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Page 16
जान की बाजी
जान की बाजी
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
गर लगे आग तुम बुझाना मत
गर लगे आग तुम बुझाना मत
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
नदी सा बहक जाऊं
नदी सा बहक जाऊं
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
करवाचौथ दिवस मनाना हो
करवाचौथ दिवस मनाना हो
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
फ़लक से उतरी नूर मेरी महबूबा
फ़लक से उतरी नूर मेरी महबूबा
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
चिराग योजना
चिराग योजना
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जमीं पर चाँद हो उतरा
जमीं पर चाँद हो उतरा
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ओस की बूंदें
ओस की बूंदें
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जगजीत की याद में
जगजीत की याद में
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
प्रभु लीला
प्रभु लीला
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
गहरी नींद सुला दिया
गहरी नींद सुला दिया
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ਸਰਕਾਰੀ ਸਕੂਲਾਂ ਦੀ
ਸਰਕਾਰੀ ਸਕੂਲਾਂ ਦੀ
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सरकारी स्कूलां दी
सरकारी स्कूलां दी
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बड़े बड़ेरूआं ने सरकारी स्कूल बनाये
बड़े बड़ेरूआं ने सरकारी स्कूल बनाये
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जन शिक्षा मंच संघर्षशील है
जन शिक्षा मंच संघर्षशील है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
धुंआ धीरे धीरे सुलगता है
धुंआ धीरे धीरे सुलगता है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
शिकवा शिकायत नही
शिकवा शिकायत नही
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
विजयदशमी दशहरा
विजयदशमी दशहरा
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
वक्त ही वक्त पर वक्त न था
वक्त ही वक्त पर वक्त न था
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
पतझड़ से झड़ते अरमान
पतझड़ से झड़ते अरमान
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मिलकर हम कदम बढ़ाएंगे
मिलकर हम कदम बढ़ाएंगे
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हरदम मिलती मात है
हरदम मिलती मात है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सेवानिवृत्ति बीरभान
सेवानिवृत्ति बीरभान
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मंजिल बहुत करीब है
मंजिल बहुत करीब है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मन मे जो गहरी पीर है
मन मे जो गहरी पीर है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हर बात में तेरा जिक्र है
हर बात में तेरा जिक्र है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
परियों की रानी बिटिया रानी
परियों की रानी बिटिया रानी
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ਪਪਰੀਆਂ ਦੀ ਰਾਣੀ ਧੀ
ਪਪਰੀਆਂ ਦੀ ਰਾਣੀ ਧੀ
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सुन ओ बारिश कुछ तो रहम कर
सुन ओ बारिश कुछ तो रहम कर
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जीने को तेरी एक याद काफी है
जीने को तेरी एक याद काफी है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
नहीं कोई यहाँ अपना
नहीं कोई यहाँ अपना
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हर पल मरते रोज हैं
हर पल मरते रोज हैं
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बारिश की फुहार
बारिश की फुहार
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
शहर में दम घुटता है
शहर में दम घुटता है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
विद्या की देवी हे शारदे माँ
विद्या की देवी हे शारदे माँ
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बदलाव
बदलाव
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
प्रभु संग प्रीत लगाई
प्रभु संग प्रीत लगाई
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सुनो सखी एक बात बताऊँ
सुनो सखी एक बात बताऊँ
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बस्तों में मिलती अब शराब है
बस्तों में मिलती अब शराब है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
नारी मंथन
नारी मंथन
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
अपना शहर बेगाना हुआ
अपना शहर बेगाना हुआ
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कोई साथी पास नही
कोई साथी पास नही
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कोई नही किसी का मीत है
कोई नही किसी का मीत है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
तुम बिन हुम् नही
तुम बिन हुम् नही
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
प्रीत न कोई
प्रीत न कोई
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
प्यार बन गया व्यापार
प्यार बन गया व्यापार
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मन बहुत उदास है
मन बहुत उदास है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
तेरी तस्वीर
तेरी तस्वीर
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बिगड़े हालात आज है
बिगड़े हालात आज है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
चलता नही कोई ज़ोर है
चलता नही कोई ज़ोर है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
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