सुखविंद्र सिंह मनसीरत Language: Hindi 2395 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 19 Next सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Oct 2021 · 1 min read अलकें ************** दोहा *************** ********************************** 1अलक अलकें बिखरी गाल पर,करती फिरे शिकार। हुस्न के मस्तानों सुनो,कातिल रूप अपार।। 2 पलक खोलो तो पलकें ज़रा,खड़ा हुआ करतार। लगी हृदय में आग है,... Hindi · दोहा 349 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Oct 2021 · 1 min read प्रेम की बाजी हार गया प्रेम की बाजी हार गया (ग़ज़ल) ************************ दिल प्रेम की बाजी हार गया, हर बार डूबा ना उस पार गया। छोड़ा उसे जब से हमने सखा, सुंदर सलोना सा संसार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 180 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Oct 2021 · 1 min read प्यार जिस्मानी **** प्यार जिस्मानी (ग़ज़ल) *** ************************** प्यार हो गया जिस्मानी आजकल, राह भटकती जवानी आजकल। देख तो जरा बिगड़ती आबोहवा, रूह काँपती रुहानी आजकल। प्रेम जो नहीं टिका आधार पर,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 375 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Oct 2021 · 1 min read चिट्ठियाँ ***** चिट्ठियाँ (ग़ज़ल) ***** ************************ हाथ लग गई पुरानी चिट्ठियाँ। जान से बहुत दुलारी चिट्ठियाँ। शाम को मिली गिरी थी कहीं से, स्वर्ण सी लगी सुनहरी चिट्ठियाँ। यार प्यार में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 415 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Oct 2021 · 1 min read यादें खट्टी मिट्ठी यादें ************* लो फिर आ गई, तेरी दर्द भरी याद, जब हाथ लग गई, वो प्रेमभरी चिट्ठिया, जो समेटे हुए थी, तेरा मेरा वाद विवाद, ओर मधुर संवाद,... Hindi · कविता 230 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Oct 2021 · 1 min read मतदान महादान ****मतदान -महादान *** ********************* जागो मतदाता जागो रे, लालच मन से त्यागो रे। मदारी आये खेल दिखाने, तमाशा देख कर भागो रे। तरह-तरह के लोभ भी देंगे, लोलुपता से दूर... Hindi · कविता 172 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Oct 2021 · 1 min read हमारा जहां ** हमारा जहां ** *************** तुम जहाँ मैं वहाँ, हो हमारा जहां। प्रेम मन - पटल पर, मिट न जाए निशां। खो गये तुम कहीं, तुम्हें ढूंढू कहाँ। तुम बिना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 214 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Oct 2021 · 1 min read जीना सीख लिया जीना सीख लिया (ग़ज़ल) ********************* तुम बिन जीना सीख लिया, गम को पीना सीख लिया। पग - पग मिलते घाव हमें, मर कर जीना सीख लिया। खोया हमने प्यार यहाँ,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 214 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Oct 2021 · 1 min read मैं तुम हम ** मैं-तुम-हम ** ************** तुम बिना मैं नहीं, मैं बिना तुम नहीं। मैं -तुम से हम हैं, हम से मैं-तुम हैं। जब से मैं-तुम-हम, फिर है कैसा गम। हम ही... Hindi · कविता 245 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Oct 2021 · 1 min read दहशत फैला रहा *दहशत फैला रहा (ग़ज़ल)* *********************** दहशती दहशत फैला रहा, कुदरती कुदरत अब ना रहा। रोक उसको वो है चल रहा, फितरती फितरत में जा रहा। वो सदा समझे खुद को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 192 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Oct 2021 · 1 min read बिगड़ी आबोहवा ***बिगड़ी आबोहवा (ग़ज़ल)*** ************************** उठ रहा काला धुंआ आज कल, बुझ रहा जलता दीया आजकल। जाति तक सीमित है इंसान अब, देश की मजहब भाषा आजकल। है सभी की बिगड़ी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 177 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Oct 2021 · 1 min read ख्वाब ***** रमणीय ख्वाब ***** ********************** हम तुम्हे दिल में ही बसा लेते, अगर तुम रमणीय ख्याब होते। हम कभी पीते मय को नहीं हैं, हम नशीले नैनों में नवाब होते।... Hindi · कविता 1 1 494 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Oct 2021 · 1 min read तोता मैना तोता-मैना(माहिया) *************** 1 कंधे बैठा तोता, अबला से कहता, दिनभर मैं हूँ रोता। 2 तोते से वो बोली, क्या मैना रूठी, थी तेरी हमजोली। 3 चोंच भरी मय पी ली,... Hindi · कविता 201 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Oct 2021 · 1 min read हर रोज रावण आ रहा *हर रोज रावण आ रहा (ग़ज़ल)* ************************** हर रोज सामने रावण आ रहा, है ख़ौफ़ ही सदा मन में छा रहा। उस रोज था जलाया लंकेश को, फिर से कहाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 204 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Oct 2021 · 1 min read पावन पर्व दशहरा **पावन पर्व दशहरा (चौपाई)** ************************* पावन पर्व दशहरा आया। खुशियों की झोली भर लाया।। छल - बल रावण सीता छीनी। सती सावित्री अबला दुख दीनी।। लंका पर थी चढ़ी चढ़ाई।... Hindi · कविता 214 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Oct 2021 · 1 min read प्रेमदीप ******* प्रेम का दीप ******* ************************ मिल कर प्रेम का दीप जलाएंगे नफरत को जड़ से हम मिटाएंगे माया मोह ठगनी कर बहिष्कार खुदगर्जियों को पथ से हटाएंगे प्रेम की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 229 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Oct 2021 · 1 min read माँ का दरबार ******************************** **** ऊँचा है दरबार (माँ की भेंट) ***** ******************************** सब तो उच्चा सिहांसन माँ शेरावाली दा, सब तो सोहणा दरबार माँ शेरावाली दा। माँ बिना बच्चयाँ दा जग ते... Hindi · गीत 381 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Oct 2021 · 1 min read बोलो जय जयकार मैया रानी की बोलो जय जयकार मैया रानी की ************************** बोलो जय जय कार मैया रानी की, करती है नैया पार मैया रानी की। बिगड़े कारज पल में है सँवारती, सुबह-शाम जो जन... Hindi · गीत 1 1 253 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Oct 2021 · 1 min read बदलता मौसम **बदलता मौसम (ग़ज़ल)** ********************** मौसम बदलता ही जा रहा, बादल गरजता ही जा रहा। है देख कर नंगा नाच वहाँ, आँचल सिमटता ही जा रहा। की कोशिशें हैं तम ने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 268 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Oct 2021 · 1 min read बसेरा जगत दो दिन का बसेरा है ********************* यहाँ कुछ भी नहीं तेरा है, जगत दो दिन का बसेरा है। मोह - माया में रहे खोया, रहता दिन में भी तू... Hindi · गीत 379 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Oct 2021 · 1 min read दो दिन का बसेरा ****सुन तो ज़रा (ग़ज़ल)*** *********************** दिल की है बात सुन तो ज़रा, आई बरसात सुन तो ज़रा। तारो ने भी दुहाई भरी, कातिल है रात सुन तो ज़रा। सोचो समझो... Hindi · गीत 213 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Oct 2021 · 1 min read सुन तो ज़रा ****सुन तो ज़रा (ग़ज़ल)*** *********************** दिल की है बात सुन तो ज़रा, आई बरसात सुन तो ज़रा। तारो ने भी दुहाई भरी, कातिल है रात सुन तो ज़रा। सोचो समझो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 282 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Oct 2021 · 1 min read किनारा भी नही आया किनारा भी नहीं आया 1222 1222 (ग़ज़ल) ****************** यहाँ कोई नहीं आया, कसम से ही नहीं आया। जहां भी देख कर हारे, बकाया भी नहीं आया। सभी से पूछ कर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 173 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Oct 2021 · 1 min read आये मैया के नवराते **आये मैया के नवराते (भेंट)** ************************* आये - आये हैं मैया के नवराते, घर-घर मे हो रहें हैं खूब जगराते। माँ शेरांवाली जगदम्बे महामाई, कर शेर की सवारी मैया है... Hindi · गीत 1 343 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Oct 2021 · 1 min read सुन्दर सजा दरबार **सुन्दर सजा दरबार (माँ की भेंट)** ***************************** सुन्दर सजा है दरबार मैया रानी का, फल-फूलों भरा दरबार मैया रानी का। दुर्गा माता के नौ नवरात्रे हैं आए, देवी रूपों से... Hindi · गीत 2 1 256 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Oct 2021 · 1 min read गुमशुदा सी गुमनाम है जिंदगी *गुमशुदा सी गुमनाम जिंदगी (ग़ज़ल)* ****************************** गुमशुदा सी गुमनाम है जिंदगी, ग़मज़दा सी अब आम है जिंदगी। कब मिला है इंसाफ दिल को भला, अब यहाँ तो हररोज बदनाम है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 346 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Oct 2021 · 1 min read दुश्मन घर बुला रहा है दुश्मन घर बुला रहा है (गज़ल) ************************ दुश्मन घर में क्यों बुला रहा है, हिसाब बाकी जो चुका रहा है। सुना चलेगा चाल यार कोई, करीब सीने से लगा रहा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 192 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Oct 2021 · 1 min read मेरे दिल के हुजूर *** मेरे दिल दे हुजूर (भजन)*** ************************** मेरे दिल दे हुजूर रुसवां हो गए, दूर नजरां तों हुजूर परां हो गए। की करां मैं ना वस मेरा चलदा, वांग भमूड़े... Hindi · गीत 318 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Oct 2021 · 1 min read चिड़ियाँ दा चंबा ********************************* ** चिड़ियाँ दा चंबा कुड़िया दा ठिकाना ** ********************************* चिड़ियाँ दा चंबा हुँदा कुड़िया दा ठिकाना, मार उडारी पल विच हुँदा झट उड़ जाना। कोई कड़े वी नी विखदा... Hindi · गीत 1 416 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Oct 2021 · 1 min read मौत मुनासिब नहीं है मौत मुनासिब नही है (भजन) *********************** मौत मुझको मुनासिब नहीं है, मौत की वजह वाजिब नहीं है। क्या करें अपनों ने ठुकराया, दर - चौखटों से दूर भगाया, प्रेम भाग्य... Hindi · गीत 1 181 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Sep 2021 · 1 min read बंद ना हो आना जाना बंद ना हो आना-जाना(ग़ज़ल) *********************** सुन ज़रा दिल का अफसाना, लो ज़रा दिल का नजराना। ना मिली हम को राहत भी, प्यार का भुगता हर्जाना। तुम बताओ चाहत अपनी, छोड़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 391 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Sep 2021 · 1 min read वीर शहीद भगत सिंह * वीर शहीद भगत सिंह (गीत) * ************************** भगत सिंह लाल दुलारे भारत के, रहोगे आँख के तारे भारत के। छोटी उम्र में काम बहादुरी के, चढ़ती जवानी दाम आज़ादी... Hindi · गीत 360 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Sep 2021 · 1 min read खता हम से **खता हम से (ग़ज़ल)** ******************** हो गई क्या खता हम से, क्यों हुए हो खफ़ा हम से। क्यों नज़र है झुकी तेरी, ऑंख तो भी मिला हम से। मत छुपा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 241 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Sep 2021 · 1 min read चूड़ियाँ नहीं हथकड़ी हैं ***** चूड़ियाँ नहीं हथकड़ी हैं **** **************************** चूड़ी नहीं यह प्यार की हथकड़ी है, पहनकर जिसको सुंदर स्त्री खड़ी है। हाथों में खन -खन जब खनकती है, प्रीतम की जान... Hindi · गीत 1 184 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Sep 2021 · 1 min read आदमी आदमी का दुश्मन *** आदमी आदमी का दुश्मन (गजल) *** ****** 221 212 221 212 212 ***** ********************************** आदमी आदमी की जान का दुश्मन हो गया, जो प्रेम से भरा था खोखला बर्तन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 418 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Sep 2021 · 1 min read गौरी राह निहारे दर पर बैठी गोरी राह निहारे (विरह-गीत) ******************************* दर पर बैठी गोरी राह निहारे, पिया जी अब तक क्यों नहीं घर पधारे। चिंता में लीन नार कुछ नहीं बोलती, विचारों... Hindi · गीत 194 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Sep 2021 · 1 min read जय माता शेरांवाली ***** शेरांवाली माँ (भेंट) ****** *************************** शेरांवाली शेर पर सवार आई है, पीछे-पीछे भक्तों की कतार आई है। ऊंचे पर्वत हैं निवास मैया रानी का, जन गण मन में वास... Hindi · गीत 185 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Sep 2021 · 1 min read बन्ना-बन्नी *** बन्ना-बन्नी (गीत) *** ******************** बन्नी को है बन्ना मिल गया, हीर को रांझा मिल गया। चोरी - चोरी नजरें मिली, लाखों में हैं खुशियाँ मिली, जैसे किनारा मिल गया।... Hindi · गीत 1 497 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Sep 2021 · 1 min read शेरांवाली माँ की भेंट ***** शेरांवाली माँ (भेंट) ****** *************************** शेरांवाली शेर पर सवार आई है-2 पीछे-पीछे भक्तों की कतार आई है-2 ऊंचे पर्वत हैं निवास मैया रानी का-2 पहाड़ों से शीतल सी बयार... Hindi · गीत 1 1 217 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Sep 2021 · 1 min read वैष्णो मैया ******* वैष्णो मैया (भेंट) ****** *************************** वैष्णों मैया मूर्त बड़ी प्यारी - प्यारी, जगत में महिमा है तेरी न्यारी-न्यारी। त्रिकुटा गिरींद्र निराला सुंदर धाम है, गरूड़ वाहिनी वैष्णवी को प्रणाम... Hindi · गीत 1 1 208 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Sep 2021 · 1 min read माड़े नसीबा तो हारे माड़े नसीबां तो हारे **************** गल सुण नी मुटियारे, मरदे न तेरे ते कुँवारे। जिंद जान तैथों वारी, खड़े हुण तेरे ही द्वारे। सदा खुलियाँ न बाहाँ, खुले न छत... Hindi · गीत 218 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Sep 2021 · 1 min read यार दो चार हैं **** यार दो चार हैं (ग़ज़ल) **** **** 212 212 212 212 **** *************************** यार दो चार हैं ताश ही चाहिए, जाम तैयार है खास ही चाहिए। साथ हो हमसफर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 460 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Sep 2021 · 1 min read राजनीति हलचल राजनीतिक - हलचल (व्यंग्य) ********************** रंधावा ने बांटी मिठाई, पर वो किसी काम नहीं आई। कांग्रेस की खोटी जो चवन्नी, सीएम बना चरणजीत चन्नी, शायद बची थी यही दवाई। पर... Hindi · कविता 2 2 250 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Sep 2021 · 1 min read सुहानी सन्ध्या प्यार है जिंदगी सुहानी संध्या प्यार है जिंदगी ******** गज़ल ********* *********************** पर्वत के उस पार है जिंदगी, सुहानी संध्या प्यार है जिंदगी। रुके ना रुकती कहीं भी नहीं, नदिया बहती धार है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 218 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Sep 2021 · 1 min read कहीं पर तमस कहीं है उजाला **कहीं पर तमस कहीं उजाला** ***********गीत *********** जमाने का यारों है दस्तूर निराला, कहीं पर तमस कहीं है उजाला। जो चाहे जिसको वो मिलता नहीं, जिसको मिलता वो चाहता नहीं,... Hindi · गीत 205 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Sep 2021 · 1 min read कोई दुश्मन नहीं होता *** कोई दुश्मन नहीं होता (ग़ज़ल) *** ***** 222 122 212 122 2 ***** ******************************* अपनों से बड़ा कोई दुश्मन नही होता, खुद का तो जहां में पूर्ण तन नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 178 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Sep 2021 · 1 min read गाँव की खुश्बू *****गाँव की खुश्बू (गीत)***** ************************** गाँव की खुश्बू रग-रग में समाई, जहाँ भी देखूँ,दे पग - पग दिखाई। पीपल-बरगद-नीम की घनी छाया, जहाँ पर प्यारा सा बचपन बिताया, बाल सखा... Hindi · गीत 220 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Sep 2021 · 1 min read महके फूल गुलाब ***दोहा मुक्तक (महके फूल गुलाब) *** ******************************** गुलाबी सुर्ख़ औष्ठ पर,महके फूल गुलाब। मंद मधुरिम मुस्कान का,कोई नहीं जवाब।। गोरे - गोरे गाल पर,चमकता काला तिल। देख - देख कर... Hindi · दोहा 1 520 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Sep 2021 · 1 min read हिन्दी दिवस का सार (दोहावली) *****हिन्दी दिवस का सार (दोहावली) **** *********************************** हिन्दी दिवस के नाम पर,न हो हिन्दी में काम। अंग्रेजी है काम पर, हिन्दी को है विश्राम।। हिन्दी मातृ भाषा कहे , कैसा... Hindi · दोहा 1 215 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Sep 2021 · 1 min read दिल जला होगा *** दिल जला होगा (गज़ल) **** *****1222 1222 1222 **** *************************** अगर तुम दूर नजरों से गया होगा, कसम से यार तेरा ही भला होगा। वफ़ा का है सदा वास्ता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 157 Share Previous Page 19 Next