अशोक मिश्र 54 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 अशोक मिश्र 24 Jun 2021 · 1 min read परछाई कल मैंने एक सपना देखा सपने में एक चेहरा देखा चेहरा कुछ मेरे जैसा था कुछ बूढ़ा सा दिखता था मुझसे बोला धीरे से वह मैने तेरी जेब खंगाली मै... Hindi · कविता 1 305 Share अशोक मिश्र 24 Jun 2021 · 1 min read मुक्तक बर्फ का दरिया उगलता आग है, धूप में भी तन ठिठुरता आज है| नागफनियों की गली में आज भी, फूल के सौदागरों का राज है|| Hindi · मुक्तक 291 Share अशोक मिश्र 23 Jun 2021 · 1 min read राजनीति कुछ लोग कहते हैं कि राजनीति का काम गंदा है लेकिन कम समय में अधिक मुनाफा देने वाला यही सबसे उत्तम धंधा है नेता छोटा हो या बड़ा पक्ष का... Hindi · कविता 197 Share अशोक मिश्र 23 Jun 2021 · 1 min read कविता शब्दों में भरे जो भाव वह कविता कहाती है हृदय को दे हिलोरें जो वह कविता कहाती है किसी के प्रेम में आकर नयन में अश्रु जो ला दे गला... Hindi · मुक्तक 492 Share Previous Page 2