Shekhar Chandra Mitra Language: Hindi 3940 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 14 Next Shekhar Chandra Mitra 6 Nov 2022 · 1 min read जिल्लत की ज़िंदगी ज़ुल्म और नाइंसाफी का एहतिजाज क्यों नहीं करते? चुपचाप सहे जाते सबकुछ इंकलाब क्यों नहीं करते? (1) सदियों की इन सड़ी हुईं गुलामी की ज़ंजीरों से? अपने आपको पूरी तरह... Hindi · ग़ज़ल 1 218 Share Shekhar Chandra Mitra 6 Nov 2022 · 1 min read कम्युनिस्ट जो शख़्स यहां बहुत पढ़-लिख लेता है! जो शख़्स यहां बहुत देख-सुन लेता है!! वही आख़िर कम्युनिस्ट क्यों हो जाता है? जो शख़्स यहां बहुत सोच-विचार लेता है! #स्त्री #दलित... Hindi · कविता 150 Share Shekhar Chandra Mitra 5 Nov 2022 · 1 min read तानाशाहों का हश्र तुम्हें भी मरते हुए देखेंगे हम लोग! तुम्हें भी गड़ते हुए देखेंगे हम लोग!! पिछले तानाशाहों की तरह आख़िर तुम्हें भी सड़ते हुए देखेंगे हम लोग!! #IranRevolution #justice #Feminism #hijab... Hindi · कविता 158 Share Shekhar Chandra Mitra 5 Nov 2022 · 1 min read सुन लो, मर्दों! वह तुम्हारी बीवी, बहन या बेटी है, कोई ज़ायदाद नहीं! तुमने उसके क़हक़हे सुने हैं केवल, फ़रियाद नहीं! चाहे लाख कोशिशें कर लो लेकिन उसके ग़ुलाम रहते! तुम किसी भी... Hindi · कविता 1 213 Share Shekhar Chandra Mitra 5 Nov 2022 · 1 min read इकबालिया बयान सारे वक्तव्यों में केवल उन्हीं वक्तव्यों का मेरे लिए कोई मूल्य है जो फांसी के तख्ते से, सूली पर से, हाथों में ज़हर का प्याला लेकर या तलवारों के साए... Hindi · कविता 145 Share Shekhar Chandra Mitra 5 Nov 2022 · 1 min read आख़िरी बयान हंसते हुए मौत को गले लगाने वाले किसी शख़्स का आख़िरी बयान सुनो। उसके हर लफ्ज़ से तुम्हें अनलहक़ की गूंज आती हुई मालूम होगी! #Truth #सच #freedom #हक़ #ज़हर... Hindi · कविता 301 Share Shekhar Chandra Mitra 5 Nov 2022 · 1 min read जिम्मेदारी किसकी? आंख होने के बावजूद अंधे बने हुए हैं जो! कान होने के बावजूद बहरे बने हुए हैं जो!! इस देश की बर्बादी में उन सबका हाथ है! जीभ होने के... Hindi · कविता 196 Share Shekhar Chandra Mitra 4 Nov 2022 · 1 min read क्या यही ज़िंदगी है? ज़ुल्म और नाइंसाफी की ख़बरें अगर परेशान नहीं करतीं आपको! मज़हब और सियासत की साजिशें अगर पशेमान नहीं करतीं आपको!! तो मर चुका है आपका ज़मीर और बिक चुकी है... Hindi · कविता 1 163 Share Shekhar Chandra Mitra 4 Nov 2022 · 1 min read मेरा कलाम ताज गिरना चाहिए! तख्त हिलना चाहिए !! मेरा कलाम सुनकर निज़ाम ढहना चाहिए!! #Casteist_Collegium #merit #जातिप्रथा #वर्चस्व #वर्णव्यवस्था #reservation #हकमारी #Sc #बहुजन #मनुवाद #आरक्षण #St #SupremeCourt #media Hindi · कविता 1 232 Share Shekhar Chandra Mitra 4 Nov 2022 · 1 min read जातिगत आरक्षण जाति से आपको समस्या है कि आरक्षण से? जाति से ही न! तो फिर इसे ही क्यों नहीं नष्ट करते? न रहेगी जाति न रहेगा जातिगत आरक्षण! #जातिप्रथा #वर्णव्यवस्था #मनुवाद... Hindi · कविता 214 Share Shekhar Chandra Mitra 4 Nov 2022 · 1 min read गुजरात माडल ध्वस्त हम इन्हें मात खाते हुए देखना चाहते हैं! हम इन्हें जेल जाते हुए देखना चाहते हैं!! इनके काले कारनामों के लिए एक दिन हम इन्हें सज़ा पाते हुए देखना चाहते... Hindi · कविता 176 Share Shekhar Chandra Mitra 3 Nov 2022 · 1 min read क़लम से तलवार का काम तानाशाहों के ख़िलाफ़ फटकार का काम न ले सके! सोए हुए अवाम के लिए ललकार का काम न ले सके!! बेहतर है लिखना छोड़कर वह कोई वाजिब पेशा चुन ले!... Hindi · कविता 1 155 Share Shekhar Chandra Mitra 3 Nov 2022 · 1 min read एक ज़िंदा मुल्क जुल्मतों के दौर में ही कोई कौम उभरती है! शोलों से गुजरकर ही नई नस्ल संवरती है!! गर्दिश-ए-अय्याम की ठोकरें खा-खाकर ही! एक ज़िंदा मुल्क की तस्वीर निखरती है!! Shekhar... Hindi · कविता 1 176 Share Shekhar Chandra Mitra 3 Nov 2022 · 1 min read मेरे सपनों का भारत इंकलाब का एक सिलसिला! जो हमने क़ायम रखा होता!! तो भारत अभी तक कहां से कहां तक पहुंच गया होता!! #बुद्धिजीवी #प्रबुद्ध #Politics #कवि #media #लेखक #विद्रोही #शायर #socialactivist #नौजवान... Hindi · कविता 1 139 Share Shekhar Chandra Mitra 3 Nov 2022 · 1 min read गुरु मंत्र अपनी विचारधारा की सरकार बनाने की नाकाम कोशिश करने से तो बेहतर यही है कि जो सरकार बने उसे ही अपनी विचारधारा में ढालने की कामयाब कोशिश की जाए! #बुद्धिजीवी... Hindi · कोटेशन 1 273 Share Shekhar Chandra Mitra 3 Nov 2022 · 1 min read बंधुआ लोकतंत्र वे कौन हैं जो इस देश को बंद पिंजरा बना देना चाहते हैं! वे कौन हैं जो हमें बे-पंख क़ैदी परिंदा बना देना चाहते हैं! वे कौन हैं जिन्हें आज़ादी... Hindi · कविता 276 Share Shekhar Chandra Mitra 3 Nov 2022 · 1 min read अंधेरे के सौदागर ज़हर से लबालब ज़ाम भेजा है! लिखकर अमृत का नाम भेजा है!! अंधेरे के सौदागरों ने हमें! उजाले का पैग़ाम भेजा है!! #SupremeCourt #बुद्धिजीवी #इंसाफ #media #अपराध #पुल #भ्रष्टाचार #चुनाव... Hindi · कविता 3 200 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Nov 2022 · 1 min read विपक्ष की सुझबुझ उन्हें कभी भी हराया जा सकता है! उन्हें कभी भी हटाया जा सकता है!! अगर हम लोग सुझबुझ से काम लें तो उन्हें कभी भी झुकाया जा सकता है!! Shekhar... Hindi · कविता 2 231 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Nov 2022 · 1 min read आत्मनिर्भरता का फार्मूला आत्मनिर्भरता का यह फार्मूला! देश बेचू राम ने तुम्हें दिया!! चाय बनाओ और पकौड़ी छानो! अगर रोज़गार नहीं तो क्या हुआ!! #बेरोजगारी #महंगाई #भ्रष्टाचार #शिक्षा #इलाज #अपराध #हक़ #कटाक्ष #व्यंग्य... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 1 236 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Nov 2022 · 1 min read बुद्ध को हड़पने की साज़िश क्या सोचे थे बुद्ध को छुपा दोगे? क्या सोचे थे बुद्ध को दबा दोगे? मूर्ख थे या धूर्त तुम ख़ुद सोच लो! क्या सोचे थे बुद्ध को मिटा दोगे? #हक़... Hindi · कविता 1 183 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Nov 2022 · 1 min read वाह रे पाखंड! हम लोग एक तरफ तो औरत को मां कहते हैं दूसरी तरफ उसकी हत्या और बलात्कार करते हैं। हम लोग एक तरफ तो धरती को मां कहते हैं दूसरी तरफ... Hindi · कविता 1 168 Share Shekhar Chandra Mitra 2 Nov 2022 · 1 min read खुला प्रहार जो सामाजिक विसंगतियों पर प्रहार करे न खुलकर! जो सांप्रदायिक रूढ़ियों पर प्रहार करे न खुलकर!! वह साहित्य, संगीत और कला किस काम की है भला! जो राजनीतिक विकृतियों पर... Hindi · कविता 463 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Nov 2022 · 1 min read अवाम क़ातिल की मसीहाई पर बेहद यक़ीन हो जिसे! रहज़न की रहनुमाई पर बेहद यक़ीन हो जिसे!! अगर खुदकश नहीं तो उस क़ौम को क्या कहें! शैतान की खुदाई पर बेहद... Hindi · कविता 1 401 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Nov 2022 · 1 min read पाकिस्तान का ख़्वाब देने वाला शायर इक़बाल गैरों से तहज़ीब की उम्मीद करने वाले ख़ुद इतना बर्बर होंगे मालूम नहीं था हमें! नज्म़ों और ग़ज़लों के ख़ुबसूरत गुलदस्ते में छिपे हुए खंजर होंगे मालूम नहीं था हमें!... Hindi · कविता 1 269 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Nov 2022 · 1 min read सांप्रदायिक राजनीति उनकी विस्तारवादी नीति पता नहीं भारत को कहां ले जाने वाली है। इस देश में जो कुछ भी सुंदर है, वो उसे अपनी अंधी महत्वाकांक्षा की भेंट चढ़ा देने पर... Hindi · कोटेशन 1 312 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Nov 2022 · 1 min read सच्ची कला सोए हुए लोगों की भीड़ में धर्म गुरुओं, राजनेताओं और पूंजिपतियों के प्राण बसते हैं, कलाकारों के नहीं। कला तो एकांत में पनपती और कुछ जागृत चेतना वाले व्यक्तियों के... Hindi · कोटेशन 387 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Nov 2022 · 1 min read अरबों रुपए के पटाखे एक रात में ही भारत में अरबों रूपए के पटाखे छोड़ दिए जाते हैं यानि कि हर दीवाली को इस देश का दिवाला निकल जाता है। Shekhar Chandra Mitra #Corruption... Hindi · हास्य-व्यंग्य 252 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Nov 2022 · 1 min read देश का दिवाला देश का दिवाला निकालने वाले नेताओं ने दीवाली की शुभकामनाएं भेजी हैं। Shekhar Chandra Mitra #धर्मांधता #जातिवाद #Corruption #riots #दंगा #महंगाई #गरीबी #politics #दलित #आदिवासी #election #चुनाव #Diwali Hindi · हास्य-व्यंग्य 2 199 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Nov 2022 · 1 min read ये कैसी दीवाली है? दूसरे की दुनिया में आग लगाकर अपने घर में उजाला फैलाने को ही दीवाली मनाना तो नहीं कहते हैं न! Shekhar Chandra Mitra #धर्मांधता #जातिवाद #Corruption #politics #महंगाई #गरीबी #riots... Hindi · हास्य-व्यंग्य 2 2 280 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Nov 2022 · 1 min read तमसो मा ज्योतिर्गमय अंधेरे में डूबे हुए एक देश भारत की ओर से दुनिया को दीवाली की शुभकामनाएं! Shekhar Chandra Mitra #Diwali #Corruption #politics #महंगाई #बेरोजगारी #गरीबी #भ्रष्टाचार #सांप्रदायिकता #धर्मांधता #जातिवाद Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 209 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Oct 2022 · 1 min read रैन बसेरा बहुत जल्द दुनिया के मेले उठ जाएंगे! आखिरकार हम लोग अकेले छूट जाएंगे! खाली हाथ ही सबको जाना है सफ़र में! लाख पहरों के बाद भी राही लुट जाएंगे! हमपे... Hindi · ग़ज़ल 1 681 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Oct 2022 · 1 min read आवाज़ उठानी होगी ये धार्मिक उपद्रव और जातीय उन्माद! फिर कहीं तोड़ न डाले हमारा समाज!! इससे पहले कि साम्प्रदायिक कट्टरता बढ़े हमें उठानी होगी इसके विरुद्ध आवाज़!! #शायर #इंकलाबी #Romantic #Rebel #Communal... Hindi · कविता 1 323 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Oct 2022 · 1 min read ऐ लड़की! तू नहीं बनी है इस नुमाइश के लिए! किसी अय्याश की फ़रमाइश के लिए!! तू जिस्म ही नहीं, एक ज़ेहन भी तो है! अपने भीतर झांक आज़माइश के लिए!! #इंकलाबी... Hindi · कविता 1 164 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Oct 2022 · 1 min read उजड़ी हुई बगिया मैं उस बगिया की बुलबुल हूं अब तक जो नहीं आबाद हुई! दिल में जो ख़ुशी की नज़्म उठी होठों पर आकर फ़रियाद हुई!! शिकारी से मिलकर माली ने हाय,... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 1 361 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Oct 2022 · 1 min read आम आदमी का शायर अख़बारों में जिनकी तस्वीर दिखाई नहीं जाती! टेलीविजन में जिनकी आवाज़ सुनाई नहीं जाती!! मैं तो शायर हूं हाशिए के उन अभागे लोगों का! सिनेमा में जिनकी दास्तान बताई नहीं... Hindi · कविता 2 201 Share Shekhar Chandra Mitra 31 Oct 2022 · 1 min read तटस्थता आत्मघाती है चेतना की जागृति के लिए हमें प्रखर होना पड़ेगा अब! हर ज्वलंत प्रश्न को लेकर हमें मुखर होना पड़ेगा अब!! करो या मरो की स्थिति में भला तटस्थ कैसे रह... Hindi · कविता 2 149 Share Shekhar Chandra Mitra 30 Oct 2022 · 1 min read तटस्थ बुद्धिजीवी जो अपने आप में मस्त हैं आत्म मुग्धता से ग्रस्त हैं! श्रेष्ठता-ग्रंथि नाम के एक असाध्य रोग से त्रस्त हैं! कहीं कुछ भी हो लेकिन उन्हें उससे मतलब नहीं वे... Hindi · कविता 1 236 Share Shekhar Chandra Mitra 30 Oct 2022 · 1 min read अपने गीत अपने आपको सुना कीजिए अपने आपको देखा कीजिए! देश और काल से परे जाकर अपने आपसे मिला कीजिए!! ऐसे कब तक राजनेताओं की जय-जयकार करते रहेंगे आप! अपनी धड़कनों की... Hindi · कविता 1 218 Share Shekhar Chandra Mitra 30 Oct 2022 · 1 min read प्यासा का शायर मरने के बाद ही शायर को बेक़द्र ज़माना याद करता है! हुनर सड़क पे धूल फांकता फ़रेब महल में राज करता है!! साहित्य, संगीत और सिनेमा ये सब अमीरों के... Hindi · कविता 1 1 229 Share Shekhar Chandra Mitra 30 Oct 2022 · 1 min read क्या छठ एक बौद्ध पर्व है? #हिंदू_धर्म में जो कुछ भी #बेस्ट है! वह #बौद्ध_धम्म का #कापी_पेस्ट है!! Shekhar Chandra Mitra #Chhath #Chaitya #Stup #buddha #छठ #चैत्य #स्तूप #बौद्ध #धम्म #मनुवाद #प्रतिक्रांति #पर्व #उत्सव Hindi · शेर 2 381 Share Shekhar Chandra Mitra 30 Oct 2022 · 1 min read पेन-गन (क़लम-बंदूक) मुहब्बत का लहज़ा होती है! इंकलाब का ज़रिया होती है!! तुम क्या समझो तुम क्या जानो! क़लम की ताक़त क्या होती है!! #PenGun #लेखक #पत्रकार #मीडिया #प्रेस #साहित्य #कला #फिल्म... Hindi · कविता 2 1 194 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Oct 2022 · 1 min read ओशो को सुन लीजिए भारत में पोंगा-पंथ का बोलबाला क्यों हुआ? शूद्रों और स्त्रियों के साथ ये घोटाला क्यों हुआ? है हिम्मत तो एक बार ओशो को सुन लीजिए! अपने ही घर से बुद्ध... Hindi · कविता 3 2 150 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Oct 2022 · 1 min read औरत की जगह फूंक न डाले सिस्टम को जो आग मेरी ग़ज़ल में है! मानवता का हर क़ातिल अब भी किसी महल में है!! पता नहीं इतनी-सी बात समझ इन्हें कब आएगी औरत... Hindi · ग़ज़ल 2 2 333 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Oct 2022 · 1 min read समग्र क्रांति तुम सत्ता को बदलो, साथियों! हम व्यवस्था को बदलते हैं। कब तक खाएंगे ठोकरें हम अभी और यहीं से संभलते हैं। दिखाई थी जो राह हमें कभी भगतसिंह और आम्बेडकर... Hindi · कविता 2 3 225 Share Shekhar Chandra Mitra 29 Oct 2022 · 1 min read ज़ुल्म के ख़िलाफ़ ज़ुल्म करना भी एक जुर्म है! ज़ुल्म सहना भी एक जुर्म है!! ज़ुल्म होते हुए देखकर कहीं! चुप रहना भी एक जुर्म है!! #स्त्री #Justice #कवि #Equality #बहुजन #women #बुद्धिजीवी... Hindi · कविता 140 Share Shekhar Chandra Mitra 25 Oct 2022 · 1 min read पितृसत्ता का षड्यंत्र तुम्हारे अस्तित्व को भुलाए रखने के लिए! तुम्हें अंधे कुएं में फंसाए रखने के लिए! क्या मालूम है तुम्हें क्यों देवी कहा हमने! तुम्हारी चेतना को सुलाए रखने के लिए!... Hindi · कविता 3 1 157 Share Shekhar Chandra Mitra 25 Oct 2022 · 1 min read यादों की परछाइयां जाने क्या है तेरी आंखों में जाने क्या है तेरी बातों में लाख संभालूं मैं ख़ुद को मगर खो जाता हूं तेरे ख़्वाबों में... पहले तो कहीं तुझसे मिला नहीं... Hindi · गीत 1 113 Share Shekhar Chandra Mitra 25 Oct 2022 · 1 min read बीमार हैं सभी यहां एक घटिया व्यवस्था के शिकार हैं सभी यहां! हम-तुम ही नहीं बल्कि बीमार हैं सभी यहां!! जात, धरम, रंग, नस्ल और देश के नाम पर! मरने-मारने के लिए तैयार हैं... Hindi · कविता 164 Share Shekhar Chandra Mitra 25 Oct 2022 · 1 min read योद्धा कवि तमाशा देखने वालों में मेरा नाम नहीं आएगा! आंसू बहाने वालों में मेरा नाम नहीं आएगा!! मेरा नाम अगर आएगा तो आग बुझाने वालों में! शहर जलाने वालों में मेरा... Hindi · कविता 180 Share Shekhar Chandra Mitra 25 Oct 2022 · 1 min read एक मामूली शायर कठघरे में आ गया शासन एक मामूली शायर से! थर-थर कांप रहा प्रशासन एक मामूली शायर से!! भारत के सामंतवादी और मनुवादी पितृसत्ता का! अब डोल उठा है इंद्रासन एक... Hindi · कविता 195 Share Previous Page 14 Next