नारायण अंशु कवि Language: Hindi 79 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 नारायण अंशु कवि 16 Sep 2019 · 1 min read **सुर-ताल** जनमानस में वीणा का सुर ताल हो, हर बच्चे को पढ़ने का अधिकार हो। मानव -मानव में एकता का संगीत हो, हर मानव में एकता की सुभाष हो। घर घर... Hindi · कविता 1 567 Share नारायण अंशु कवि 16 Sep 2019 · 1 min read समय अमूल्य*** जाग मानव, आज की मांग। दुख दर्द मिटे आज की मांग। जागृत चेतना, दुखित वेदना। त्याग ,छल, कपट, पहन सत्य का चोला। कर भला ,हो भला, जीवन जीने की कला।... Hindi · कविता 331 Share नारायण अंशु कवि 15 Sep 2019 · 1 min read है किसी में हिम्मत शिखर पर चढ़ना, पहाड़ से लड़ना, कुरुतियों से निपटना, पाखंडवाद को उखाड़ना, है किसी में हिम्मत। आतंकवादी शक्ति पर लगाम लगाना, राष्ट्र हित की बात करना, सम्यक दृष्टि देखना, जख्मों... Hindi · कविता 609 Share नारायण अंशु कवि 15 Sep 2019 · 1 min read मूंछ परम मित्र कवि ने, मुझसे लिया पूछ, पहले सफाचट, अब मूछ। क्या हो गई भूल, क्या है राज? नकली फराटे दार मूंछ,। मैं ठिठक गया, झट जवाब दिया, माया के... Hindi · कविता 1 1 659 Share नारायण अंशु कवि 15 Sep 2019 · 1 min read जिंदगी की व्यथा जिंदगी मेरी नहीं तेरी, फिर कैसी हेरा फेरी। कर्म ऐसा करो, तीनो लोक में सुभाष फेले। मरघट के पहले बाद, चर्चा हो तेरी। गगन में तेरी जय जयकार, कर्मों का... Hindi · कविता 595 Share नारायण अंशु कवि 14 Sep 2019 · 1 min read बेटी का लड़कपन मैया मत करना मेरा विवाह, मैं अभी नादान हूं। खूब पढूगी_खूब लिखूंगी, पढ़कर ज्ञानवान बनूंगी। बालापन तेरी गोद में बिताया, पिताजी को खूब नचाया, भाई संग लड़कपन पाया, सारेकुल से... Hindi · कविता 704 Share नारायण अंशु कवि 14 Sep 2019 · 1 min read हिंदी दिवस हिंदी दिवस पर, अंग्रेजी में कॉम। आयोजन में बोलते, अंग्रेजी में नाम। मंच के बैनर में, लिखा वेलकम। अतिथि देते भाषण, अंग्रेजी में ज्यादा, हिंदी में कम। माय डियर लेडीस... Hindi · कविता 587 Share नारायण अंशु कवि 14 Sep 2019 · 1 min read अछूत रुपया रुपया बहरूपिया होत, एक से दूध हाथ जावद। गणना पर हर कोई थूक जगावत, जात पात नहीं देखत। रुपया मदारी होवत, रुपया के बल पर हर कोई,। हर इंसान को... Hindi · कविता 359 Share नारायण अंशु कवि 14 Sep 2019 · 1 min read स्वर्ग धाम* एक इंसान, मरने के बाद ऊपर गया। यमराज ने , सजा देने की कहीं। पहले उसे, ठंडे मकान में रखा गया। जहां चार सेल्सियस तापमान था, फिर भी वह आदमी,... Hindi · कविता 636 Share नारायण अंशु कवि 13 Sep 2019 · 1 min read महंगाई पवन वेग सीआई, सुरसा सम बदन बढ़ाई। शहर गांव पर छाई, कमरतोड़ महंगाई।। आवश्यकता इस की जननी, दिन दुगनी बड़े चौगुनी। निर्धन वर्ग से आवाज आई हाय कमरतोड़ महंगाई। धन... Hindi · कविता 1 603 Share नारायण अंशु कवि 13 Sep 2019 · 1 min read दहेज आज की ज्वलंत समस्या दहेज। काहू को नहीं परहेज। चाहे कन्या हो शिक्षित सुशील और सुंदर। चा हे वर महोदय हो ऊंट भालू और बंदर। फिर भी इनको चाहिए दहेज।... Hindi · कविता 1 437 Share नारायण अंशु कवि 13 Sep 2019 · 1 min read हकीकत दिन के कहे हटो अछूत नारी, रात के कहे सेज सजाओ हमारी। भोर होत कहे ,सॉरी, क्या यही है मानवता हमारी। शोषण करता तुम क्या जानो, क्या है स्वाद गरीबी... Hindi · कविता 1 358 Share नारायण अंशु कवि 13 Sep 2019 · 1 min read "कौमी एकता......… हर मानव को राम बना दो । हर मानव को रहीम बना दो । ऐसा मेरा देश बना दो । हर मंदिर में कुरान पढ़ा दो । हर मस्जिद में... Hindi · कविता 1 342 Share नारायण अंशु कवि 13 Sep 2019 · 1 min read दिवस आजादी का दिवस आया, शहर, गाव में खुशियां छाई। आसमा, जमी में शहीदों की, जीवन, संघरस की गाथा सुनाई। शीश कलम किया देश पर वीर्य गाथा पर जन जन का... Hindi · कविता 2 483 Share नारायण अंशु कवि 13 Sep 2019 · 1 min read कुरीतियां ,,,,, ** कमर तोड महंगाई में, कैसे मनाएं त्यौहार।। दीपक तले अंधेरा, जनता। में हाहाकार। अंध विश्वास,कुरूतियो में, लिपटे हैं हम। आंखें होने के बाद भी, बन बैठे हैं धृतराष्ट्र... Hindi · कविता 1 324 Share नारायण अंशु कवि 13 Sep 2019 · 1 min read *आत्म मंथन* जिन्दों को चेन नहीं। मुर्दों को राह नहीं ।। शवों को दाह-संस्कार की, वसुंधरा नहीं । बिवाह में घोड़ी पर , बैठने का अधिकार नहीं।। ऐसे मज़हब में , जीने... Hindi · कविता 1 647 Share नारायण अंशु कवि 13 Sep 2019 · 1 min read ? अतिवृष्टि? जब हुई अतिवृष्टि, प्रशासन की खुली दृष्टि। चेतन हुई झोपड़ी पट्टी, नदी नाले हो गए उफानजट्टी। धरा हुई ताल तलैया। संगठित हो गये भाई भैया। जनधन की हुई हानी। आ... Hindi · कविता 2 627 Share नारायण अंशु कवि 13 Sep 2019 · 1 min read ? विसर्जन महोत्सव? अनंत चतुर्दशी पर अभिनंदन, धूमधाम से होगा गणेश विसर्जन। रिद्धि सिद्धि और विनायक, देवों के है नायक। वर्षा का है मौसम, विसर्जन पर, संभाल कर रखना कदम। गगन से बरसे... Hindi · कविता 1 343 Share नारायण अंशु कवि 13 Sep 2019 · 1 min read उत्सव मूषक वाहन गणेश। हर्षित होय महेश।। लम्बा उदर गणेश। विघ्न हरे क्लेश।। माता जाकी पार्वती। रिद्धी_सिधदी प्यारी। घर _घर होता स्थापना। सीधी सरल स्थापना।। मोदक भोग लगत। बाल गोपाल, बारम्बार... Hindi · कविता 1 353 Share Previous Page 3