पिता खुशियों का द्वार है।
पुत्र कृति है, रचनाकार पिता,,, पुत्र सृष्टि है निर्माण कर्ता पिता।। पुत्र का संपूर्ण संसार है पिता,,, इसका परिपूर्ण आकार विस्तार हैं पिता।। समंदर की थाह,अथाह हैं पिता,,, कल्पतरू, परिजात...
“पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता