Dushyant Kumar Patel Language: Hindi 136 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Dushyant Kumar Patel 12 Jul 2016 · 1 min read जीना हैं मुझे आज में नही जीना हैं कल में जीना हैं मुझे आज में आशा-विश्वास के रंग घोलेंगे आज पल में कल क्या थे भूल के मस्ती करेंगे हरपल में खुशियों की बिखेरेंगे फूल... Hindi · कविता 334 Share Dushyant Kumar Patel 12 Jul 2016 · 1 min read खुशियों से मिलन चंचल मन नीली सलोनी आँखे तेरी जुल्फे काली घटा सावन तू पूरब की परी रानी है तू रूमानी शाम का आगमन जोबन हुई कच्ची कली तू सौरभ मधु सी भरी... Hindi · कविता 493 Share Dushyant Kumar Patel 12 Jul 2016 · 1 min read सावन रातों में तुमबिन तन्हा गुजारा है सावन रातों में तुमबिन तन्हा गुजारा है बसंत आगमन तेरे आने का इशारा है तुझे याद कर कभी हँसना कभी रोना तसव्वुर में खो जाना आदत हमारा है तूने दी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 309 Share Dushyant Kumar Patel 12 Jul 2016 · 1 min read तू मेरे मन मधुबन बन जा मेरे प्रियतम तू मेरे मन मधुबन बन जा भीगती रहूँ मैं तू ऐसा सावन बन जा आ बसा लू तुझे अपनी साँसो में मेरे दिल की तू धड़कन बन जा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 335 Share Dushyant Kumar Patel 10 Jul 2016 · 1 min read वो पगली न समझी |ग़ज़ल| वो अन्जान बनती है ज़िंदगी का चैन चुरा के वो दे गई हजार जख्म दिल में खंजर चुभा के वो पगली न समझी कभी दिल का दर्द मेरा इस आलम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 294 Share Dushyant Kumar Patel 10 Jul 2016 · 1 min read तेरी याराना पसंद है |ग़ज़ल| मुस्कुरा कर दर्दे दिल छूपाना पसंद है तुम्हें तो दिल जलाकर बहलाना पसंद है देखना चाहते है तेरे चेहरे पर मुस्कान ज़िंदगी से तेरे हर ग़म चुराना पसंद है जानते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 665 Share Dushyant Kumar Patel 9 Jul 2016 · 1 min read छाया अंबा की// हाइकु// [1] छाया अंबा की मेरे सुखी जीवन हूँ गुलजार !! [२] अम्बर नीला हरी भरी धरती बहती नदी ! [3] राधा नगरी श्याम का आगमन प्रीत संगम !! [4] न्याय... Hindi · हाइकु 3 606 Share Dushyant Kumar Patel 9 Jul 2016 · 1 min read समयचक्र गति में समयचक्र गति में तू भी चलता जा लेके अपने हंसी सपनो को उड़ता जा सूरज फिर ढल के कल उदित होगा तेरे होंगे सपने साकार आगे बढ़ता जा सूरज उदित... Hindi · कविता 451 Share Dushyant Kumar Patel 9 Jul 2016 · 1 min read हे कमलनाथ, हे आनंदसागर हे कमलनाथ, हे आनंदसागर हे नंदलाला , हे बनवारी करू आरती मन श्रध्दा से तेरी लीला सबसे न्यारी मिलती है शांति तेरी चरणों में आजा भगवन मेरी गलियों में मिटा... Hindi · कविता 1 503 Share Dushyant Kumar Patel 9 Jul 2016 · 1 min read इस शहर में (ग़ज़ल) इस शहर में दिल के काले है बहुत अपने धुन पे गुम मतवाले है बहुत कैसा ये शहर प्यासा भटके पानी को हर गली चौराहों में मैखाने है बहुत आज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 409 Share Dushyant Kumar Patel 8 Jul 2016 · 1 min read रिश्ते भूल गया दूर हो के ||ग़ज़ल|| रिश्ते भूल गया दूर हो के क्यों अँधेरा ज़िंदगी नूर हो के जीना तू तो भूल ही गया दौलत के नशे में चूर हो के क्यों तूने अपना घर उजाडा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 281 Share Dushyant Kumar Patel 8 Jul 2016 · 1 min read रंगत इंसान के किसे पता कितने रूप है बेईमान के | पैसा देख बदलती है रंगत इंसान के | यहाँ पैसा ही सबकुछ नहीं,बात मानो , कीमत तय न करो अपने ईमान के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 267 Share Dushyant Kumar Patel 7 Jul 2016 · 1 min read याद जब आती है दिल जबसे टूटा है बिखरे है अरमान कहीं और खोया है चैन कहीं अब तो तन्हाई राते है कभी रोते है,कभी मुस्कुराते है | अकेले छुप -छुप के उन्हे देखते... Hindi · कविता 561 Share Dushyant Kumar Patel 7 Jul 2016 · 1 min read हो सावन की मदमस्त घटा तुम हो सावन की मदमस्त घटा तुम आ जाओ मेरे आँगन झुमेंगे नाचेंगे हम ! नींद चुराने वाली सपनो में आने वाली महकी पुरवा हो तुम जुबाँ मेरी गा रही तेरी... Hindi · गीत 3 495 Share Dushyant Kumar Patel 5 Jul 2016 · 1 min read तेरी आँखों में है क्या जादू तेरी आँखों में है क्या जादू तेरी बातों में है क्या जादू मेरा दिल हो जाता है बेकाबू हर कही तेरी सूरत मैं देखू मन बादल में छाई हैं यादों... Hindi · गीत 475 Share Dushyant Kumar Patel 5 Jul 2016 · 1 min read हर ग़म पी के मुस्कुरा/ग़ज़ल तड़प के जी ले मगर बेवफ़ा को मुकद्दर न बना | हर ग़म पी के मुस्कुरा दिल को पत्थर न बना | निगाहें शौक से किसी को अब देखा न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 319 Share Dushyant Kumar Patel 5 Jul 2016 · 1 min read जबसे तुझे जाना है,चाहा है जबसे तुझे जाना है , चाहा है तुझे अपना ख़ुदा मैंने माना है तू न बन बेख़बर मेरी जाँना बचपन से हूँ मैं तेरा दीवाना तू साथ है तो नहीं... Hindi · गीत 398 Share Dushyant Kumar Patel 5 Jul 2016 · 1 min read ?मुझे तन्हाई पसंद है ?ग़ज़ल मैं तन्हा हूँ मुझे तन्हाई पसंद है अब न तेरी मुझे बेवफाई पसंद है तुमसे वफ़ा कर मिला ग़म की सिला अब न ज़िंदगी को रूसवाई पसंद है चाहत की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 512 Share Dushyant Kumar Patel 4 Jul 2016 · 1 min read मेरे साजन तू जल्दी आ तू कहाँ है पास आ, उजड़ी दुनिया को मेरे बसा. इस तड़पती हुई ज़िन्दगी को, तू न दे और सजा. सुन दिल की आवाज़, कही भी है लौट आ …….... Hindi · कविता 517 Share Dushyant Kumar Patel 4 Jul 2016 · 1 min read आ वापस इस शहर को ढूंढ़ता रहता हूँ तुझे ख्यालो में तेरे इक झलक पाने को यार जाने के बाद तेरे दोस्त बनाया हूँ मयखाने को सपने तेरे सजाने के लिए ठुकराया था रस्मो-रिवाजो को... Hindi · कविता 581 Share Dushyant Kumar Patel 4 Jul 2016 · 2 min read ऐसा है आज का भारत बाबा ,नेता सब ने यहाँ ज़ुल्म और भ्रष्टाचार करके पा ली है ऊँची सोहरत ऐसा है आज का भारत .. तैयार है काले व्यापर करने को सबको यहाँ पैसे की... Hindi · कविता 356 Share Dushyant Kumar Patel 3 Jul 2016 · 1 min read तुम बसंत //हाइकु सपने मेरी [1] सपने मेरी ज़िन्दगी फुलवारी तुम बसंत !! [2] पिया न आये पनघट किनारे नैन निहाँरे !! [3] सावन घटा बरसे रिमझिम पिया भी साथ !! [4] हमराही... Hindi · हाइकु 484 Share Dushyant Kumar Patel 3 Jul 2016 · 1 min read आज भी यहाँ //हाइकु ये हिन्दुस्तान सोने की चिडियाँ हैं आज भी यहाँ !! 1 मेहनत से भाग्य लिखे हैं हम तुम भी लिखो !! 2 टूटते तारे देख क्या माँगे होंगे लालसी लोग... Hindi · हाइकु 441 Share Dushyant Kumar Patel 3 Jul 2016 · 1 min read सुंदर बेला //हाइकु सुंदर बेला बसंत उत्सव में कोयल कूकी !! [2] नदी किनारे एक छोटा सा गाँव है स्वर्ग जैसी !! [3] स्वर्ग कश्मीर हिंद की पहचान हिंद की आन !! [4]... Hindi · हाइकु 290 Share Dushyant Kumar Patel 2 Jul 2016 · 1 min read तुझे रब मानता हूँ तेरी हर असलियत जानता हूँ, फिर भी तुझे रब मानता हूँ. भूल जाता हूँ खुद को भले ही, मगर तेरा चेहरा पहचानता हूँ. बेशक तुमपे न होगी कोई असर, फिर... Hindi · कविता 639 Share Dushyant Kumar Patel 2 Jul 2016 · 1 min read वक़्त के साथ चले खुला आंसमा में आज़ाद उड़े आओ हम अपना तक़दीर लिखे चले गए बचपन के दिन यारो आओ कुछ कर दिखाने को ठाने वक़्त के साथ चले ……….. युवा शक्ति हम... Hindi · कविता 567 Share Dushyant Kumar Patel 2 Jul 2016 · 1 min read एक ऐसा था इंसान वो दुनियाँ के गम ले रहा था बाँट रहा था खुशियोँ के पल वो हंस रहा था गम ले के पथ से हटा रहा था काँटा और बिछा रहे थे... Hindi · कविता 385 Share Dushyant Kumar Patel 1 Jul 2016 · 1 min read पतझड़ है ज़िंदगी वो छोड़ा है शहर जबसे पतझड़ है ज़िंदगी भीगी-भीगी सी आंखे है पतझड़ है ज़िंदगी बसर करे कहाँ ढह गया है आशियाना खो गई है खुशियाँ कहाँ पतझड़ है ज़िंदगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 950 Share Dushyant Kumar Patel 1 Jul 2016 · 1 min read ऐसी मेरी बहना वो सुबह-शाम घर की जलती दीया रौशन कर रहा घर को मेरी बहना“सिया” नजाकत से सम्भाली है रिश्तों को टूटने से कभी उसने रिश्तों में दरार न पड़ने दिया नयी-नयी... Hindi · कविता 1k Share Dushyant Kumar Patel 1 Jul 2016 · 1 min read वक़्त आ गया है ब्रह्मांड सा विस्तार हो रहा हैं हर दिन इंसान का सोच, मानव का जीवन कहीं ऐसा तो नही इस विज्ञान युग में हम धरती को हि भुल तो नही रहे... Hindi · कविता 559 Share Dushyant Kumar Patel 30 Jun 2016 · 1 min read युवा शक्ति तुमपे है आस युवा शक्ति तुमपे है आस मन में ला नयी उमंग और अटूट नया विश्वास न बैठे रह गुमशुम युवा शक्ति तुमपे है आस भूल जा अतीत निराश दिन सुनहरे अक्षरों... Hindi · कविता 1 1k Share Dushyant Kumar Patel 30 Jun 2016 · 1 min read कश्मीर हैं हिन्दुस्तान का कश्मीर हैं हिन्दुस्तान का हैं प्रतीक आन बान शान का जो देखे बुरी नजर से उठाओ तलवार भारत माँ के सपूतों कर दो अलग सर को धड़ से ! भले... Hindi · कविता 607 Share Dushyant Kumar Patel 29 Jun 2016 · 1 min read तुम्हें पाना मंज़िल अगर है सूना डगर है , लम्बा सफर है चल राही तुझे किसका डर है छोड़ दुनिया की मोह -माया तुम्हें पाना मंज़िल अगर है चलते रह चलते रह थकना नहीं तू... Hindi · गीत 383 Share Dushyant Kumar Patel 29 Jun 2016 · 1 min read मधुर मिलन शाम रूमानी मौसम है कोई प्रिया को पयाम दे आये बैठे है राहगुजर में इंतिजार करते वो दौड़ती हुई सज-धझ के पास आये जुल्फ लहराए हँवा में उनकी चुनर भी... Hindi · कविता 777 Share Dushyant Kumar Patel 28 Jun 2016 · 1 min read खामोश है ज़िंदगी खामोश है ज़िंदगी ग़म का तूफ़ान है | यादों से हलचल मन का आसमान है | चाहत की निशाँ मिटायी नहीं है मैंने | तेरे जाने से फ़िर भी ज़िंदगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 299 Share Dushyant Kumar Patel 28 Jun 2016 · 1 min read हो जीवन मधुमास नभ के नवरंग जैसा ज़िंदगी हो सुनहरी खुशियों की बौछारे हो हर सांझ सवेरा स्वप्नों सा स्वर्निम ज़िंदगी,हो चाँदनी निशा तेरी धानी चुनरियाँ खुशियों का है बसेरा रहे विमल मन,... Hindi · कविता 315 Share Previous Page 3