सत्य कुमार प्रेमी Language: Hindi 836 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 14 Next सत्य कुमार प्रेमी 17 Oct 2021 · 1 min read द्वार पर तेरे खड़ा दीदार कर। गज़ल 2122.....2122......212 द्वार पर तेरे खड़ा दीदार कर। मैं करूँ तुझको तू मुझको प्यार कर। मिल गये, तो दूर फिर होंगे नहीं, हाथ दिल पे रख के ये इकरार कर।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 209 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 Oct 2021 · 1 min read प्यार करने का ऐसा वो गम दे गया। गज़ल काफ़िया- अम की बंदिश रद़ीफ- दे गया फ़ाइलुन फ़ाइलुन फ़ाइलुन फ़ाइलुन 212......212.......212.....212 प्यार करने का ऐसा वो गम दे गया। वो गया पर हमें आँख नम दे गया। गैर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 446 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 Oct 2021 · 1 min read तुम्हारा दर्द है तुम ही मिटा दो गज़ल 1222.........1222........122 तुम्हारा दर्द है तुम ही मिटा दो। दिले नासाज की तुम ही दवा दो। घुटेगा दम ये कैसे जी सकेंगे, खुदा के वास्ते ताजी हवा दो। हे परमानंद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 169 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 Oct 2021 · 1 min read पतंगा हूँ शम्मा में जलने दो यारो। गज़ल 122.......122......122......122 पतंंगा हूँ शम्मां मे जलने दो यारों। मुहब्बत में हमको पिघलने दो यारों। करूंगा वतन से मुहब्बत कज़ा तक, वतन पर जिएं और मरने दो यारो। बढ़ी इतनी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 512 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 Oct 2021 · 1 min read मँहगाई है रहना खाना मुश्किल है। गज़ल- 22....22....22....22....22....2 महगाई है रहना खाना मुश्किल है। रोटी भी दो जून जुटाना मुश्किल है। डीजल और पेट्रोल आसमाँ पर बैठे, उनको फिर से नीचे लाना मुश्किल है। बेच रहे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 206 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 Oct 2021 · 1 min read हों बदनाम गर वो उचाई न दे। गज़ल 122.....122....122.....12 हों बदनाम गर, वो उचाई न दे। , खुदाया कभी जग हँसाई न दे। मुझे प्यार दे दे तु माँ बाप का, तु रख अपनी मुझको कमाई न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 208 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 Oct 2021 · 1 min read दर्दे दिल हम तुम्हें बताएं क्या। गज़ल 2122.....1212......22(112) दर्दे-दिल हम तुम्हें बताएं क्या। जख़्म देखो अगर दिखाएं क्या। तुम तो दिल में मेरे समाए हो, राज दिल के तुम्हें बताएं क्या। दो ही कपड़े बदन पे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 351 Share सत्य कुमार प्रेमी 5 Oct 2021 · 1 min read अब नाव भँवर में है गर्दिश में सितारे हैं। गज़ल 221.......1222......221......1222 हम जिनके सहारे हैं कब साथ हमारे हैं। अब नाव भँवर में है औ'र दूर किनारे हैं। पतवार तुम्हारे ही हाथों में थमा दी जब, डर कोई नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 190 Share सत्य कुमार प्रेमी 4 Oct 2021 · 1 min read फिर वही खुशियाँ मिलेंगी देखना। गज़ल 2122..........2122........212 गम की आँधी बंद होगी देखना। फिर वही खुशियाँ मिलेंगी देखना। जन्म लेता है वो मरता भी तो है, गम की परछाई न होगी देखना। देश को ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 237 Share सत्य कुमार प्रेमी 4 Oct 2021 · 1 min read खुद अंधेरे को भगाना सीखिए। खुद अंधेरे को भगाना सीखिए। आश का दीपक जलाना सीखिए। मुस्कुराने की वज़ह औरों को दो, गम में भी खुद मुस्कुराना सीखिए। ......✍️ प्रेमी Good morning ??. Hindi · मुक्तक 1 2 211 Share सत्य कुमार प्रेमी 1 Oct 2021 · 1 min read बापू का हाथ थाम ल़ो कोई फिकर नहीं। राष्टपिता महात्मा गाँधी, (बापू) को समर्पित बापू का हाथ थाम ल़ो कोई फिकर नहीं। है सत्य औ अहिंसा से अच्छी डगर नहीं। जिसने फिरंगियों के भी, छक्के छुड़ा दिए, ऐसा... Hindi · मुक्तक 1 236 Share सत्य कुमार प्रेमी 29 Sep 2021 · 1 min read शख़्स दुनियाँ में वो समझो कि खुदा होता है। गज़ल 2122 1122 1122 22 दीन दुखियों के लिए जो भी खड़ा होता है। शख़्स दुनियाँ में वो समझो कि खुदा होता है। दर्द लेता है वो औरों के भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 214 Share सत्य कुमार प्रेमी 28 Sep 2021 · 1 min read पीछा न छूट पाया इंसाँ का मुफलिसी से। गज़ल 221........2122.......221.......2122 बेरंग सा है जीवन कहता है बेबशी से। पीछा न छूट पाया इंसाँ का मुफलिसी से। शदियां गुजार दी हैं बस ये ही कहते कहते, तुम हो गरीब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 202 Share सत्य कुमार प्रेमी 28 Sep 2021 · 1 min read ईद हो या कि होली पे जाएं सभी। एक रचना ******** आओ मिल जुल के खुशियाँ मनाएं सभी! ईद हो या कि होली .........पे जाएं सभी! नफ़रतों की दिवारें ...........न होंगी कहीं, आओ सबको गले से ........लगाएं सभी!... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 240 Share सत्य कुमार प्रेमी 26 Sep 2021 · 1 min read अगर प्यार है तो मुझे तुम बता दो गज़ल 122......122.......122.......122 मुहब्बत में मुझको न कोई सजा दो। अगर प्यार है तो मुझे तुम बता दो। मुहब्बत की ऐसी कहानी लिखें हम, बनो हीर तुम मुझको रांझा बना दो।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 203 Share सत्य कुमार प्रेमी 25 Sep 2021 · 1 min read खुद को जिंदा दिल इंसान बनाए रखिए। दिल में मिलने के अरमान सजाए रखिए। दूर रहते हुए भी दिल को मिलाए रखिए। इसी मिलने मिलाने का सिलसिला रखकर, खुद को जिंदा दिल इंसान बनाए रखिए। ......✍️ प्रेमी... Hindi · मुक्तक 2 257 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Sep 2021 · 1 min read मन में राम बगल में खंजर लगता है। गज़ल- फ़िल से हासिल 22.....22.....22....22.....22.....2 उसको जब भी देखूँ तो डर लगता है। मन में राम बगल में खंजर लगता है। हुस्ने मतला- कैसा भूखे नंगे रहकर लगता है। मुफलिस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 197 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Sep 2021 · 1 min read रिश्तों की कद़र होती है अब भी अमीरों में। गज़ल 221.......1222......221........1222 दम तोड़ चुके रिश्ते औ'र प्यार अमीरों में। रिश्तों की कदर होती है अब भी गरीबों में। जीवन में रहे उलझे आसान सवालों में, हल सारे समाये हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 161 Share सत्य कुमार प्रेमी 23 Sep 2021 · 1 min read हजारों गम न आते पास केवल मुस्कुराने से। गज़ल 1222......1222......1222.....1222 नहीं मिटती हैं जो दुशवारियाँ दम भर मिटाने से। हजारों गम न आते पास केवल मुस्कुराने से। न कोई रोक पायेगा तुम्हें अपना बनाने से, तुम्हारे प्यार के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 277 Share सत्य कुमार प्रेमी 23 Sep 2021 · 1 min read ये दुनियाँ खिल उठेगी मुहब्बत से दोस्तो। गज़ल 221........2121........1221.....212 दुनियाँ मे दुख ओ दर्द है नफरत से दोस्तो। दुनियाँ ये खिल उठेगी मुहब्बत से दोस्तो। बदहाल है किसान सियासत से दोस्तो। हर आदमी है तंग रियासत से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 486 Share सत्य कुमार प्रेमी 23 Sep 2021 · 1 min read गाँठ बांध लो बात ये देना नहीं उधार। गाँठ बांध लो बात ये, देना नहीं उधार। जो भी देना चाहते, समझ के दो उपहार। समझ के दो उपहार, मांगना नहीं पड़ेगा। मिल जाए गर डबल, धमाका बन फूटेगा।... Hindi · कुण्डलिया 2 402 Share सत्य कुमार प्रेमी 23 Sep 2021 · 1 min read धूप बेटा है तो छाँव हैं बेटियाँ। मुक्तक- बेटा सूरज तो चंदा सी हैं बेटियाँ। धूप बेटा तो हैं छाँव सी बेटियाँ। धूप और छाँव सी जिंदगी में मेरी, दर्द होता विदा होती जब बेटियाँ। ......✍️ प्रेमी Hindi · मुक्तक 1 4 239 Share सत्य कुमार प्रेमी 20 Sep 2021 · 1 min read सोने की चिड़िया थे इक दिन भुखमरी तक आ गये। गज़ल काफिया- ई स्वर की बंदिश रद़ीफ- तक आ गये फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन 2122......2122.......2122......212 हम खुशी से चलते चलते बेबसी तक आ गये। सोने की चिड़िया थे इक दिन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 312 Share सत्य कुमार प्रेमी 20 Sep 2021 · 1 min read बेटी भी अब तो समर में आ गई हैं। गज़ल 2122..........2122.........2122 सारी दुनियाँ की नजर में आ गई है। बेटी भी अब तो समर में आ गई हैं। कोई कोना है नहीं इनसे अछूता, जिंदगी के हर सफर मे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 237 Share सत्य कुमार प्रेमी 20 Sep 2021 · 1 min read जो फलता फूलता वो ही झुका है। गज़ल 1222........1222........122 जो दंभी है वही तन कर खड़ा है। जो फलता फूलता वो ही झुका है। ये चलता अनवरत सरिता के माफ़िक, समय का चक्र कब रोके रुका है।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 355 Share सत्य कुमार प्रेमी 15 Sep 2021 · 1 min read जिंदगी जीवन में सबको आजमाती है। गजल 2122......2122........2122.....2 जिंदगी इक बार सबको आजमाती है। जिंदगी रोते हुए हँसना सिखाती है। देखती है रोज मुझको प्यार से इक बार, पर न आती पास कहती शर्म आती है।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 196 Share सत्य कुमार प्रेमी 14 Sep 2021 · 1 min read गर समंदर पार करना, मत डरो मझधार से। गज़ल 2122......2122.......2122......212 गर समंदर पार करना,मत डरो मझधार से। नाव पर काबू करो, रख दोस्ती पतवार से। जिंदगी की उलझनों में, फँस गये इक बार जो, फिर निकल पाते नहीं,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 216 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 Sep 2021 · 1 min read पेट भर जाते जब फेंकते रोटियाँ गज़ल 212.....212......212.....212 पीते दारू हैं औ'र नोचते बोटियाँ। पेट भर जाते जब फेकते रोटियाँ। दूसरी ओर भूखे तड़पते हैं कुछ, खाते जूठन के सँग सैकड़ों गालियाँ।1 जिंदगी दे खुदा पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 198 Share सत्य कुमार प्रेमी 10 Sep 2021 · 1 min read कुछ न कर पाये मेरा यार जमाने वाले। गज़ल 2122....1122....1122....22/112 कुछ न कर पाये मेरा यार जमाने वाले। अब दुश्मन हैं मेरे अपना ही कहने वाले। साथ खुशियों में, रहेंगे सभी मिलने वाले। हमने देखे न कभी, दर्द... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 216 Share सत्य कुमार प्रेमी 10 Sep 2021 · 1 min read दिल पे नहीं है काबू जज्बात क्या कहें अब। गज़ल 221.......2122......221.......2122 दिल पे नहीं है काबू जज्बात क्या कहें अब। दिल मे हों जब अँधेरे दिन रात क्या कहें अब। पागल दिवाना सा मैं अब ढूढता उसी को, अपने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 227 Share सत्य कुमार प्रेमी 10 Sep 2021 · 1 min read खुशी हर वर्ष ये तुमको मयस्सर होती आई है। गज़ल- Happy Birthday? 1222...…1222.....1222......1222 खुशी हर वर्ष ये तुमको मयस्सर होती आई है। यूँ ही आती रहे हर वर्ष ये रब से दुहाई है। जनम दिन आपका हम सब यहाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 201 Share सत्य कुमार प्रेमी 10 Sep 2021 · 1 min read जिंदगी भर उसे भुला न सके। गज़ल 2122.......1212......22/112 जिसको दिल में कभी बिठा न सके। जिंदगी भर .......उसे भुला न सके। बात है वक्त वक्त ...........की यारो, नाज नखरे .......कभी उठा न सके। जिसकी बाहों में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 531 Share सत्य कुमार प्रेमी 4 Sep 2021 · 1 min read जीते हैं अपने लिए अपने लिए मरते हैं। गज़ल 2122......1122.......1122.....22 जीते हैं अपने लिए अपने लिए मरते हैं। दीन दुनियाँ की कभी बात नहीं करते हैं। मुफलिसी की न यहाँ बात कोई करता है, आओ सब मिल के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 195 Share सत्य कुमार प्रेमी 3 Sep 2021 · 1 min read जब से तेरी मेरी दोस्ती हो गई। गज़ल काफ़िया- ई स्वर की बंदिश रद़ीफ- हो गई फ़ाइलुन फ़ाइलुन फ़ाइलुन फ़ाइलुन 212......212.......212......212 उनको तब से बड़ी बेकली हो गई। जब से तेरी मेरी दोस्ती हो गई। दोस्ती ऐसी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 176 Share सत्य कुमार प्रेमी 3 Sep 2021 · 1 min read जिंदगी जिंदा दिली से फिर से चलनी चाहिए। गज़ल 2122......2122.......2122.......212 अब तो इन दुशवारियों की हार होनी चाहिए। जिंदगी जिंदा दिली से फिर से चलनी चाहिए। लेके कश्ती गर चले हो तुम समंदर पार को, है ये पहली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 430 Share सत्य कुमार प्रेमी 2 Sep 2021 · 1 min read बच के रहना होगा घर के लोगों से गज़ल 22...22....22....22.....22....2 घबराना मत जग में साथी गैरों से। बच के रहना होगा घर के लोगों से। बुरा आपका दुश्मन तब कर पायेगा, घर का भेदी मिलता है जब औरों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 256 Share सत्य कुमार प्रेमी 1 Sep 2021 · 1 min read रसीली तान बंशी की सुना देना हे मनमोहन गीत 1222 1222 1222 1222 रसीली तान बंशी की सुना देना हे मनमोहन हमारे मन को वृंदावन बना देना हे मनमोहन। रसीली तान बंशी की......... तुम्हारी बंशी सुनकर के मुदित... Hindi · गीत 1 2 337 Share सत्य कुमार प्रेमी 1 Sep 2021 · 1 min read कली दिल की तुम्हारे खिल रही है। गज़ल 1222.........1222.........122 कली दिल की तुम्हारे खिल रही है। खुशी जो चाहिये थी मिल गई है। खुदा करता रहे ऐसा करम बस, यही तो इल्तिज़ा हरदम रही है। तुम्हारे प्यार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 347 Share सत्य कुमार प्रेमी 29 Aug 2021 · 1 min read जो खुद ही पहले हमें जख़्म दे के जाते है। गज़ल 1212......1122......1212......22 जो खुद ही पहले हमें जख्म दे के जाते हैं। वही हैं आ के जो मरहम हमें लगाते हैं। वो जानते हैं हमें कितना वो सताते हैं। हमीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 164 Share सत्य कुमार प्रेमी 29 Aug 2021 · 1 min read सहारा बन जाओ तुम किसी का। गजल 121......22......121.......22 तुम्हें है बनना अगर किसी का। सहारा बन जाओ तुम किसी का। तुम्हारे दिल को शुकूं मिलेगा, उसे भी मौका मिले खुशी का। हरेक चेहरा तभी खिलेगा। निशां... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 296 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Aug 2021 · 1 min read एक दिन फिर मुझको ही घर से निकाला जायेगा। गज़ल काफ़़िया- आ स्वर की बंदिश रद़ीफ- जायेगा 2122......2122......2122......212 पहले मुझको प्यार से पाला सँवारा जायेगा। एक दिन फिर मुझको ही घर से निकाला जायेगा। बेटी हूँ मेरे लिए ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 200 Share सत्य कुमार प्रेमी 22 Aug 2021 · 1 min read करे जो प्यार भाई से, सभी को इक बहन देना मुक्तक 1222.......1222......1222......1222 छुये जो दिल को जन मन के, प्रभू ऐसी कहन देना। करे जो प्यार भाई से, सभी को इक बहन देना। रखे जो मान धागे का, बहन पर... Hindi · मुक्तक 401 Share सत्य कुमार प्रेमी 21 Aug 2021 · 1 min read शक्तिशाली देश में सरकार है। गज़ल काफ़़िया- आर रद़ीफ- है 2122.....2122....212 शक्तिशाली देश मे सरकार है। स्वप्न अब होने लगा साकार है। देश के दुश्मन नहीं बच पायेंगे, अब हमारे पास भी हथियार है। हम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 178 Share सत्य कुमार प्रेमी 20 Aug 2021 · 1 min read खाते भारत का शाबाशी औरों को। उन गद्दारों को समर्पित, जो देश में रहते, खाते, नाम कमाते, पर मौके बे मोके देश खिलाफ जहर ही उगलते है। सच है- इनका कोई देश से नाता नहीं। खानदानी... Hindi · मुक्तक 1 315 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 Aug 2021 · 1 min read अब हमें अपने उसूलों को बदलना चाहिए। गज़ल अब हमें अपने उसूलों को, बदलना चाहिए। रास्ते खुद ही बनाकर, उन पे चलना चाहिए। हम न मंजिल पा सके, मंजिल के पहले गिर गये, गिर गये तो क्या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 239 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 Aug 2021 · 1 min read गीत लिखते गीत पढ़ते गीत सुनते हैं। मुक्तक गीत लिखते, गीत पढ़ते, गीत सुनते हैं। चलते फिरते, सोते जगते, गीत बुनते हैं। गीत के सागर में खोजें गीत के मोती, गीत को पाने की खातिर ढूब सकते... Hindi · मुक्तक 1 186 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 Aug 2021 · 1 min read मैं नारी हूँ, मुझे मत सोच लेना आजमाने की। मुक्तक मैं नारी हूँ, मुझे मत सोच लेना आजमाने की। मेरे अंदर वो जज़्बा है, वो ताकत है जमाने की। कलम से काम करती हूँ, वो जो तलवार करती है।... Hindi · मुक्तक 1 335 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 Aug 2021 · 1 min read बात हो मुफ़लिसी हटाने की। गज़ल 2122.......1212........22 दीन दुखियों के मुस्कुराने की। बात हो मुफ़लिसी हटाने की। जिनके खूँ से बनी है ये दुनियाँ है, बात हो उनका घर बनाने की। उनका भी हक है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 178 Share सत्य कुमार प्रेमी 15 Aug 2021 · 1 min read क्यों होता है पंद्रह अगस्त क्यों होता है 15 अगस्त, 1985 में रची गई बाल कविता ******************************************** हो रही सभा थी जंगल में, जब आया 15 अगस्त। नन्हीं बिल्ली उठकर बोली, क्यों बैठे हम सब... Hindi · कविता 1 2 270 Share सत्य कुमार प्रेमी 14 Aug 2021 · 1 min read जय जय किसान भारत जय जय जवान भारत। गज़ल 221.....2122......221......2122 दुनियाँ में सबने देखा अपना महान भारत। जय जय किसान भारत जय जय जवान भारत। ऐसे न लोग कहते हमको बड़ा जहाँ में, करता मदद गरीबों की है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 291 Share Previous Page 14 Next