Rajesh Kumar Kaurav 261 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next Rajesh Kumar Kaurav 11 Jun 2023 · 1 min read चाँद कविता दूर है चाँद हमसे रूप लगता चाँदी सा पास गये वो कहते चमक हीन माटी सा फिर भी स्वीकार नहीं कही सुनी कोई बात हमे दिखाई देती है चाँदनी... Poetry Writing Challenge 124 Share Rajesh Kumar Kaurav 10 Jun 2023 · 1 min read चिड़िया बाल- गीत मुँह में दाने लेकर लाई, देखो बच्चों चिडिया आई। बैठ डाल पर देख रही घोसला पहचान रही नहीं दिखा कोई संकट प्रवेश किया तब निष्कंटक हर बार करती... Poetry Writing Challenge 130 Share Rajesh Kumar Kaurav 10 Jun 2023 · 1 min read कुहरा #साहित्य संगम मनहरण घनाक्षरी 01 मौसम में बदलाव,ठंड पानी का भराव। सघन हो जल वाष्प , बना देती कुहरा। वायु व्याप्त जल वाष्प, नमी की बढ़ती नाप। प्रकाश की कमी... Poetry Writing Challenge 93 Share Rajesh Kumar Kaurav 10 Jun 2023 · 1 min read मध्यप्रदेश महिमा मध्यप्रदेश में रहता हूँ । गुण आज उसी के गाता हूँ । मातु नर्मदा के तट वासी। कमी न होती जल धन राशी। चंबल की बहती जल धारा । क्षिप्रा... Poetry Writing Challenge 115 Share Rajesh Kumar Kaurav 10 Jun 2023 · 1 min read किताबी ज्ञान गीत किताबों में ज्ञान जो पढता इंसान है । ज्ञानवान बनने जीवन खपाता है । हजारों में दो चार बनते हैं ज्ञानवान, पढा लिखा ज्ञान जिनके काम आ जाता हैं... Poetry Writing Challenge 311 Share Rajesh Kumar Kaurav 10 Jun 2023 · 2 min read आत्मदेव की कथा आत्मदेव की सुनो कहानी । समझा रहे वेद गुरु ज्ञानी ।। आत्मदेव ब्राह्मण था एका। बुद्धिमान अति ज्ञान विवेका।। उत्तम सुख पाया परिवारा। पुत्र चाह से दुखी विचारा।। निकल गया... Poetry Writing Challenge 178 Share Rajesh Kumar Kaurav 10 Jun 2023 · 1 min read नाराजगी मुक्तक 01 नाराजगी सदा रहती परिवार के लोगों में। मन में लगती ठेस कभी आपस के व्यवहारो में। विचार का मेल न होना मतभेद भी होता कारण। नाराजगी स्थायी कहाँ... Poetry Writing Challenge 166 Share Rajesh Kumar Kaurav 10 Jun 2023 · 1 min read चाहत कविता परिभाषा चाहत की अपरिभाषत ही मानिए अलग अलग भाव विचार अलग सबकी चाहत एक रूप होती नहीं खूब विचार कीजिए कोई चाहता धन दौलत कहीं रूप रंग उलझन कोई... Poetry Writing Challenge 213 Share Rajesh Kumar Kaurav 10 Jun 2023 · 1 min read सफल साधना सरसी छंद सफल साधना को अनुमानों , कुछ लक्षण पहचान । हल्कापन शरीर में आता । उत्साहित मन जान। विशेष सुगंध देह समाती मिटती तन की पीर। त्वचा अंग फैले... Poetry Writing Challenge 273 Share Rajesh Kumar Kaurav 10 Jun 2023 · 1 min read विवेकानंद मुक्तक 01 हे भारत के जननायक । नहीं था कोई सहायक । स्वयं आपने दिखलाया । हिंद नेतृत्व के लायक । 02 संयासी का रूप देख । खींच ली दूरी... Poetry Writing Challenge 477 Share Rajesh Kumar Kaurav 10 Jun 2023 · 1 min read परंपराएँ कविता बिन समझें सब निभा रहे हैं । परंपराएं चला रहे है ।। परंपरा जो हुई पुरानी। कुछ अच्छी कुछ बुरी कहानी।। मृत्यु भोज उनमें से एका। परवश करते लोग... Poetry Writing Challenge 195 Share Rajesh Kumar Kaurav 10 Jun 2023 · 1 min read पूर्णिमा बारहमासी चौपाई चन्द्र पर्व पूनम को माना। चन्द्र किरण को निर्मल जाना ।। सुंदरता की पायी उपमा । चंद्र वदन शोभित ज्यों नगमा।। एक साल में बारह बारा। पूर्ण चन्द्र निज... Poetry Writing Challenge 306 Share Rajesh Kumar Kaurav 10 Jun 2023 · 1 min read मेरा देश #विधा सरसी छंद स्वर्ग देखने की इच्छा हो देखो मेरा देश । भारत माता के दर्शन से मिटते सभी कलेश।। राजा राम अयोध्या नगरी धरती पर अवशेष । कृष्ण की... Poetry Writing Challenge 205 Share Rajesh Kumar Kaurav 10 Jun 2023 · 1 min read राज की बात विमोहा छंद कौन सी शान है देश का मान है ज्ञान की थी व्यथा कृष्ण गीता कथा । युद्ध की भूमि है जिंदगी धूप है ज्ञान की गंग ही पार्थ... Poetry Writing Challenge 228 Share Rajesh Kumar Kaurav 9 Jun 2023 · 1 min read माँ का महत्व घनाक्षरी 01 व्हाटसप पर माता , फेसबुक पर माता , चित्र में शोभित माता , दिल में माँ चाहिए । वृद्धाश्रम पर माता , मंदिर मंदिर माता , तीर्थाटन राह... Poetry Writing Challenge 248 Share Rajesh Kumar Kaurav 9 Jun 2023 · 1 min read हनुमान वंदना चौपाई छंद हनुमान की शोभा न्यारी । लाल देह मुद्गर कपि धारी।। राम नाम रटते दिन राती। राम लखन सीता मन आती।। शंकर स्वयं नाम बजरंगी । राम कथा हित... Poetry Writing Challenge 1 190 Share Rajesh Kumar Kaurav 8 Jun 2023 · 1 min read गुरुदेव /दोहे मात पिता है प्रथम गुरु, सभी करें सम्मान । इनके कारण जग मिला, जीवन सुखद महान ।। जिससे मिलता ज्ञान हो,आये जीवन काम। वही जीव या जड़ प्रकृति, पाती है... Poetry Writing Challenge 1 1 393 Share Rajesh Kumar Kaurav 8 Jun 2023 · 1 min read रामचरितमानस #रामचरित #दोहे रामचरित मानस लिखा, कवि श्री तुलसीदास। पत्नी प्रेरित कर दिया, बढा राम विश्वास।। राम नाम महिमा लिखी,लिखा जन्म इतिहास । प्रभु राम की बालकथा, मिला राज वनवास।। पंचवटी... Poetry Writing Challenge 195 Share Rajesh Kumar Kaurav 8 Jun 2023 · 3 min read नवदुर्गा *नवरात्रि ** माता के नवरात्रे आये । पूजन भजन जगत मन भाये।। दो ऋतुओं की संधी बेला । नो दिवसी व्रत दूर झमेला।। दुर्गा देव शक्ति अवतारा । शक्ति अधीन... Poetry Writing Challenge 381 Share Rajesh Kumar Kaurav 28 Mar 2023 · 1 min read कालरात्रि # माँ कालरात्रि रक्तबीज जन्मा जग माही । करहि उपद्रव डरता नाही ।। कारण उसे मिला वरदाना । नारी हाथ मृत्यु निज जाना ।। रक्त बूँद पडते ही धरती। उपजे... Hindi · कविता 1 227 Share Rajesh Kumar Kaurav 8 Mar 2023 · 1 min read जली आग में होलिका ,बचे भक्त प्रहलाद । जली आग में होलिका ,बचे भक्त प्रहलाद । प्रतिभा दुरोपयोग का,सबक रखें सब याद ।। वरदानी थी होलिका, जला सके नहि आग। दुष्ट कर्म से जल गई , होली खेली... Quote Writer 1 509 Share Rajesh Kumar Kaurav 8 Mar 2023 · 1 min read होलिका जली आग में होलिका ,बचे भक्त प्रहलाद । प्रतिभा दुरोपयोग का,सबक रखें सब याद ।। वरदानी थी होलिका, जला सके नहि आग। दुष्ट कर्म से जल गई , होली खेली... Hindi · दोहा 243 Share Rajesh Kumar Kaurav 27 Jan 2023 · 1 min read # भारत सरसी छंद स्वर्ग देखने की इच्छा हो देखो मेरा देश । भारत माता के दर्शन से मिटते सभी कलेश।। राजा राम अयोध्या नगरी धरती पर अवशेष । कृष्ण की मथुरा... Hindi · कविता 1 232 Share Rajesh Kumar Kaurav 26 Jan 2023 · 1 min read गणतंत्र दिवस गणतंत्र दिवस दिन छब्बीस जनवरी खासा। दिवस यही गणतंत्र प्रकाशा।। सन सेतालिस में आजादी । रुकी देश की तव बर्बादी ।। जनता द्वारा जनता शासन। संविधान रखता अनुशासन ।। सफल... Hindi · कविता 1 213 Share Rajesh Kumar Kaurav 15 Nov 2022 · 1 min read पूर्णिमा बारहमासी चौपाई चन्द्र पर्व पूनम को माना। चन्द्र किरण को निर्मल जाना ।। सुंदरता की पायी उपमा । चंद्र वदन शोभित ज्यों नगमा।। एक साल में बारह बारा। पूर्ण चन्द्र निज... Hindi 131 Share Rajesh Kumar Kaurav 23 Oct 2022 · 1 min read दीप पर्व के पूर्व कुण्ड़लियां 1 लक्ष्मी पूजन नाम से, अपव्यय हि नुकसान । सोच समझकर खर्च हो ,कहता हर गुणवान।। कहता हर गुणवान, फिजूल खर्च से सब बचना। ठगी प्रलोभन आज, निर्णय स्वयं... Hindi 1 292 Share Rajesh Kumar Kaurav 22 Sep 2022 · 1 min read चीते आये *चीते आये* मोदी बाबा चीते लाये। कूद छलांग सभी को भाये।। बालक बूढ़े युवक सियाने। चीता देख देख हर्षाने।। नाम सुना देखा नहि होई । सात दशक से मिला न... Hindi 1 1 121 Share Rajesh Kumar Kaurav 7 Sep 2022 · 1 min read गणेश जन्म की कथा दोहा छंद वृद्ध ब्राह्मण वेश में, कृष्ण उमा के पास। हाथ जोड़ कहने लगे, माँ करना विश्वास ।। कल्प कल्प में कृष्ण ही, पुत्र रूप अवतार। शीघ्र पुत्र ही आपके... Hindi 3 1 202 Share Rajesh Kumar Kaurav 20 Aug 2022 · 1 min read परंपरा परंपरा बिन समझें सब निभा रहे हैं । परंपराएं चला रहे है ।। परंपरा जो हुई पुरानी। कुछ अच्छी कुछ बुरी कहानी।। मृत्यु भोज उनमें से एका। परवश करते लोग... Hindi 2 270 Share Rajesh Kumar Kaurav 11 Aug 2022 · 1 min read रक्षाबंधन #रक्षाबंधन बहिन आज फूली समाती न मन में ! तड़ित आज फूली समाती न घन में ! झूली घटाएँ समाती नहीं गगन _। लता आज फूली समाती न बन में... Hindi · मुक्तक 1 206 Share Rajesh Kumar Kaurav 24 Jul 2022 · 1 min read भस्मासुर का वर चौपाई भस्मासुर कीन्हा तप भारी । हो प्रसन्न बोले त्रिपुरारी ।। जो चाहो वर माँगो आजू। पूर्ण करों तुम मन के काजू।। जेही ऊप र रख दूँ हाथा। भस्म होय... Hindi 1 235 Share Rajesh Kumar Kaurav 7 Jul 2022 · 1 min read मृत्यु क्या है मृत्यु क्या है? कविता मृत्यु क्या है कोई न जाने। समझ न पाये कभी सयाने।। उत्तर हित जीवन खप जाता मृत्यु पुकारे मन घबराता।। मृत्यु सत्य तो सब कहते है... Hindi · कविता 2 301 Share Rajesh Kumar Kaurav 23 May 2022 · 1 min read पिता पिता पिता की याद जीवन भर आती नमन तुम्हें । जब थे आप नहीं था सिर भार आप सम्हाले। आप की सीख समझ अब पाया जीवन सार। पिता दायित्व बरगद... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · हाइकु 2 2 225 Share Rajesh Kumar Kaurav 10 May 2022 · 1 min read पिता भगवान पितृ देव है स्वयं भगवाना। ब्रह्मा विष्णु महेश समाना ।। गुरु बन आप दिया उजयारा। बना आप से ही परिवारा। शरण तुम्हारी हमने पाई। मानव जीवन नित सुखदाई ।। पिता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 2 322 Share Rajesh Kumar Kaurav 5 May 2022 · 1 min read पितृ देवो भव पिता शब्द पर गर्व है ,पालन पोषण हार। एक नहीं समझें कभी, नाम अर्थ परिवार । पिता स्वयं भगवान ही,आप रचा संसार । देखभाल जीवन करे,कंधे लेकर भार। दो स्तंभो... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · दोहा 1 1 222 Share Rajesh Kumar Kaurav 24 Apr 2022 · 1 min read पिता (सूर घनाक्षरी) #पिता (सूर घनाक्षरी) सब रिश्तों से गहरा पिता प्रेम का पहरा जीवन की हर बाधा स्वयं ही स्वीकार । संतान सुखी जीवन पिता प्रफुल्लित मन भूलता तन की पीड़ा सुनता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 445 Share Rajesh Kumar Kaurav 4 Apr 2022 · 1 min read हिन्दू नववर्ष *हिन्दूनववर्षकीमंगलकामना* नव संवत् यह हिन्दुस्तानी सूरज जन्मा आज । सृजन हुआ था चन्द्र धरा का समझो इसका राज। नव देवी ने किया धरा पर जीवन का विस्तार । नवदुर्गा का... Hindi · कविता 1 201 Share Rajesh Kumar Kaurav 22 Mar 2022 · 1 min read मानव भूल #चौपाई संसार सरकता है हरदम। परिवर्तन कब होता कम ।। ऊपर वाले नीचे आते। नीचे वाले ऊपर जाते ।। जिसके दिन अच्छे होते है। सदा नहीं वैसे रहते हैं ।।... Hindi · कविता 1 257 Share Rajesh Kumar Kaurav 1 Mar 2022 · 1 min read महाशिवरात्रि सरसी छंद शिव-शिवा का ब्याह दिवस है महाशिवरात्रि नाम । वेद पुराण सभी गुण गाते नाचें देव तमाम ।। फाल्गुन कृष्ण पक्ष चतुर्दशी दूल्हा बन भगवान। बनी बारात भूत प्रेत... Hindi · कविता 233 Share Rajesh Kumar Kaurav 6 Feb 2022 · 1 min read पंचमी अवसर चौपाई पृथ्विराज नामक इक राजा। दिल्ली से करता हर काजा।। दिल्ली उसकी थी रजधानी । शूरवीर की अमर कहानी ।। मुहम्मद गौरी इक विदेशी । रहा लुटेरा वह परदेशी।। पृथ्वी... Hindi · कविता 1 1 310 Share Rajesh Kumar Kaurav 12 Jan 2022 · 1 min read विवेकानंद मुक्तक 01 हे भारत के जननायक । नहीं था कोई सहायक । स्वयं आपने दिखलाया । हिंद नेतृत्व के लायक । 02 संयासी का रूप देख । खींच ली दूरी... Hindi · मुक्तक 1 265 Share Rajesh Kumar Kaurav 31 Dec 2021 · 1 min read काली कालिख पोत विदाई चौपाई देख बिदाई की बेला को। रोते परिजन किया भला को।। कुछ कहते यह भला हुआ है । संग बुरा जो टला दुआ है । काम धाम का जो सहयोगी... Hindi · कविता 1 1 257 Share Rajesh Kumar Kaurav 8 Dec 2021 · 1 min read विचार मनहरण घनाक्षरी विचार शक्ति महान चिंतन से पहचान चरित्र निर्माण दिशा विचार ही देते है। वैचारिक प्रदूषण स्वार्थपूर्ण आचरण सामाजिक बिखराव विचार ही देते है। हर व्यक्ति आज दुखी देख... Hindi · घनाक्षरी 1 1 419 Share Rajesh Kumar Kaurav 28 Nov 2021 · 3 min read दीपोत्सव (कहानी) अभी दीपोत्सव त्योहार के दस दिन बाकी थे परन्तु सौरभ के घर अभी से धूमधाम व आतिशबाजी चालू हो गई थी ।वही उसका भाई गौरव विशेष उत्साह नहीं दिखा रहा... उत्सव - कहानी प्रतियोगिता · कहानी 427 Share Rajesh Kumar Kaurav 4 Nov 2021 · 1 min read दीपपर्व मन मंदिर में करें रोशनी । सुधरे मानव स्वयं जीवनी।। ज्योति प्रक्रिया की संरचना। स्नेह रहित को करे कल्पना ।। बिना स्नेह दीप नहीं जलता । संवेदना बिन नहि सहृदयता... Hindi · गीत 1 279 Share Rajesh Kumar Kaurav 2 Nov 2021 · 1 min read धनवंतरी वंदना चौपाई छंद नमन वंदना करूँ तुम्हारी । धनवंतरी विष्णु अवतारी।। अमृत कलश लेकर जग आये। आयुर्वेद के जनक कहाये।। औषधियों के आदि प्रवर्तक । निरोग जीवन के तुम रक्षक।। समुद्र... Hindi · कविता 1 921 Share Rajesh Kumar Kaurav 24 Oct 2021 · 1 min read करवा चौथ करवा चौथ (सरसी छंद) करवा चौथ की सुंदर सीख क्यों भूल गए आज । करवा देवी ने बतलाया दीर्घ उम्र का राज ।। पति का पाॅव मगर ने पकड़ा करवा... Hindi · कविता 280 Share Rajesh Kumar Kaurav 11 Oct 2021 · 1 min read साधना सफलता के लक्षण सरसी छंद *सफल साधना* सफल साधना को अनुमानों , कुछ लक्षण पहचान । हल्कापन शरीर में आता । उत्साहित मन जान। विशेष सुगंध देह समाती मिटती तन की पीर। त्वचा... Hindi · कविता 1 1 512 Share Rajesh Kumar Kaurav 3 Oct 2021 · 1 min read मध्यप्रदेश महिमा चौपाई छंद मध्यप्रदेश में रहता हूँ । गुण आज उसी के गाता हूँ । मातु नर्मदा के तट वासी। कमी न होती जल धन राशी। चंबल की बहती जल धारा... Hindi · कविता 2 4 522 Share Rajesh Kumar Kaurav 30 Sep 2021 · 1 min read हिंदी बिना हिंदी है हिंदुस्तान की भारतीय स्वाभिमान की जहाँ जहाँ हैं हिंदुस्तानी हिंदी भाषा मुॅह जुबानी सारे जग में फैल चुकी दुश्मन से भी नहीं रुकी भूल यहाँ पर एक हुई... Hindi · कविता 1 272 Share Previous Page 3 Next