Radha Bablu mishra 156 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next Radha Bablu mishra 10 Apr 2020 · 1 min read धरती का त्यागपत्र १ सौंप दिया धरती ने अपना त्यागपत्र ब्रह्मा को , सभागण सब कर रहे विचार विमर्श , ऐसा क्यों किया धरा ने? होगा क्या सभी जिव जन्तु का?? सोच सोच कर... Hindi · कविता 2 527 Share Radha Bablu mishra 8 Apr 2020 · 1 min read बातें चांद से मैंने पूछा चांद से क्या हाल है जनाब?? खैरियत तो है सब,क्या प्रसन्न हैं आप? घर भी होगा आपका अब तो साफ़, चांद ने कहा जड़ा चुप भी करो, सर्वार्थी... Hindi · कविता 1 3 396 Share Radha Bablu mishra 7 Apr 2020 · 1 min read भाग जाएगा कोरोना ज़्यादा भीड़ भाड़ करो ना, बरना आ जाएगा कोरोना, धरा को तंग करो ना, बरना आ जाएगा क्या, आ गया कोरोना। अपने परिवार को संकट में डालो ना, उनको मौत... Hindi · मुक्तक 339 Share Radha Bablu mishra 26 Mar 2020 · 1 min read स्वार्थी मानव ना चाहते हुए भी, आज खुश होगा आसमान, वह धरती, वह हवाएं ख़ुशी से झूम रहा होगा वह नदियां कि लहरें को, खुब उछलने का मन करता होगा, आकाश पे... Hindi · कविता 1 468 Share Radha Bablu mishra 29 Jan 2020 · 1 min read वंदना अपने ज्ञान का ज्योति इधर भी फैला, मां तेरे शरण में हम आये अनाथ दोनों हाथ फैलाकर मांगे हम भिक्षा दान मां, झोली में भर दे तुम अपना प्यार मिटा... Hindi · कविता 2 478 Share Radha Bablu mishra 15 Jan 2020 · 1 min read दुर गगन में दुर गगन कि बात निराली, कभी देखा चंदा कि होशियारी, रोज़ बदलता रूप अपना, जैसे जाना हो उन्हें ससुरारी, टिम टिम करते तारों के बीच, चमकें जैसे जुगुनू के बिज... Hindi · कविता 302 Share Radha Bablu mishra 3 Jan 2020 · 1 min read दर्द थे कहां तुम ,जब थी जरुरत हमें, अब मृत्यु के पश्चात क्यो चिल्ला रहे हो, कहां गई अम्मा मोरी? नौ महीने गर्भ में पाला था, दर्द ना जाने कितने सही,... Hindi · कविता 256 Share Radha Bablu mishra 1 Dec 2019 · 1 min read क्या था गुनाह मेरा पनघट पर आज भी करती इंतजार तेरा, तु ना आऐ कान्हा, ऐसा क्या था गुनाह मेरा, अपने ही नजरों से क्यों दुर किया, क्यों तोड़ दिया अपने हि दिल के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 274 Share Radha Bablu mishra 27 Nov 2019 · 1 min read शोर दिल क्यों मेरा शोर करें, युहीं यह चारों ओर घूरे, याद क्यों आती तु हर लम्हा, दिल मेरा युहीं क्यों तड़पा देख तुझे दर्द मे, दिल मेरा हि क्यों बिलखा,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 461 Share Radha Bablu mishra 25 Oct 2019 · 1 min read हो गी रात प्यारे रे सूर्य देव सो गए, सो गए चादं -तारे, सो जा मेरे लाला रे, हो गई रात प्यारे रे। नैना बंद करके तु, खो जा सपनों के दुनिया मे, परीयों के... Hindi · गीत 1 1 398 Share Radha Bablu mishra 2 Oct 2019 · 2 min read शिकायत बापू से राष्ट्रपिता तेरे घरों मे, अब जलती हैं मानवता, जिस भारत के लिए, तुने बलिदान दिया, वह भुल गया तेरी राह, वह भुल गया अहिंसा, तेरे अन्नदाता को,कुबेरों ने कुचल दिया,... Hindi · कविता 1 250 Share Radha Bablu mishra 19 Sep 2019 · 1 min read दर्द कोई प्रेमी जब छोड़ चला जाता हैं, तो वह असीम पीड़ा से भरी दर्द कहलाता है, तो फिर, उस माँ के अहसास को क्या कहेंगे, जब उन्हें अपने हि घर... Hindi · कविता 208 Share Radha Bablu mishra 4 Aug 2019 · 1 min read दोस्ती दोस्ती मे दिल जलाया नहीं करते दोस्तो के मन को दुखाया नही करते दोस्ती मे गद्दार को यार बनाया नही करते दोस्तो के पीठ छुरी मारा नही करते दोस्ती मे... Hindi · कविता 455 Share Radha Bablu mishra 2 Aug 2019 · 1 min read चादं भी कभी झूठ बोला होगा चादं भी कभी झूठ बोला होगा, शायद उसका मन मैला होगा, तभी तो उसके सुन्दर मुखरे पर, ढब्बे के ढ़ेर परे, वह भी कभी किसी को तड़पाया होगा, किसी का... Hindi · कविता 1 413 Share Radha Bablu mishra 8 May 2019 · 1 min read खुदा , मंजिल है खुदा एक मंजिल है, राहे हजार है, मजहब एक सिढ़ी है, बस चढ़ने कि दरकार है।। नियम , कानुन सब चुनौतियां है, करने हमें पूरा है, सहायक दिमाग है, बस... Hindi · मुक्तक 1 245 Share Radha Bablu mishra 6 May 2019 · 1 min read हमनें पुछा बरखा से हमने पुछा था बरखा से, तु बेमौसम क्यों बरसती? चुरा के नजर कहा बरखा ने, "पिया मिलन"मे क्यों देरी। हमनें पुछा था बरखा से, फिर सूखी क्यों पड़ी धरती? रुदन... Hindi · कविता 234 Share Radha Bablu mishra 18 Mar 2019 · 1 min read होरी मे डालु ने रंग गुलाल होरी मे ने डालु रंग गुलाल , सीया होरी मे, जे अहाँ डालवै त कि कहते गौआ(villager) खेलु अहाँ सब चारो बहिना, छोड़ु हमर कपारी ईऐ होरी मे, शयामल मुखरा... Hindi · गीत 1 245 Share Radha Bablu mishra 13 Mar 2019 · 1 min read औरत औरत कि जुबानी सुनो उसकि कहानी सब के घर मे रौनक लाई यह सब दिलों कि रानी बेटी बन आई लक्ष्मी पिता के घर को, माँ कि सहेलि देखो पापा... Hindi · कविता 1 323 Share Radha Bablu mishra 28 Jan 2019 · 1 min read सुन कान्हा क्यों तेरे शरणों मे कान्हा, सभी झुकाते अपना मस्तक, ऐसी भी क्या खूबियां हैं तुम में, जो तुम को सब रिझाते है, हम तो तेरे वंशज हैं कान्हा , फिर... Hindi · कविता 1 559 Share Radha Bablu mishra 21 Dec 2018 · 1 min read शक शक है तलवार वह, जो करती वार सभी पर, ना किसी को जीने देती, हर रिस्ते नाते तोड़ देती , यह शक और कि बात छोड़ो , शक छोड़ती नही... Hindi · कविता 572 Share Radha Bablu mishra 4 Dec 2018 · 1 min read ढुंढ लिया ग़म में भी ख़ुशी ढुंढ लिया, मैं ने हर ज़ख्म का मलहम ढुंढ लिया।। दर्द में भी राहत ढुंढ लिया, मैं ने प्रेम की व्याख्या ढुंढ लिया।। क्रोध में भी... Hindi · कविता 1 305 Share Radha Bablu mishra 1 Dec 2018 · 1 min read कम हो जाए ग़म में ही सही, जरा मुस्करा कर तो देखो सायद ग़म कम हो जाए।। कोई नहीं तो मूर्ति से ही बातें कर लो, सायद तान्हा कम हो जाएं।। बत्ती नहीं... Hindi · मुक्तक 1 468 Share Radha Bablu mishra 1 Dec 2018 · 1 min read ग़रीबी फटे हुए कपड़े है, रूठे हुए नैना, टुठे हुए जवान है, देखो ना घर न बैना, सड़क हि बस्ती है, राह हि स्वर्ग, स्वान है मित्र उनके, किड़े मकोड़े यार... Hindi · कविता 291 Share Radha Bablu mishra 1 Nov 2018 · 1 min read मां मां एक शब्द नहीं, एहसास है मां वह कल्प वृक्ष है, जो पूर्ण करती सभी मनोरथ को, देवताओं कि हमें जरूरत नहीं, जब तक दुनिया में मां खड़ी मां वह... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 31 509 Share Radha Bablu mishra 7 Oct 2018 · 1 min read सपने में आई थी नदियां सपने में आई थी नदियां, कहने लगी अपनी कहानियां धरती के आधार कि बातें, सुर्य, चांद , सितारे ओर रातें कि माछ, हंस , शंख है बच्चे उसके, रो रो... Hindi · कविता 1 274 Share Radha Bablu mishra 30 Sep 2018 · 1 min read सुखी नैन रोना भी भूल गया नेयना उसकी, हंसी तो ना जाने कहां गुम हो गयी, ग़म भी दूर भागती है उससे, देख क्या नसीब उसकी, दुनिया ने सोचा ,वह खुश बहुत,... Hindi · कविता 295 Share Radha Bablu mishra 21 Sep 2018 · 1 min read सिख लिया बदलते समय में ढलना सिख लिया, तेरे ग़म में अब रोना सिख लिया, अंधेरा में ज्योति जलाना सिख लिया, ग़म में खुशियां ढुंढना सिख लिया, दिल से मुस्कुराना सीख लिया,... Hindi · कविता 468 Share Radha Bablu mishra 19 Sep 2018 · 1 min read फरेबी बाबा टूट गया सब रिश्ते नाते, टूट गया सब बन्धन यहां, छूट गया सब घर वार मेरा, दुनिया की नजर में, बन गया जब मैं संन्यासी पर मैं बना फरेबी बाबा,... Hindi · कविता 345 Share Radha Bablu mishra 10 Sep 2018 · 1 min read प्रश्न खुदा का कब कहां था हमने, आप ग़लत हम सही, कब कर रहे थे आप काम सही, जो बाधा बने हम उस कार्य में, कब रुठे थे हम, जो आप आये थे... Hindi · कविता 606 Share Radha Bablu mishra 17 Aug 2018 · 1 min read बदनामी मौत से डरता नहीं, मौत आती है सभी कि, डरता हुं बदनामी से, जो पूछ कर आती ना कभी, ना जाने कितने को खा गयी, यह"बदनामी" ने हमें तो बचना... Hindi · कविता 1 440 Share Radha Bablu mishra 9 Aug 2018 · 1 min read भिक्षुक कि जिंदगानी स्वान से बद्तर जिंदगानी मेरी, क्या सुन पाओगे कहानी मेरी? तरसते हैं दाने - दाने के लिए हम, अब क्या बताऊं कहानी अपनी?? घर - आंगन है फुटपाथ मेरा, कीट-पतंगों... Hindi · कविता 457 Share Radha Bablu mishra 21 Jun 2018 · 1 min read हां नारी हुं मैं हां नारी हुं मैं, दुनिया कि बन्धन कि कड़ी हुं मैं, कहते हैं मेरा कोई अस्तित्व नहीं, पर, बिना मेरे यह दुनिया नहीं, हां नारी हुं मैं, तुलसी की वह... Hindi · कविता 506 Share Radha Bablu mishra 16 Jun 2018 · 1 min read कर्ण का धर्मसंकट हां केशव, दे रहा था मैं साथ दुराचार का, दे रहा था मैं साथ अन्याय का, लौग कहेंगे मुझे दुराचारी, पर क्या मेरे साथ हुआ था न्याय, जन्म लेते मां... Hindi · कविता 308 Share Radha Bablu mishra 15 Jun 2018 · 1 min read अधुरा न्याय अग्नि परीक्षा दिलवा कर लाए थे राम, फिर भी त्याग दिया उसे, जब उसे जरूरत थी तुम्हारी, क्या सोचा कौन संभालेगा उसे? जब पीङा होगी उसके कोख में, किसका हाथ... Hindi · कविता 242 Share Radha Bablu mishra 12 Jun 2018 · 1 min read प्रकृति पिङा धैर्य मेरा बिखर गया, ना जाने कब, कहां किधर गया। टूट गया वचन मेरा, अहिंसा कि राह ,अब हिंसा में बदल गया, अहिंसात्मक ना जाने अब, कहां गया टूट गया... Hindi · कविता 508 Share Radha Bablu mishra 3 Jun 2018 · 1 min read छुट्टी के बहाने मेडम , अब तो छोड़ दो हमें दर्द हो रहा है हाथों में रोता होगा मेरा पेन भी देख अत्याचार आपके अरे ,कोई समझाओं इन्हें, नन्हे बच्चे हैं हम देखो... Hindi · कविता · बाल कविता 481 Share Radha Bablu mishra 12 May 2018 · 1 min read सखी निराली मां एक एहसास हैं, मां एक आस है, मां पूर्ण करती दुनिया हमारी मां बिन देखो रूठा है दिल मेरा मैं एक ज्योति तो , मां उस कि रोशनी है,... Hindi · कविता 629 Share Radha Bablu mishra 6 May 2018 · 1 min read प्यासा नैन रात के अंधेरे में , चांद को न ढ़ुंढ़ो, ढ़ुंढ़ो उस नयना को, जो हर पल खोचती है उस चांद को चांद का क्या अपनी रोशनी से जगमगा जाएगा, पर... Hindi · कविता 255 Share Radha Bablu mishra 5 May 2018 · 1 min read अंतर्मन दिपिका सुबह का सूरज गया चांद को मनाने दिन में संभाल लुंगा इस दुनिया को पर रात में संभाल लेना तुम देखो दुनिया चल रही है गलत राह पर संभालना है... Hindi · कविता 238 Share Radha Bablu mishra 17 Apr 2018 · 1 min read मुझे बेटी बनना है ना ईश, अब तो मुझे बेटी हि बनना है, दन्द देने उन दरिंदों को सुन ईश, तुमसे करनी है बात एक तुम रेहना साथ मेरे हर कदम में ताकि ,... Hindi · कविता 506 Share Radha Bablu mishra 12 Apr 2018 · 1 min read कन्या भ्रूण कि आवाज रो रही थी एक भ्रूण कचरे में, पूछने पर पता चला फेंक दिया मां ने उसको जन्म से पहले। देखो यह आधूनिक समाज, रो -रो वह कह रही थी, पूछ... Hindi · कविता 231 Share Radha Bablu mishra 7 Apr 2018 · 1 min read आदर आओ बच्चों करें प्रणाम, दुःख - सुख का है साथी राम, सुर्य को करो प्रणाम, दो धन्यवाद उजाले के लिए, नदियां को करो प्रणाम, दो धन्यवाद प्यास बुझाने के लिए,... Hindi · कविता · बाल कविता 275 Share Radha Bablu mishra 29 Mar 2018 · 1 min read अकेलापन होता है क्या अकेलापन, पुछो उन मां से, लाड़ले जीनके फौज में खङे, पुछो उन बच्चों से, शहीद हो गए जिनके तात, अकेलापन महसूस करना है तुम्है, जाओ ढुंढो उस... Hindi · कविता 2 493 Share Radha Bablu mishra 26 Mar 2018 · 1 min read इंतजार आसमान के नीचे मैं इंतजार कर रही तुम तो भूल गए हमको परन्तु अब भी मैं राह देख रही Hindi · मुक्तक 455 Share Radha Bablu mishra 25 Mar 2018 · 1 min read विश्वास है मुझे विश्वास है मुझे, तु तो रहेगा, चाहें कोई रहें ना रहें, परन्तु , तु खङा रहेगा, साथ मेरे हर कदम में, जैसे आत्मा रहती देह में, तु तो रहेगा, मेरे... Hindi · कविता 435 Share Radha Bablu mishra 18 Mar 2018 · 1 min read दिल तोङ दिया ओ कन्हाहि दिल तोङ दिया रे कन्हाहि, अब मैं किते जवा जी, अब मैं किते जवा जी।। काले-काले नैन तेरी, बहुत याद आई रे, मीठी मुस्कान तेरी, हमको सताये रे हमको सताये... Hindi · गीत 543 Share Radha Bablu mishra 16 Mar 2018 · 1 min read रिती है संसार कि रिती है संसार कि, जीने नहीं देती चैन से। कुछ करो तो भला, ना करो तो बला,। देख नजारा "राम"रे, कैसी है,तेरा" काम "रे। जो रोते वे सुनते, जो हंसते... Hindi · कविता 584 Share Radha Bablu mishra 5 Mar 2018 · 1 min read संसार कि उल्टी चक्कर लकङी के अर्थी में फूल हजारे जाते हैं, दुनिया के दस्तूर तो देखो, जब हम हंसते, तब गम मनाते जाते हैं, संसार कि उल्टी चक्कर में, हमारे गम में खुशी... Hindi · मुक्तक 412 Share Radha Bablu mishra 3 Mar 2018 · 1 min read भूकंप आह! पशुपतिनाथ चुप क्यों बैठे हो, अपने भक्तों का रख लो प्राण।। अपने बच्चों को दें दो जीवन दान, टूट गया जब"धरहरा", मर गई सब "हरहरा"।। कांप उठी जब धरा,... Hindi · कविता 324 Share Radha Bablu mishra 2 Mar 2018 · 1 min read आदमी इन्सानों के दुनिया में, ना जाने क्या- क्या बन जाते हैं। खुद ही उलझते - खुद ही सुलझते, खुद में खुद बन कर रह जाते । अन्य कि जरूरत क्या,... Hindi · कविता 471 Share Previous Page 3 Next