Akib Javed Language: Hindi 166 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next Akib Javed 15 Dec 2017 · 1 min read राम अपना करीम अपना सपने अपने दर्पण अपना होगा खुदा भी राज़ी उनका मेहनत करते रहते दिन-रात हासिल उनका बाकी उनका सर्द हवाएं अब ऋतु है गर्म माजी अपना काजी उनका जलती बुझती है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 349 Share Akib Javed 15 Dec 2017 · 1 min read दिल!!हाइकु!! पत्थर दिल बेख्याल सा रहता घूमता रहा घमंडी रहा बेपरवाह फिरा ऐसे ही रहा तोड़ने वाले तोड़ते ही रहते मायूस हुआ चाहत रही दिल में बसाने की अधूरी रही सोचता... Hindi · हाइकु 1 271 Share Akib Javed 14 Dec 2017 · 1 min read एल्बम छण छण गतिमान जिंदगी का पहिया उस पहिये को यादो के रूप में समेट के रखती है चाहे अच्छा लम्हा हो या कि हो कोई बुरी याद कभी किसी में... Hindi · कविता 1 2 531 Share Akib Javed 14 Dec 2017 · 1 min read ग़ज़ल!!यूँ तेरी जुल्फ़े निहारी जा रही है!! मेरे हर सोच में तेरा शय शामिल किस्मत हमारी सँवारी जा रही हैं जिंदगी हो गयी हैं रंगमंच की तरह जैसी भी हो अब गुज़ारी जा रही हैं वो सर्द... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 256 Share Akib Javed 13 Dec 2017 · 1 min read धड़कन मेरी हर साँसों मे सिर्फ अब तेरी ही रवानी है... तुझे देखू सिर्फ तेरी ही कहानी है.... दिल की हर धड़कन में अब तू ही धड़क रही है.... हर अहसास... Hindi · कविता 652 Share Akib Javed 13 Dec 2017 · 1 min read हमारी मुहब्बत सिमटी है एक शम्मा जलाया था तेरे मुहब्बत का हमने उस दिन के इंतज़ार में अब जाँ मचलती है। मेरे महबूब तू आ जा अब मेरे सामने वो सच्ची मुहब्बत अब आँखों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 463 Share Akib Javed 13 Dec 2017 · 1 min read असर है प्यार की रजाई का!! जब नज़र पडी मेरी किसी के बुराई पर खुद पे ना ध्यान दिया अपनी परछाई का बादलों की छटा और मौसम पुरवाई का याद आता हैं दौर किसी के रुसवाई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 402 Share Akib Javed 11 Dec 2017 · 1 min read ओस ओस गिरे बूंदों से जो फूलों के ऊपर रखती नमी ओस की बूँद देती सीख नयी हैं जीवन भर किरन अब सूरज की पड़ती ओज भरती नये पल्लव पल्लवित होती... Hindi · कविता 531 Share Akib Javed 11 Dec 2017 · 1 min read ग़ज़ल!!खंजर छुपाये बैठा कोई जान मुश्किल में हैं गनीमत हैं कि वो फूल अभी खिला नही हैं खंज़र छुपाये बैठा कोई जान मुश्किल में हैं।। याद आती हैं, दुआएँ अब माँ की मेरी आज जान मेरी कितनी मुश्किल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 241 Share Akib Javed 11 Dec 2017 · 1 min read ग़ज़ल!!अश्क़ का वो कतरा अब कहाँ मेरे हासिल में हैं रंजो गम की दुनिया में वो मेरे महफ़िल में हैं लाख छुपाये प्यार मुझसे वो अब मेरे दिल में हैं।। लाख हालात मेरे मुश्किल सही राब्ता तो हैं हाथो में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 187 Share Akib Javed 10 Dec 2017 · 1 min read ग़ज़ल!! अपनी तबाही का ऐसे जश्न यूँ मानाती हैं सफर में भी जिंदगी लेती हैं इम्तिहाँ अपना।। दिल की धड़कनों पे हैं अब किसी का हक हैं उस निशां पे हम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 193 Share Akib Javed 9 Dec 2017 · 1 min read हाइकु!!निर्झर बारिश आयी निर्झर सी बछौर मन भायी सोता बहा दिखा प्रकृति छटा मन समायी इंद्रधनुष रंग बिखेरे खूब झरना खिले आकिब देखो ऋतू बहार आयी निर्झर लायी खूब खिलेंगे झरना... Hindi · हाइकु 1 275 Share Akib Javed 9 Dec 2017 · 1 min read झरना मन का झरना बहता जाये इस कोने से उस कोने झरना देखो आँखों का भी बोझ हुआ गर कुछ दिल में बह जाता यह पल पल में झरना एक जुबां... Hindi · कविता 530 Share Akib Javed 9 Dec 2017 · 1 min read !!ग़ज़ल!!ऐसे ही चलता रहे अब कारवाँ अपना मैं तेरा हो जाऊँगा,तू मेरा हो जाना ऐसे ही चलता रहे अब कारवाँ अपना।। हर चेहरे पे यहाँ एक मुखौटा देखा किसको बनाये यहाँ राजदां अपना।। देखा था हूबहू एक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 168 Share Akib Javed 8 Dec 2017 · 1 min read मजहब,जात में इतने बट गये हैं... अपनी नैतिकता हमने यूँ खो दी हैं कितने नीचे अब हम गिर गये हैं मजहब,जात में इतने बट गये है हम इंसान अब कहाँ रह गये हैं टूट कर हम... Hindi · कविता 373 Share Akib Javed 7 Dec 2017 · 1 min read माँ के पल्लू में सारे सिक्के मिला करते हैं घर पे छोड़ जाते हैं सारे बालाओं को माँ के पल्लू में सारे सिक्के मिला करते हैं माँ की दुआओ से फूल खिला करते है। घर मे उन्ही से दिये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 518 Share Akib Javed 7 Dec 2017 · 1 min read उम्र की झुर्रियां चेहरे पे झलक जाती हैं छलकता जा रहा हैं वो जाम अब खुशियां मयखाने में मिला करते हैं उम्र की झुर्रियां चहरे पे झलक जाती हैं लोग फिर भी यहाँ जवान हुआ करते हैं दिन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 485 Share Akib Javed 6 Dec 2017 · 1 min read दिसम्बर छंद मुक्त रचना: दिसंबर साल का अंतिम महीना हूँ महीनों का मैं नगीना हूँ गर्मी को मैं देता मात जाड़े की लाता सौगात काम धाम सारे छोड़कर रजाई में अब... Hindi · मुक्तक 524 Share Akib Javed 5 Dec 2017 · 1 min read ग़ज़ल।।होती हैं माँ की दुआ और तरह की।। देख कर नज़रो से हमे वो मुस्काये ऐसे दिल से मेरे आयी थी सदा और तरह की वो आये थे ख्यालों ख्याल में इस तरह जिंदगी में गम भुलाया और... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 657 Share Akib Javed 5 Dec 2017 · 1 min read देखो मोजज़ा का किस अज़ल से इंतज़ार हैं दिल अभी भरा नही,कि तड़प रहा हैं ये मिलने को तुझसे तड़पे रोये जार जार हैं निभा के साथ यूँ,चलना हैं तेरे साथ अब मंजिल अभी मिली नही दिल तार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 200 Share Akib Javed 5 Dec 2017 · 1 min read होना चाहिये!! इंसान का हमेशा दिल साफ़ होना चाहिये लोगों को माफ़ करने का हुनर होना चाहिये ************************** लोग लगाते हैं तोहमत सदा एक दूसरे पर आपस में लोगो के अख़लाक़ होना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 214 Share Akib Javed 3 Dec 2017 · 1 min read किस्मत का खेल देख तमाशा किस्मत का कैसा कैसा खेल दिखाये कुछ को देखो सब दे जाये कुछ के कुछ हाथ ना आये खेलने कूदने की उम्र में वो देखो पैसे कमाने जाये... Hindi · कविता 472 Share Akib Javed 2 Dec 2017 · 1 min read जुबां पर ताले पड़ गए जुबा पर ताले पड़ गए अब सबके जुबां पर ताले पड़ गए तेजतर्रार भी ढीले ढाले पड़ गए चढ़ गया हैं कुछ यूँ सत्ता का नशा पैसेवाले भी उनकी नजर... Hindi · मुक्तक 230 Share Akib Javed 2 Dec 2017 · 1 min read अपना सौदा करते सनम देखते हैं चुराकर दिल मेरा वो ऐसे देखते हैं हुए दिल पे सारे सितम देखते हैं। अधूरी मुहब्बत का ऐसा फसाना वो शुर्ख गुलाबों में हम देखते हैं। धड़कन में बस कर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 574 Share Akib Javed 1 Dec 2017 · 1 min read फ़िक्रों अदा ले आये हैं ग़ालिब के घराने से छूट गया हाथ उसका एक उसके जाने से, टूट गयी उम्मीद सारी, उम्र के सिरहाने से। महबूब ने जो बुने हैं चाँद तारे मेरे दामन में अब सँवर के दिखेगा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 231 Share Akib Javed 30 Nov 2017 · 1 min read ख्वाबो में उनसे मुलाकात करते रहे हम उनसे दिल की बात करते रहे ख्वाबो में उनसे मुलाकात करते रहे देख कर वो नज़रअंदाज करते रहे बेवजह हम खून परवाज करते रहे उनकी यादो में हम अब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 299 Share Akib Javed 29 Nov 2017 · 1 min read मंज़िल ये जीवन हैं जीवन में सब होना हैं कुछ पाना हैं तो कुछ खोना हैं थोड़ा उम्मीद हैं तो ना उम्मीदी भी संघर्ष के पथ पर ऐसे बढ़ते जाना हैं... Hindi · कविता 237 Share Akib Javed 27 Nov 2017 · 1 min read वक़्त ? "वक़्त" ? वक़्त ... वक़्त वक़्त की बात हैं कौन किसे,कौन वक़्त याद करता हैं वक़्त ... सतत, व्यापक अनिश्चित ऎसे ही समयारूप चलता रहता हैं वक़्त ... दीर्धकाल... Hindi · कविता 589 Share Akib Javed 27 Nov 2017 · 1 min read मधुशाला होश ना रहा कुछ हमे,ग़मो को अपने दबाये हँसता,मुस्कुराता,लड़खड़ाता खुद को डुबाये तमाम मुश्किलों को अपने नज़रो में समाये नही मिल रहा हमे अब कोई कुछ भी उपाय मस्जिद गया,गिरजाघर... Hindi · कविता 230 Share Akib Javed 27 Nov 2017 · 1 min read रूह उस सितमगर की यादे बेसबब सबा में बह रही मेरे साँसों में उतर कर रूह में यूँ अब समा रही दिल तड़प गया, जाँ मचल रहा अपनी तलाश में ही... Hindi · कविता 225 Share Akib Javed 26 Nov 2017 · 1 min read शायरी आशिकी छुपी हैं,तिश्नगी दिखी हैं बेखुदी जली हैं, शायरी लिखी हैं आदमी कही हैं, सादगी नही हैं रौशनी बुझी हैं,जिंदगी ढही हैं बेखुदी वही हैं, बेरुखी दिखी हैं डायरी वही... Hindi · शेर 512 Share Akib Javed 26 Nov 2017 · 1 min read सुनने वालो के लिये बस शायरी हैं तिश्नगी को यूं अपने दिल में समाये छिपी रोशनी में तेरी बेरुखी दिखी हैं दिल्लगी को अपने दिल में बसाये सुनने वालो के लिये सब शायरी हैं बेकसी सी हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 233 Share Akib Javed 24 Nov 2017 · 1 min read बंद मुट्ठी में हासिल फ़क्त इंतज़ार के कुछ नही! इस कदर चाहूँ तुझे अब मेरा दम निकल जाये देखूँ,सोचूँ,तुझे पाऊँ अब ये अरमान निकल जाये वो तुझे देखा जब नायाब संगमरमर सा तराशा हुआ मुमताज़ को सोच कर शाहजहाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 530 Share Akib Javed 23 Nov 2017 · 1 min read आशिक दिल में चाहत छुपाये मिलने को तुझसे चाहे बावला सा हैं कँहा कुछ जानता हैं ये गगन,अम्बर छूने को चाहे नदियाँ, पर्वत, चाँद,तारे लाने को माने आशिक मिज़ाज हैं मेरी... Hindi · कविता 595 Share Akib Javed 22 Nov 2017 · 1 min read मोबाइल विषय: मोबाइल जीवन कितना बढ़िया था, गाँव घर घर लगतीं चौपाले थी बच्चो की खिलती किलकारी थी आपस में खूब हंसती नारी थी लेकिन जबसे, मोबाइल हाथ में आ गया... Hindi · कविता 205 Share Akib Javed 21 Nov 2017 · 1 min read आवाज दिल से इश्क की सुनी इश्क की आग को हम दिल में जलाये जाते हैं ख़ामोश लफ़्ज़ों को चुप चाप सुनाये जाते हैं तेरी याद थी दिल में मेरे बिन कुछ कहे मनाये जाते हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 235 Share Akib Javed 21 Nov 2017 · 1 min read तस्वीर नज़रो के ही सामने पाऊँ एक पल सोचूँ,तुझे पाऊँ जिंदगी से अब ना घबराऊँ तू ही कर्ता, तू विघ्नहर्ता तस्वीर नज़रो के ही सामने पाऊँ मुश्किल बड़ी हैं, कठिन घड़ी हैं इस हलात में कैसे... Hindi · कविता 446 Share Akib Javed 20 Nov 2017 · 1 min read राधा श्याम नाम तेरा मेरा क्यू लेते साथ प्रेम से इतराती,रिझाती राधा श्याम से बोली कितना #प्रेम करते मुझसे मुझको जरा बताओ तो नही बोले फिर कुछ श्याम राधा भी थी कँहा... Hindi · कविता 625 Share Akib Javed 20 Nov 2017 · 1 min read आसान नही यँहा! आसान नही यँहा किसी से दिल का लगाना खंजर छुपाये बैठा हैं ना जाने कोई परवाना आसान नही यँहा तेरी यादो को मिटाना कुर्बान ना हो जाये अब यँहा कोई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 264 Share Akib Javed 20 Nov 2017 · 1 min read दिलदार दिल में अब ज़ोर कुछ ना था ये जो घर किसी और का था हमने तो अब सिर्फ चाहा उसे ये जो हमसफ़र किसी और का था मुकद्दर में ना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 562 Share Akib Javed 19 Nov 2017 · 1 min read पंख पसार उड़ नील गगन छूने को अपने पंख पसार चल आसमान में उड़ने को अपने पंख पसार उड़ कुंचित मानसिकताओं से खुद को अब निकाल चल तरक्की की अब दौड़ में पुरुष... Hindi · कविता 488 Share Akib Javed 19 Nov 2017 · 1 min read नारी मत मुझे जान तू कि मैं अबला हूँ ना ही मुझे अकिंचन समझ लेना तू ना ही किसी के सहारे हूँ ना किसी से भयभीत हूँ मैं ना मुझे बेसहारा... Hindi · कविता 573 Share Akib Javed 19 Nov 2017 · 1 min read वीरानी लक्ष्मीबाई चमक उठी तलवार हाथो में मुख में आभा सा दमक उठी जब दुश्मन पर नज़र पड़ी ह्रदय में एक ज्वाला जाग उठी देखो दुश्मन थर्र थर्र काँप उठा मर्दो की... Hindi · कविता 400 Share Akib Javed 18 Nov 2017 · 3 min read किरन सुनो! क्या कर रही हो? इधर आओ खाना देने पिता जी को जाना हैं।अंदर से चीरती हुई आवाज आ रही थी । माँ आ रही हू! बाहर खेलते हुए किरन... Hindi · कहानी 483 Share Akib Javed 18 Nov 2017 · 1 min read आहिस्ता आहिस्ता! वो कड़कती धूप, वो घना कोहरा, वो घनघोर बारिश, और आयी बसंत बहार जिंदगी के सारे ऋतू तेरे अहसासात को समेटे तुझे पहलुओं में लपेटे चाँद को लिहाफ में समेटे... Hindi · कविता 751 Share Akib Javed 18 Nov 2017 · 1 min read क्यू नही! रो कर मुश्कुराते क्यू नही रूठ कर मनाते क्यू नही अपनों को रिझाते क्यू नही प्यार से सँवरते क्यू नही देख कर शर्माते क्यू नही अहम से निकलते क्यू नही... Hindi · कविता 366 Share Akib Javed 18 Nov 2017 · 1 min read आस! चाँद को चांदनी की आस धरा को नभ की आस दिन को रात की आस अंधेरे को उजाले की आस पंछी को चलने की आस इंसा को उड़ने की आस... Hindi · कविता 589 Share Akib Javed 15 Nov 2017 · 1 min read मयखाना अपने मय में खोया हुआ चला जा रहा वो मयखाना मयखाना में मय ना मिला मदिरा पिया हुई बड़ी शाना लेकिन जब मय ने देखा महबूब के प्यार का पैमाना... Hindi · कविता 686 Share Akib Javed 14 Nov 2017 · 1 min read रफ्ता रफ्ता गुजर रही जिंदगी रफ्ता रफ्ता गुज़र रही जिंदगी ये जिंदगी हैं,गुज़रती ही नही हैं! ख्वाइशें हैं थोड़ा उम्मीद भी लेकिन हासिल कुछ भी नही हैं! बहुत कुछ छुपाए,कुछ ना कहा बाते तुम्हारी,बातो में... Hindi · कविता 317 Share Akib Javed 14 Nov 2017 · 1 min read नियति का खेल नदी की बहती धारा नही उसका किनारा।1। चाँद से रोशन चाँदनी पूनम रात का सहारा।2। फूल में बैठे हुए भँवरे रस ले फूल का सारा।3। गर करुणामयी हो जीवन ना... Hindi · कविता 948 Share Previous Page 3 Next