Mandeep Kumar 78 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Mandeep Kumar 28 Nov 2016 · 1 min read दिल अपने को(गजल) दिल अपने को हम समजा लेगे/मंदीप दिल अपने को हम समाज लेंगे, याद तुम्हारी में मन अपना बहला लगे। दिखे ना दर्द आँखो का, छुपकर आँसू हम बहा लेंगे। दिए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 421 Share Mandeep Kumar 22 Nov 2016 · 1 min read गिरे ऐसे चाहत मे(गज़ल) गिरे ऐसे चाहत में/मंदीप गिरे ऐसे चाहत में तुम्हारी दोबारा उठ न सके, हाल क्या से क्या हुआ ना जी सके ना मर सके। कोसिसे करता दिल मेरा तुम्हे बुलाने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 229 Share Mandeep Kumar 19 Nov 2016 · 1 min read मेरे ख्वाबो में ना आया करो(गज़ल) मेरे ख्वाबो में ना आया करो, रातो को हमे ना सताया करो। मानता नही दिल तुम्हारे दीदार के बिना, हर रोज मेरी गली से गुजर कर जाया करो। गिरा कर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 304 Share Mandeep Kumar 17 Nov 2016 · 1 min read तेरे मेरे दरमियान (गज़ल) तेरे मेरे दरमियान/मंदीपसाई तेरे मेरे दरमियान कुछ तो बाकि है, आँखो में अभी भी चाहत बाकि है। होता क्यों हर पल अहसास तुम्हारा, हवाओं में तुम्हारी खुसबू अभी भी बाकि... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 250 Share Mandeep Kumar 16 Nov 2016 · 1 min read चहरा रहा रात भर आँखो के सामने चहरा रहा रात भर, उसकी यादो का पहरा रहा रात भर। फैलाये बैठा हूँ कब से बाहें अपनी, तेरा इंतजार करता रहा रात भर। मन मेरा चंचल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 457 Share Mandeep Kumar 16 Nov 2016 · 1 min read खामोशिया(गज़ल) खामोशिया/मंदीप कुछ तो बया करती है ये खामोशिया, बिना समझे समझा जाती ये खामोशिया। लब्जो पर जो आ कर रुक जाती, बिना जुबा की होती ये खामोशिया। देखे जब भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 248 Share Mandeep Kumar 10 Nov 2016 · 1 min read मै वो वेश्या हूँ/मंदीपसाई तन की मेरी बोली लगाई जाती, गैरो के बिस्तर पर सजाई जाती। में वो वेश्या हूँ...... चंद पैसे दे कर खरीदा जाता, बेहरमी से मुझे नोचा जाता। मै वो वेश्या... Hindi · कविता 352 Share Mandeep Kumar 10 Nov 2016 · 1 min read याद में उसकी/मंदीप याद में उसकी/मंदीप याद में उसकी कतरा कतरा मर रहा हूँ, प्यार में उसके लहूँ के आँसू पी रहा हूँ। आग दिल में प्यार की ऐसी लगी, उसी आग में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 227 Share Mandeep Kumar 9 Nov 2016 · 1 min read 500 और 1000/मंदीप 500 और 1000/मंदीप देखो मच गया आज फिर हाहाकार, पाँच सौ और हजार के नोटो पर सब कर रहे विचार। समय का चक्र ऐसा चला, हजार का नोट भी हुआ... Hindi · कविता 383 Share Mandeep Kumar 8 Nov 2016 · 1 min read याद तुम्हारी बहुत रुलाये/मंदीपसाई याद तुम्हारी बहुत रुलाये/मंदीप ये गलिया तेरी याद दिलाये, बिता हुआ कल बहुत सताये। इस तन्हाई के दौर में, तुम्हारी याद बहुत रुलाये। मानता नही दिल आजकल बात मेरी, अब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 368 Share Mandeep Kumar 8 Nov 2016 · 1 min read हुसन तेरा जालिम/मंदीपसाई हुसन तेरा जालिम मुझ पर कहर बरसाये, चाल तेरी मस्तानी मेरे दिल में आग लगाये। हुसन की मलिका हो या कोई अप्सरा, देख तेरे हुसन को ये चाँदनी भी सर्मा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 280 Share Mandeep Kumar 3 Nov 2016 · 1 min read हाले दिल का दर्द(गजल)/मंदीप हाले दिल का दर्द सुने कौन, टूटे हुए दिल को जोड़ें कौन। मिलता सिर्फ दर्द जिस जगह, अब उस जगह जाये कौन, मालूम नही मतलब प्यार का, उस के साथ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 355 Share Mandeep Kumar 3 Nov 2016 · 1 min read क्यों बिन तेरे जिंदगी सुनी सी है/मंदीप क्यों बिन तुम्हारे जिंदगी सुनी सी है/मंदीप क्यों बिन तुम्हारे जिंदगी सुनी सी है, क्यों आज आँखो में नमी सी है। तरस गए दिलबर देखने को तुम को, क्यों इंतजार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 351 Share Mandeep Kumar 30 Oct 2016 · 1 min read दूर हो कर भी कोई पास है/मंदीप दूर हो कर भी कोई हमारे पास है, हमारे दिल में बसा कोई खास है। लाख कर लो सितम हम पर, दिल को फिर भी उसी की आस है। आते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 242 Share Mandeep Kumar 30 Oct 2016 · 1 min read दो नैनो से तीर/मंदीप दो नैनो से तीर/मंदीप दो नैनो से दिल पर तीर ना चलाया करो, होती दिल में हलचल गुर कर ना लखाया करो। ~~~~~~~~~~~~~~~~ सर्म है आती हम को भी, यूँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 247 Share Mandeep Kumar 30 Oct 2016 · 1 min read आज अरमानो को टूटते हुए देखा/मंदीप आज अरमानो को टूटते हुए देखा, किसी को आज हाथ छोड़ते हुए देखा। कितनी भी वफाई कर लो वफ़ा से, आज बेवफ़ा को दूर जाते हुए देखा। बनाता ख्वाब दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 276 Share Mandeep Kumar 29 Oct 2016 · 1 min read मै आज दीवाली मनाऊ कैसे/मंदीप मै आज दीवाली मनाऊ कैसे/मंदीप मै आज दीवाली मनाऊ कैसे, मेरे यार पास नही दीप जलाऊ कैसे। ~~~~~~~~~~~~~~ कटती नही बैरण लम्भी राते, ये बात मै बताऊ कैसे। ~~~~~~~~~~~~~~ है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 269 Share Mandeep Kumar 26 Oct 2016 · 1 min read एक मुलाकात(लघु कथा) "एक मुलाकात" "साई"फिर से वो गली से निकली और मै छुप कर देख रहा था कि मै उस को दिखूं ना तो उस के चहरे के हाव बाव कैसे होंगे।... Hindi · लघु कथा 449 Share Mandeep Kumar 24 Oct 2016 · 1 min read निकला हूँ अपने पथ पर/मंदीप(कविता) निकला हूँ अपने पथ पर/मंदीप निकला हूँ अपने पथ पर अब पा कर रहूँगा, जब तक ना मिलेगी मंजिल तब तक चलता रहूँगा।। तुफानो से लड़ने का अटल विस्वास मुझ... Hindi · कविता 510 Share Mandeep Kumar 23 Oct 2016 · 2 min read सिर्फ तुम/मंदीप सिर्फ तुम/मंदीपसाई तारो में तुम फिजाओ में तुम हो चाँद की चादनी में तुम। ~~~~~~~~~~~~~~ ~~~~~~~~~~~~~~ बागो में हो तुम बहरों में हो तुम फूलो की खुशबुओं में हो तुम।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 471 Share Mandeep Kumar 23 Oct 2016 · 1 min read मुझ को कभी छु नही पाओगे/मंदीप मुझ को कभी छु नही पाओगे/मंदीप तुम को हर जगह मिलूँगा, हर रास्ते चोहराये पर मिलूँगा, पर तुम मुझ को कभी छु नही पाओगे। हर पल याद तुम को आऊँगा,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 302 Share Mandeep Kumar 22 Oct 2016 · 1 min read मै तुम्हे कैसे बताउ/मंदीप मै तुम्हे कैसे बताऊ/मंदीप है तुम से कितनी चाहत मै तुम्हे कैसे बताऊ। करता दिल मेरा अपने आप से बात तुम्हारी मै तुम्हे कैसे बताऊ। अब तो गिरने लगे मेरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 332 Share Mandeep Kumar 21 Oct 2016 · 1 min read ऐ जिंदगी क्या होगा आगे/मंदीप ऐ जिंदगी क्या होगा आगे/मंदीप ऐ जिंदगी तेरी फितरत तो बता, क्या होगा आगे हल्के से मेरे कानो में बता। कौन अपना है कौन पराया मुझे एतना तो सीखा, कौन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 532 Share Mandeep Kumar 19 Oct 2016 · 1 min read ऐ चाँद आज तू जल्दी आ/मंदीप ऐ चाँद आज तू जल्दी आ, बूखा है मेरा चाँद तू जल्दी आ। खड़ा मेरा चाँद छत पर, तू जल्दी से छत पर आ । ऐ चाँद आज तू जल्दी... Hindi · कविता 297 Share Mandeep Kumar 18 Oct 2016 · 1 min read पुतला हूँ मिटटी का मैने तो एक दिन मिट जाना है/मंदीप पुतला हूँ मिटटी का मैने तो एक दिन मिट जाना है/मंदीप ढूढो गे तो मिलूँगा श्मसान मेरा ठिकाना है। पुतला हूँ मिटटी का मैने तो एक दिन मिट जाना है।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 457 Share Mandeep Kumar 16 Oct 2016 · 1 min read कैसे कहु मेरा देश आजाद है/मंदीप समझा जाता जहाँ नारी को जूती के समान, होता जहाँ नारी का हर रोज अपमान, कैसे कहु मेरा देश आजाद है। बन्दी पट्टी जिस देश के कानून को, मिलती नही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 312 Share Mandeep Kumar 16 Oct 2016 · 1 min read तुम ना मिलते तो यू दिल घायल ना होता/मंदीप तुम ना मिलते तो यू दिल घायल ना होता, पा के दर्द तुम से मै इस तरह ना रोता। जी रहे थे हम तो मौजे जिंदगी को, इस दौर में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 372 Share Mandeep Kumar 15 Oct 2016 · 1 min read देख सूरत उसकी सारी शिकायते दूर हो जाती है/मंदीप देख सूरत उसकी सारी शिकायते दूर हो जाती है, ना जाने क्यों देख उस को चहरे पर लाली छा जाती है। देखती हजारो सूरत हर रोज आँखे मेरी, क्यों उस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 390 Share Mandeep Kumar 13 Oct 2016 · 1 min read राहो में हम अब तुम्हारी क्यों आये/मंदीप राहो में हम अब तुम्हारी क्यों आये, बेवजय किसी की याद में आँसू क्यों बहाये। जले थे जिस के प्यार में हम , अब क्यों उस को गले से लगाये।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 237 Share Mandeep Kumar 13 Oct 2016 · 1 min read ना मै हिन्दू हूँ ना ही मुसलमान/मंदीप ना मै हिन्दु हूँ ना ही मुस्लमान , जब मै आया था तो सिर्फ एक इंसान। करते क्यों हो तुम आपस में अपनों पर इतना जुल्म, ये देख कर घबरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 473 Share Mandeep Kumar 12 Oct 2016 · 1 min read सासों में सासे अब गुलने लगी/मंदीप सासो में सासे अब गुलने लगी/मंदीप बातो में बात अब मिलने लगी, सासों में सासे अब गुलने लगी। जब भी लूँ हाथो में हाथ तुमारा, दिल की दड़कने बढ़ने लगी।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 291 Share Mandeep Kumar 11 Oct 2016 · 1 min read तुम्हारे अंदर ही राम है,तुम्हारे अंदर ही रावण है/मंदीप तुम्हारे अंदर सच है तुम्हारे अंदर जूठ है फिर क्यों अपने मन से जूठ नही निकलते। तुम्हारे अंदर भगवान है तुम्हारे अंदर सेतान है फिर क्यों इस सेतान क्यों मन... Hindi · कविता 546 Share Mandeep Kumar 11 Oct 2016 · 1 min read मेरे खुदा/मंदीप मेरे खुदा/मंदीप बिन मांगे सब कुछ दे देता मेरे खुदा, बिन सुनाये सुन लेता मेरी तकलीफ मेरे खुदा। करते आप को जो कुछ भी, नाम मेरा हो जाता मेरे खुदा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 449 Share Mandeep Kumar 9 Oct 2016 · 1 min read मेरे शब्द/मंदीप मेरे शब्द/मंदीप मेरे शब्द मेरी पहचान बताते, मेरे ही शब्द मेरा लोगो से परिचय करवाते। है कितना घाव इस दिल में, मेरे ही शब्द मेरे दिल का हाल बताते। गिरते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 386 Share Mandeep Kumar 7 Oct 2016 · 1 min read साजिशें लाख कर लो(ग़जल)/मंदीप साजिशे लाख कर लो हम को दिल से निकाल नही पाओगें, छोड़ कर दामन मेरा गैर का थाम ना पाओगे। मिलेगी जहाँ भी तुम को रुस्वाई , लौट कर तुम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 393 Share Mandeep Kumar 7 Oct 2016 · 1 min read बिटियाँ आई घर आज मेरे(कविता) बिटियाँ आई है/मंदीप बिटियाँ आई है घर आज मेरे, करेंगी सारे सपने साकार मेरे। आई आज हमारी परी आँगन में, अब गूँजेगी किलकारी घर मेरे। कमी ना हो घर मे... Hindi · कविता 293 Share Mandeep Kumar 7 Oct 2016 · 1 min read दिल की धड़कन बढ़ने लगी/मंदीप बातो में बात अब मिलने लगी, सासों में सांस अब गुलने लगी। जब भी लूँ हाथो में हाथ तुमारा, दिल की दड़कने बढ़ने लगी। लूँ देख मै तेरे योवन को,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 218 Share Mandeep Kumar 6 Oct 2016 · 1 min read दिल को दिल से मिलने दो/मंदीप दिल को दिल से मिलने दो, रूमानी मौहबत एक होने दो। यु पलखो को मत झुकाओं निगाहों से निगाहें मिलने दो। दूर क्यों जाते हो हम से हम को तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 299 Share Mandeep Kumar 5 Oct 2016 · 1 min read ग़जल:- आँखे लाल चहरा उदास आज पढ़ ने ना कोई/मंदीप आँखे लाल चहरा उदास आज पढ़ ले ना कोई/मंदीप आँखे लाल चहरा उदास आज पढ़ ले ना कोई, छुप रहा हूँ अपनों में कहि देख ले ना कोई। अब रो-रो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 241 Share Mandeep Kumar 28 Sep 2016 · 1 min read दुःखो की मारी औरत(कविता) दुखो की मारी औरत/मंदीप कवि को बेसहारा औरत मिलती है और क्या बात होती है----- रे बेसहारा औरत तू क्यों रहो रही है, तेरे आँसु क्यों नही रुक रहे,ऐसी क्या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 815 Share Mandeep Kumar 28 Sep 2016 · 1 min read तेरी सासों से मेरी सासे मिल जाये(गज़ल) तेरी सासों से मेरी सासे मिल जाये/मंदीप तेरी सासों से मेरी सासे मिल जाये, मेरी रूह को तेरी रूह की पहना मिल जाये।। आ जाओ अजीज मेरे इतने करीब, तेरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 442 Share Mandeep Kumar 27 Sep 2016 · 1 min read गज़ल:-मै एक हसीन पल हूँ/मंदीप मै एक हसीन पल हूँ/मंदीप् दिल को छु जाऊ मै हवा का वो जोक हूँ, मै बस जाऊ दिल में वो हसीन समा हूँ। ना निकल सको कभी भी दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 373 Share Mandeep Kumar 26 Sep 2016 · 1 min read गज़ल:--मदमस्त हसीना/मंदीप मदमस्त हसीना/मंदीप देख तेरे हुसन की लालिमा सारी फिजा मदहोस हो जाये, चले जब तू ये हसींन कुदरत भी सरमा जाये। सान,सकल ऐसी हो संगेमरमर की कोई मूर्त्त, तुम को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 236 Share Mandeep Kumar 25 Sep 2016 · 1 min read तेरी फ़िक्र क्यों करता दिल मेरा/मंदीप तेरी फ़िक्र क्यों करता दिल मेरा/मंदीप तेरी फ़िक्र क्यों करता दिल मेरा मुझे पता नही, हर पल तेरा जिक्र क्यों करता दिल मेरा मुझे पता नही। तुम को चाहने की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 363 Share Mandeep Kumar 24 Sep 2016 · 1 min read गजल-क्यों आज सक की निगाहो से देखते हो/मंदीप क्यों आज सक की निगाहो से देखते हो/मंदीप् क्यों आज सक की निगाहो से देखते हो, ये दिल तुम्हारा है क्यों विस्वास नही करते हो। आज फिर से आ गए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 460 Share Mandeep Kumar 24 Sep 2016 · 1 min read बारिश(कविता) बारिश/मंदीप किसी के लिए वरदान बारिश, किसी के लिए मातम बारिश। गरीब की झोपडी टपकने लगे, उस के लिए दुःख की बारिश। मरी फसलो को जिन्दा कर दे, उस किसान... Hindi · कविता 736 Share Mandeep Kumar 24 Sep 2016 · 1 min read ना मै हिन्दू था ना ही मुस्लमान(कविता) ना मै हिन्दू था ना ही मुस्लमान/मंदीप ना मै हिन्दू था ना ही मुस्लमान, आया इस जहांन मै था तो सिर्फ एक इंसान।। क्यों करते हो तुम आपस मै अपनों... Hindi · कविता 394 Share Mandeep Kumar 23 Sep 2016 · 1 min read तेरी सासों से मेरी सासे मिल जाये(गज़ल) तेरी सासों से मेरी सासे मिल जाये/मंदीप तेरी सासों से मेरी सासे मिल जाये , मेरी रूह को तेरी रूह की पहना मिल जाये।। आ जाओ अजीज मेरे इतने करीब,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 405 Share Mandeep Kumar 23 Sep 2016 · 1 min read सिख गई मै उडान भरना (कविता) सिख गई मै अब उड़ान भरना/मंदीप सिख गई मै अब उड़ान भरना आसमान में, दिल नही करता अब निचे आने को।। जीना तो मैने अभी सीखा है, अब मन नही... Hindi · कविता 276 Share Mandeep Kumar 22 Sep 2016 · 1 min read तेरे हुसन की लालिमा(गज़ल) तेरे हुसन की लालिमा/मंदीप देख तेरे हुसन की लालिमा से सारी फिजा मदहोस हो जाये, चले जब तू ये हसींन कुदरत भी सरमा जाये। सान,सकल ऐसी हो संगेमरमर की कोई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 531 Share Page 1 Next