Aman 6.1 104 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Aman 6.1 25 Apr 2020 · 1 min read ((((हक़ीक़त)))) चाहतों के सिले युही नही मिलते, ज़रा ज़मीं पे आसमां को उठा के तो देखो. हर कोई चाहता है बाहों में खेलना, ज़रा जुदाई में किसी पत्थर से टकरा कर... Hindi · कविता 2 281 Share Aman 6.1 25 Apr 2020 · 1 min read ((((पर्दे)))) खामोशियां ज़िंदगी की खामोश ही रहने दो, उठे पर्दे परेशान करेंगे. किसने क्या किया मुँह बंद ही रखो, लोग बेईमान कहेंगे। ये ताने करते हैं बहुत परेशान, राज गहरे राज... Hindi · कविता 2 453 Share Aman 6.1 25 Apr 2020 · 1 min read ((((दिल ही दिल)))) दिल ही दिल कुछ कहती जा रही हो, तुम मेरे पल पल में रहती जा रही हो. देखी है जबसे एक नज़र तेरी आँखे, चाँद सी तुम रात में बहती... Hindi · कविता 3 211 Share Aman 6.1 25 Apr 2020 · 1 min read ((((आवाज़)))) क्या कहें आवाज़ नही सुन रही, एक मोहब्बत गूंजती थी कभी आज नही सुन रही. सब खामोश है ज़माने का चेहरा, उम्मीदों की कोई प्रभात नही सुन रही। कुछ तो... Hindi · कविता 3 468 Share Previous Page 3