Shekhar Chandra Mitra Language: Hindi 3940 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 15 Next Shekhar Chandra Mitra 25 Oct 2022 · 1 min read एक शायर अपनी महबूबा से मेरे सारे रकीबों को शर्मिंदा कर दो! मुझे अदबी चमन का परिंदा कर दो!! अपने सुर्ख़ लबों से छूकर एक बार मेरे अल्फ़ाज़ को तुम ज़िंदा कर दो!! #कवि #शायर... Hindi · कविता 211 Share Shekhar Chandra Mitra 24 Oct 2022 · 1 min read हुक़ूमत के ग़ुलाम नहीं हम हिंदू या मुसलमान नहीं हम! लेकिन क्या इंसान नहीं हम!! नास्तिक होने भर से शायद इस देश के अवाम नहीं हम!! जिस पर सभी वाह-वाह करें क्या वही शेर हम... Hindi · कविता 1 1 425 Share Shekhar Chandra Mitra 23 Oct 2022 · 1 min read आदिवासी हिंदू या मुसलमान नहीं हम लेकिन क्या इंसान नहीं हम! आदिवासी होने भर से शायद इस देश के अवाम नहीं हम!! आख़िर ज़ुल्म और नाइंसाफी कब तक चुपचाप सहते रहें!... Hindi · कविता 291 Share Shekhar Chandra Mitra 23 Oct 2022 · 1 min read हल्लाबोल दहकती हुई तहरीरों में चारों तरफ़ से घेर कर! क़लम को तलवार बना न्यस्त स्वार्थों को ढ़ेर कर! नालायकों ने अवाम की नाक में दम कर रखा है! अदम गोंडवी... Hindi · कविता 1 1 241 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Oct 2022 · 1 min read अदम गोंडवी अदम गोंडवी की तरह तू सत्ता से मुठभेड़ कर! क़लम को तलवार बना न्यस्त स्वार्थों को ढ़ेर कर!! आख़िर अपने ज़मीर से तू कैसे आंख मिलाएगा! इस वक़्त के जलते... Hindi · कविता 179 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Oct 2022 · 1 min read जुदाई की शाम जब वह मुझसे-जुदा हुए थे! मेरे लिए मानो-ख़ुदा हुए थे!! आगे चलके वही-शेरों में ढ़ले सारे अरमान जो-फ़ना हुए थे!! #मैंशायरबदनाम #रोमांटिक #शायरी #नाकाम #कवि #बेरोजगार #दर्द #आशिक #गुमनाम #प्यासा... Hindi · कविता 451 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Oct 2022 · 1 min read एक बर्बाद शायर चलो आप बड़े आए मुहब्बत करने वाले! एक बर्बाद शायर पर इनायत करने वाले!! मतलब निकलते ही धीरे से कहीं चल देंगे! जज़्बात क्या समझें तिजारत करने वाले!! #Love #Poetry... Hindi · कविता 184 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Oct 2022 · 1 min read लैला-मजनूं होठों पर हंसी-सी है आंखों में नमी-सी है! सबकुछ है वैसे पास मेरे फिर भी कुछ कमी-सी है!! वह जिसे-ग़ैर के साथ जाते हुए तुम-देख रहे! और क्या कहूं, ऐ... Hindi · कविता 1 171 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Oct 2022 · 1 min read भड़काऊ भाषण यहां प्रजा पर तंत्र हावी है हर एक घोषणा चुनावी है! जो भड़काऊ भाषण दे रहा वह तुम्हारा नेता भावी है!! कुर्सी के लिए ही दंगे और ज़ंग करवाए जाते... Hindi · कविता 1 358 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Oct 2022 · 1 min read जाति का दंश यह देश हमारा नहीं या इस देश के हम नहीं! तुमको पता हो शायद हमको तो मालूम नहीं!! हत्या से बलात्कार तक चाहे कुछ भी हो जाए! यहां हमारे साथ... Hindi · कविता 132 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Oct 2022 · 1 min read भारतीय संस्कृति बजबजाती हुई गलियों में आप! पहले जाकर बीताइए एक रात!! फिर चाहे जितने भी ऊंचे सुर में अलापते रहिए संस्कृति का राग!! #जातिप्रथा #इंकलाब #ढोंग #बगावत #आडंबर #सियासत #अंधविश्वास #वर्ण... Hindi · कविता 155 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Oct 2022 · 1 min read संस्कृति का दंश क्या हमारे लिए कभी सम्भव इस संस्कृति का दंश भुलाना! अब बंद कीजिए नई पीढ़ी को ऐसे धर्म का अफ़ीम चटाना!! आप एक बार इस सभ्यता के गटर में जरा... Hindi · कविता 178 Share Shekhar Chandra Mitra 21 Oct 2022 · 1 min read कबीर की ललकार वह नहीं है कोई दरबारी कवि कि हो सके एक अख़बारी कवि... (१) उसके विद्रोही तेवर ने बनाया उसे सूली का अधिकारी कवि... (२) मौजूदा दौर में दूसरा कौन है... Hindi · ग़ज़ल 2 191 Share Shekhar Chandra Mitra 21 Oct 2022 · 1 min read अराजकता का माहौल ये दर-दर भटक रहे हैं कि सब कुछ ठीक है! भूखे-प्यासे तड़प रहे हैं कि सब कुछ ठीक है!! वैसे हरामखोरों को कहें भी तो क्या कहें हम? जो कि... Hindi · कविता 1 211 Share Shekhar Chandra Mitra 21 Oct 2022 · 1 min read जुदाई बहुत दिन हुए तुमसे बात न हुई! सपनों में भी एक मुलाक़ात न हुई!! आकर लौट गए बादल क़रीब से! मेरे छत पर ज़रा बरसात न हुई!! #love #कविता #शायरी... Hindi · कविता 1 241 Share Shekhar Chandra Mitra 21 Oct 2022 · 1 min read तल्ख़ लहज़े का शायर यह मुल्क हमारे लिए नर्क रहेगा जब तक! जात-पात के नाम पर फ़र्क रहेगा जब तक!! मेरी शायरी का लहज़ा तल्ख़ रहेगा तब तक! रीति-रिवाजों का बंधन सख़्त रहेगा जब... Hindi · कविता 1 223 Share Shekhar Chandra Mitra 21 Oct 2022 · 1 min read सृजन चेतना कविता की नहीं जाती, हो जाती है। अगर करने भर से कविता होती तो दुनिया के सारे लोग कवि हो जाते! अगर मैं ओशो की भाषा में कहूं तो कविता... Hindi · कोटेशन 135 Share Shekhar Chandra Mitra 21 Oct 2022 · 1 min read चुनावी हथकंडे जब भी देश में कोई इंतखाब होता है! आखिर क्यों मज़हबी फसाद होता है!! असली मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए मीडिया में ऐसा झूठा विवाद होता है!! #चुनावी #कविता... Hindi · कविता 936 Share Shekhar Chandra Mitra 21 Oct 2022 · 1 min read हौसला क़ायम रहे जब भी किसी कोशिश में नाकामी मिली मुझे मैंने भीमराव आंबेडकर के जद्दोजेहद को याद कर लिया! जब भी इस ज़िंदगी में मायूसी मिली मुझे मैंने सरदार भगतसिंह की कशमकश... Hindi · कविता 1 212 Share Shekhar Chandra Mitra 20 Oct 2022 · 1 min read इंक़लाबी शायर फैज़ और ज़ालिब को पढ़कर हुआ मुझे लफ़्ज़ की ताक़त का एहसास! दुष्यंत और पाश को सुनकर हुआ मुझे लफ़्ज़ की ताक़त का एहसास!! अब मैं कैसे रख सकता हूं... Hindi · कविता 1 433 Share Shekhar Chandra Mitra 20 Oct 2022 · 1 min read कुछ भी तो ठीक नहीं छाती पर रखकर हाथ बताओ क्या सबकुछ ठीक है? चारों तरफ ज़रा आंख घुमाओ क्या सबकुछ ठीक है? पक्ष-विपक्ष की बात नहीं आज इस देश का सवाल है! एक नागरिक... Hindi · कविता 1 150 Share Shekhar Chandra Mitra 20 Oct 2022 · 1 min read अभिव्यक्ति की आज़ादी है कहां? क्या समाज में जो जैसा है उसे वैसा ही रहने दिया जाए? अंधविश्वासों, पाखंडों, कर्मकांडों, रूढ़ियों और कट्टरताओं का विरोध न किया जाए? अगर मैं प्रकाश की बात करूंगा तो... Hindi · लेख 1 149 Share Shekhar Chandra Mitra 20 Oct 2022 · 1 min read अनपढ़ बनाने की साज़िश मैं वाकई सच बोल दूं तो देश में आ जाएगा सुनामी! भूदेवों की दुनिया भर में हो जाएगी बहुत बदनामी!! यहां नब्बे फीसदी आबादी अनपढ़ बनाकर रखी गई! कि कराई... Hindi 887 Share Shekhar Chandra Mitra 20 Oct 2022 · 1 min read देवदासी प्रथा का अंत तुम्हारी वंदना तुम्हारी प्रार्थना! और नहीं कुछ बस आत्म वंचना!! व्यर्थ है तुम्हारा ये धर्म-ग्रंथ पढ़ना! यदि नहीं समझे तुम मानव-वेदना!! #WomenLiveMatter #सुधार #कुप्रथा #देवदासी #यौन_शोषण #South #न्याय #varna #CasteSystem... Hindi · कविता 694 Share Shekhar Chandra Mitra 20 Oct 2022 · 1 min read धर्म के नाम पर अधर्म सड़ी हुई यह जाति-प्रथा असहनीय हुई अब मेरे लिए! मरी हुई यह वर्ण-व्यवस्था असहनीय हुई अब मेरे लिए!! तुरंत छुटकारा चाहिए किसी भी तरह मुझे इससे! अड़ी हुई यह पितृ-सत्ता... Hindi · कविता 250 Share Shekhar Chandra Mitra 20 Oct 2022 · 1 min read देवदासियां जाके देखो दुनिया कहां से कहां गई! लेकिन तुम अटके हुए हो अभी वहीं!! क्या तनिक भी लाज तुम्हें आती नहीं आख़िर क्यों जाति है कि जाती नहीं!! #देवदासी #devdasi... Hindi · कविता 208 Share Shekhar Chandra Mitra 19 Oct 2022 · 1 min read मन की बात हम लोगों को भी मन की बात ज़रा कहने दीजिए न साहब! आख़िर कितना विकास करेंगे यहीं रहने दीजिए न साहब!! बहुत देशभक्ति कर लिए आप अब बिल्कुल थक गए... Hindi 1 309 Share Shekhar Chandra Mitra 19 Oct 2022 · 1 min read नेताजी कहिन एकदम सांच बतलाना तुम अबले का किए हो! लिए हो केतना ज्यादा केतना कम दिए हो!! भाड़ में जाए देश या जहन्नुम में जाए जनता! जिए हो अपने खातिर तुम... Hindi · कविता 1 193 Share Shekhar Chandra Mitra 19 Oct 2022 · 1 min read इतना सन्नाटा क्यों है,भाई? देश के हुक़्मरान मदहोश हैं क्यों! मेहनतकश अवाम बेहोश हैं क्यों!! ज़िंदगी और मौत के सवाल पर भी दानिश्वर बिल्कुल ख़ामोश हैं क्यों!! #बहुजन_क्रांति #हक़ #भंडाफोड़ #जुल्म #समाजसुधार #महंगाई #SupremeCourt... Hindi · कविता 216 Share Shekhar Chandra Mitra 19 Oct 2022 · 1 min read देख रहे हो न विनोद तुम देख रहे हो न, विनोद! देश में क्या हो रहा रोज़!! ग़रीबों पर उतरता है कैसे इन पुलिस वालों का क्रोध!! #बहुजन_क्रांति #भंडाफोड़ #हक़ #शोषण #समाज_सुधार #दलित #SupremeCourt #जुल्म... Hindi · कविता 470 Share Shekhar Chandra Mitra 19 Oct 2022 · 1 min read आओ प्यार कर लें इससे पहले कि घुटकर मर जाएं हम! अब क्यों न प्यार खुलकर कर जाएं हम! कोई भी हमें खाली नहीं कर पाए! एक-दूसरे को इतना भर जाएं हम! Shekhar Chandra... Hindi · कविता 1 199 Share Shekhar Chandra Mitra 19 Oct 2022 · 1 min read नायक गाली सुने लाठी खाए! वक़्त पर आवाज़ उठाए!! हमारा नेता वही होगा! हमारे लिए जो जेल जाए!! #ASP #BhimArmy #Justice #equality #freedom #politics #ChandrashekharAzad #हक़ #बहुजन_नायक #आदिवासी #दलित Hindi · कविता 1 197 Share Shekhar Chandra Mitra 19 Oct 2022 · 1 min read अनपढ़ रखने की साज़िश एक बहुत बड़ी आबादी! अनपढ़ बनाकर रखी गई!! कि कराई जा सके उससे पीढ़ी-दर-पीढ़ी गुलामी!! #स्त्रीविमर्श #feminism #equality #ST #patriarchy #freedom #life #OBC #शिक्षा #दलित #मनु #आदिवासी #औरत #sc #शूद्र Hindi · कविता 1 282 Share Shekhar Chandra Mitra 19 Oct 2022 · 1 min read नारी मुक्ति का सपना मानवता के हत्यारों से कदम-कदम पर लड़ी है जो! सभी न्यस्त स्वार्थों के लिए एक चुनौती बड़ी है जो!! ना कोई देवी-ना कोई डायन प्रेम से भरी हुई एक स्त्री... Hindi · कविता 2 365 Share Shekhar Chandra Mitra 19 Oct 2022 · 1 min read आज की औरत मुट्ठी तानकर खड़ी है वह! अपनी जिद्द पर अड़ी है वह!! सामंती पितृसत्ता के सामने चुनौती एक बहुत बड़ी है वह!! #SocialMedia #women #पाखंड #patriarchy #हक़ #Feminism #पोंगापंथ #सच #freedomofspeech... Hindi · कविता 1 319 Share Shekhar Chandra Mitra 19 Oct 2022 · 1 min read खोखली आज़ादी यहां नए दौर का आगाज़ क्यों नहीं होता इंसानी चेतना का परवाज़ क्यों नहीं होता... (१) कितने सुधारक आकर चले गए लेकिन टस से मस यह समाज क्यों नहीं होता...... Hindi · ग़ज़ल · गीत 1 198 Share Shekhar Chandra Mitra 18 Oct 2022 · 1 min read इश्क़ भी इंकलाबी हो ज़िंदगी की कशमकश से अलहदा करे जो इश्क़! दुनिया के जद्दोजेहद से अलहदा करे जो इश्क़!! वह इश्क़ ज़ेहनी तौर पर खुदकुशी है दरअसल! मौजूदा वक़्त की बहस से अलहदा... Hindi · कविता 2 195 Share Shekhar Chandra Mitra 18 Oct 2022 · 1 min read देशी तालिबान तालिबान का देशी संस्करण यह! और भी ख़तरनाक और भी भयावह!! जो भी उठाएगा इसके ख़िलाफ़ आवाज़ बेमौत ही मारा जाएगा वह!! #दलितउत्पीड़न #धार्मिककट्टरपंथ #लेखक #CommunalPolitics #अभिव्यक्ति_की_स्वतंत्रता #शायर #CasteDiscrimination #आजादी... Hindi · कविता 2 134 Share Shekhar Chandra Mitra 18 Oct 2022 · 1 min read स्पार्टकस का विद्रोह जब टूट गई हो हर क़लम जब घुट गई हो हर आवाज़! तब क्यों न मरे यह देश तब क्यों न सड़े यह समाज!! शायद हम आ चुके अब एक... Hindi · कविता 1 147 Share Shekhar Chandra Mitra 18 Oct 2022 · 1 min read स्पार्टकस की वापसी जब तक देश में जब्र और ज़ुल्म है समाज में! तल्खी रहेगी क़ायम यूं ही मेरी आवाज़ में!! अपने इस गुस्से को रखो जरा संभाल कर! काम पड़ेगा इसका बहुत... Hindi · कविता 216 Share Shekhar Chandra Mitra 18 Oct 2022 · 1 min read चापलूसी का ईनाम अंग्रेजों का दौर होता अगर आज! तो अब तक पा लिए होते जनाब!! सरकार की इस चापलूसी के बदले 'राय बहादुर' या 'सर' का खिताब!! Shekhar Chandra Mitra #पत्रकार #मीडिया... Hindi 407 Share Shekhar Chandra Mitra 18 Oct 2022 · 1 min read बदतर होते हालात बेलगाम होती जा रही दिन पर दिन सरकार! जी हजूरी में लगे हुए टीवी और अख़बार!! पुलिस तो उतर आई बिल्कुल दादागिरी पर! अदालत से कोई उम्मीद अब रखनी ही... Hindi · कविता 444 Share Shekhar Chandra Mitra 17 Oct 2022 · 1 min read पैरासाइट हमारे जुमले उन लोगों के लिए डायनामाइट हैं! जो कि हमारे समाज के लिए एक पैरासाइट हैं! उनकी गाली या गोली के डर से दूसरों की तरह! हमारी चुप्पी का... Hindi · कविता 1 456 Share Shekhar Chandra Mitra 17 Oct 2022 · 1 min read देवदासी प्रथा का अंत कब होगा? क्या देवदासी प्रथा का अब तक ज़ारी रहना ही यह साबित करने के लिए काफी नहीं कि हमारी आज़ादी झूठी और हमारी सभ्यता खोखली है? Shekhar Chandra Mitra #dainikbhaskar #devdasipratha... Hindi · कविता 2 538 Share Shekhar Chandra Mitra 17 Oct 2022 · 1 min read देवदासी जातीय उत्पीड़न और स्त्री-शोषण के तीव्र दंश से कहीं उसकी चेतना में इतनी जागृति न आ जाए कि वह पूरी व्यवस्था से ही विद्रोह कर दे। इसलिए तुमने मंदिरों में... Hindi · कोटेशन 1 297 Share Shekhar Chandra Mitra 17 Oct 2022 · 1 min read देवदासी प्रथा औरत होने की सजा है यह! गरीब होने की सजा है यह!! विश्वगुरुओं के इस देश में दलित होने की सजा है यह!! #devdasi #tribes #कुरीति #शोषण #समाजसुधार #शूद्र #देवदासी... Hindi · कविता 909 Share Shekhar Chandra Mitra 17 Oct 2022 · 1 min read नासूर का इलाज़ एक और इंकलाब कि बहुत हो चुका अब! वक़्त दे रहा आवाज़ कि बहुत हो चुका अब!! देश और समाज के नासूर बने हर ज़ख्म का! नश्तर ही एक इलाज़... Hindi · कविता 2 172 Share Shekhar Chandra Mitra 17 Oct 2022 · 1 min read मूर्दों की बस्ती यहां कोई आवाज़ नहीं उठती! यहां कोई एहतिजाज नहीं होता!! मरते आ रहे सदियों से दलित लेकिन यहां कोई इंकलाब नहीं होता!! #दलितउत्पीड़न #धार्मिक #कट्टरपंथ #CommunalPolitics #Justice #tribes #women #मीडिया... Hindi · कविता 2 239 Share Shekhar Chandra Mitra 17 Oct 2022 · 1 min read लानत है सरकार का हर गुनाह तुम्हारे सामने है। तुम्हारा मुल्क तबाह तुम्हारे सामने है। मज़लूम और महरूम अवाम के दिल से निकलने वाली कराह तुम्हारे सामने है। फिर भी तुम चुप... Hindi · कविता 2 1 190 Share Shekhar Chandra Mitra 17 Oct 2022 · 1 min read प्यादों की कुर्बानी ये बड़े-बड़े दावे ये बड़े-बड़े वादे! हम बख़ूबी समझते सरकार के इरादे!! शतरंज के खेल में बादशाह के लिए! गाजर-मूली की तरह कटते रहते प्यादे!! #SupremeCourtOfIndia #जनता #Justice #rajendrapalgautam #दलित... Hindi · कविता 1 196 Share Previous Page 15 Next