RAMESH SHARMA 935 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next RAMESH SHARMA 11 Jul 2024 · 1 min read तकिया सकल बखान पीड़ा का उनकी करे, तकिया सकल बखान । पूछा तो कहने लगे, गिरा नीर श्रीमान ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 69 Share RAMESH SHARMA 10 Jul 2024 · 1 min read आंखों में गिर गया आंखें बता रही हैं,रोई हैं रात भर .... वो कह रहे हैं तिनका,आंखों मे गिर गया.... रमेश शर्मा. Hindi · शेर 1 74 Share RAMESH SHARMA 10 Jul 2024 · 1 min read जोकर करे कमाल खोटा सिक्का भी कभी,करता खूब धमाल। ज्यों रम्मी के खेल में,जोकर करे कमाल।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 78 Share RAMESH SHARMA 9 Jul 2024 · 1 min read होते हैं उस पार दिखते तो इस पार है, होते है उस पार। जीते हैं संसार में , ऐसे ही किरदार ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 67 Share RAMESH SHARMA 8 Jul 2024 · 1 min read काट रहे तुम डाल चलो लगाएं झाड़ हम,आया कभी न ख्याल। किस हक से फिर पेड़ की,काट रहे तुम डाल।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 69 Share RAMESH SHARMA 6 Jul 2024 · 1 min read गाड़ी मेरे सत्य की गाड़ी मेरी सत्य की, चली जरा क्या तेज । मेरे करने लग गए,मुझसे ही परहेज ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 50 Share RAMESH SHARMA 2 Jul 2024 · 1 min read बंदर के तलवार लगा समझने स्वयं को,जंगल का सरदार। आई ज्यों ही हाथ में,बंदर के तलवार ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 51 Share RAMESH SHARMA 1 Jul 2024 · 1 min read तुम्हे चिढ़ाए मित्र दिखलाओगे जो उसे, वही दिखेगा चित्र । शीशे की औकात क्या,.तुम्हे चिढाए मित्र।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 66 Share RAMESH SHARMA 29 Jun 2024 · 1 min read जमाने के तजुर्बे ने सिखाया है मुझे जो भी, जमाने के तजुर्बे ने , वही लौटा रहा हूं मैं,दिया था जो मुझे तुमने,, रमेश शर्मा. Hindi · शेर 1 47 Share RAMESH SHARMA 29 Jun 2024 · 1 min read वे रिश्ते आजाद मैंने सारे कर दिए, वे रिश्ते आजाद । जो करते थे स्वार्थ से,मुझे हमेशा याद।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 59 Share RAMESH SHARMA 27 Jun 2024 · 1 min read दुश्मन कैसा भी रहे, अच्छा बुरा विचित्र दुश्मन कैसा भी रहे, अच्छा बुरा विचित्र । मिलें न बस मुझको कभी,मुआ दोगला मित्र।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 60 Share RAMESH SHARMA 26 Jun 2024 · 1 min read कैसे-कैसे दाँव छल ,रखे दिलों में पाल कैसे-कैसे दाँव छल ,रखे दिलों में पाल । आवश्यक जो भी दिखा ,उसको लिया निकाल ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 56 Share RAMESH SHARMA 21 Jun 2024 · 1 min read पूरा सभ्य समाज पेड़ लगाया आज ही,फल भी चाहे आज। इसी रोग से त्रस्त है, पूरा सभ्य समाज।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 60 Share RAMESH SHARMA 17 Jun 2024 · 1 min read दुनिया की बुनियाद जिनकी अपनी सोच ही, रही नहीं आजाद । वे कब अच्छी रख सके,दुनिया की बुनियाद ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 57 Share RAMESH SHARMA 15 Jun 2024 · 1 min read बदली में विश्राम किया जरा सा सूर्य ने,बदली में विश्राम । जुगनू सारे मिल गए, करने को संग्राम ।। रमेश शर्मा. 1 51 Share RAMESH SHARMA 14 Jun 2024 · 1 min read माचिस उनके जेब की माचिस उनके जेब की, करती खड़ा सवाल । लगा स्वयं ही आग तुम, करते स्वतः बवाल।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 80 Share RAMESH SHARMA 13 Jun 2024 · 1 min read लिखने का आधार जरिया है ये फेसबुक,लिखने का आधार l कितनो ने इसको मगर,बना दिया बाजार ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 95 Share RAMESH SHARMA 11 Jun 2024 · 1 min read पढ़ा हुआ अखबार आया ऐसा भी नज़र ,लोगों का किरदार । जैसे पड़ा दराज में, पढ़ा हुआ अखबार ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 76 Share RAMESH SHARMA 6 Jun 2024 · 1 min read मुझे आज फिर भूल चुभती है मुझको बडी़, बात यही बन शूल । हुई परखने मे उन्हे,.मुझे आज फिर भूल ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 57 Share RAMESH SHARMA 3 Jun 2024 · 1 min read बनी बनाई धाक मिट जाएगी शर्तिया, बनी बनाई धाक । हद से ज्यादा कर दिया, तुमने अगर मजाक ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 84 Share RAMESH SHARMA 29 May 2024 · 1 min read गलती पर फटकार देती हैं हर मोड़ पर, जीने का आधार । बड़े बुजुर्गों से मिली,गलती पर फटकार ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 71 Share RAMESH SHARMA 28 May 2024 · 1 min read काले धन के कालिए, हो जाते आजाद काले धन के कालिए, हो जाते आजाद । करते काले कोट जब,नियम नए ईजाद। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 62 Share RAMESH SHARMA 28 May 2024 · 1 min read मुट्ठी में जो जान जीने की खातिर मुझे, वही दे रहे ज्ञान। बैठे हैं मेरी लिए, मुट्ठी मे जो जान ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 2 77 Share RAMESH SHARMA 26 May 2024 · 1 min read दिखे ऊंट लंगूर लगे गाय बकरी उन्हें, दिखे ऊंट लंगूर । देखेंगे जो दूर से, चढ़ कर पेड़ खजूर।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 82 Share RAMESH SHARMA 25 May 2024 · 1 min read ए सी का किरदार पंखे जैसा हो गया,...... ए सी का किरदार । ठंडक ऐसी ज्यों झले, नार लिए अखबार ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 61 Share RAMESH SHARMA 18 May 2024 · 1 min read अपना सकल जमीर नैतिकता की आजकल,पीटें वही लकीर । बैठे हैं जो बेच कर,अपना सकल ज़मीर ।। रखी किसी से आपने,ज्यादा ही उम्मीद । बदले में अहसान के, लेगा तुम्हे खरीद ।। रमेश... Hindi · दोहा 1 87 Share RAMESH SHARMA 17 May 2024 · 1 min read मिली नही विश्वास की, उन्हें अगर जो खाद हिल जाती है शीघ्र ही, रिश्तों की बुनियाद । मिली नही विश्वास की, उन्हें अगर जो खाद।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 81 Share RAMESH SHARMA 16 May 2024 · 1 min read तरु वे छायादार सिर पर रखकर हाथ जो, देते रहे दुलार। गायब आँगन से हुए, तरु वे छायादार।। माँ दादी बनकर दिया, मुझे जिन्होंने प्यार। ओझल आँगन से हुए, तरु वे छायादार।। रमेश... Hindi · दोहा 1 69 Share RAMESH SHARMA 15 May 2024 · 1 min read जो भी आया प्रेम से,इनमे गया समाय । आँखे मेरी हो गयी ,..मानो एक सराय । जो भी आया प्रेम से,इनमे गया समाय ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 73 Share RAMESH SHARMA 14 May 2024 · 1 min read गूंगे दे आवाज अंधे करते चाकरी, ..गूंगे दे आवाज । बदल गए इस दौर में, बेशक कई रिवाज ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 87 Share RAMESH SHARMA 12 May 2024 · 1 min read दोहा **** शब्दकोष स्वयं है, नहीं शब्द बस एक शब्दकोष मां स्वयं है, नहीं शब्द बस एक। जिसके आगे फेल हैं, किए सभी अभिषेक ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 97 Share RAMESH SHARMA 11 May 2024 · 1 min read सियासी खाल पक जाती है झूठ की, वहां आप ही दाल । बैठे हों सारे जहां,ओढ़ सियासी खाल ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 67 Share RAMESH SHARMA 5 May 2024 · 1 min read दामन में नित दाग कर देना ही ठीक है,रिश्तों का परित्याग । देते हों जो आपके, दामन में नित दाग ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 110 Share RAMESH SHARMA 5 May 2024 · 1 min read रिश्ता-ए–उम्मीद रिश्ता वो बिगडा कभी,होता नही बहाल । करते हों मध्यस्थता, जिसमे कई दलाल ।। तोड़ दिया हमने स्वयं, रिश्ता-ए–उम्मीद । करते थे जिसके लिए,दिल से हम ताकीद।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 74 Share RAMESH SHARMA 2 May 2024 · 1 min read खफा जरा क्या यार मेरा मुझसे हो गया , खफा जरा क्या यार । लम्हा और कुछ हो गया, जीवन का बेकार ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 61 Share RAMESH SHARMA 26 Apr 2024 · 1 min read नही दूसरी चूक दुनिया में इससे बड़ी, नही दूसरी चूक । गलती पर औलाद की,रहे अगर तुम मूक।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 76 Share RAMESH SHARMA 22 Apr 2024 · 1 min read धरती मां की कोख पृध्वी दिवस पर --------------------- खनिज लवण जल दे रहा, मानव को वरदान ! पृथ्वी पिंड विशाल यह ,.. लगता मातु समान !! लगी केंद्र में आग है , ..फिरभी बाँटे... Hindi · दोहा 1 85 Share RAMESH SHARMA 15 Apr 2024 · 1 min read सोचे सारे ख्वाब चला गया कब बालपन, बीता सकल शबाब । दिल के दिल में रह गए, सोचे सारे ख्वाब ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 80 Share RAMESH SHARMA 15 Apr 2024 · 1 min read जनता का उद्धार कोरे वादों से करें,.........जनता का उद्धार । क्या कागज की नाव से,होगा दरिया पार ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 120 Share RAMESH SHARMA 12 Apr 2024 · 1 min read पीड़ा का अनुमान कहे राधिका श्याम से ,त्याग पुरुष का मान । पीड़ा का मेरी तुझे,.... ..तब होगा अनुमान ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 52 Share RAMESH SHARMA 6 Apr 2024 · 1 min read रिश्ता रहा असत्य से रिश्ता रहा असत्य से ,जिनका सदा अटूट । झूठ बोलने की उन्हें, और चाहिए छूट ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 104 Share RAMESH SHARMA 5 Apr 2024 · 1 min read पी जाता हैं प्यास भी, .....मेरी वो हर बार । पी जाता हैं प्यास भी, .....मेरी वो हर बार । इस पर भी प्यासा लगे,सागर का किरदार ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 109 Share RAMESH SHARMA 28 Mar 2024 · 1 min read वापस दिया उतार दिया आपने जो कभी, वापस दिया उतार । कभी किसी का वक्त ये ,रखता नहीं उधार ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 123 Share RAMESH SHARMA 25 Mar 2024 · 1 min read गोरे गोरे गाल मैंने हाथों में लिया, ज्यों ही रंग गुलाल I याद तुम्हारे आ गये, गोरे गोरे गाल I गोरे गोरे गाल, तुम्हारे होठ गुलाबी I उलझे उलझे बाल, मटकते नैन शराबी... Hindi · कुण्डलिया 1 206 Share RAMESH SHARMA 24 Mar 2024 · 1 min read ममता की भंडार मूरत माता त्याग की,ममता की भंडार । नतमस्तक हैं सामने, जिसके के संसार ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 106 Share RAMESH SHARMA 23 Mar 2024 · 1 min read ये है बेशरम आओ यारो देखलो तुम भी, मुखड़ा इश शैतान का . बांध पुलंदा बेच रहा है अपने ही ईमान का ... .........ये है बेशरम ये है बेशरम . झूट बोल कर... Hindi · गीत 1 118 Share RAMESH SHARMA 19 Mar 2024 · 1 min read नेताओं सा हो गया उनका भी किरदार बदलें है जिस भांति वे,बार बार उदगार । नेताओं सा हो गया,उनका भी किरदार ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 145 Share RAMESH SHARMA 14 Mar 2024 · 1 min read जाया जय मकसूद घर में ही बिखरा पड़ा, तेरा अगर वजूद । उसे ढूंढने का कहीं, ज़ाया है मक़सूद ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 79 Share RAMESH SHARMA 14 Mar 2024 · 1 min read झोटा नही हैं उनका दीदार क्या करें होता नहीं है उनका दीदार क्या करे । पहलू में जा के उनके हर बार क्या करे। खेला है जिन्दगी का हमने भी इक जुआ, खुलता नहीं किस्मत का द्वार... Hindi · मुक्तक 1 152 Share RAMESH SHARMA 12 Mar 2024 · 1 min read कलमकार का दर्द क्या समझेगी लेखनी,कलमकार का दर्द । स्याही में जिसके अगर,घुली जाति की गर्द ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 111 Share Previous Page 3 Next