हूं..। तुम मेरी बात झूठ समझते हो...., मैं जो भी कहता हूं सच कहता हूं। ✍️कवि दीपक सरल Quote Writer 2 520 Share कवि दीपक बवेजा 7 Apr 2023 · 1 min read मैं उसके इंतजार में नहीं रहता हूं मैं उसके इंतजार में नहीं रहता हूं फिर भी उसमें मैं कहीं रहता हूं । उसके दिल में जो चोर दरवाजा है चौकीदार की तरह मैं वही रहता हूं ✍️कवि... Quote Writer 1 536 Share कवि दीपक बवेजा 7 Apr 2023 · 1 min read जो भी मिलता है दिलजार करता है जो भी मिलता है दिलजार करता है यहां हर कोई अधूरा प्यार करता है पंछीयौ के उड़ने से क्या दुश्मनी है , यहां हर कोई पंखों पर वार करता है... Quote Writer 1 412 Share कवि दीपक बवेजा 7 Apr 2023 · 1 min read किसी की गलती देखकर तुम शोर ना करो किसी की गलती देखकर तुम शोर ना करो चोर की चोरी को देखकर चोर-चोर ना करो कुछ रिश्ते टूटने की जिद पर है तोड़ दो किसी से रिश्ते निभाने का... Quote Writer 1 378 Share कवि दीपक बवेजा 24 Mar 2023 · 1 min read वक्त के रूप में हम बदल जायेंगे..., वक्त के रूप में हम बदल जायेंगे..., तुम मिलो तो सही हम संभल जाएंगे रास्तों में अगर तुम अब बदलने लगे तो तुम ही बताओ किधर जाएंगे...!! ✍️कवि दीपक सरल Quote Writer 2 569 Share कवि दीपक बवेजा 17 Mar 2023 · 1 min read ठोकरें कितनी खाई है राहों में कभी मत पूछना ठोकरें कितनी खाई है राहों में कभी मत पूछना भटकते हुए मुसाफिर से उसका घर मत पूछना मेरी मकबूलियत को मेरे हौसलों से मत पूछना रातों मे क्या-क्या खोया है... Quote Writer 2 400 Share कवि दीपक बवेजा 17 Mar 2023 · 1 min read मत जला जिंदगी मजबूर हो जाऊंगा मैं , मत जला जिंदगी मजबूर हो जाऊंगा मैं , तेरे दामन को छोड़कर दूर हो जाऊंगा मैं। ऐसा गूंजेगां मेरा नाम जमाने भर में... , एक दिन इतना मशहूर हो जाऊंगा... Quote Writer 2 2 621 Share कवि दीपक बवेजा 17 Mar 2023 · 1 min read नींद आए तो सोना नहीं है नींद आए तो सोना नहीं है आंसू आए तो रोना नहीं है कोई मौका मिले जिंदगी में उस मौके को खोना नहीं है ✍️कवि दीपक सरल Quote Writer 1 198 Share कवि दीपक बवेजा 17 Mar 2023 · 1 min read अपना भी नहीं बनाया उसने और अपना भी नहीं बनाया उसने और किसी और का होने भी नहीं दिया ! बात भी नहीं की उसने मुझसे.., और रात भर सोने भी नहीं दिया !! ✍️Kavi Deepak... Quote Writer 1 328 Share कवि दीपक बवेजा 10 Mar 2023 · 1 min read हवायें तितलियों के पर काट लेती हैं हवायें तितलियों के पर काट लेती हैं उड़ते हुए परिंदे के सर काट लेती हैं । दुख में साथ नहीं देती है ये दुनिया सुख में यह सब कुछ बांट... Quote Writer 1 433 Share कवि दीपक बवेजा 7 Mar 2023 · 1 min read तमाम कोशिशें की, कुछ हाथ ना लगा तमाम कोशिशें की, कुछ हाथ ना लगा इन शहाराऔ में अब मेरा जी ना लगा जिद थी कि जीत आऊंगा हर मंजिल लेकिन जली हुई रोटी पर घी ना लगा... Quote Writer 1 260 Share कवि दीपक बवेजा 7 Mar 2023 · 1 min read हर खिलते हुए फूल की कलियां मरोड़ देता है , हर खिलते हुए फूल की कलियां मरोड़ देता है , जमाना कभी-कभी परिंदे का सुरूर तोड़ देता है लाख कोशिशें करना तुम हस्ती मेरी मिटाने की मेघ आने से कब... Quote Writer 1 810 Share कवि दीपक बवेजा 7 Mar 2023 · 1 min read जनता के आगे बीन बजाना ठीक नहीं है जनता के आगे बीन बजाना ठीक नहीं है चुनावों - बाद रैलियां लगाना ठीक नहीं है वोट मांगो, दारू बांटो, वादे करो, जेब भरो किया हुआ हर वादा निभाना ठीक... Quote Writer 1 186 Share कवि दीपक बवेजा 7 Mar 2023 · 1 min read ऐसा खेलना होली तुम अपनों के संग , ऐसा खेलना होली तुम अपनों के संग , कभी ना उतरे चेहरे से होली का ये रंग जमाने में हो ,चाहे लाखो रंग बिरंगे रंग साथ निभाना ऐसा दिया बाती... Quote Writer 1 242 Share कवि दीपक बवेजा 7 Mar 2023 · 1 min read एक तू ही नहीं बढ़ रहा , मंजिल की तरफ एक तू ही नहीं बढ़ रहा , मंजिल की तरफ जमाना दिनों दिन आगे बढ़ता जा रहा है ! वक्त का पहिया दिनों दिन चढ़ता जा रहा है , जिसको... Quote Writer 1 499 Share कवि दीपक बवेजा 7 Mar 2023 · 1 min read किस हक से जिंदा हुई किस हक से जिंदा हुई ये जिंदादिली तेरे अंदर बाहर है अथाह प्यास और अंदर एक समंदर ✍️कवि दीपक सरल Quote Writer 2 306 Share कवि दीपक बवेजा 7 Mar 2023 · 1 min read जिस्मौ के बाजार में दिलजार करते हो जिस्मौ के बाजार में दिलजार करते हो सच बताओ क्या सच्चा प्यार करते हो जिस रास्ते से गुजर के जाना नहीं होगा क्या तुम उस रास्ते पर उधार करते हो... Quote Writer 2 418 Share कवि दीपक बवेजा 7 Mar 2023 · 1 min read पर्वतों का रूप धार लूंगा मैं पर्वतों का रूप धार लूंगा मैं हवाओं से भी प्यार लूंगा मैं , तुम विरोध में आ भी जाओ तुम्हारा क्या बिगाड़ लूंगा मैं !! ✍️कवि दीपक सरल Quote Writer 1 144 Share कवि दीपक बवेजा 7 Mar 2023 · 1 min read हर कोई जिंदगी में अब्बल होने की होड़ में भाग रहा है हर कोई जिंदगी में अब्बल होने की होड़ में भाग रहा है टिकने वाले को ज्यादा मिलता है ये मेरा अनुभव रहा है हमने भी सब्र ए हिज्र काटी है... Quote Writer 1 397 Share कवि दीपक बवेजा 7 Mar 2023 · 1 min read तेरे लहजे पर यह कोरी किताब कुछ तो है | तेरे लहजे पर यह कोरी किताब कुछ तो है | यह सादगी ये नमी ये मासूमियत कुछ तो है जब से तुझे देखा बाकी दुनिया एक तरफ ; तुझे आंख... Quote Writer 1 151 Share कवि दीपक बवेजा 4 Mar 2023 · 1 min read बिना मेहनत के कैसे मुश्किल का तुम हल निकालोगे बिना मेहनत के कैसे मुश्किल का तुम हल निकालोगे आज को डालोगे भट्टी में तभी तो कल निकालोगे Deepak saral Quote Writer 2 380 Share कवि दीपक बवेजा 25 Feb 2023 · 1 min read हमने यूं ही नहीं मुड़ने का फैसला किया था हमने यूं ही नहीं मुड़ने का फैसला किया था उसने अंदर तक तोड़ा तो फैसला लिया था हाथ थाम कर मिला तो दिखावा किया उसने सच ये है कि उसने... Quote Writer 3 345 Share कवि दीपक बवेजा 25 Feb 2023 · 1 min read कई लोगों के दिलों से बहुत दूर हुए हैं कई लोगों के दिलों से बहुत दूर हुए हैं यूं ही नहीं बदलने को मजबूर हुए हैं , कोई भी हलचल इत्तेफाक नहीं होती हम बाद में बने ,पहले चकनाचूर... Quote Writer 1 2 470 Share कवि दीपक बवेजा 25 Feb 2023 · 1 min read ना जाने कौन से मैं खाने की शराब थी ना जाने कौन से मैं खाने की शराब थी दो ही घुट ने सारा जिगर जला डाला , मेरे मुताबिक इश्क नहीं लोटाया उसने अधूरे इश्क ने यह क्या हाल... Quote Writer 1 392 Share कवि दीपक बवेजा 25 Feb 2023 · 1 min read दिन भर रोशनी बिखेरता है सूरज दिन भर रोशनी बिखेरता है सूरज शाम होते ही अंधेरा छा जाता है , बचपन कटता है मौज बहारों में और करियर जवानी का जाता है ✍कवि दीपक सरल Quote Writer 2 2 231 Share कवि दीपक बवेजा 24 Feb 2023 · 1 min read अपने किरदार को किसी से कम आकना ठीक नहीं है ..... अपने किरदार को किसी से कम आकना ठीक नहीं है ..... अपना घर संभालो दूसरों के घरों में झांकना ठीक नहीं है, कई ठाकरों के बाद जिंदगी जीने का सबब... Quote Writer 2 671 Share कवि दीपक बवेजा 24 Feb 2023 · 1 min read रास नहीं आती ये सर्द हवाएं रास नहीं आती ये सर्द हवाएं सूरज को भी कल निकालेंगे जिसके आगे रास्ता धुंधला है उस मुश्किल का हल निकालेंगे कवि दीपक सरल Quote Writer 1 283 Share कवि दीपक बवेजा 24 Feb 2023 · 1 min read किस गुस्ताखी की जमाना सजा देता है.. किस गुस्ताखी की जमाना सजा देता है.. पंख खुलते ही तितली के पर कतर देता है, लाखों केंचियां चलाना परो पर फिर भी आसमान छूने वाला आसमान छू लेता है.... Quote Writer 1 278 Share कवि दीपक बवेजा 24 Feb 2023 · 1 min read दुनिया दिखावे पर मरती है , हम सादगी पर मरते हैं दुनिया दिखावे पर मरती है , हम सादगी पर मरते हैं हम तुमसे छुप-छुपकर एक तरफा मोहब्बत करते हैं कहने के इंतजार में हूँ कि जमाने की जरा आंख लगे...... Quote Writer 1 355 Share कवि दीपक बवेजा 24 Feb 2023 · 1 min read हर कोई जिन्दगी में अब्बल होने की होड़ में भाग रहा है हर कोई जिन्दगी में अब्बल होने की होड़ में भाग रहा है टिकने वाले को ज्यादा मिलता है यह मेरा अनुभव रहा है मैंने भी सब्र- ए -हिज्र काटी है... Quote Writer 1 350 Share Previous Page 3 Next