Abhishek Soni Language: Hindi 118 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Abhishek Soni 18 May 2023 · 1 min read सुनते भी रहे तुमको मौन भी रहे हरदम। सुनते भी रहे तुमको मौन भी रहे हरदम। इकतरफा प्रेम इस तरह निभाते रहे हम।। सच्चाईयों को तुमने फिर किनारे कर दिया। हम झूठ को सच्चाई समझते रहे हर–दम।। अभिषेक... Poetry Writing Challenge · कविता 1 138 Share Abhishek Soni 18 May 2023 · 1 min read श्रंगार लिखा ना जाता है। मैं लिख दूं गीत अभी यौवन के, शब्दों से श्रंगार रचूं। कलियां, भंवरे, पायल, कुमकुम, मैं काजल क्या क्या और लिखूं? पर जब–जब चीख करुण सुनता हूं, आहत मन अकुलाता... Poetry Writing Challenge · कविता 1 346 Share Abhishek Soni 18 May 2023 · 1 min read एक सरल मन लिए, प्रेम के द्वार हम। एक सरल मन लिए, प्रेम के द्वार हम। कुछ अधूरे वचन, सौंपकर आ गए।। कि राह में छोड़कर, तुम चले तो गए, रास्ता पर हमें, पूर्ण करना तो था, जिसके... Poetry Writing Challenge · कविता 1 101 Share Abhishek Soni 18 May 2023 · 1 min read हर पीड़ा को सहकर भी लड़के हँसकर रह लेते हैं। हर पीड़ा को सहकर भी, लड़के हँसकर रह लेते हैं। एक हँसी चेहरे के पीछे, लाखों गम सह लेते हैं।। संघर्षों की एक कहानी, संग–संग चलती जाती है, कुछ गीतों... Poetry Writing Challenge · कविता 1 101 Share Abhishek Soni 17 Mar 2023 · 1 min read हर पीड़ा को सहकर भी लड़के हँसकर रह लेते हैं। हर पीड़ा को सहकर भी, लड़के हँसकर रह लेते हैं। एक हँसी चेहरे के पीछे, लाखों गम सह लेते हैं।। संघर्षों की एक कहानी, संग–संग चलती जाती है, कुछ गीतों... Hindi · गीत 1 125 Share Abhishek Soni 15 Mar 2023 · 1 min read एक सरल मन लिए, प्रेम के द्वार हम। एक सरल मन लिए, प्रेम के द्वार हम। कुछ अधूरे वचन, सौंपकर आ गए।। कि राह में छोड़कर, तुम चले तो गए, रास्ता पर हमें, पूर्ण करना तो था, जिसके... Hindi · गीत 1 167 Share Abhishek Soni 20 Feb 2023 · 1 min read श्रंगार लिखा ना जाता है।। नमस्कार साथियो, आज मैं आपके साथ अपनी एक और कविता साझा कर रहा हूं। जिसकी भूमिका इस प्रकार है की मुझे श्रंगार लिखना अच्छा लगता है इसलिए मैंने निश्चय किया... Hindi · कविता 1 275 Share Abhishek Soni 13 Feb 2023 · 1 min read मुक्तक सुनते भी रहे तुमको मौन भी रहे हरदम। इकतरफा प्रेम इस तरह निभाते रहे हम।। सच्चाईयों को तुमने फिर किनारे कर दिया। हम झूठ को सच्चाई समझते रहे हर–दम।। अभिषेक... Hindi · मुक्तक 1 117 Share Abhishek Soni 3 Feb 2023 · 1 min read श्री राम का जीवन– गीत काश के श्री राम के नयनों में भी कुछ नीर होता, काश कि दुनिया उन्हें भी, कुछ समय तो समझ पाती। काश कैकई क्रूर ना होती जो कुछ पल के... Hindi · गीत 1 217 Share Abhishek Soni 28 Jan 2023 · 1 min read राम–गीत यूं कठिन राह कोई ना चुनता मगर, भाग्य रेखा को ऐसा बनाते रहे। त्याग करके परम धाम बैकुंठ को, रूप धरकर के धरती पे आते रहे।। एक जनहित के व्रत... Hindi · गीत 1 161 Share Abhishek Soni 22 Jan 2023 · 1 min read शेर बस तुम्हारे ही सपने संझोते रहे। ख्वाब में भी तुम्हे ढूंढते रह गए।। यूं तो हमको भी सबने है चाहा मगर। हम तुम्हारे ही थे बस तुम्हारे रहे।। अभिषेक सोनी... Hindi · शेर 1 165 Share Abhishek Soni 22 Jan 2023 · 1 min read एक सरल प्रेम की वो कहानी हो तुम– गीत एक सरल प्रेम की वो कहानी हो तुम,जो प्रणय द्वार पर आके सीमित हुई।। एक तरफ कुछ अधूरे वचन रह गए, एक तरफ कुछ प्रणय हीन बातें रहीं। बातों से... Hindi · गीत 1 280 Share Abhishek Soni 22 Jan 2023 · 1 min read हम–तुम एक नदी के दो तट हो गए– गीत हम–तुम एक नदी के दो तट हो गए, चाहकर एक दूजे से मिल ना सके।। एक अधूरा सा जीवन लिए साथ में, एक दूरी तलक साथ चलते रहे। दूरियां फिर... Hindi · गीत 1 308 Share Abhishek Soni 22 Jan 2023 · 1 min read मजदूर का दर्द (कोरोना काल )– गीत सोचकर वो चला आस घर की लिए, पथ बड़ा था कठिन पर ना भयभीत था।.... एक सफलता को मन में संझोए हुए, मौत के पथ पे आगे वो बड़ता गया।... Hindi · गीत 1 78 Share Abhishek Soni 22 Jan 2023 · 1 min read हे आदिशक्ति, हे देव माता, तुम्हीं से जग है जगत तुम्ही हो।। हे आदि शक्ति, हे देव माता, तुम्हीं से जग है जगत तुम्ही हो। तुम्ही हो दुर्गा तुम्ही हो काली, सरस्वती मां, हो तुम निराली। तुम्हारी कृपा का दान पाकर,सकल चराचर... Hindi · गीत 1 124 Share Abhishek Soni 21 Jan 2023 · 1 min read बेटियों का जीवन_एक समर– गीत है समर एक जीवन सभी के लिए, लड़ता वो है जिसे हार भाती नहीं। एक समर में खड़ी बेटियां भी रहीं, हर समय जूझतीं जो समय से रहीं। थीं जो... Hindi · गीत 2 2 242 Share Abhishek Soni 21 Jan 2023 · 1 min read दहेज एक समस्या– गीत कि सुनकर धड़कन रुक जाती है, धरती भी हिलने लगती। चंद रुपए गाड़ी की खातिर, जब पगड़ी धूमिल होने लगती। गिरवी था घर बार सभी,अब इज्जत भी गिरवी रख दी।बस... Hindi · गीत 2 257 Share Abhishek Soni 21 Jan 2023 · 2 min read सत्ता को भूखे बच्चों की याद दिलाने आया हूं।। भूख एक नहीं होती है ये तो सौ–सौ होती है, कुछ भूखों को आज यहां मैं भी बतलाने आया हूं। सत्ता को भूखे बच्चों की याद दिलाने आया हूं।। सत्ता... Hindi 2 115 Share Previous Page 3